आदरणीय, मेरा वृश्चिक लग्न है और बृहस्पति 7.30डिग्री के लग्न में हैं। पंचम में मीन राशि है और केतु महाराज स्तिथ हैं। ग्यारह वें भावें राहु हैं। दूसरे भाव में शनि महाराज हैं। चौथे भाव में सूर्य बुध और शुक्र हैं। सात वें घर में मंगल महाराज हैं। अब आप बताएं कि क्या यह है और कितना प्रभावी है। क्या शुभ फल मिलेंगे या मिश्रित। सादर सूर्य कांत शर्मा क्या
जी आप से सहमत हूं,पंचमेश बृहस्पति देव द्वादश भाव में उच्च के हैं। और पंचम भाव में धनु राशि में सूर्य मंगल और चंद्रमा हैं। मेरी संतान उत्तम हैं। जीवन का उत्तरार्ध वैभवशाली हैं।
Guru ji pranam har kundli ka koi ek bhav le to vo alag alag rashi ka hoga aur jahan 5th Lord baithe vo usake dost dushman ya sum ka ho sakta hai to fal bhi vaise honge, kripya aap mesh se meen ke 5th Lord ke vdo banaye to samjhne me sabko asani hogi dhanyavad
@@RajKumar-ci7dg जी वहीं तो मैं कहना चाहता हूं। मेरा पंचमेश बृहस्पति देव द्वादश भाव में उच्च के हैं। और द्वादशेष चंद्रमा पंचम भाव में धनु राशि में सूर्य, मंगल के साथ हैं।
Bilkul sahi bola pandit ji Mera panch mesh saptam bhav mein hai aur Aaj pahli bar video dekhkar man prasann Ho Gaya
5 ka suvami 2 house 5:10
धन्यवाद् जी। जय श्री कृष्ण।
Jai Shri Ram Guruji 🙏🙏
21:36 दशम भाव में
Many thanks 🎉🎉
Agar panchmesh shukra hai aur barve bhav me yani vrushabh me sthit hai to kya wo putra ke liye bura hoga?
Guruji kya ye ladies PR lagu hoga ya nahi
आदरणीय,
मेरा वृश्चिक लग्न है और बृहस्पति 7.30डिग्री के लग्न में हैं।
पंचम में मीन राशि है और केतु महाराज स्तिथ हैं।
ग्यारह वें भावें राहु हैं।
दूसरे भाव में शनि महाराज हैं।
चौथे भाव में सूर्य बुध और शुक्र हैं।
सात वें घर में मंगल महाराज हैं।
अब आप बताएं कि क्या यह है और कितना प्रभावी है।
क्या शुभ फल मिलेंगे या मिश्रित।
सादर
सूर्य कांत शर्मा
क्या
15:55 7th house
आपसे बात करने का तरीका बताए
25:05 12 the house
तुला लग्न के तीनों कारक ग्रहपंचम भाव मेंबैठे हैं
पंचमेश् यदि अस्त हो तो?
हर लग्न का पंचमेश अलग होगा तो फलादेश बदलेगा नीचभंग यूति परिवर्तन योग भी मायेने रखेगा अतह और जानकारी दे
जी आप से सहमत हूं,पंचमेश बृहस्पति देव द्वादश भाव में उच्च के हैं। और पंचम भाव में धनु राशि में सूर्य मंगल और चंद्रमा हैं। मेरी संतान उत्तम हैं। जीवन का उत्तरार्ध वैभवशाली हैं।
यह प्रथम श्रेणी की विवाचन है, राशि से यदी नक्षत्र में जाएंगे तो और बहुत कुछ मालूम होता हैं। नवमांश से भी बहुत अंतर आ सकता है।
Guru ji pranam har kundli ka koi ek bhav le to vo alag alag rashi ka hoga aur jahan 5th Lord baithe vo usake dost dushman ya sum ka ho sakta hai to fal bhi vaise honge, kripya aap mesh se meen ke 5th Lord ke vdo banaye to samjhne me sabko asani hogi dhanyavad
@@RajKumar-ci7dg जी वहीं तो मैं कहना चाहता हूं। मेरा पंचमेश बृहस्पति देव द्वादश भाव में उच्च के हैं। और द्वादशेष चंद्रमा पंचम भाव में धनु राशि में सूर्य, मंगल के साथ हैं।
@@sushilshahi8662 ji apse sahmat hoon, mene bhi apne vichar guru ji bataye , ki mesh se meen kundli ke vdo banaye jo sabke liye samjhna asan hoga
11:49 पंचमेश पंचम भाव में
Ye aapne ronge bola karz leke ghee piyo 12 k budh k liye or baki ok bataya sab😊🙏❤👍🌼🌸
तुला लग्न में शनि योगकारक होते हैं वही 3rd भाव में हो तो जातक की संतान लायक होती हैं