सही कहा। यह मिथिला में बचपन में सुनाई जाने वाली लोकप्रिय कहानियों में से एक है। और काफी दिलचस्प तरीके से सुनाई जाती है। यह हमारे मौखिक इतिहास (oral history) का एक पन्ना है। निखिल ने इस कहानी का एक प्रकरण संपादित कर दिया कि कालिदास इसके बात मां काली की उपासना करते हैं, और उनके भक्ति और भोलेपन से प्रभावित होकर वरदान में देवी उन्हें सरस्वती (ज्ञान) का आशीर्वाद देती हैं। इस कहानी के द्वारा हम बच्चों में शिक्षा और भक्ति की महत्ता का बीज डाला जाता है, ऐसा समझिए। जहां तक कालिदास के मिथिला से उज्जैन जाने की बात है, तो यह कोई नई बात नहीं थी उस समय के लिए। बाद में शंकराचार्य पंडित मंडन मिश्र को भी दक्षिण की तरफ ले गए थे, एक शास्त्रार्थ में हराकर। यही शर्त थी उस शास्त्रार्थ की। और वह श्रृंगेरी के पहले आचार्य यानि कि पहले शंकराचार्य बने थे। उनकी पत्नी भारती अव्वल दर्जे की विदुषी थीं और शंकराचार्य और मंडन मिश्र के बीच हुए शास्त्रार्थ की पंच/न्यायधीश थीं। मिथिला एक महत्वपूर्ण शिक्षा का केंद्र रहा काफी बाद तक। मीमांसा, न्याय, नव्य-न्याय आदि भारतीय दर्शन के क्षेत्र में मिथिला का अमूल्य योगदान रहा है।
मैं मिथिला से हूं और यहां की लोक कथाओं की माने तो कालिदास मिथिला के ही रहने वाले थे । कालिदास के विवाह का जो प्रसंग आपने बताया वो हम बचपन से सुनते आ रहे है । कालिदास के बारे से ये रोचक जानकारी सुनकर बहुत अच्छा लगा । ❤❤❤
इतिहास में कालिदास का स्थान सदैव महत्वपूर्ण रहेगा!उनके लिखें साहित्यओ के माध्यम से आपने विश्लेषण लल्लन टॉप के माध्यम से हमें उपलब्ध करवाई जिसपर आपको शुक्रिया! यह कार्यक्रम मुझे बहुत प्रिय है और जिसका कारण यह रोचक लगता है साथ ही साथ इतिहास की जानकरिये जो तथ्यों के संग मिले, जो यह कार्य आप कर रहे है!🌹
दल्लनटाॅप ने पूरी कहानी नहीं बताई कि कैसे देवी काली माता ने कालीदास को विद्वान होने का वरदान दिया था। शायद पूरी कथा बताने से सेक्यूलरिज़्म और संविधान खतरे में पड़ जाता।
तारीख का शानदार और दिलचस्प एपिसोड दिल खुश हो जाता है जब हमारे भारत का इतिहास और उसकी बहुत अच्छी और दिलचस्प किस्से सुनने को मिलते हैं धन्यवाद लल्लनटॉप टीम' और निखिल सर❤
12 तक विषय एक परिचय भर होते हैं। यदि आप प्राचीन इतिहास से BA या MA करेंगे तो सब पढ़ने को मिलेगा। संस्कृत से BA करेंगे तो कालिदास के कई उपन्यास विस्तार से कोर्स में है। ये दूसरी बात है कि BA के स्टूडेंड शॉर्ट नोट्स पढ़कर इम्तिहान पास कर लेते हैं, कोर्स की किताबें पढ़ते ही नहीं हैं। मेरे कुछ मित्र जो संस्कृत से MA कर रहे थे मैने उनसे कोर्स के उपन्यास पढ़ने के लिए मांगे तो पता चला कि वो किताबें खरीदते ही नहीं है। उपकार कंपनी की एक क्वेश्चंस आंसर सीरीज पढ़कर पास हो जाते हैं। केवल हम साइंस साइड वाले ही सारी किताबें पढ़ते थे।
ये तो वही बात हो गई की अंबानी के पास करोड़ों रुपए हैं इसका मतलब हर भारतीय के पास करोड़ों रुपए है 😂😂😂 The condition of women started deteriorating after later later Vedic period 3000 yrs ago Not only India whole world same thing 😢
@@adityaraj2213vidyotama akeli intellectual mahila nahi thi history me, Gargi, lopa mudra jaisi hazaro mahila intellectuals hui ha india me jinhone shankaracharya se lekar doosre philosophers se khoob debaits ki ha, or un debaits me se kuch ko purane time ki books me likha bhi gaya ha.
ऐसे ही अनगिनत कवियों और विद्वानों की धरती है मिथिला कवि कोकिल विद्यापति, पंडित मंडन मिश्र, नागार्जुन, कालिदास, कुमारिल भट्ट, गदाधर पंडित, वाचस्पति मिश्र, यात्रीजी , रामधारी सिंह दिनकर, रामवृक्ष बेनीपुरी, फणीश्वर नाथ रेणु, महादेवी वर्मा, H C वर्मा रविन्द्र नाथ टैगोर विद्यापति से ही प्रेरणा ले के आगे बढ़े थे इतना ही नहीं चैतन्य महाप्रभु के गीत भी विद्यापति की बोली और साहित्य की दें है जिसके कारण ब्रज बोली का निर्माण हुआ। ये तो बस साहित्य के विद्वान हैं हर फील्ड में मिथिला से देश और दुनिया को दिशा देने वालों ने जन्म लिया है सब लिखने लागू तो जगह कम पर जायेगा बस कुछ एक non साहित्य लोगों को मेंशन कर रहा है आर्य भट्ट अंकगणित, सुश्रुत आयुर्वेदिक सर्जरी, महर्षि पतंजलि योग शास्त्र, चाणक्य अर्थशास्त्र, वात्सायन कामसूत्र, वाराह माहिरा।
भारत कभी कभी राजनैतिक रूप से एकता टूट जाते रहे लेकिन अपने सभ्यतायिक अखंडता जो इसके विविधता को भी जोड़ते है वो प्राचीन काल से सारा बने रहा और जब तक मनुष्य का अस्तित्व है तब तक रहने चाहिए।
@@khanmasoodahmed5575 इसका क्या प्रमाण है जो ये कथा गाई है lallntop ने। कालिदास के साहित्य और जीवनी को पढ़िएगा समझ जाओगे। में संस्कृत का विद्यार्थी hu गुरु
@@thn2.012 कालिदास अपने समंकालीन ब्राह्मी व गुप्त लिपि में लिखते थे। लेकिन बाद में इसको: देवनागरी, शारदा (कश्मीर), ग्रंथ लिपि (तामिल), मलयालम (केरल) व गौडिया (बंगाल) आदि लिपि में भी इंटरप्रेट किया गया था।
Ye kalidas ka kahani bachpan me hamare sir ji bhi batate the.😂the great legend sach kaha aapne jo unhone yogdan diya abhi unka shrey unhe milna baki hai😊
ye hai bharatiya nagarik jo apne hi pujyaniy logo ko mazak ke naam pe jokes marta hai !! isliye desh kabhi china nahi ban sakta jab tak log chutiyapanti karna cool samajte hai iss desh ka bhavishya nahi..
भारत का शिक्षा प्रणाली 👉 भारत का शेक्सपियर - कालिदास नोट - कालिदास का जन्म शेक्सपियर से पहले हुआ 👉 भारत का नेपोलियन - समुद्रगुप्त नोट - समुद्रगुप्त का जन्म नेपोलियन से पहले हुआ
Very good information. For understanding past history critical analysis of literature can unfold many truths. It is still unclear for me what led to decline of our glory and rise of Europe.
Internal collapse, foreign Invasion, decline of Science & Enlightenment during Mughal Era but on the Europe Rise of Galileo & Newton sparkled Scientific Revolution giving rise to early industrial revolution that further giving rise to political revolution. Paving the way for Modernization.
*1800 साल पहले भारत बौद्ध राष्ट्र था, अगर प्राकृति को बचाना हैं और भारत को खुशहाल बनाना हैं तो भारत से अंधविश्वास और पाखंड को पूरी तरह से खत्म करना होगा और 2032 तक भारत को फिर से एक बार बौद्ध राष्ट्र बनाना होगा।।* *जय बौद्ध राष्ट्र।।* *जय भीम।।* ☸️
उत्तम प्रस्तुति। यदि विडियो को थोड़ा मंथर गति से व्यक्त किया जाता तो अच्छा होता। बीच बीच में श्लोकों की एक दो पंक्तियों को उद्धृत करते हुए वर्णन किया गया होता तो बहुत अच्छा होता। धन्यवाद
Yup .. it's the background music ... Whoever had this bright idea of putting this bgm.. thanks Im singing off from the video desipite the topic is very interesting.. the music is making it irritating to watch thanks ⭐⭐⭐⭐⭐
11:03 kalidash ko india ka shekshpier bolte hain aur hum log khush ho jate hain 😢kaldidh unse jayada pahle ke the isiliye aise volna cahiye shekshpier west ka kalidash hain
दिलचस्प हैं पहले भी डिवोर्स हुआ करते थे दर्पण और मेकअप भी हुआ करते थे वस्त्र तो फिर इशू के समय से पहले भी थे। पर बैंकिंग लोन सिस्टम मुझे नहीं लगता किसी और सभ्यता में होगा व्यापार के साथ। पुलिस व्यवस्था भी दूसरी सभ्यता में नहीं होगी।
The four major works of Kalidasa, the greatest classical Sanskrit poet and dramatist, are: 1. **Shakuntala (Abhijnanasakuntalam)**: A renowned play based on a story from the Mahabharata, blending romance, nature, and spirituality. It is celebrated for its poetic beauty and the depiction of deep emotional states. 2. **Meghaduta (The Cloud Messenger)**: A lyrical poem where an exiled lover sends a message to his beloved through a cloud. It's admired for its vivid descriptions of landscapes and emotional longing. 3. **Raghuvamsa**: An epic poem that narrates the heroic lineage of King Raghu, showcasing Kalidasa's mastery in weaving grandeur, valor, and dharma. 4. **Kumarasambhava**: A narrative poem detailing the birth of Kartikeya (Skanda), the war god, highlighting Kalidasa's flair for romance, divine interventions, and battle scenes. Kalidasa is often compared to Shakespeare for several reasons: - **Mastery of Language**: Both poets exhibit profound command over their respective languages, crafting timeless beauty in verse and dialogue. - **Human Emotions**: They explore the full spectrum of human emotions-love, grief, jealousy, and joy-with extraordinary psychological insight. - **Nature and Metaphor**: Both writers intertwine nature with human experience, using metaphors to deepen emotional resonance. - **Cultural Icons**: Like Shakespeare for English literature, Kalidasa epitomizes classical Sanskrit literature, symbolizing its height and refinement.
कालिदास अवंतिका के निवासी थे। मालवा में बरसात के दौरान खेत में हल सिंचाई साधन आने से पहले यानि लगभग पचास साल पहले तक चलाए जाते थे क्योंकि मालवा की गहन भूमि बरसात का जल की नमी अपने अंदर रखकर रबी की फसल खासकर गेहूँ की फसल तैयार कर देती थी। पूरे भारत में केवल मालवा में गेहूँ होता था। किस्में थी मालवी और पिस्सी। जिनकी हाइब्रिड किस्में अब मालवी ड्यूरम और पिस्सी अब शरबती गेहूँ है।
सही कहा। यह मिथिला में बचपन में सुनाई जाने वाली लोकप्रिय कहानियों में से एक है। और काफी दिलचस्प तरीके से सुनाई जाती है। यह हमारे मौखिक इतिहास (oral history) का एक पन्ना है। निखिल ने इस कहानी का एक प्रकरण संपादित कर दिया कि कालिदास इसके बात मां काली की उपासना करते हैं, और उनके भक्ति और भोलेपन से प्रभावित होकर वरदान में देवी उन्हें सरस्वती (ज्ञान) का आशीर्वाद देती हैं। इस कहानी के द्वारा हम बच्चों में शिक्षा और भक्ति की महत्ता का बीज डाला जाता है, ऐसा समझिए।
जहां तक कालिदास के मिथिला से उज्जैन जाने की बात है, तो यह कोई नई बात नहीं थी उस समय के लिए। बाद में शंकराचार्य पंडित मंडन मिश्र को भी दक्षिण की तरफ ले गए थे, एक शास्त्रार्थ में हराकर। यही शर्त थी उस शास्त्रार्थ की। और वह श्रृंगेरी के पहले आचार्य यानि कि पहले शंकराचार्य बने थे। उनकी पत्नी भारती अव्वल दर्जे की विदुषी थीं और शंकराचार्य और मंडन मिश्र के बीच हुए शास्त्रार्थ की पंच/न्यायधीश थीं।
मिथिला एक महत्वपूर्ण शिक्षा का केंद्र रहा काफी बाद तक। मीमांसा, न्याय, नव्य-न्याय आदि भारतीय दर्शन के क्षेत्र में मिथिला का अमूल्य योगदान रहा है।
मैं मिथिला से हूं और यहां की लोक कथाओं की माने तो कालिदास मिथिला के ही रहने वाले थे । कालिदास के विवाह का जो प्रसंग आपने बताया वो हम बचपन से सुनते आ रहे है । कालिदास के बारे से ये रोचक जानकारी सुनकर बहुत अच्छा लगा । ❤❤❤
तू कौन सा दो हजार साल का हो गया है की कालिदास की कहानी बचपन से सुनता आ रहा है जो सच हो जाएंगी... यहीं मेरिट है इन मेरिटधारियों की... 🤣 🤣 😂
@@ramkapoor7484tab to tere ko apne baap ke baare mai v nhi jaante hoge...kon sa tunne apni maa ko bhokwate dekha
उज्जैन से थे कालीदास। उनके द्वारा किया प्रकृति चित्रण इसकी पुष्टि करता है।
@@BeimamansharmaBhai mithila se wo Palayan karke wo ujjain chale gaye they....
Mithila bole to Bihar
इतिहास में कालिदास का स्थान सदैव महत्वपूर्ण रहेगा!उनके लिखें साहित्यओ के माध्यम से आपने विश्लेषण लल्लन टॉप के माध्यम से हमें उपलब्ध करवाई जिसपर आपको शुक्रिया!
यह कार्यक्रम मुझे बहुत प्रिय है और जिसका कारण यह रोचक लगता है साथ ही साथ इतिहास की जानकरिये जो तथ्यों के संग मिले, जो यह कार्य आप कर रहे है!🌹
दल्लनटाॅप ने पूरी कहानी नहीं बताई कि कैसे देवी काली माता ने कालीदास को विद्वान होने का वरदान दिया था। शायद पूरी कथा बताने से सेक्यूलरिज़्म और संविधान खतरे में पड़ जाता।
Ek dum sahi baat , ek dum se topic change kr dia
Andhbakti wali baten batayi nhin jati andhbhakt khud jaan lete hain 😂😅
Aur tum bhi to bhakt lagte ho to tumhe kaun sa bina padai kiye gyan prapt hua na padte to ye typing bhi nhi kar pate samjhe buddhu😂😅
🥱😂😂😂😂
तू अपनी jahalat अपने पास रख,
तारीख का शानदार और दिलचस्प एपिसोड दिल खुश हो जाता है जब हमारे भारत का इतिहास और उसकी बहुत अच्छी और दिलचस्प किस्से सुनने को मिलते हैं धन्यवाद लल्लनटॉप टीम' और निखिल सर❤
हमेशा की तरह जबरस्त ..आपका इंतजार रहता है निखिल भाई..
दल्लनटाॅप कभी कभी सुधर जाता है तो उसे भारतीय संस्कृती की याद आती है. 😂🤣
Republic bharat dekh gadhe o hai sabse nishpaksha channel😂
😂😂
Nahi sudhra bhai. Ancient India me drinks kya hoti thi, iss se start kiya video ka.
They are always with some agenda.
😂😂😂
Tum godi media dekho jaha tumhara brainwash hota hia 😂
Beautiful glimpse of ancient India ❤
Another True fact:- 1800 saal pahle islam is duniya me exite nhi krta tha 😂
lekin bhrastachar,, jabaram wasuli tha....... ispar kya bichar he?
@@ytdesert3581 tha bilkul tha
100 percentage sahi aadmi kahi nahi milta
Jaise aaj kal aatankwadi ko bhi
Bechara bolte hai 😅😅😅
Waise to nahi tha😂
Christianity to tha na, to us time k log prophet Jesus ko follow krte the.
@@danialhamza9378 sabko pata hai christian kaise convert karta hai
Pata to hoga
Hindu kisiko convert karne mein believe nahi karte
@@danialhamza9378 jesus khud converted tha
ये सभी तथ्य इतिहास में बस इतिहास ही रह गये। गुलामो कि तरह अभी भी दिल्ली सल्तनत, मुगल और ब्रिटिश को ही पढ़ रहे हैं 😢😢
आप sixth class की NCERT की हिस्ट्री बुक और twelth class की historyबुक में सिंधु घाटी से लेकर १९४७ तक सब कुछ पढ़ पायेंगे!
Ncert koibresearch nahi kerti bekar hai sab
12 तक विषय एक परिचय भर होते हैं। यदि आप प्राचीन इतिहास से BA या MA करेंगे तो सब पढ़ने को मिलेगा। संस्कृत से BA करेंगे तो कालिदास के कई उपन्यास विस्तार से कोर्स में है। ये दूसरी बात है कि BA के स्टूडेंड शॉर्ट नोट्स पढ़कर इम्तिहान पास कर लेते हैं, कोर्स की किताबें पढ़ते ही नहीं हैं। मेरे कुछ मित्र जो संस्कृत से MA कर रहे थे मैने उनसे कोर्स के उपन्यास पढ़ने के लिए मांगे तो पता चला कि वो किताबें खरीदते ही नहीं है। उपकार कंपनी की एक क्वेश्चंस आंसर सीरीज पढ़कर पास हो जाते हैं। केवल हम साइंस साइड वाले ही सारी किताबें पढ़ते थे।
मैं इतिहास का छात्र हूं और ये विडियो बहुत ही अच्छी होती है।😊
अच्छा ढोंढू 😊
@@kuldeepsingh6805spn इसका क्या मतलब है ?
He just said you foolish
अच्छी है या अच्छी होती है।
इस तरह का और भी एपिसोड कंटिन्यू करें ❤❤❤
Very interesting and informative episode..thanks lalantop🎉❤
इन किताबों में कहीं नीले कबूतरों का कोई जिक्र नहीं है तो हम नहीं मानते 😄
Mut peene walo ka nhi h hum nhi mante 😂
'काली' और 'दास' दोनों पद तुम्हारे नीले कबूतरों के ही है ✔️
'काली' और 'दास' दोनों पद तुम्हारे नीले कबूतरों के ही है😊
विद्योतामा महिला होकर शाष्रार्थ करती थी, उसने अपने पती को भी घर से निकाला , फिर भी वाम पंथी कहते हैं की भारत में महिला का कोई स्थान नही था
ये तो वही बात हो गई की
अंबानी के पास करोड़ों रुपए हैं
इसका मतलब हर भारतीय के पास करोड़ों रुपए है 😂😂😂
The condition of women started deteriorating after later later Vedic period 3000 yrs ago
Not only India whole world same thing 😢
@@adityaraj2213मतलब तुम हर आदमी को अंबानी बनाना चाहते हो फिर अंबानी के यहां नौकरी कौन करेगा😂😂
@@adityaraj2213to aadmi ki personal problem hai religion ki nahin
@@shravyavarta kis aadmi ki personal problem hai ?
Kaun se religion ki problem nhi?
@@adityaraj2213vidyotama akeli intellectual mahila nahi thi history me, Gargi, lopa mudra jaisi hazaro mahila intellectuals hui ha india me jinhone shankaracharya se lekar doosre philosophers se khoob debaits ki ha, or un debaits me se kuch ko purane time ki books me likha bhi gaya ha.
ऐसे ही अनगिनत कवियों और विद्वानों की धरती है मिथिला
कवि कोकिल विद्यापति, पंडित मंडन मिश्र, नागार्जुन, कालिदास, कुमारिल भट्ट, गदाधर पंडित, वाचस्पति मिश्र, यात्रीजी , रामधारी सिंह दिनकर, रामवृक्ष बेनीपुरी, फणीश्वर नाथ रेणु, महादेवी वर्मा, H C वर्मा
रविन्द्र नाथ टैगोर विद्यापति से ही प्रेरणा ले के आगे बढ़े थे इतना ही नहीं चैतन्य महाप्रभु के गीत भी विद्यापति की बोली और साहित्य की दें है जिसके कारण ब्रज बोली का निर्माण हुआ।
ये तो बस साहित्य के विद्वान हैं हर फील्ड में मिथिला से देश और दुनिया को दिशा देने वालों ने जन्म लिया है
सब लिखने लागू तो जगह कम पर जायेगा बस कुछ एक non साहित्य लोगों को मेंशन कर रहा है
आर्य भट्ट अंकगणित, सुश्रुत आयुर्वेदिक सर्जरी, महर्षि पतंजलि योग शास्त्र, चाणक्य अर्थशास्त्र, वात्सायन कामसूत्र, वाराह माहिरा।
बहुत शानदार एपिसोड❤❤❤❤❤
भारत कभी कभी राजनैतिक रूप से एकता टूट जाते रहे लेकिन अपने सभ्यतायिक अखंडता जो इसके विविधता को भी जोड़ते है वो प्राचीन काल से सारा बने रहा और जब तक मनुष्य का अस्तित्व है तब तक रहने चाहिए।
Legendary episode with full of a epic storyline 🪂🪂
ये कथा काल्पनिक है गुरु । कालिदास महान विद्वान थे और बचपन से ही विद्वान थे। 25वर्ष की उम्र में लेखन शुरू कर दिया था
Kon c leepi me likhte the Kalidas
@@balveersinghchouhan4168 इसका कोई प्रमाण है जो आप कह रहे है?
@@thn2.012 देवनागरी में गुरु
@@khanmasoodahmed5575 इसका क्या प्रमाण है जो ये कथा गाई है lallntop ने। कालिदास के साहित्य और जीवनी को पढ़िएगा समझ जाओगे। में संस्कृत का विद्यार्थी hu गुरु
@@thn2.012 कालिदास अपने समंकालीन ब्राह्मी व गुप्त लिपि में लिखते थे।
लेकिन बाद में इसको: देवनागरी, शारदा (कश्मीर), ग्रंथ लिपि (तामिल), मलयालम (केरल) व गौडिया (बंगाल) आदि लिपि में भी इंटरप्रेट किया गया था।
Bahut khoob 👍👍
Love the Konark wheel from my state Odiaha. Thanks a lot❤❤❤ Pls konark sun temple k upar k research episode nikaliye
जानकारी देने के लिए आभारी हूँ। धन्यवाद।
Ye kalidas ka kahani bachpan me hamare sir ji bhi batate the.😂the great legend sach kaha aapne jo unhone yogdan diya abhi unka shrey unhe milna baki hai😊
शेक्सपियर यूरोप का कालिदास हैं!
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩
Amazing coverage👏👏
Kalidas be like : Thukra Ke Mera Pyar Mera Intkam Dekhegi 😂
😂
ye hai bharatiya nagarik jo apne hi pujyaniy logo ko mazak ke naam pe jokes marta hai !! isliye desh kabhi china nahi ban sakta jab tak log chutiyapanti karna cool samajte hai iss desh ka bhavishya nahi..
😁👍
Top notch as always ❤
शानदार ❤
बहुत अच्छा एपिसोड. लल्लनटॉप टीम बहुत बढ़ीया
भारत का शिक्षा प्रणाली
👉 भारत का शेक्सपियर - कालिदास
नोट - कालिदास का जन्म शेक्सपियर से पहले हुआ
👉 भारत का नेपोलियन - समुद्रगुप्त
नोट - समुद्रगुप्त का जन्म नेपोलियन से पहले हुआ
😡
मतलब प्यार में धोखा खाने के बाद कुछ बड़ा करने का ट्रेंड वेदों के जमाने से ही है! 😂
not dhokha , but shaming. dhokha makes you devdas.
Badhiya. Apki mehnat ko salamm
Good information
Wah Nikhil ji wah
Amazing information. Thankyou
Very Good Story Telling...
Great Sant and legendary Kavi and vidwan Pt.Kalidas ko Koti Koti Vandan. 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉.
भारत से अच्छा देश कही नही.
More advanced than many other civilizations👍
Very good informative video ..thanx nikhil ji
Lallantop always best speech ❤
Superb information...
Sourav sir ka UPSE preparation yaha kaam aa raha hai . Aacha laga
Superb series by Lallantop.. keep doing it
Tnx for advice:- ganne ka rus
बहुत सुंदर! और एपिसोड लाते रहिए!
Shandar episode ❤❤
Ye कहानी हमने संस्कृत की 6 th class ki book me पढ़ी थी😊
5:24 , 5:27 गंगा का मैदान और रोहू माछ मिथिला का संकेत है ❤
Pyaar mein dhokha khaya mard hamesha kuch bada achieve kar he leta hai.😂
Best example:- KALIDASA.🙏
Thank you... Please make it larger
Thank you 🙏🙏🙏
Buddhism is Old then every religion......Our Original Historian - Science Journey ❤
ask SJ for debate with Sanatan samiksha .. if he has some guts
Historian sj yea kab sea hua ?🤣
@@skumar8817 jab se tumhare ved purane hue tab se....
@@Buddha_quotes_07 lekin gautam bhddha khud he bata rahen ki sanatan dharma bohot puranea hain , jara padh liya kroa.
@@stdp1236 Always open debate hota hai " Reational Debate " channel dum hai to aao but with logic and facts......
बहुत ख़ूब... शानदार प्रस्तुति।
Love the Tarikh section ❤
Very good information. For understanding past history critical analysis of literature can unfold many truths. It is still unclear for me what led to decline of our glory and rise of Europe.
Internal collapse, foreign Invasion, decline of Science & Enlightenment during Mughal Era but on the Europe Rise of Galileo & Newton sparkled Scientific Revolution giving rise to early industrial revolution that further giving rise to political revolution. Paving the way for Modernization.
*1800 साल पहले भारत बौद्ध राष्ट्र था, अगर प्राकृति को बचाना हैं और भारत को खुशहाल बनाना हैं तो भारत से अंधविश्वास और पाखंड को पूरी तरह से खत्म करना होगा और 2032 तक भारत को फिर से एक बार बौद्ध राष्ट्र बनाना होगा।।* *जय बौद्ध राष्ट्र।।* *जय भीम।।* ☸️
Lekin kalidas ke lekh mei buddhism nahi milta,and Buddhist texts hindu elements are mentioned but not reverse
बहुत सूंदर
उत्तम प्रस्तुति। यदि विडियो को थोड़ा मंथर गति से व्यक्त किया जाता तो अच्छा होता। बीच बीच में श्लोकों की एक दो पंक्तियों को उद्धृत करते हुए वर्णन किया गया होता तो बहुत अच्छा होता। धन्यवाद
Thanks for reminding of us these stories
Excellent and informative video jee.🎉🎉🎉🎉🎉.sanjay upasani sangit.
गजब कहानी सर ❤❤❤❤❤😂😂😂😂😂
Yup .. it's the background music ... Whoever had this bright idea of putting this bgm.. thanks Im singing off from the video desipite the topic is very interesting.. the music is making it irritating to watch thanks ⭐⭐⭐⭐⭐
The world is greats information sir ❤
The Greatest Poet of all time Kalidasa
Very interesting
कालिदास मस्त comedy की उसके wife के साथ 😂🤣😅
Excellent 👌
Very good episode
Thanks for information
Most awaited show of lallantop
Vibe alone until you're valued;lost in the echoes of silence..
..."हम आह भी करते है तो हो जाते है बदनाम
वो क़त्ल भी करते है तो चर्चा नही होता"..
ये सिक्के वाली माला हमारे छत्तीसगढ़ का पारंपरिक आभूषण है
Thanks 👍
Behtreen video thanks
Tumhari Kom h log isme bhi hate fela rhe h
very nice Point to discuss !
Thankyou 🙏🙏🙏
11:03 kalidash ko india ka shekshpier bolte hain aur hum log khush ho jate hain 😢kaldidh unse jayada pahle ke the isiliye aise volna cahiye shekshpier west ka kalidash hain
Main baat yeh hai ki mahilye itni shaktisali the ki wo puruso ko bahar ka rasta dikha deti the😅
Vo to aaj bhi hai
Non Veg ka culture Bharatbarsh mein tha...this line is awesome
Good content
superb
दिलचस्प हैं पहले भी डिवोर्स हुआ करते थे दर्पण और मेकअप भी हुआ करते थे वस्त्र तो फिर इशू के समय से पहले भी थे। पर बैंकिंग लोन सिस्टम मुझे नहीं लगता किसी और सभ्यता में होगा व्यापार के साथ। पुलिस व्यवस्था भी दूसरी सभ्यता में नहीं होगी।
इसी लिए गुप्त काल को भारत का स्वर्णिम काल कहा जाता है
@@satendramishra2917 accha mere bhai Gupta kala or mory kal me antar bataoo
Shandar
KALINGA=ODISHA ❤
❤ hard work
कालिदास ❤🙏🫶महान 😊
Maha kavi kaalidas ji ko koti koti pranam 🙏🙏
कालिदास "ठुकरा के मेरा प्यार...मेरा इंतकाम देखेगी" 😁😁😁😁😁😁😁😁😁
🎉🎉
महत्वपूर्ण जानकारी।
Please dont give background music ..or if im mistaking puckup the damn landline.. music is very irritating..
क्या वामपंथी इतिहासकार ने यह नहीं लिखा कि भारत का शेक्सपियर "कालिदास"यानी शेक्सपियर का जन्म पहले हुआ और कालीदास का जन्म बाद में हुआ
1800 भारत विश्व गुरु ✅
2024 भारत विश्व गुरु ❎
1800 meh Gulam Tha bhai
@@gurugaurav-ru1wr tere mere kahne ka Matlab 1800 saal pahle yu tha
The four major works of Kalidasa, the greatest classical Sanskrit poet and dramatist, are:
1. **Shakuntala (Abhijnanasakuntalam)**: A renowned play based on a story from the Mahabharata, blending romance, nature, and spirituality. It is celebrated for its poetic beauty and the depiction of deep emotional states.
2. **Meghaduta (The Cloud Messenger)**: A lyrical poem where an exiled lover sends a message to his beloved through a cloud. It's admired for its vivid descriptions of landscapes and emotional longing.
3. **Raghuvamsa**: An epic poem that narrates the heroic lineage of King Raghu, showcasing Kalidasa's mastery in weaving grandeur, valor, and dharma.
4. **Kumarasambhava**: A narrative poem detailing the birth of Kartikeya (Skanda), the war god, highlighting Kalidasa's flair for romance, divine interventions, and battle scenes.
Kalidasa is often compared to Shakespeare for several reasons:
- **Mastery of Language**: Both poets exhibit profound command over their respective languages, crafting timeless beauty in verse and dialogue.
- **Human Emotions**: They explore the full spectrum of human emotions-love, grief, jealousy, and joy-with extraordinary psychological insight.
- **Nature and Metaphor**: Both writers intertwine nature with human experience, using metaphors to deepen emotional resonance.
- **Cultural Icons**: Like Shakespeare for English literature, Kalidasa epitomizes classical Sanskrit literature, symbolizing its height and refinement.
कालिदास अवंतिका के निवासी थे।
मालवा में बरसात के दौरान खेत में हल सिंचाई साधन आने से पहले यानि लगभग पचास साल पहले तक चलाए जाते थे क्योंकि मालवा की गहन भूमि बरसात का जल की नमी अपने अंदर रखकर रबी की फसल खासकर गेहूँ की फसल तैयार कर देती थी।
पूरे भारत में केवल मालवा में गेहूँ होता था।
किस्में थी मालवी और पिस्सी।
जिनकी हाइब्रिड किस्में अब मालवी ड्यूरम और पिस्सी अब शरबती गेहूँ है।
Very beautiful as usual
जब बाकी दुनिया अंधकार युग मे जी रही थी उस समय भारत मे कामगार संगठन थे । सृदढ अर्थव्यवस्था का परिचायक बैकिंग प्रणाली थी ।
Best episode yet...❤
Please consolidated a history book which will give details from Vedic era to till 1947.