दो नाक 🥲 - हरिशंकर परसाई (व्यंग्य)
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- Опубликовано: 10 фев 2025
- नमस्कार दोस्तों आज हमें हरिशंकर परसाई जी ki kahani बारे में पढ़ा है उनकी स्टोरी padhi है कि उन्होंने कैसे samaj ki kuritiyo ke bare mai. Bataya hai unके व्यंग्य के बारे में हमें बताया हरिशंकरपरसाई (1924-1995) हिंदी साहित्य के प्रमुख व्यंगकारों में से एक थे |उनका लेखन समाज की विंडबनाओ राजनीति और मानवीय मूल्य पर तीखा व्यंग करता था |उन्होंने व्यायाम को साहित्य की एक गंभीर विद्या के रूप में स्थापित किया| उनके प्रमुख कृतियों में विकासवाद की शव यात्रा चतुर्थ हुआ गणतंत्र सदाचार कीताबीज शामिल है |हरिशंकर परसाई की भाषा सरल लेकिन प्रभावी होती है ,जो आम जनता के जीवन संघर्ष को उजागर करती है |उनकी रचनाएं आज भी प्रासंगिक है और समाज को सोचने परमजबूर करती है|
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#story #harishankarparsai #socialmedia
Bahut sunder kahani hai❤ ye btati hai ki kaise samaj mai kuritiyo ko badhava diya jaata hai bs apni naak ke liye😢
❤❤bahut sunder kahani sunai
Namaskar dosto❤ aajki kahani bahut hi rochak hai, ise suniyega jarur❤❤
❤❤❤
Ye mere channel ki pehli kahani hai jo 300views ko paar karpayi hai, mai aap sabhi ka dil se dhanay waad krti hu❤