श्रीमद्भगवद्गीता | अध्याय 4 श्लोक 20 | सूक्ष्म और स्थूल कर्मदंड | आचार्य प्रशांत |

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  • Опубликовано: 17 дек 2024

Комментарии •

  • @manojnamdev4925
    @manojnamdev4925 15 дней назад

    Love you very very so much acharya ji ❤❤

  • @sidhibinayakrout4289
    @sidhibinayakrout4289 5 дней назад

    Pranam Aacharya ji

  • @naturalthebestsubhgyan3358
    @naturalthebestsubhgyan3358 19 дней назад

    🙏🙏धन्यवाद 🙏🙏

  • @VinitaSinghal96
    @VinitaSinghal96 13 дней назад

    🙏🙏🙏🙏

  • @rahulkatara5527
    @rahulkatara5527 20 дней назад

    ❤❤❤❤

  • @virendrahantal1399
    @virendrahantal1399 19 дней назад

    ❤ 👍👍🌺💐

  • @kamaltiwari4162
    @kamaltiwari4162 20 дней назад +1

    इसीलिए शायद एक समय पर कृष्ण अर्जुन को कहते हैं कि सहो अर्जुन सहो क्योंकि कृष्ण अर्जुन को आध्यात्मिक बना रहे हैं वह अर्जुन को उसके भीतर प्रवेश करा रहे हैं और वहां अपना दुख अपनी बेचैनी अपना कष्ट दिख जाएगा और दर्द अनुभव होने लगेगा तो शायद कृष्ण एक समय पर अर्जुन को यही शिक्षा देते हैं कि सहो अर्जुन सहो 🙏🙏🙏

  • @heartful369
    @heartful369 19 дней назад +2

    Clarity👌

  • @heartful369
    @heartful369 20 дней назад +1

  • @sidhibinayakrout4289
    @sidhibinayakrout4289 5 дней назад

    Pranam Aacharya ji