हम इतने समझदार हैं इतने ज्ञानी है कि भगवान से हम कहेंगे कि हमारे लिए यह जरूरी है यह तुम मुझे दो वह अंतर्यामी नहीं है उसको पता ही नहीं है क्या हमारे लिए क्या सही है बड़े कमाल की बात है हम इतने इतने समझदार हो कैसे गए जो हम भगवान को बता रहे हैं भगवानसे कह रहे क्या हम समझदार हैं मूर्ख हैं हम वास्तव में है क्या उसे महान सत्ता को अंतर्यामी को हम बता रहे हैं कि हमारे लिए क्या सही है और वैसे हम कहते हैं कि ईश्वर की करता धर्ता है ईश्वर के जिगर पत्ता भी नहीं था
हम इतने समझदार हैं इतने ज्ञानी है कि भगवान से हम कहेंगे कि हमारे लिए यह जरूरी है यह तुम मुझे दो वह अंतर्यामी नहीं है उसको पता ही नहीं है क्या हमारे लिए क्या सही है बड़े कमाल की बात है हम इतने इतने समझदार हो कैसे गए जो हम भगवान को बता रहे हैं भगवानसे कह रहे क्या हम समझदार हैं मूर्ख हैं हम वास्तव में है क्या उसे महान सत्ता को अंतर्यामी को हम बता रहे हैं कि हमारे लिए क्या सही है और वैसे हम कहते हैं कि ईश्वर की करता धर्ता है ईश्वर के जिगर पत्ता भी नहीं था