पुरन दा (पुरन सिंह राठौर) मेरे संज्ञान में एक मात्र साध्य नाम है भगनोल, बैर विधा के लिए बिल्कुल एक एक मुर्की सटीक और संतुलित रहती है उनकी । ये विधा डायनासोर की तरह विलुप्ति की कगार पे थे एक बार फिर से सुनने को मिला अच्छा लगा। एक बार मेरा भी सामना हुआ था पुरन दा के साथ भगनोल 2014 से होते आ रहे थे। 2017 में भग्नोल से बैर तक पहुंच गए और वो दिन था आधा घंटा उनके साथ गाने के बाद हार माननी पड़ी थी।।
इसको कहते हैं भगनौल। ठेठ कुमाऊनी। ऐसे-ऐसे कलाकार हमारे उत्तराखंड में जन्मे हैं तो फिर हमें किस बात कमी।।मजा आ गया सुन के। धन मेरो पहाड़ा धन मेरो कुमाऊं।। मेंखीमसिह लुधियाना से।हम आपके इस तालमेल को नमन करते हैं।
चांदनी इंटरप्राइज की तरफ से जो भी गीत संगीत प्रस्तुत किए जाते हैं उनका लेवल/क्वालिटी ए प्लस कैटेगरी का होता है. इसका श्रेय श्री तोलिया जी को जाता है उनका कुमाऊं संस्कृति प्रेम को बयां करने की जरूरत नहीं वह उनके काम से झलकता है . उनका धन्यवाद करना चाहूंगा क्योंकि उनका जो सिलेक्शन है वह काबिले तारीफ है. आशा करता हूं आगे भी यही चीज जारी रहेगी और हमारी ठेठ कुमाऊनी संस्कृति को बचाए रखेंगे... श्री रमेश जगरिया जी के टीम ने तो कमाल ही कर दिया सारे भाइयों को शुभकामनाएं.... .
अहा क्या सवाल जवाब 💖💖 क्या संदेश दिए आप दोनों महानुभावों ने आपको सलाम ।।🙏🙏 हमारी लोकगायकी की श्रेणियों में से सबसे मज़ेदार गायकी है ये भगनौल ।।😍😇 आनंद आ गया रमेश दा और पूरन दा जी रेया 🙏🙏🙏💖💖
बहुत बडिया। टोलिया जी ने जो हमारी संस्कृति को बचाये रखने के लिए भगनोल कलाकारो को एकत्रित करके एक बार फिर से हमारी ईस संस्कृति का उदधार किया है। ये है असली जवाब सवाल के साध भगनौल। बहुत बडिया रमेश जगरिया व पुरन सिह जी के द्धारा गाया। बहुत बहुत बधाई व शुभकामनाएं। दातुलैकी धारअ ।कांड कमस्यारा।ज्वार मुनस्यारा। आज दिगो हमार संस्कृति क फिर करी हाछ उतधारा।
आज मेरे दिल में इस चैनल के लिए 50% इज्जत और बड़ गई हम चाहते है ऐसे folk सुनने को मिले लेकिन कोई हम तक पहुंचा नी पता पर चादिनी इंटरप्राइजेज ने ये किया धन्य है आपके लिए हम आशा करते है हमको आगे भी ऐसे folk सुनने को मिलते रहे।। जय उत्तराखंड
पूरन सिंह और रमेश सिंह की आवाज में कितनी जबरदस्त मधुर संगीत सुनने को मिलता है बहुत मजा आ गया आनंद शांति अपने उत्तराखंड का खर्चा जय हो मेरे उत्तराखंड देव भूमि मेरे उत्तराखंड की संस्कृति जय हो
ननस्कार हो पुरन दा रमेश दा ।भौतै बड़ी तुमेरि जोड़ि ।मौत बड़ी लागौ दाज्यू तमर य भगनौल ।जागरि। धन्यवाद जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद अपनी संस्कृति को जिंदा रखने के लिए। में खीमू लुधियाना बै।।
I guess Im asking randomly but does anyone know a way to get back into an Instagram account?? I stupidly forgot the account password. I love any assistance you can give me!
ramesh daadi or puran daadi tim 1000000 saal jiya yah myar harnath gwal devta gangnath devta or veer devta aashirvad chhi daa tim amar rya tamar kalakari isee k. dikhan sunnan mai milte rahe (dhanyvad)
दीगो ला दाज्यू जस तुमिले हमार गीत बार ( भागनोल, जागर फाग, छपेली, झोड़ा, चांचरी) संजोयी रख्यान इतू भल के हमन हमरी संस्कृति दीगाड़ जो तुमि हमून के मिलुन रा छा खुटी सलाम छ दाज्यू तुमु के 😊🙏🙏🙇
वाह❤ यह सुनते ही अपना बचपन याद आ गया जब पिताजी और दादा जी आकाशवाणी के नजीबाबाद केंद्र को सुना करते थे धन्यवाद आप लोगों का जिन्होंने एक कर्ण प्रिय गीत भगनौल गाया है
ये वास्तव में आपके द्वारा सराहनीय प्रयास है हमारे लुप्त होती थाती को जगाने का काश ये गीत बैर भगनोल सुनाई देते हमारे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में और बड़े बड़े मेलों में तो बात होती मगर दुख इस बात का है कि संस्क्रति के नाम पर जो फूहड़ पन हमारे मंचो व कलाकारों द्वारा परोसा जाता है यह हमारी थाती को पतन के अथाह गर्त में धकेल रहा है
बहुत खूब बहुल अलग। सुन क् ऐसा लगा जैसे आज गांव क् 4 लोग बैठ के गा रहे हैं। बहुत ही बढ़िया पेशकश और रणजीत भेजी को धन्यवाद ऐसी पेशकश पहाड़ो से बटोर के लाने के लिए ।
पूरी टीम को कोटि-कोटि नमन बहुत अच्छा लगता है जब कोई हमारी पुरानी विधाओं को हमारी संस्कृति को लोगों के बीच में लाता है आज के इस बनावटी आधुनिकता के दौर में हमारी वास्तविक पहचान विलुप्त हो रही हैं ऐसे में जो लोग भी विधाओं को परंपराओं को संस्कृति को लोगों को अवगत करा रहे हैं ऐसे सभी कलाकारों को को मेरा मेरा दंडवत प्रणाम गोपाल गोस्वामी
रमेश चाचा जी आवाज को तो सुनने का ही मन करता है कितनी मिठास है आवाज में हमारे उत्तराखंड सरकार को लोक कलाकार को प्रोत्साहन करना चाहिए कुछ कलाकार आर्धिक समस्या के चक्र में अपनी हुनर नहीं देखा पाते
सुन्दर ।बहुत पुरानी याद ताजा हो गई जब देबीधुरा असाडी कौतिक में रातभर बड़े बुजुर्ग लोगों सेभगनौल सुने थे जो शिर में बड़ा साफा बाध कर हाथ में लम्बी छड़ी लेकर भोर होने तक गाते थे। इस विधा को जीवित रखने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यावाद।
Bhai logo dhany ho gyi me yh bhagnol sun k.aankh me aanshu aa gye.bachapan me har koi jnglou me jakr hr koi bhagnoul gata tha.un dinou me kho gai.bhai chodna mt yh kaam ab.please
बहुत ही सुन्दर दाज्यू भगनौल के माध्यम से संस्कृति को सुरक्षित रखने का प्रेरणादाई संदेश।नवीन टोलिया सर जी का बहुत बहुत आभार जो हमारी कुमाऊं के विलुप्त होती संस्कृति को बचाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं।
अाहाआआआ गजब एक बखत तो यस चिताईछी कि हम कभै नि सुण सकून भगनौल आब आपकी प्रस्तुति बरदान स्वरूप छू आपुक कृपा नई पीढ़ी कभै नि भुलेली आपुक नाम अमर रौल सम्पूर्ण टीम बहुते धन्यवाद
दिल खुश हो गया सुनकर रमेश जगरिया जी के सभी सोंग्स मुझे बहुत पसंद आते है लेकिन इस न्योली को सुनकर आज पहली बार कॉमेंट्स कर रहा हूं वीडीयो मै दिल खुश हो गया
दिगो लाली भाईयो भौत बढ़िय भगनौल सुणीन आज भौत दिन बाद दिगो भाईयो मेर बाबू ले गानी यसै भगनौल भौत याद ऐगे जी रया जागी रया भाईयो ♥️♥️♥️♥️♥️🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Wow very nice aapane Jo Kumauni cultural Aage banane ki koshish Ki Hai Uske liye aapka bahut bahut Dhanyavad Ham Sare Uttrakhand Sare Pahari aapke support Mein Hamesha rahenge aur aapko specially meri taraf se bahut bahut thanks
Super bhagnol geet. Jisse hmm appne dil k sbdu ko ya devbhumi sanskirti sbhiyta jo uske khilaap ho rha kaam ko iss geet k maadhiyam se Byaaa krty h. Super
Nice kahan gaye Honge vah Din Aur Kahan Gaye Honge vah Din Aur Kahan Gaye Honge vah log Jo bhagnal kake Din Raat Gujar dete the Aur bucknell sunane Ko log Betab Hote the fir se bhagnal ko aap Logon Ne Jinda Kiya Puri team ko bahut bahut badhai
पुरन दा (पुरन सिंह राठौर) मेरे संज्ञान में एक मात्र साध्य नाम है भगनोल, बैर विधा के लिए बिल्कुल एक एक मुर्की सटीक और संतुलित रहती है उनकी । ये विधा डायनासोर की तरह विलुप्ति की कगार पे थे एक बार फिर से सुनने को मिला अच्छा लगा। एक बार मेरा भी सामना हुआ था पुरन दा के साथ भगनोल 2014 से होते आ रहे थे। 2017 में भग्नोल से बैर तक पहुंच गए और वो दिन था आधा घंटा उनके साथ गाने के बाद हार माननी पड़ी थी।।
Bagwan aap ki umar lambi rakhe
इसको कहते हैं भगनौल। ठेठ कुमाऊनी। ऐसे-ऐसे कलाकार हमारे उत्तराखंड में जन्मे हैं तो फिर हमें किस बात कमी।।मजा आ गया सुन के। धन मेरो पहाड़ा धन मेरो कुमाऊं।। मेंखीमसिह लुधियाना से।हम आपके इस तालमेल को नमन करते हैं।
चांदनी इंटरप्राइज की तरफ से जो भी गीत संगीत प्रस्तुत किए जाते हैं उनका लेवल/क्वालिटी ए प्लस कैटेगरी का होता है.
इसका श्रेय श्री तोलिया जी को जाता है उनका कुमाऊं संस्कृति प्रेम को बयां करने की जरूरत नहीं वह उनके काम से झलकता है .
उनका धन्यवाद करना चाहूंगा क्योंकि उनका जो सिलेक्शन है वह काबिले तारीफ है. आशा करता हूं आगे भी यही चीज जारी रहेगी और हमारी ठेठ कुमाऊनी संस्कृति को बचाए रखेंगे... श्री रमेश जगरिया जी के टीम ने तो कमाल ही कर दिया सारे भाइयों को शुभकामनाएं....
.
दाज्यु में गढ़वाल बटी च पर मेते कुमाऊनी संगीत बहुत पसंद च
पहले थोड़ा बहुत समझ आंन ची पर अब सुनते सुनते अच्छा समझ में आन
अहा क्या सवाल जवाब 💖💖 क्या संदेश दिए आप दोनों महानुभावों ने आपको सलाम ।।🙏🙏 हमारी लोकगायकी की श्रेणियों में से सबसे मज़ेदार गायकी है ये भगनौल ।।😍😇 आनंद आ गया रमेश दा और पूरन दा जी रेया 🙏🙏🙏💖💖
बहुत बडिया। टोलिया जी ने जो हमारी संस्कृति को बचाये रखने के लिए भगनोल कलाकारो को एकत्रित करके एक बार फिर से हमारी ईस संस्कृति का उदधार किया है।
ये है असली जवाब सवाल के साध भगनौल।
बहुत बडिया रमेश जगरिया व पुरन सिह जी के द्धारा गाया। बहुत बहुत बधाई व शुभकामनाएं।
दातुलैकी धारअ ।कांड कमस्यारा।ज्वार मुनस्यारा।
आज दिगो हमार संस्कृति क फिर करी हाछ उतधारा।
आज मेरे दिल में इस चैनल के लिए 50% इज्जत और बड़ गई हम चाहते है ऐसे folk सुनने को मिले लेकिन कोई हम तक पहुंचा नी पता पर चादिनी इंटरप्राइजेज ने ये किया धन्य है आपके लिए हम आशा करते है हमको आगे भी ऐसे folk सुनने को मिलते रहे।।
जय उत्तराखंड
पूरन सिंह और रमेश सिंह की आवाज में कितनी जबरदस्त मधुर संगीत सुनने को मिलता है बहुत मजा आ गया आनंद शांति अपने उत्तराखंड का खर्चा जय हो मेरे उत्तराखंड देव भूमि मेरे उत्तराखंड की संस्कृति जय हो
बहुत सुंदर बधाई एवं शुभकामनाएं
ननस्कार हो पुरन दा रमेश दा ।भौतै बड़ी तुमेरि जोड़ि ।मौत बड़ी लागौ दाज्यू तमर य भगनौल ।जागरि। धन्यवाद जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद अपनी संस्कृति को जिंदा रखने के लिए। में खीमू लुधियाना बै।।
Thank you
मन मुग्ध हो गया।।बहुत ही लाजवाब।मेरा शौभाग्य रहा की इस भगनोल गीत में सहगायन करने का मौका मिला
आपको भी भी नमन
Keep it up bro...
So good my brother I like it
I guess Im asking randomly but does anyone know a way to get back into an Instagram account??
I stupidly forgot the account password. I love any assistance you can give me!
@Antonio Judson Instablaster :)
सलाम है महान कलाकारों को जो अपनी सांस्कृतिक के संरक्षक है।।।।।।
ruclips.net/video/ob14iSbMml8/видео.html
*Pileas like and susbcribe my channel*
*देखिये भोले नाथ जी के द्वार मैं भक्तो की भीड़ और हरि भजन*
Yes
बहुत सुन्दर। हमारी संस्कृति जीवन्त हो गयी है। धन्य है ये भाई लोग। मन हिर्दय तृप्त हो गया है। जय हो हमारी कुमाऊनी संस्कृति।
बहुत समय बाद कुछ अच्छा सुनने को मिला दिल को छू गया,
जय हो दाज्यू तुमार , जी रिया जाग रया
गाने रया 🙏🙏🙏❤️
ramesh daadi or puran daadi tim 1000000 saal jiya yah myar harnath gwal devta gangnath devta or veer devta aashirvad chhi daa tim amar rya tamar kalakari isee k. dikhan sunnan mai milte rahe (dhanyvad)
दीगो ला दाज्यू जस तुमिले हमार गीत बार ( भागनोल, जागर फाग, छपेली, झोड़ा, चांचरी) संजोयी रख्यान इतू भल के हमन हमरी संस्कृति दीगाड़ जो तुमि हमून के मिलुन रा छा खुटी सलाम छ दाज्यू तुमु के 😊🙏🙏🙇
बहुत सुंदर यह सुनकर बहुत ही अच्छा लगा कि अभी तक हमारी संस्कृति रीति रिवाज परंपराएं अभी तक चल रही है
बहुत सुंदर
बहुत अच्छा लगा ,आज भी हमारी पुरानी संस्कृति की झलक मौजूद है, सच में सुन के बहुत कुछ सीखने की मिला ,पूरी टीम को तहे दिल से धन्याबाद🙏🙏
धन्य हैं आप लोग आपने हमारी संस्कृति को बचाएं रखा है। ये शिक्षा नयी पीढ़ी को जरूर देना दाज्यू । बहुत बहुत धन्यवाद आप लोगों को
वाह❤
यह सुनते ही अपना बचपन याद आ गया जब पिताजी और दादा जी आकाशवाणी के नजीबाबाद केंद्र को सुना करते थे धन्यवाद आप लोगों का जिन्होंने एक कर्ण प्रिय गीत भगनौल गाया है
Bahut sundar Geet ❤❤
जय देव भूमि,आप जैसे गायक ही पहाड़ी संस्कति के रक्षक हैं ।धन्या वाद
कितने महीने बाद youtube में कोई वीडियो पूरा देखा और सुना । दिल खुश कर दिया आप लोगो ने । सभी कलाकारों को नंदा चैनल की ओर से नमन करते है ।
ये वास्तव में आपके द्वारा सराहनीय प्रयास है हमारे लुप्त होती थाती को जगाने का काश ये गीत बैर भगनोल सुनाई देते हमारे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में और बड़े बड़े मेलों में तो बात होती मगर दुख इस बात का है कि संस्क्रति के नाम पर जो फूहड़ पन हमारे मंचो व कलाकारों द्वारा परोसा जाता है यह हमारी थाती को पतन के अथाह गर्त में धकेल रहा है
Bahut sundar
ये सब विलुप्त होते जा रहे है इन्हे बचाये रखें 🙏🙏🙏
बहुत खूब बहुल अलग। सुन क् ऐसा लगा जैसे आज गांव क् 4 लोग बैठ के गा रहे हैं। बहुत ही बढ़िया पेशकश और रणजीत भेजी को धन्यवाद ऐसी पेशकश पहाड़ो से बटोर के लाने के लिए ।
आंनद आ गया रमेश दा व पुरन दा👏👏👏👏👏👏👏वाह , 10 बार से ज्यादा सुन लिया अब तो सामने और सुनने का मन है
बेहतरीन भगनौल, काफी समय बाद इतना बेहतरीन कुछ सुनने को मिला कल रात से 3 बार सुन चूका हूँ👌
पूरी टीम को कोटि-कोटि नमन बहुत अच्छा लगता है जब कोई हमारी पुरानी विधाओं को हमारी संस्कृति को लोगों के बीच में लाता है आज के इस बनावटी आधुनिकता के दौर में हमारी वास्तविक पहचान विलुप्त हो रही हैं ऐसे में जो लोग भी विधाओं को परंपराओं को संस्कृति को लोगों को अवगत करा रहे हैं ऐसे सभी कलाकारों को को मेरा मेरा दंडवत प्रणाम
गोपाल गोस्वामी
Daajyu majaa aa gaya ho lagbhag 15 saal baad suni bhagnol
धन्यबाद है टोलिया जी को जो हमारे असली फोक को बचाये रखने में निरंतर प्रयासरत हैं। आपकी इस सोच को सल्यूट है
रमेश चाचा जी आवाज को तो सुनने का ही मन करता है कितनी मिठास है आवाज में हमारे उत्तराखंड सरकार को लोक कलाकार को प्रोत्साहन करना चाहिए कुछ कलाकार आर्धिक समस्या के चक्र में अपनी हुनर नहीं देखा पाते
Jai Ho 🙏🙏 Bahut Badiya jugalbandi Shri Ramesh Jagariya ji or Shri Puran Singh Rathore ji 🙏🙏 Namn hai aap dono ko
सुन्दर ।बहुत पुरानी याद ताजा हो गई जब देबीधुरा असाडी कौतिक में रातभर बड़े बुजुर्ग लोगों सेभगनौल सुने थे जो शिर में बड़ा साफा बाध कर हाथ में लम्बी छड़ी लेकर भोर होने तक गाते थे। इस विधा को जीवित रखने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यावाद।
दाज्यू आनंद ऐगो हो यो भगनोल सुनी बे। बहुत बहुत शभकामनाएं आप लोगन कू।🙏
पहाड़ की संस्कृति को आप जैसे कलाकारों ने जीवन्त रखा है। धन्य हो देवभूमि तुझे हजार सेल्युट करते हैं।🙏🙏🙏
Bhai logo dhany ho gyi me yh bhagnol sun k.aankh me aanshu aa gye.bachapan me har koi jnglou me jakr hr koi bhagnoul gata tha.un dinou me kho gai.bhai chodna mt yh kaam ab.please
बहुत ही खूबसूरती से गाया है आप लोगों ने।
आप जैसे लोग ही उत्तराखंड की शान हैं।❤
बहुत ही सुन्दर दाज्यू भगनौल के माध्यम से संस्कृति को सुरक्षित रखने का प्रेरणादाई संदेश।नवीन टोलिया सर जी का बहुत बहुत आभार जो हमारी कुमाऊं के विलुप्त होती संस्कृति को बचाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं।
हमारी पुरानी संस्कृति की वास्तविक झलक 💙💙💙बिना किसी मिलावट के 😁🙏बहुत शुभकामनाये पूरी टीम को 💙🙏🇮🇳
बहुत दिनों के बाद ऐसा सुंदर जोड़ी ने भगनौल सुनाए दिल प्रसन्न हो गया जी।
Bahut hi khubsurti se gaya hai Ramesh da or Puran Singh Rathore Ji Ne Aaj in se kuch sikhane Ko Mila jai uttarakhand 👌🙏🙏👌🙏
बेहतरीन - इसे कहते है ठेठ भगनौल - जय कुमाऊँ जय गढवाल दगडि अफन जय जौनसार°®
वाह,, गजब,,
धन्यवाद आप सबका,,जो इस बदलते समय मे नव युवा तक हमारी परम्परा को जोड़ने के लिए!!💐💐
जय देवभूमि, जय उत्तराखंड
Kumau ke lokgeet 😍 ye hai asli dharohar.👌
दिल खुश हुवा बहुत दिनों बाद
पुरी टीम को दिल से 🙏🙏🙏🙏🙏कया बात है हमारे उतराखड के शान हो आप इस परम्परा को यूही बचाये रखना 👏👏👏👏👌👌👌❤❤❤
Bahut jabardust mja aa gya sunkar baar baar sunne ko man kr rha h ek number bahut hu behtareen 👌👌👌🎶🎶🎶❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏
सलाम है इन महान कलाकारों को, जो अपनी सांस्कृतिक के असली संरक्षक है।
अाहाआआआ गजब
एक बखत तो यस चिताईछी कि हम कभै नि सुण सकून भगनौल आब आपकी प्रस्तुति बरदान स्वरूप छू आपुक कृपा नई पीढ़ी कभै नि भुलेली आपुक नाम अमर रौल
सम्पूर्ण टीम बहुते धन्यवाद
मजा आया भगनोल में ये है हमारी संस्कृति
हमारे उत्तराखंड की पारंपरिक भगनोल गीत आज पहली बार सुनने को मिला बहुत बहुत सुंदर ❤️👍👌
Bhut hi sundar prastuti , you all are outstanding 👌
Jai devbhumi jai uttarakhand 🙏🏼
बहुत ही सुन्दर और बहुत बहुत धन्यवाद
ruclips.net/video/ob14iSbMml8/видео.html
*Pileas like and susbcribe my channel*
*देखिये भोले नाथ जी के द्वार मैं भक्तो की भीड़ और हरि भजन*
दिल खुश हो गया सुनकर रमेश जगरिया जी के सभी सोंग्स मुझे बहुत पसंद आते है लेकिन इस न्योली को सुनकर आज पहली बार कॉमेंट्स कर रहा हूं वीडीयो मै दिल खुश हो गया
उत्तराखण्ड की संस्कृति की बहुत सुन्दर प्रस्तुति प्रस्तुति है साधुवाद
बहुत सुंदर भगनौल जोड़ी भी बहुत सुंदर है सभी को मेरा नमस्कार🌷🙏🌷👌👍
आपका बहुत बहुत आभार । जो प्योर उत्तराखंडी संस्कृति को बचाने में लगे हो।❤️🙏
Bahut bahut dhaniywaad chandni enterprise jo aap ne bahut acha kiya Ramesh da aur Puran da ko aage laye bahut ..
Jai hoooo. Jai hoooo Bahuty Bahuty Sundar Bhaggnoll ❤❤❤❤❤ Ji Reya Jaaggi Reya
ओहो दाज्यू क्या भल दाज्यू मजा ऐग्यो भौत ही भल 😍💓🙏🏻🤙🎵
शानदार सवाल जवाब, वाह बहुत सुंदर , दिल मे उतर गया, रमेश जी, राठौङ जी
बहुत सुंदर प्रस्तुति। धन्य हैं हम जो इतनी सुन्दर प्रस्तुति सुन रहे हैं। धन्य हैं हमारी संस्कृति 🙏🙏🙏💐💐
भगनौल गाने वाली टीम को बहुत बहुत बधाईयाँ बार बार सुनने के बाद भी फिर से सुनने का मन कर रहा है
Bhut bhut sunder gya apne bhagnol.. 👏
बहुत सुंदर प्रस्तुति आज लगा कि पुरानी रीति रिवाज में प्रवेश कर रहे हैं 😊।
बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं गुरु जी एवं आभार टोलिया जी🙏💐
Bhut bdiya ramesh da ,puran da aise hi dohri bhagnola lekar bhi aana jaldi hi thanks toliya ji thanku
बहुत अच्छी गायकी दिल छू गया ।। लेकिन समाजिक परिवर्तन के साथ भगनोलो में भी काफी परिवर्तन कर दिया गया है।।
Wahhh😊🙏
Bahut badhiya daju 👍👍👌👌🙏🙏🙏 बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं आप सभी को
कुमाऊ की धरोहर छु त भगनौल,... 🙏❤️❤️❤️👌
Aap logon ka dhanyavad.aap jaise kalakar pahari lok Sanskrit ko bachaye huve hain.
Jay Uttrakhand devbhoomi Bagal bahut hi badhiya daju Sahab ko pranam🙏🙏🙏🙏🙏
दिगो लाली भाईयो भौत बढ़िय भगनौल सुणीन आज भौत दिन बाद दिगो भाईयो मेर बाबू ले गानी यसै भगनौल भौत याद ऐगे जी रया जागी रया भाईयो ♥️♥️♥️♥️♥️🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Wow very nice aapane Jo Kumauni cultural Aage banane ki koshish Ki Hai Uske liye aapka bahut bahut Dhanyavad Ham Sare Uttrakhand Sare Pahari aapke support Mein Hamesha rahenge aur aapko specially meri taraf se bahut bahut thanks
आपका शुक्रिया प्रोत्साहित करने के लिए
Maja aa gya puran taau me sangaar se hu aur aapko jaanta hu hmesha aapki ye aavaaaj mughe madhur lgti he
पूरे भारत की संस्कृति एक देव भूमि की संस्कृति एक, देवभूमि पुरा भारत है बहुत सुंदर
Puran दा तो bolti band kar deta hai gajab ,thanks for this amazing विधा।
वाउ क्या बात सम्मानित कलाकारों को मेरा सैल्यूट जय हिन्द जय उततराखंड।
❤jy visnu❤❤❤bhut❤brliya❤swer❤swet❤bhgnaol❤
Jai ho Ary waw kya bat hai Bahut badiya puran da And Ramesh da
जय हो उत्तराखंड
Bahut badiya.. Daju..kya gyan hai aap Logo ka... Jai ho aap Logo ki
Bahut sunder geet. Purane din yad Aaye dajyu. Bachi ro yo jodi
Uk ko aap jaise logon ne hi kayam rkha he dhany he aap log❤❤
बहुत ही मधुर आवाज़ है आप दोनों की ।जय UTRAKHAND
बेहतरीन भगनौल सभी टीम सदस्यों को बहुत बहुत बधाइयाँ
बहुत ही बढ़िया जुगलबंदी हमारी संस्कृति को बचाने का एक उत्कृष्ट प्रयास।
HBT Music Voice of Uttarakhand यूट्यूब चैनल की पूरी टीम की ओर से ढेर सारी शुभकामनाएं ❤️❤️❤️❤️❤️
आपको धन्यवाद सर, आप हमेशा हमारी लोककला एवं परंपरा को आगे लाकर नई पीढ़ी को हमारी संस्कृति का ज्ञान देते हैं।
Jai ho Ramesh Da aur Puran Da apki। Aap donu ki jugalbandi Bahout achi lagi।
Super bhagnol geet. Jisse hmm appne dil k sbdu ko ya devbhumi sanskirti sbhiyta jo uske khilaap ho rha kaam ko iss geet k maadhiyam se Byaaa krty h. Super
अहा बहुत सुन्दर
भगनौल गायन में जबरदस्त जुगलबन्दी
जय उत्तराखण्ड
रोना आ जाता है पुरा भगनौल सुनने मे😢
Bhut sunder geet h hmari purani prmpra ko aap logo ne zinda rkha h nice 👍☝☝☝☝👏👏👏👏👏
बहुत सुंदर प्रस्तुति पूरी टीम को शुभकामनाये
Nice kahan gaye Honge vah Din Aur Kahan Gaye Honge vah Din Aur Kahan Gaye Honge vah log Jo bhagnal kake Din Raat Gujar dete the Aur bucknell sunane Ko log Betab Hote the fir se bhagnal ko aap Logon Ne Jinda Kiya Puri team ko bahut bahut badhai
Mja aa gya.. purani.yade kas... Yhi reet aaj bhi Hoti.....
बहुत सुंदर जय हो मेरे देवभूमि उत्तराखंड की🙏🚩🚩🚩❤️🌹🌹🌹🌹🌹🚩🚩❤️🌹🌹🌹💐💐👌👍👍❤️❤️🌹🌹🙏🙏
J8jyu❤ urf😮m7
अती सुंदर प्रस्तुति आप की वजह से ही अभी जीवित है हमारी सभ्यता और संस्कृति धन्यवाद् आपका
बहुत इंतजार था रमेश दा का।।।बहुत धन्यवाद
Daajyu hamne kabhi bhagnol dekha to nahi suna thaa lakin aaj dekh liya, bahauat khoob, lage raho or apni sanskriti ko fir se jawaa kro