1ST 30% ये तो वो बात हो गई जिसे किसी का बुखार उतरना है तो उस आदमी को ही पूरा ठंडा करदो, 2ND यह तो ऐसे हुआ की स्कूल में बच्चों को पढ़ाई नहीं आती तो स्कूल फीस बढ़ा दो वह खुद ही स्कूल छोड़ देगा 30% ?
एसबीआई भारत के लोगो को एफडी पर 7.5% ब्याज भी नही देगा पर विदेशी निवेशकों को 8.5% भी देगा।। सरकार पीपीएफ में 7.1% ब्याज दर देगी पर बाजार से ऊंची दर पर भी कर्ज ले लेगी जबकि पीपीएफ 15साल का लॉक इन है।।
Agar F&O par ye policy aayi to mai pakka BJP ko vote dena chhor dunga… Hud hai yaar… kabhi socha nahin tha ki mujhe ye decision bhi lena padega… Abe shariya kanoon wala desh nahin hai apna, anything forcefully imposed doesn’t work..
Sir/Madam Good afternoon, I want to bring to your kind notice that Govt. is planning to bring lottery tax on F&O trading. Also, want to remove retail investors participation from stock market. Govt. want to curb participation of retail traders, and want to give benefit to only big players like Adani. There are around 1 crore retail investors in F&O. I as retail trader in F&O gave my 3 years to become profitable in f&o. Now, when I am profitable govt. want to ban this trading. Finance Minister do not want to let us to earn money. Kindly save us. Regards
The mother solution of all problems - tax. If fact it is not a solution in real sense, it is just another way for the govt to make more money. Can’t our FM push the officials to think of other solutions such as introducing proper graduate level courses/ diplomas etc to educate people on F&O trading?? Calling it speculative is actually an insult. With same logic, almost all trading is speculative.
सेबी खुद निफ्टी के 75 के लोट को 25 पर ले आई सेबी ने खुद ने केश सेगमेंट में मार्जिन खत्म कर दिया 5 साल पहले कोई एफएनओ नही करता था कम पैसे से यही होता हे इसलिए लोग फस रहे
Taxes are the fuel that powers a country's progress - when you pay your taxes, you're making a powerful statement about the kind of country you want to live in. When paying taxes, taxpayers should be given more autonomy and control over how their contributions are utilized. Rather than having their tax payments automatically allocated by the government, individuals should have the option to choose whether to direct those funds towards general national development initiatives i.e. infrastructure, education etc. or to invest in free social schemes.
देखते हबकितना नीचे गिराने की कोशिश करते हैं उठ देंगे या फिर ऊपर भी खरीदेंगे केआर पाओगे...लॉन्ग टीआरएम एलजीबीएचजी 5 साल से 50 साल तक लगातार निवेशक खरीद रहे हैं अब वेवकूफ नहीं बनेंगे 😀😀😀
सरकारी सिर्फ जनप्रतिनिधि के वेतन और भत्तों पर ध्यान देती है मध्यम वर्ग के लिए कोई ध्यान नहीं दिया जाता है.. आरएस 10 लाख सालाना आय रिटर्न विहीन होना चाहिए.. जो सरकार इस ऐतिहासिक योजना पर ध्यान देगी वो वर्षो तक चलेगी.. पहले भी 7 लख रुपए तक की आए वित्त मंत्री ने टैक्स फ्री की पर asa hua nhi
Jhatuman ko koi batao uttarpradesh mein mpnsoon 22 june ko jata hai ,, faltu ka propoganda kar raha hai ,,kuch bhi ho 90% rice production karega uttarpradesh river se
@@sapindersingh5526 pichle sal rain nahi hua tabbbhi 95% rice grow kiya tha uttarpradesh Bihar ne ,,is bar bhi karega ,,tu dekhta ja beta ,,, sarkari godam mein 5 crore ton rice hai ,,2 sal ke pds ko sufficient hai ..
Mall china ka lenge to esic ke job bhi gayab hi hoga,,desh chunav mein busy tha to economy kaha se moov karti ,, gst collection ne bataya may month mein sell kam hua ,,
@@Jai_Hanuman207 may month mein 5500 crore daily gst collection hua ,, thoda kam hua lekin ab speed aayega ,, naye tendar naye kam start hoga ,,, economy smooth chal Rahi hai .. investment aa raha hai ,,, June mein vivah bhi hai car sell badhega ,,, gst collection real data de raha hai every month ,, e-way bill upi tranjection bhi real report de raha hai...ab bharat NPA vasoolkar achche path pe hai....NPA 2% pe aa gaya hai ,, IBC law se crony capitalist ko sell Kiya ja raha hai ...
@@Balamua_banaras_wala जीएसटी संग्रह की राशि अधिक होने के पीछे मात्र कारण बेतहाशा बढ़ी हुई मंहगाई है और इसको ऐसे समझे जब किसी वस्तु का मूल्य 50 रूपये था तो 18% जीएसटी की दर से सरकार को 9 रूपये मिले परन्तु जब मंहगाई के कारण उसी वस्तु का मूल्य जब 100 रूपये हो गये तो सरकार को 18% जीएसटी की दर से कर मिला 18 रू इसलिए जीएसटी की राशि बड़ी दिख रही है। विदेशी निवेश 2014 -2016 के मध्य जितना था उसका आधा भी नहीं आ रहा है।कोविड के कारण चीन की गिरती हुई अर्थव्यवस्था और पश्चिमी देशों के प्रयास से चीन में प्रस्तावित निवेश भारत में आने की सम्भावना थी परन्तु भारत की बिगड़ती हुई छवि के कारण निवेश वियतनाम, थाईलैंड, बांग्लादेश, जापान की तरफ मुड़ गया। भारत की अर्थव्यवस्था के लिए बस इतना ही कहा जा सकता है कि जिस देश में 81 करोड़ लोग 162 ग्राम अनाज पर आश्रित हों तो समझ लेना चाहिए कि अर्थव्यवस्था टूट चुकी है। सकल घरेलू उत्पाद में 56% सेवा की हिस्सेदारी है 28% कृषि और उत्पादन की हिस्सेदारी मात्र 16% है किसी देश की मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए सबसे महत्वपूर्ण घटक उत्पादन है जो भारत में मात्र 16% ही है।अर्थात सेवा क्षेत्र में भीख मांगने, रिक्शा, ठेला चलाने वाले भी शामिल हैं जो हमारे जीडीपी को बढ़ा रहे हैं। 2014 से पहले भारत पर कुल कर्ज 55 लाख करोड़ का था इस सरकार में बढकर 270 लाख करोड़ का हो गया है। शुक्र मनाओ कटुओं के देशों का जहाँ से थोड़ा बहुत निवेश आ जाता है। और फारेन करेंसी का जो ढिंढोरा रिजर्व बैंक पीटता वो 45% से अधिक इन्ही मुल्लों के देशों से ही आता है और ये वो देश हैं जिन्होंने हम पर 1000 साल तक शासन किया। 756 प्रोजेक्ट हैं जो फंड की कमी से या तो बन्द कर दिये गये या बहुत देरी से लटके पड़े। नेशनल हाईवे अथारिटी ने अपने ही बनाये सड़कों को निजी हाथों में बेच रही है। और अभी का न्यूनतम समाचार यह कि अब जो सड़क प्रोजेक्ट हैं उन्हें निजी कम्पनियां बनायेंगी और चलायेगी। क्योंकि नेशनल हाईवे अथारिटी पर बहुत अधिक कर्ज है। कुल मिलाकर देश आर्थिक रूप से टूटने की तरफ बढ़ रहा है। ऊँ नमः शिवाय।।
1ST 30% ये तो वो बात हो गई जिसे किसी का बुखार उतरना है तो
उस आदमी को ही पूरा ठंडा करदो, 2ND यह तो ऐसे हुआ की स्कूल में बच्चों को पढ़ाई नहीं आती तो स्कूल फीस बढ़ा दो वह खुद ही स्कूल छोड़ देगा 30% ?
Best evening show
मैं PNB गया था, खाता बंद करने। बैंक ने बंद किया ही नहीं.. समझा बुझाकर वापस भेज दिया।
खाते में न्यूनतम धनराशि रखने से बैंको द्वारा जो चार्ज काटा जा रहा है, उससे बैंको की आय हो रही है।
Good Evening sir nice and very informative show
एसबीआई भारत के लोगो को एफडी पर 7.5% ब्याज भी नही देगा पर विदेशी निवेशकों को 8.5% भी देगा।।
सरकार पीपीएफ में 7.1% ब्याज दर देगी पर बाजार से ऊंची दर पर भी कर्ज ले लेगी जबकि पीपीएफ 15साल का लॉक इन है।।
Superb news channel👌🏻👌🏻👏👏👍🏻👍🏻🙏🙏🤗🤗
सटीक विश्लेषण
Most trusted channel
Excellent analysis, lot of blessing to you guys
Agar F&O par ye policy aayi to mai pakka BJP ko vote dena chhor dunga… Hud hai yaar…
kabhi socha nahin tha ki mujhe ye decision bhi lena padega…
Abe shariya kanoon wala desh nahin hai apna, anything forcefully imposed doesn’t work..
सरकार जनता के सांस लेने के लिए भी tax लगा देना चाहिए।😡
Love from Abu Dhabi UAE
Excellent program
FNO me sabase jyada loss hota hai or government sebi broker sabhi log dabake kama rahe hai...
As always unbiased truth speaking future alarming factual show with very well analysed and explained show.❤❤❤
Sir/Madam
Good afternoon, I want to bring to your kind notice that Govt. is planning to bring lottery tax on F&O trading. Also, want to remove retail investors participation from stock market.
Govt. want to curb participation of retail traders, and want to give benefit to only big players like Adani. There are around 1 crore retail investors in F&O.
I as retail trader in F&O gave my 3 years to become profitable in f&o. Now, when I am profitable govt. want to ban this trading. Finance Minister do not want to let us to earn money. Kindly save us.
Regards
फिर भी rcf को 20% की रॅली हो रही है बडा ट्रॅप है operator का मुझे 30% प्रॉफिट हो रहा है rcf मे पर डर लगता है rcf से
Pehele Market Crash , Fir Sorkar girega...Fir BJP ko 40 seat bhi Nehi milega...😂😂😂 Arrogant Lady asol me dayen hey😢😢
🎉🎉🎉🎉🎉🎉 jee sir jee 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Good evening sir apko aur sampadak ji ko
FnO bahut muskil😢
Fno main bazaar main girwat main bhi paisa Banta hai ... Investing main nhi😅😅😅
Ye government me hi zol hai.. Abhi accha lag raha hai bad me samaj me ayega
Sar 2000 sip ka aakda kaisa rahega 25 se 30 sal ka mujhe samjhaie
The mother solution of all problems - tax. If fact it is not a solution in real sense, it is just another way for the govt to make more money. Can’t our FM push the officials to think of other solutions such as introducing proper graduate level courses/ diplomas etc to educate people on F&O trading?? Calling it speculative is actually an insult. With same logic, almost all trading is speculative.
I have been a BJP voter since 1999 but If this step is taken, my vote will move away from them for the first time.
मतलब ये की अब भारत का बजट विदेशी निवेशकों के हिसाब से बनेगा।।
👌
band kar do F&O ko .kyon sarkaar desh logon khilaf kaam kar rahi hai
सेबी खुद निफ्टी के 75 के लोट को 25 पर ले आई सेबी ने खुद ने केश सेगमेंट में मार्जिन खत्म कर दिया 5 साल पहले कोई एफएनओ नही करता था कम पैसे से यही होता हे इसलिए लोग फस रहे
Please provide more details on Morgan bond and its effect on stock market
Taxes are the fuel that powers a country's progress - when you pay your taxes, you're making a powerful statement about the kind of country you want to live in. When paying taxes, taxpayers should be given more autonomy and control over how their contributions are utilized. Rather than having their tax payments automatically allocated by the government, individuals should have the option to choose whether to direct those funds towards general national development initiatives i.e. infrastructure, education etc. or to invest in free social schemes.
देखते हबकितना नीचे गिराने की कोशिश करते हैं उठ देंगे या फिर ऊपर भी खरीदेंगे केआर पाओगे...लॉन्ग टीआरएम एलजीबीएचजी 5 साल से 50 साल तक लगातार निवेशक खरीद रहे हैं अब वेवकूफ नहीं बनेंगे 😀😀😀
सरकारी सिर्फ जनप्रतिनिधि के वेतन और भत्तों पर ध्यान देती है मध्यम वर्ग के लिए कोई ध्यान नहीं दिया जाता है.. आरएस 10 लाख सालाना आय रिटर्न विहीन होना चाहिए.. जो सरकार इस ऐतिहासिक योजना पर ध्यान देगी वो वर्षो तक चलेगी.. पहले भी 7 लख रुपए तक की आए वित्त मंत्री ने टैक्स फ्री की पर asa hua nhi
किसानो के लिए एमएसपी मतलब ऊंट के मुंह में जीरा
A e MSP to bahana GST colecshan akde badane ka he.? 😅
Fantasy game
Tobacco
F&O
Tax badawo paisa kamawo
Sir please help me please I need ur help tell me if the stock I bought is good or not my father trusted me for first time
Konsa stock buy kar liya
Msp abhi kam he
Modi hai to mahangai mumkin hai
Nothing impact on f&o.
Kishan ko majdur samjte he
N not at all
MMM महंगाई मैन मोदी ।
काश सेबी इतना संवेदनशील होता तो रिटेलर के नुकसान पर टैक्स और ब्रोकरेज नही वसूलती ।उल्टा लूट का नया ज्ञान देकर लूट बाजरी का प्लान तैयार है ।
Kissan ore Mazdoor ak he hotha hai !
MP ore Gunda ak he hotha hai !
Anil Ambani se lo paise 😂😂
Best show 👌👌 Anshuman ji is the Best.. But Bakwas Entry Song.. I hate it..
F n o sattaa nhi
bhai itna bada video kyo batate ho
Jhatuman ko koi batao uttarpradesh mein mpnsoon 22 june ko jata hai ,, faltu ka propoganda kar raha hai ,,kuch bhi ho 90% rice production karega uttarpradesh river se
Republic bharat dekhlo ..agar psnd nhi hai economy channel...vha hindu muslim buldozer chl rha hoga.
@@sapindersingh5526 pichle sal rain nahi hua tabbbhi 95% rice grow kiya tha uttarpradesh Bihar ne ,,is bar bhi karega ,,tu dekhta ja beta ,,, sarkari godam mein 5 crore ton rice hai ,,2 sal ke pds ko sufficient hai ..
Wrost govt...ever seen in my entire life
Fir modi ka safya bhi ho jaayega
Tum chilate raho narrative chalate raho. Koi tax nahi lagnewala hain. Ye sab pareshan hain ki fii ko share sasta nahi mila
Mall china ka lenge to esic ke job bhi gayab hi hoga,,desh chunav mein busy tha to economy kaha se moov karti ,, gst collection ne bataya may month mein sell kam hua ,,
😅😅😅😅😅😅कुछ भी। आवश्यक है पढ़ा लिखा होना।
ऊँ नमः शिवाय।।
@@Jai_Hanuman207 bhakt gobar hi khayega
@@Jai_Hanuman207 may month mein 5500 crore daily gst collection hua ,, thoda kam hua lekin ab speed aayega ,, naye tendar naye kam start hoga ,,, economy smooth chal Rahi hai .. investment aa raha hai ,,, June mein vivah bhi hai car sell badhega ,,, gst collection real data de raha hai every month ,, e-way bill upi tranjection bhi real report de raha hai...ab bharat NPA vasoolkar achche path pe hai....NPA 2% pe aa gaya hai ,, IBC law se crony capitalist ko sell Kiya ja raha hai ...
@@Balamua_banaras_wala जीएसटी संग्रह की राशि अधिक होने के पीछे मात्र कारण बेतहाशा बढ़ी हुई मंहगाई है और इसको ऐसे समझे जब किसी वस्तु का मूल्य 50 रूपये था तो 18% जीएसटी की दर से सरकार को 9 रूपये मिले परन्तु जब मंहगाई के कारण उसी वस्तु का मूल्य जब 100 रूपये हो गये तो सरकार को 18% जीएसटी की दर से कर मिला 18 रू इसलिए जीएसटी की राशि बड़ी दिख रही है। विदेशी निवेश 2014 -2016 के मध्य जितना था उसका आधा भी नहीं आ रहा है।कोविड के कारण चीन की गिरती हुई अर्थव्यवस्था और पश्चिमी देशों के प्रयास से चीन में प्रस्तावित निवेश भारत में आने की सम्भावना थी परन्तु भारत की बिगड़ती हुई छवि के कारण निवेश वियतनाम, थाईलैंड, बांग्लादेश, जापान की तरफ मुड़ गया। भारत की अर्थव्यवस्था के लिए बस इतना ही कहा जा सकता है कि जिस देश में 81 करोड़ लोग 162 ग्राम अनाज पर आश्रित हों तो समझ लेना चाहिए कि अर्थव्यवस्था टूट चुकी है।
सकल घरेलू उत्पाद में 56% सेवा की हिस्सेदारी है
28% कृषि और उत्पादन की हिस्सेदारी मात्र 16% है किसी देश की मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए सबसे महत्वपूर्ण घटक उत्पादन है जो भारत में मात्र 16% ही है।अर्थात सेवा क्षेत्र में भीख मांगने, रिक्शा, ठेला चलाने वाले भी शामिल हैं जो हमारे जीडीपी को बढ़ा रहे हैं। 2014 से पहले भारत पर कुल कर्ज 55 लाख करोड़ का था इस सरकार में बढकर 270 लाख करोड़ का हो गया है। शुक्र मनाओ कटुओं के देशों का जहाँ से थोड़ा बहुत निवेश आ जाता है। और फारेन करेंसी का जो ढिंढोरा रिजर्व बैंक पीटता वो 45% से अधिक इन्ही मुल्लों के देशों से ही आता है और ये वो देश हैं जिन्होंने हम पर 1000 साल तक शासन किया।
756 प्रोजेक्ट हैं जो फंड की कमी से या तो बन्द कर दिये गये या बहुत देरी से लटके पड़े। नेशनल हाईवे अथारिटी ने अपने ही बनाये सड़कों को निजी हाथों में बेच रही है। और अभी का न्यूनतम समाचार यह कि अब जो सड़क प्रोजेक्ट हैं उन्हें निजी कम्पनियां बनायेंगी और चलायेगी। क्योंकि नेशनल हाईवे अथारिटी पर बहुत अधिक कर्ज है। कुल मिलाकर देश आर्थिक रूप से टूटने की तरफ बढ़ रहा है।
ऊँ नमः शिवाय।।
Hum to mar hi jayen