धरि नृपतनु,, राजा का शरीर या मुनि तनु😂 व्याकरण के ज्ञान के बिना संवाद में अर्थ का अनर्थ कर दिया जाता है।। नृपतनु और मुनितनु में तत्पुरुष समास ही नहीं है इसीलिए राजा का शरीर और मुनि का शरीर ये अर्थ करना सर्वथा गलत है। यहाँ समास होगा नृपस्य सदृशम् तनु अर्थात राजा के जैसा ही शरीर अर्थात वेष परिवेश न कि राजा का शरीर।।
*Wah bahut khoob 😊😊*
Bahut sundar samvad
Awasthiji b s pa parti ke hai
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जय श्री सिया राम
Jai shree sita ram
Nice
Bahut sundar sambad
Jai shree Ram 🚩🚩🚩🚩🙏🙏
PARASRAM JI ka koi jod nhi present time pe only Suresh ji hi takkar dete hai aur koi nhi de. Pata hai..
Sahi h
Aisi baat nahi Hai Amardeep avsthi bahut yogya aur Gyani Lakshman abhineta he
Are Maine kaha hai takkar pe koi nhi hai bhaki gyan sabko hai takkar ki bat kr rha hu
Correct bhai
Jai shree Ram
जो बात प्रसंग की है वो तो परशुराम जी ने काट दी और निजी चिंतन बहुत देर तक बोलते रहे
जय सिया राम ❤❤❤❤❤❤❤❤😊😊😊😊😊😊😊
धरि नृपतनु,, राजा का शरीर या मुनि तनु😂
व्याकरण के ज्ञान के बिना संवाद में अर्थ का अनर्थ कर दिया जाता है।।
नृपतनु और मुनितनु में तत्पुरुष समास ही नहीं है इसीलिए राजा का शरीर और मुनि का शरीर ये अर्थ करना सर्वथा गलत है।
यहाँ समास होगा नृपस्य सदृशम् तनु अर्थात राजा के जैसा ही शरीर अर्थात वेष परिवेश न कि राजा का शरीर।।
Sarvshreshtha lakshaman
Amardeep ji ka koyi jod nhi