सम्पूर्ण ब्रह्मांड को कोई एक ही ने बनाए है। हर धर्म-सम्प्रदाय का ईश्वर अलग अलग नही हो सकता है, प्रत्यक्ष को प्रमाण कि आवश्यकता नहीं होती। ब्रह्मांड एक ही है, उसको भी हम पूर्णत देखने और समझने में असमर्थ है। और हम अलग-अलग ईश्वर होने कि बात करते है। और आपस में लड़ते है। जो प्रत्यक्ष है उसी को प्रमाण माने यही ईश्वर की सबसे बड़ी पूजा है, इससे मानवता के साथ-साथ जीवजन्तु , प्रकृति का भी कल्याण हो जाएगा।
कल्कि=मसीहा=जीसस क्राइस्ट=मैत्रेय=पैगंबर=महदी आदि सभी एक ही व्यक्ति होंगे। लेकिन मानवता के दुश्मन ने सभी धर्म-सम्प्रदाय के नियमों को एक-दूसरे के विपरीत बनाकर धर्म की परिभाषा ही बदल दी है।
सभी धर्मो के धर्म ग्रंथ के अनुसार अपने अपने सृष्टिकर्ता या संदेशवाहक के आने का जिक्र है। * हिन्दू- कल्कि अवतार का प्रतीक्षा कर रहे है। * मुस्लिम- मुहम्मद के बंश मे एक मसीहा का प्रतीक्षा कर रहे है। *ईसाई- यीशु मसीह की प्रतीक्षा कर रहे है। *बौद्ध- मैत्रेय की प्रतीक्षा कर रहे है। *यहूदी- मसीहा की प्रतीक्षा कर रहे है। *सुन्नत- पैगंबर की प्रतीक्षा कर रहे है। *शिया- महदी की प्रतीक्षा कर रहे है। अगर इनमे से कोई भी एक धर्म के सृष्टिकर्ता या संदेशवाहक आगए तो उनकी पहचान क्य होगी ? क्या वह धर्मो का व्यापार करेंगे जैसे- हिन्दू-मुस्लिम-ईसाई-बौद्ध-यहूदी- सुन्नत-शिया इत्यादी या सम्पूर्ण विश्व के मानवता से प्रेम करेंगे ? सभी धर्म-सम्प्रदाय के सृष्टिकर्ता या संदेशवाहक अलग-अलग नहीं हो सकते है ! वह एक ही होंगे । हिन्दू-मुस्लिम-ईसाई और अन्य सभी धर्म-सम्प्रदाय का नियम भले ही भिन्न बना दिए गए है, एक दूसरे के विपरीत है लेकिन हम सभी सम्प्रदाय के लोग एक ही ईश्वर की पूजा करते है। ईश्वर एक ही है। यही अटल सत्य है।
Bhain aaapke Circle mei jitne bhi hindu log hai unse boleiye jyada bacha paida kare tabhi humlog bachenge nahi to humlog Bharat se bhi khatam ho jayenge
Bhain aaapke curcle mei jitne bhi hindu log hai unse boleiye jyada bacha paida kare tabhi humlog bachenge nahi to humlog Bharat se bhi khatam ho jayenge
Bhai aapke Circle mei jitne bhi Hindu log hai unse boleiye jyada bacha paida kare tabhi humlog bachenge nahii to humlog Bharat se bhi khatam ho jayenge
एक बार एक शिष्य ने अपने गुरु से कहा कि उसे स्वर्ग के दर्शन करने हैं। गुरु जी अपनी योग विद्या के द्वारा उसे स्वर्ग में ले गए। शिष्य ने स्वर्ग में देखा कि एक बहुत बड़ा जलूस निकल रहा है उस जलूस में एक सुन्दर से रथ पर एक सुन्दर सा धनुर्धारी पुरुष बैठा है और उसके पीछे करोड़ों लोग हैं। शिष्य ने पुछा- "गुरु जी, यह कौन है?" गुरु ने कहा "बेटा यह श्री रामचंद्र जी हैं इनके पीछे करोड़ों लोग हैं।" इसी प्रकार कृष्ण, बुध्द, महावीर, शंकराचार्य, माधमाचार्य, मुहम्मद, ईसा, कबीर, नानक आदि कई महापुरुषों के जलूस निकले। सब के पीछे करोड़ों लोग थे। अन्त में अति सुन्दर अलौकिक पुरूष जिसका प्रकाश सब ओर फैल रहा था, पैदल ही जा रहा था, परन्तु उसके पीछे कोई नहीं था। शिष्य बड़ा हैरान हुआ । अपने गुरु से पूछा 'गुरु जी, यह कौन है ?' गुरु ने उत्तर दिया ''बेटा यह ईश्वर है, इसके पीछे कोई नहीं, न ही कोई इसकी सुन रहा है।" शिष्य ने कहा 'महाराज ! यही सब तो पृथ्वी पर भी हो रहा है।' गुरु ने कहा ''बेटा! स्वर्ग नरक कुछ नहीं,सब कुछ यही पर है। स्वर्ग का अर्थ सुख विशेष और नरक का अर्थ दुख विशेष है। जो शुभ अशुभ कर्मों के आधार पर इसी पृथ्वी पर ईश्वर दे देता है। वेदानुकूल आचरण करने व ध्यान आदि निष्काम करने से वह परमेश्वर मनुष्य को सब दु:खों से छुडवा कर मोक्ष भी प्रदान कर सकता है, किसी स्थान विशेष में रहने का नाम भी मोक्ष नहीं। मोक्ष का अर्थ है- जन्म मरण के बन्धन से छूट कर करोड़ों अरबों वर्षों तक परमात्मा की कृपा से पूर्ण आनन्द में रहना और अव्याहत गति से नाना प्रकार के सौर मंडलों का भ्रमण करना।"
दुर बैठे तेरी कैसे जल गई तेरा हिन्दू धर्म से या बोध धर्म से जैन धर्म से क्या लेना-देना क्या तेरा मुल निवासी से लेना देना है हां तेरा लेना देना है तो हलाला से तूं मेरे धर्म में कुछ बोलने का अधिकार जब हमने दे ही नहीं रखा है तो दुस्साहस करने की तेरी हिम्मत कैसे हुई?
कहा से चलकर आया है इतना ज्ञान कहां से लाया है जो तूं दुसरे के धर्म के बीच में बकवास करता है। अगर इतना ही ज्ञान अपने धर्म में रखता हो तो बता हलाला में हुई औलाद के बाप का नाम कौन-से बाप के नाम से रखा जाय?
❤❤❤एक तो जन्म आधारित धर्म-जाति व्यवस्था और साथ ही दूसरे-धर्म और दूसरी जातियों से वैर भाव रखना ही सदियों से हमारी सबसे बड़ी कमजोरी रही है. ऊपर से कर्मकांडी आधारित धर्म नें हमें निरा भाग्यवादी-अकर्मण्य और पुरुषार्थहीन बना डाला. इसका असर ये हुआ कि आज हम सिर्फ दूसरों के भरोसे ही जीना चाहते हैं. ईश्वर चमत्कार के द्वारा हमें बैठे-बैठाए, बिना काबिलियत के ही सब कुछ दे दे. बस हम घंटी हिलाते रहे, ईश्वर की चापलूसी में भजन-कीर्तन करते रहें. साथ ही हमारा राजा/शासक हमें सारी व्यवस्था दे दे, नौकरी दे दे, रोटी दे दे... बस हमें खुद को हाथ भी ना हिलाना पड़े. . यही तो असली कारण थे कि हमारा सोने की चिड़िया वाला देश देखते ही देखते चंद लुटेरों के हाथों सदियों के लिए गुलाम बन गया. और आज भी हम मानसिक रूप से गुलाम ही तो हैं. और आपको पता ही नहीं चला कि कब और कैसे, देखते ही देखते हम मट्टी की चिड़िया वाला देश बन गए . लेकिन अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा... आज भी यदि हम धर्म और जातिगत वैरभाव का चोला उतार फेंके, सदियों से पिलाया गया जहर वापस उलट दें और आत्मशुद्धि कर लें ..... तो एक बार फिर फिर से हम सोने की चिड़िया वाला देश, दुनियाँ के सिरमौर बन जायेंगे. और तब हमें फिर से विश्वगुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता ....🚩🚩🚩
Bhai aaapke Circle mei jitne bhi hindu log hai unse boleiye jyada bacha paida kare tabhi humlog bachenge nahi to humlog Bharat se bhi khatam ho jayenge
गौतम खट्टर भाई संघर्ष करो हम सभी सनातनी तुम्हारे साथ हैं सनातन धर्म की जय
सम्पूर्ण ब्रह्मांड एक है, फिर सभी धर्म-सम्प्रदाय का ईश्वर अलग-अलग कैसे हो सकता है ?
समय वक्त आ गया है कि हर मंदिर के आगे है कि गुरुकुल होना
लगे रहिए, गौतम जी।
आपके द्वारा हिन्दुओं के मन में आज़ तक जो ग़लत बातें भजन द्वारा डालते रहे उन्हें हम सब दूर कर सकें। आपको बहुत बहुत धन्यवाद है।
राष्ट्र में सभी लोग एक समान हिंदू हैं
सादर नमस्ते जी 🌺🙏🏻🚩☀️💥🔥🙏🏼
Satya sanatan vaidik dharm ki jay ho 🙏 🙏 🚩 🚩
Jay jay shree ram 🙏 🙏
Har Har Mahadev Har 🙏 🙏
Jay Hindu Rashtra 🚩 🚩 🚩
Jai shri ram
Jai shree ram
ओम् नमस्ते भाई जय सन्तान
सम्पूर्ण ब्रह्मांड को कोई एक ही ने बनाए है। हर धर्म-सम्प्रदाय का ईश्वर अलग अलग नही हो सकता है, प्रत्यक्ष को प्रमाण कि आवश्यकता नहीं होती। ब्रह्मांड एक ही है, उसको भी हम पूर्णत देखने और समझने में असमर्थ है। और हम अलग-अलग ईश्वर होने कि बात करते है। और आपस में लड़ते है।
जो प्रत्यक्ष है उसी को प्रमाण माने यही ईश्वर की सबसे बड़ी पूजा है, इससे मानवता के साथ-साथ जीवजन्तु , प्रकृति का भी कल्याण हो जाएगा।
Jai Sri ram Jai Shri Krishna 🙏
घर अपना धर्म अपना अपनी ही हो संस्कृति।
एक साथ उसमें जीकर देखो मिलती है कि नहीं अनुभूति।
Jay shree ram bilkul. Sahi
Jai sri ram
कल्कि=मसीहा=जीसस क्राइस्ट=मैत्रेय=पैगंबर=महदी आदि सभी एक ही व्यक्ति होंगे। लेकिन मानवता के दुश्मन ने सभी धर्म-सम्प्रदाय के नियमों को एक-दूसरे के विपरीत बनाकर धर्म की परिभाषा ही बदल दी है।
Bahut sundar h
जय श्री राम
Jai sri ram very good
Sir aap Jase logo ki desh ko bahut jarurat hai
Jai shree Ram har har mahadev ❤❤❤❤
सभी धर्मो के धर्म ग्रंथ के अनुसार अपने अपने सृष्टिकर्ता या संदेशवाहक
के आने का जिक्र है।
* हिन्दू- कल्कि अवतार का प्रतीक्षा कर रहे है।
* मुस्लिम- मुहम्मद के बंश मे एक मसीहा का प्रतीक्षा कर रहे है।
*ईसाई- यीशु मसीह की प्रतीक्षा कर रहे है।
*बौद्ध- मैत्रेय की प्रतीक्षा कर रहे है।
*यहूदी- मसीहा की प्रतीक्षा कर रहे है।
*सुन्नत- पैगंबर की प्रतीक्षा कर रहे है।
*शिया- महदी की प्रतीक्षा कर रहे है।
अगर इनमे से कोई भी एक धर्म के सृष्टिकर्ता या संदेशवाहक आगए तो उनकी पहचान क्य होगी ?
क्या वह धर्मो का व्यापार करेंगे जैसे- हिन्दू-मुस्लिम-ईसाई-बौद्ध-यहूदी-
सुन्नत-शिया इत्यादी
या सम्पूर्ण विश्व के मानवता से प्रेम करेंगे ?
सभी धर्म-सम्प्रदाय के सृष्टिकर्ता या संदेशवाहक अलग-अलग नहीं हो सकते है ! वह एक ही होंगे ।
हिन्दू-मुस्लिम-ईसाई और अन्य सभी धर्म-सम्प्रदाय का नियम भले ही भिन्न बना दिए गए है, एक दूसरे के विपरीत है लेकिन हम सभी सम्प्रदाय के लोग एक ही ईश्वर की पूजा करते है। ईश्वर एक ही है। यही अटल सत्य है।
Satya vachan yahi jagrupta sabhi sanataniyo me hona chahiye Jay sri ram jay ho sanatana Dharma hindurastra ki jay
भाई ,गोतम जी को बहुत बहुत बधाई ओर धन्यवाद,
मेने कई मन्दिरों में, ईश्वर अल्लाह तेरो नाम, का भजन सुनने को मिलता है, टोकने के बाद भी, खूब चल रहा है
Har har mahadev
very nice
🙏💯
Jai sri ram bhain
Bhain aaapke Circle mei jitne bhi hindu log hai unse boleiye jyada bacha paida kare tabhi humlog bachenge nahi to humlog Bharat se bhi khatam ho jayenge
Jai Sri Ram 🙏🙏
मंदिर जन जागरण के केंद्र बने,,,,,प्रेरणाप्र्द संदेश
OM OM OM OM OM OM OM
Jai Mahakal ge
Aap bilkul thik bol rahe ho bhai
आज लोग भगवान कृष्ण को बदनाम कर रहे हैं,, आज श्री कृष्ण के कुरु क्षेत्र वाला, गीता ज्ञान किसी को याद नही,
Jai sri ram bhain
Bhain guruji Sri yati narsinghanand Saraswati Ji Maharaj ji ka sarth do
Bhain aaapke curcle mei jitne bhi hindu log hai unse boleiye jyada bacha paida kare tabhi humlog bachenge nahi to humlog Bharat se bhi khatam ho jayenge
धन्यवाद
Jai sri ram bhai
Bhai guruji Sri yati narsinghand Saraswati Ji maharaj ji ka sarth do
Bhai aapke Circle mei jitne bhi Hindu log hai unse boleiye jyada bacha paida kare tabhi humlog bachenge nahii to humlog Bharat se bhi khatam ho jayenge
❤❤❤
shrim shrim shrim Shrim Shrim Shrim Shrim
Very nice
Jai shree RUKAMANI KRISHAN ge
। । ओ3म् ।।
हर मंदिर मी टच में एक स्कूल होना चाहिए
मंदिरो में दान देना बंद करो मंदिरो का पैसा सरकार औऱ ट्रस्टी यो के काम आएगा हिन्दुओ के नही
एक बार एक शिष्य ने अपने गुरु से कहा कि उसे स्वर्ग के दर्शन करने हैं। गुरु जी अपनी योग विद्या के द्वारा उसे स्वर्ग में ले गए। शिष्य ने स्वर्ग में देखा कि एक बहुत बड़ा जलूस निकल रहा है उस जलूस में एक सुन्दर से रथ पर एक सुन्दर सा धनुर्धारी पुरुष बैठा है और उसके पीछे करोड़ों लोग हैं। शिष्य ने पुछा- "गुरु जी, यह कौन है?" गुरु ने कहा "बेटा यह श्री रामचंद्र जी हैं इनके पीछे करोड़ों लोग हैं।" इसी प्रकार कृष्ण, बुध्द, महावीर, शंकराचार्य, माधमाचार्य, मुहम्मद, ईसा, कबीर, नानक आदि कई महापुरुषों के जलूस निकले। सब के पीछे करोड़ों लोग थे। अन्त में अति सुन्दर अलौकिक पुरूष जिसका प्रकाश सब ओर फैल रहा था, पैदल ही जा रहा था, परन्तु उसके पीछे कोई नहीं था। शिष्य बड़ा हैरान हुआ । अपने गुरु से पूछा 'गुरु जी, यह कौन है ?' गुरु ने उत्तर दिया ''बेटा यह ईश्वर है, इसके पीछे कोई नहीं, न ही कोई इसकी सुन रहा है।" शिष्य ने कहा 'महाराज ! यही सब तो पृथ्वी पर भी हो रहा है।' गुरु ने कहा ''बेटा! स्वर्ग नरक कुछ नहीं,सब कुछ यही पर है। स्वर्ग का अर्थ सुख विशेष और नरक का अर्थ दुख विशेष है। जो शुभ अशुभ कर्मों के आधार पर इसी पृथ्वी पर ईश्वर दे देता है। वेदानुकूल आचरण करने व ध्यान आदि निष्काम करने से वह परमेश्वर मनुष्य को सब दु:खों से छुडवा कर मोक्ष भी प्रदान कर सकता है, किसी स्थान विशेष में रहने का नाम भी मोक्ष नहीं। मोक्ष का अर्थ है- जन्म मरण के बन्धन से छूट कर करोड़ों अरबों वर्षों तक परमात्मा की कृपा से पूर्ण आनन्द में रहना और अव्याहत गति से नाना प्रकार के सौर मंडलों का भ्रमण करना।"
Aadarniy Gautam ji Sadar namaste itni bhi Sahi baat mat bolo Shastrai Ki nahin to kathavachak ka dhandha band Ho jaega
जय आर्य समाज
Hindu nahi neta khod rahe ha hindu ki kabra
Jai Bheem Jai Bheem Jai Bheem, Jai mulnivasi Jai mulnivasi Jai sanvidhan Jai
दुर बैठे तेरी कैसे जल गई तेरा हिन्दू धर्म से या बोध धर्म से जैन धर्म से क्या लेना-देना क्या तेरा मुल निवासी से लेना देना है हां तेरा लेना देना है तो हलाला से तूं मेरे धर्म में कुछ बोलने का अधिकार जब हमने दे ही नहीं रखा है तो दुस्साहस करने की तेरी हिम्मत कैसे हुई?
Jabtak sanatani dharam me sistam nahi hoga tabtak kuch hone wala nahi hai
Jai mulnivasi rashtra, Jai Bharat Rashtra,Jai sanvidhan rashtra, Jai sc St OBC minority rashtra bol85 Jai mulnivasi Jai Bharat Jai sanvidhan
कहा से चलकर आया है इतना ज्ञान कहां से लाया है जो तूं दुसरे के धर्म के बीच में बकवास करता है। अगर इतना ही ज्ञान अपने धर्म में रखता हो तो बता हलाला में हुई औलाद के बाप का नाम कौन-से बाप के नाम से रखा जाय?
Mandiron me dan dena band karo
Saram kar
किस बात की शर्म भाई?
❤❤❤एक तो जन्म आधारित धर्म-जाति व्यवस्था
और साथ ही दूसरे-धर्म और दूसरी जातियों से वैर भाव रखना ही
सदियों से हमारी सबसे बड़ी कमजोरी रही है.
ऊपर से कर्मकांडी आधारित धर्म नें हमें निरा भाग्यवादी-अकर्मण्य और पुरुषार्थहीन बना डाला.
इसका असर ये हुआ कि आज हम सिर्फ दूसरों के भरोसे ही जीना चाहते हैं.
ईश्वर चमत्कार के द्वारा हमें बैठे-बैठाए, बिना काबिलियत के ही सब कुछ दे दे. बस हम घंटी हिलाते रहे, ईश्वर की चापलूसी में भजन-कीर्तन करते रहें.
साथ ही हमारा राजा/शासक हमें सारी व्यवस्था दे दे, नौकरी दे दे, रोटी दे दे...
बस हमें खुद को हाथ भी ना हिलाना पड़े.
.
यही तो असली कारण थे कि हमारा सोने की चिड़िया वाला देश देखते ही देखते चंद लुटेरों के हाथों सदियों के लिए गुलाम बन गया.
और आज भी हम मानसिक रूप से गुलाम ही तो हैं.
और आपको पता ही नहीं चला कि कब और कैसे, देखते ही देखते हम मट्टी की चिड़िया वाला देश बन गए
.
लेकिन अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा...
आज भी यदि हम धर्म और जातिगत वैरभाव का चोला उतार फेंके, सदियों से पिलाया गया जहर वापस उलट दें और आत्मशुद्धि कर लें .....
तो एक बार फिर फिर से हम सोने की चिड़िया वाला देश, दुनियाँ के सिरमौर बन जायेंगे.
और तब हमें फिर से विश्वगुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता ....🚩🚩🚩
Jai Sri Ram. Goutam sir 🙏🙏🙏
Good chenal
Jai shree ram
जय श्री राम
Jai sri ram bhai
Bhai guruji Sri yati narsinghabd Saraswati Ji Maharaj ji ka sarth do
Bhai aaapke Circle mei jitne bhi hindu log hai unse boleiye jyada bacha paida kare tabhi humlog bachenge nahi to humlog Bharat se bhi khatam ho jayenge
Jai Sri ram Jai Shri Krishna 🙏