बात सही है लेकिन अपनी चलती में कोई कम नहीं माँ ऐसी भी जैसा भी आदर सम्मान से खाना चिज देते हैं तो बोल देती है कि ये चिज खाना जैसा में बनाकर खाती हूँ वैसा नहीं या वैसी चिज नहीं क्यों???? नखरे या आना कानी और जब शरीर काम करना बन्द कर दे तो बोल देती हैं कि हमारी सेवा करो कुछ कर्मों का खेल चाहे बूढ़े हों या जवान भुगतान करना पडेगा
Very nice bajan bhai
Jai mata ki 🙏
Jai mata ki🙏🙏🙏 8
हर हर महादैव जय भोलेनाथ नारनौल हरियाणा जगदीश शर्मा
बात सही है लेकिन अपनी चलती में कोई कम नहीं माँ ऐसी भी जैसा भी आदर सम्मान से खाना चिज देते हैं तो बोल देती है कि ये चिज खाना जैसा में बनाकर खाती हूँ वैसा नहीं या वैसी चिज नहीं क्यों???? नखरे या आना कानी और जब शरीर काम करना बन्द कर दे तो बोल देती हैं कि हमारी सेवा करो कुछ कर्मों का खेल चाहे बूढ़े हों या जवान भुगतान करना पडेगा