अच्छी पत्नी पुण्य से मिलती है मुनि श्री श्रमण सागर जी महाराज

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  • Опубликовано: 19 янв 2025

Комментарии • 25

  • @anujjain9523
    @anujjain9523 3 дня назад

    Namostu namostu namostu namostu mere Gurudev ji 🙏🙏🙏🙏

  • @jayshrijain9535
    @jayshrijain9535 10 месяцев назад

    Namostu bhagvan 🙏🙏🙏

  • @neeleshprajapati6918
    @neeleshprajapati6918 9 месяцев назад

    Jay jinedra❤

  • @vijetajain5165
    @vijetajain5165 10 месяцев назад

    नमोस्तु गुरुदेव🙏🙏🙏

  • @bipulbaruah3557
    @bipulbaruah3557 Год назад

    Namasto guru ji

  • @varshaband5492
    @varshaband5492 Год назад +1

    Ashok 🙏 🙌 🙏 🙌 band jain parth jainam society sus 🤨 ♥️ 😀 ❤️ ✨️ pune 🎉🎉🎉🎉🎉

  • @aaharvedvlogs
    @aaharvedvlogs Год назад +2

    शिवपुराण के अनुसार,जब सदाशिव अंतरिक्ष भ्रमण कर रहे थे, उन्हें बहुत गर्मी लगी।
    वो ब्रह्मलोक व विष्णु लोक गये, उनके दिगम्बर स्वरूप के कारण, उन्हें, कोई द्वारपाल पहचान नहीं पाये।
    वो वहां से आ गये।जब विष्णु जी को ज्ञात हुआ, तो उन्हें संदेह हुआ कि वो शिव जी हैं।
    ध्यान अवस्था के बाद विष्णु जी ने सुदर्शन चक्र सदाशिव को ढूंढने के लिए भेजा।
    वह सुदर्शन चक्र उन्हें ढूंढता हुआ , झांसी के करगुवां , पंहुचा।वहां पर बैलगाड़ी का पहिया स्थान पर धंस गया जहां पर सदाशिव जी ध्यान अवस्था में बैठे थे। उनको लेकर के विष्णु भगवान लौट गए और सदाशिव अपने दिव्य स्वरुप को वहीं छोड़कर आ गए और जैनियों में दिगंबर के नाम से प्रसिद्ध हैं।

  • @bipulbaruah3557
    @bipulbaruah3557 Год назад

    Jai guru ji

  • @aaharvedvlogs
    @aaharvedvlogs Год назад +1

    इंद्र एक पद है, जो यज्ञों की एक संख्या करके मिलता है।

  • @aaharvedvlogs
    @aaharvedvlogs Год назад +3

    जो आज चिकित्सक बताते हैं, वो जैन धर्म में पहले से ही है और यही कारण है कि कभी कोई जैन बीमार व मोटे नहीं मिलेंगे।

  • @Jainsuresh5564
    @Jainsuresh5564 Год назад

    Namostu gurudev Barodaiya

  • @RKJainShah
    @RKJainShah Год назад

    Pujya gurudev ko barambaar namostu

  • @ajitjain5245
    @ajitjain5245 Год назад

    Namostu gurudev

  • @rajkumarjain5542
    @rajkumarjain5542 Год назад

    Ñamostu Gurudev

  • @aaharvedvlogs
    @aaharvedvlogs Год назад

    स्वर्ग नहीं चाहिए।उसके राजा इंद्र हैं।वह तो एक लोक है जहां से पुनः मृत्यु लोक में आना पड़ता है।

  • @aaharvedvlogs
    @aaharvedvlogs Год назад

    गीता में श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा, स्वयं सीखो कि धरती पर धरण (स्थापना) कैसे करें?

  • @aaharvedvlogs
    @aaharvedvlogs Год назад

    उपवास विधि बहुत बढ़िया है।

  • @aaharvedvlogs
    @aaharvedvlogs Год назад +1

    हमने जहां एक हजार लोगों को कराए गये भोजन का स्वयं गुणगान किया,वहीं समस्त पुण्य समाप्त हो जाते हैं।

  • @aaharvedvlogs
    @aaharvedvlogs Год назад

    इक्ष्वाकु वंश के प्रथम, ऋषभ देव जी हैं।जो आदिनाथ, विष्णु जी के अवतार हैं।
    ये अयोध्या के शासकों में से एक हैं। भगवान श्री विष्णु जी नेश्रीराम जी के रुप में भी इसी वंश में अवतार लिया।

    • @rishijain6222
      @rishijain6222 Год назад

      तीर्थंकर ऋषभदेव जी विष्णु जी के अवतार नहीं है।
      विष्णु, नारायण को कहा जाता है।
      और नारायण और तीर्थंकर में बहुत बड़ा अंतर होता है।

    • @rishijain6222
      @rishijain6222 Год назад

      नारायण को ही त्रिखंडाधिपति और अर्धचक्री भी कहा जाता है।

  • @amulmehta1928
    @amulmehta1928 8 месяцев назад

    जय गुरु देव 🙏🏻

  • @divayshishjain6370
    @divayshishjain6370 Год назад

    Namostu bhagwan ji

  • @poonamjain9257
    @poonamjain9257 9 месяцев назад

    Namostu gurudev ji