दीपावली बौद्ध पर्व या हिन्दू पर्व? सुनिये इस बौद्ध विद्वान का खुलासा | Dalit Dastak
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- Опубликовано: 13 сен 2024
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Story By- Dalit Dastak
एकदम सही है भन्ते जी की बात इन्होंने इतना गहन अध्ययन करने के बाद हमें सही मार्ग दिखाया है।
सह्रदय साधुवाद।
कैलेंडर सिर्फ तारीख नही बताते
कैलेंडर इतिहास भी बताते है ।👌🙋👍
मैं हिंदुओं में किसी तोहर को नहीं मानता हूं नहीं मनाता हूं
Ku
To wo teri galti mat mana humko ganta fark nhi padega 😂😂
🙏☸Namo Buddhay ☸🙏
अगर 14 अप्रैल और बुध पूर्णिमा को दीपदान उत्सव मनाया जाए तो दिवाली से भीज्यादा बड़ा उत्सव हो जाएगा क्योंकि हमारी संख्या ज्यादा
Ekdum sahi baat boley sir.....pr apne log bhatke hue jyada hai .....
jai mulnivasi.
jai bhim army.
Bhai phele tune khud ke document hindu se bodh likha liya kya nahi likhaya to jaldi sampark kare me free me documents me dharam change kar dunga. Ab tu hindu nahi hai
Saket ji aap bahut achha sujhav diya hai Namo buddhay Jay bhim
🤔3rd greatest religion hai Hinduism apki sankhya kaise jayeda hogyi
असली सवाल तो आप के अंदर के दीये जलने का है, जब भगवान बुद्ध जीवित थे तब तब बौद्ध धर्म मत एक था उनके मरने के बाद हीन यान महायान व बज्रयान मे बदल गया, और ये तीनो लोग बुद्ध को मानते है लेकिन एक दूसरे की नही मानते,
अब सवाल खड़ा होता है राम के नाम का दीया जले की बुद्ध के नाम का दीया जले, आप किसी भंते की आलोचना या पालन पर मत जाईये, भगवान बुद्ध की बात मानिये, दीया जलाने की बात भगवान बुद्ध हमेशा से कहते आये, आप भगवान बुद्ध के नाम का दीया जलना सुरू करे और जब अंदर का दीया जल जाय और ज्ञान की रोशनी दिख जाय तो बाहर की रोशनी बुझा देना, अनुभव व ज्ञान की रोशनी ही हम दलितो की असली दीया है भारतीय बौद्ध दलित बौद्ध है इसके पास अभी रोटी कपडा मकान का अभाव है इसका दीया दूसरे के दीये पर निर्भर है बदलाव धीरे धीरे होगा,
I'm completely agree with you ☝👌👍
Jay Bheem 💙💙💙🙏🙏
दीवाली वाले दिन बौद्ध धम्म के बहाने दीपदानोत्सव मनाने से समाज में भ्रम की स्थिति पैदा होती है।
इसलिए हमें ऐसी स्थिति से बचना चाहिए।
एकदम सही जब एक पक्ष गलत अर्थ लगा कर उसे उत्सव का रुप दे डाला है तो हमें ये उत्सव चाहे अच्छा ही क्यों न हों लेकिन हमें नहीं मनाना चाहिए।।
Jaybhim
Namo buddhay 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Hum apne Bodh festival to manate nahi h or dusro ke tyoharo ko apna banate rahte h deepawli agr Bodh ka tyohar hota to Sri Lanka or Myanmar me bhi deepawli manate
Bodh dharm ka nirman hi hindu dharm se hua hai. Gautam buddh Hindu hi the. Origin India hi hai. Aur hindu dharm kisi sari achhi bate bodh dharm me li gayi hai. Aur Gautam buddh Hinduo ke liye bhi utne hi important hai jitne ki bodh logo ke liye hai.
@@Deathroce Ekdam sahi .
@@Deathroce gautam buddha agar Hindu tha toh gautam buddha na pakhandwad dharm ko kyu choda.
@@Nuke-sl4ef तुझें कोण बोला बे गौतम बुद्ध ने हिंदु धर्म छोडा था.. इतिहास पढ जरा.. शादी की विधिया ओर अंतिम संस्कार अग्नी मे सिर्फ हिंदु धर्म मे हि होती थी और आज भी होती हैं धमम ओर हिंदु धर्म एक हि हैं..
@@jaymaharashtra6065 Gautam Buddha na kabhi Ram ki puja ki, kabhi shiv ki puja ki, kabhi kisi devta ki puja ki, ya kabhi murti ki puja ki.
Nahi ki kyunki wo janta tha yeh sab pakhandwad ha.
Wandami bhanteji 💐💐💐🙏🙏❤❤❤
भंते जी प्रणाम
*बाबासाहेब की 22 प्रतिज्ञा ही काफी है।*
*क्या करणा है क्या नहीं।*
Jai shree ram Jai jai hanuman ❤️ har har mahadev 🕉️
🌷Jai Namo Buddhaya ji🌷🙏
Happy DEEP DAAN UTSAB to all Buddhist. Have a safe and happy DEEP DAAN UTSAB 🪔🪔🪔🪔🪔
Pujy bhante ji ko vandami charan vandan 🙏
❤❤❤❤
SABKO RAHEM KARE UPARVAALE JIVIT ISVAR PRABHU YESHUNAATH SATGURUDEV
namo buddhay
JAY BHIM, THANKS, TO GAVE A TRUE, NICE,I FORMATION..........
Ashok Das Apko jay bhim namobud very good
बहोत सही भाषा मे समजाया है। जय सिद्धार्थ। नमो बुद्धाय। जय अशोका। जय भिमराय। 🙏🏻🌺🙏🏻🌺🙏🏻🌺🙏🏻🌺🙏🏻🌺
Namo Buddhaye
Sahi ❤❤❤❤
Saket ji aap bahut achha sujhav diye hain Namo buddhay Jay bhim
Ashok Das Jai bhim
शर्मा भंते का नमो नमो बुद्धाय अजय भारती रसिया बाजार
Jai bhim samvidhan nemo budho
Jay bhim Jay namo buddhay
Jai Bhim sir
अच्छी जानकारी
I agree its contents
आज अति धर्मवाद के ज़माने में ये जानकारी बहुत खास हैं। आप धन्य हैं 🙏🙏🌷
Jai bhim Etihasik jankari dene ke liye Dalit dashak ko jai bhaujan, bhante Chandrima ko vandami.
Jay bhim jay Bharat ❤️
ज्ञान विज्ञान/किताबे ले देकर ज्ञानपर्व का ऊत्सव धम्मप्रकाश दिपोत्सव मनाए ! अप्पो दिप भव ! जयभिम ! नमो बुध्दाय !! जय विज्ञान ! जय संविधान !!📘☸️👌🕯✨😇🕯✨😇🕯✨😇🕯✨😇🇮🇳🙏
हिंदू,बोध,और जैन एक ही हे
Jai bhim
दोन धर्म दीपावली हमारा तोहर मानते है तो दोनो मिलकर मनाया तो ऐकता देशमे कायम रहेगी. बुद्ध हमेशा शांती का संदेश देते हे.जय भीम
Jay bhim momo Buddha Jay savidhan bahut achcha Guru ji
Momo nhi bhai namo budhay
हर त्योहार को ये तथाकथित नव बौद्ध वाले अपना बनाने के लिए कुतर्क देने के लिए हर सनातन त्योहार में बिल से बाहर आते है ।
Jay shree ram ❤
Jai mahadev Jai Shri ram
बाबा साहब अंबेडकर जिन्होंने पूरी जिंदगी संघर्ष करके भारत के समाज को शिक्षा का अधिकार दिया अच्छा संविधान बनाया आजाद भारत में महिलाओं को जीने शिक्षा का हक दिया बाबा साहब अंबेडकर की 22 प्रतिज्ञाउन को हर घर के अंदर पहुंचा दो यही सबसे बड़ी सेवा है . यही पूरे देश में राजनीति को बदल देगा. दलितों और गरीबों को उनका हक मिलेगा सम्मान और समानता मिलेगी.
अगर महिलाओ को बाबा साहेब ने शिक्षा का अधिकार दिया था तो फिर संविधान सभा मे जो 15 महिला शामिल थी उनको शिक्षा का अधिकार किसने दिया था ???।
Savitri bai phule ne nano buddhay jay samrat ashok mahan
@@anilkushwaha9032 साबित्री बाई फुले किस सरकारी पद पे थी, या कौन सी नेता थी जो अधिकार दिया ????
@@bogwan9290 जब दिमाग मे टट्टी भरा हो तो ऐसा ही ज्ञान रहता है , जिन 15 महिलाओं की मैं बात कर रहा हुँ उनमे सिर्फ 1 मुश्लिम महिला थी और एक इसाई महिला थी बाकी की 13 महिला हिन्दू थी , उनमे से सिर्फ 2 महिला विदेश मे पढ़ी थी बाकी के सभी भारत मे ही पढ़ी थी । और दुसरी बात सावित्री बाई फुले ने अन्ग्रेजी पद्धती की शिक्षा के लिये महिलाओं को प्रेरित किया था क्योकी अंग्रजो से पहले भारत मे अन्ग्रेजी शिक्षा पद्धती था ही नही , भारतीय शिक्षा व्यवस्था यानी की गुरुकुल व्यवस्था था , और उस व्यवस्था मे महिलाओं को घर पे ही शिक्षित करने का व्यस्था था , उस वक्त राजा रजवाड़ों का जमाना था इस लिये उस वक्त की शिक्षा भी ज्यादतर राज्य सम्भालने और रक्षा करने पे ही अधारित होता था अहिल्याबाई होल्कर , रानी दुर्गावती , कर्मावती , झलकारी बाई , लक्ष्मी बाई ये सब युद्ध विद्या और राजनीति विद्या मे निपुण थीं । आखिर ये महिलाएं कैसे युद्ध नीति और राजनीति की शिक्षा प्राप्त किया ???? महिलाओं को शिक्षा से लेकर हर क्षेत्र मे लाने पे जोर अहिल्याबाई होल्कर ने दिया था क्योकी वो एक महिला शासक भी थीं , उस वक्त महिलाओं को शिक्षा से लेकर राजा बनने तक का अधिकार था लेकिंन उस समय ज्यादातर महिला और पुरुष क्षिक्षा को लेकर जागरुक नही थे , सिर्फ वही शिक्षा लेने मे रुची दिखाता था जिसको राज्य कार्य मे कोई योगदान देना होता था । सावित्री बाई फुले महिलाओं को आधुनिक शिक्षा प्राप्त करने के लिये महिलाओं को जागरुक किया , अधिकार नही दिया था क्योकी उनके पास कोई राजनीतिक या संवैधानिक पावर था ही नही तो अधिकार कैसे दे सकती थी ???? उस वक्त के लोग , महिला को स्कूल मे जाकर शिक्षा प्राप्त करने को खराब मानते थे जो की एक समाजिक कुरीति था अब वो कुरिती खत्म हो गयी है । आज इतने जागरुक होने के बाद भी लड़की और लड़का दोनो को डरा धमका कर स्कूल भेजना पड़ता है तब जाकर वो जबरन पढ़ने की कोशिस करते हैं ,क्योकी किसी भी बच्चे को पढ़ने लिखने मे इंटरेस्ट नही होता है , माँ बाप और टीचर के डर से पढ़ते हैं , फिर सोचो राजाओं के जमाने मे किसको पढ़ने लिखने का मन करता होगा । अपने गोबर भरे दिमाग से ये बात निकाल दो की महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार नही था ।
Bilkul sahi jai Bhim Namo Budhhai
Jai bhim sir apko salaam Karta Hu
Pranam Bhsntji
ಜೈ ಭೀಮ್ ಜೈ ಸಂವಿಧಾನ
मैं आपकी बात से सहमत हूं सर
Sahi kaha aapne
त्यौहार है किसका ही किसका नहीं है, बस इतना समझ कर चलिए अच्छा है और खुशी से मनाइए, मूर्खो की बातो पर ध्यान मत करो।
Namo budhay ji 👏 guru ji 👏👏👏
Jankari dene ke liye dhanyvad Vikram Bharti Jharkhand se 🙏🏻
Namobhudhay
बहुत अच्छा वीडियो
Thank you sir for this information
अंधविश्वास और पाखंड को हटाओ 💫 देश के बहुजन 💫देश बचाओ 💫
शिक्षित बनो💫
संघर्ष करो 💫
संगठित रहो💫
जय भीम 🇮🇳जय हिंदुस्तान 🇮🇳जय संविधान🇮🇳 जय सम्राट अशोक🇮🇳
☸️बुद्धम शरणम गच्छामि☸️
Reservation hate ga to bheemte chuddisto ka dhanda band ho jayga
बहुत सही कहा है, पूज्य भंतेजी ने। हम लोगों को 14 अप्रैल, बुद्ध पूर्णिमा और अशोक विजयदशमी को यानी कि साल में तीन बार इस उत्सव को अपनी क्षमता के अनुसार मनाना चाहिए। सस्ते में मनाना चाहिए।
Namobudha
जो भाई नहीं जान पाए उनको यह वीडियो देखकर जानकारी जरूर हासिल करना चाहिए तथा अपने आप को बाह्ययडम्बर से मुक्त कर लेना चाहिए।
सही कहा मूलनिवासी बहुजन समाज जागो
What has buddha to do with bahujan....buddhism is open to all
भंते महा मग्लायान जी को षड़यंत्र करके उन्हें मरा गया था और उन्हीं की मौत की खुशी में उस समय दीप जलाया गया था और भी कई सर प्रमाण है कि बौद्ध को दीवाली या दीपदान उत्सव नहीं बनना चाहिए ये बौद्ध धम्म के पतन से मनाने वाले त्योहार में से एक है। जय भीम
👍👍👍👍
Jay Samvidhan jay Bhim Nomo buddhay 🔥💪🙏❤️💙🙏💪💪💪
Namo Buddhay Jay Bhim
Namo budhaya, jai shree ram
Good
जय भीम नामों बुध्दाय
Sare dalito ko happy diwali.....
Pahli baat ye ki baudh darm ke ane se hajaro saal pahle likhi ramayan aur mahabharat tatha aur grantho me dipawali ka ullekh hai jab buddh bhagwan ka janm v nhi hua tha . that solve 🤷😊
पहले बोद्ध धम्म आया, फिर सनातन (हिन्दू) धर्म।सन्दर्भ-वेदिक युग के घालमेल।लेखक -राजीव पटेल।
@@aarthgautam65 Ye jo lekhak Inko apne dada par dada k pahle purvajon ka naam nhi pata hoga aur aap un jaison farji lekhakon ki mangadank bataon se likhi pustak mai addha sach aur addha jooth milake sach sach sabit krne wale aise logon ki bataon par jyda vishwash h bajay khud pade bina Buddhm dharm k dharmik granth ko
पहले पुस्तक की जानकारी लें ।फिर प्रतिक्रया दे।
हजारों साल-स्पष्ट करे कितने हजार साल पहले?
@@aarthgautam65 श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व चैत्र मास की नवमी को हुआ था। जो scientific proved है जो कि उस वक्त के ग्रह के स्थिती के अनुशार proved है । 😊😊 समझे ?
और
गौतम बुद्ध का जन्म 563 ई. पूर्व के बीच शाक्य गणराज्य की तत्कालीन राजधानी कपिलवस्तु के निकट लुंबिनी, नेपाल में हुआ था.।
अंतर देख लो 🧐 कितने वर्ष का अंतर है या और proof दे ।😊😊
जय राम जी की 🛕🙏
बहुत ही अच्छा जनकारी.
Jay bheem namobuddhay sattay ka marg dikhaaye
Very good
Budhhism is part of hinduism ,both teaches us peace ,truth,justice
No
No
Please teach these people first who spread fake news
दीपावली का सम्बंध किसी धर्म से नही है ,ये भारत के मूलनिवासियों का प्राकृतिक उत्सव है जिसमे धान की नयी फसल आने की खुशी मनायी जाती है।
भारतीयों के सार त्योहार कृषि और फसल से ही सम्बंधित है।
जय भीम।
Bilkul shri ram ke janm se pahle bhi diwali manayi jati thi bharat ke sabhi tyohar faslo se hi sambandhit hai bad me jitne bhi mat aate gaye apna vishesh parv diwali ke roop me joudte gaye kyo ki diwali bharat ka sabse bada tyohar hai
अंध श्रद्धा और अंधभक्ति से बाहर नहीं निकलने के नित नए बहाने और तरीके अपनाए जा रहे हैं।
@@kunwarsinghpawar5062kaise hai koi bhi festival farming se nahi joda
जय भीम नामों बुद्धाय
Nice video
जयभीम जयभारत
👌👌👌
हिन्दू त्यैहार हिंदु लोग मनाऐककिसीको दुसरे धर्म के लोगो को कोई आपत्ति नही होनी चाहिए
सारे हिंदू त्योहार बौद्ध धर्म का भाग है यह कहना उचित नहीं है बौद्ध धर्म में लोग दीक्षा लेना बंद कर देंगे क्योंकि सारे हिंदू त्यौहार बौद्ध का है बुद्धिस्ट बनने की जरूरत नहीं है
😂😂😂😂 had h yaar tum logo ki
Namo Buddha jai bheem
🙇♀️🙇♀️🙇♀️📘📘🙏🙏 jai bhim namo budhaye🙏🙏🙏
दीपदान दीपावली मनाने का बहाना है
अशोक हिंदु ही था भगवान राम से उनका ताल्लूख था
Jai bheem
Jay bheem , namo buddhay ,🙏🙏🙏🙏
Namo budhay jai baba saheb bhim ji
सत्य करवा होता है पाखंड की कोई सीमा नहीं होती।
Jai bhim Namo buddhya
Etihaas jaano or truth(Satya) Ko jaanoo. thanks 🙏🙏🙏💅🏻
Kisibhi Buddhist ko hindu ke tohar na hi manane chahiye ....jai bhim
Very good right
Main esliye diwali utsav ko nhi manta hun
right
तो फिर बुधमल क्यों हमारा त्योहार चुराने की फिराक में है
Jai bheem nmo budhay
Jai bhim ambedkar
Har cheez ka copyright buddhist logo ne le rakha hai kya??
Aap kuchh nhi jante ho दिपोत्स्व baudho ka hi hai
Hindu ka hi vargen boudh hia is liya Hindu aur baudh AK hi hia , hindu