Na Mantram No Yantram ( न मन्त्रं नो यन्त्रं) Durga Kshama Mantras with Sanskrit Lyrics
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- Опубликовано: 9 окт 2024
- देव्यपराधक्षमापन स्तोत्रम् - न मन्त्रं नो यन्त्रं तदपि च न जाने स्तुतिमहो
Navratri Special - Devi Aparadha Kshamapana Stotram - Na Mantram No Yantram Tadapi Ca Na Jaane Stutimaho.
Durga Stuti (Durga Kshama Mantras) - Prayer for forgiveness to Goddess Durga
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Track: 08 Na Mantram No Yantram
Album: Aanandmayi
Singer: Aacharya Deepak Thapliyal
Music: Gaurav Raturi
Producer: Ravindra Lakhera
Label: Himalayan Films Pvt Ltd.
Lyrics Sanskrit and English
न मत्रं नो यन्त्रं तदपि च न जाने स्तुतिमहो
न चाह्वानं ध्यानं तदपि च न जाने स्तुतिकथाः।
न जाने मुद्रास्ते तदपि च न जाने विलपनं
परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम् ॥१॥
Na Matram No Yantram Tad-Api Ca Na Jaane Stutim-Aho
Na Ca-[A]ahvaanam Dhyaanam Tad-Api Ca Na Jaane Stuti-Kathaah |
Na Jaane Mudraas-Te Tad-Api Ca Na Jaane Vilapanam
Param Jaane Maatas-Tvad-Anusarannam Klesha-Harannam ||1||
विधेरज्ञानेन द्रविणविरहेणालसतया
विधेयाशक्यत्वात्तव चरणयोर्या च्युतिरभूत् ।
तदेतत् क्षन्तव्यं जननि सकलोद्धारिणि शिवे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥२॥
Vidher-Ajnyaanena Dravinna-Virahenna-Alasatayaa
Vidheya-Ashakyatvaat-Tava Carannayoryaa Cyutir-Abhuut |
Tad-Etat Kssantavyam Janani Sakalo[a-U]ddhaarinni Shive
Kuputro Jaayeta Kvacid-Api Kumaataa Na Bhavati ||2||
पृथिव्यां पुत्रास्ते जननि बहवः सन्ति सरलाः
परं तेषां मध्ये विरलतरलोऽहं तव सुतः ।
मदीयोऽयं त्यागः समुचितमिदं नो तव शिवे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥३॥
Prthivyaam Putraas-Te Janani Bahavah Santi Saralaah
Param Tessaam Madhye Virala-Taralo[a-A]ham Tava Sutah |
Madiiyo-[A]yam Tyaagah Samucitam-Idam No Tava Shive
Kuputro Jaayeta Kvacid-Api Kumaataa Na Bhavati ||3||
जगन्मातर्मातस्तव चरणसेवा न रचिता
न वा दत्तं देवि द्रविणमपि भूयस्तव मया ।
तथापि त्वं स्नेहं मयि निरुपमं यत्प्रकुरुषे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥४॥
Jaganmaatar-Maatas-Tava Caranna-Sevaa Na Racitaa
Na Vaa Dattam Devi Dravinnam-Api Bhuuyas-Tava Mayaa |
Tathaa-[A]pi Tvam Sneham Mayi Nirupamam Yat-Prakurusse
Kuputro Jaayeta Kvacid-Api Kumaataa Na Bhavati ||4||
परित्यक्ता देवा विविधविधसेवाकुलतया
मया पञ्चाशीतेरधिकमपनीते तु वयसि ।
इदानीं चेन्मातस्तव यदि कृपा नापि भविता
निरालम्बो लम्बोदरजननि कं यामि शरणम् ॥५॥
Parityaktaa Devaa Vividha-Vidha-Sevaa-Kulatayaa
Mayaa Pan.caashiiter-Adhikam-Apaniite Tu Vayasi |
Idaaniim Cenmaatas-Tava Yadi Krpaa Na-Api Bhavitaa
Niraalambo Lambodara-Janani Kam Yaami Sharannam ||5||
श्वपाको जल्पाको भवति मधुपाकोपमगिरा
निरातङ्को रङ्को विहरति चिरं कोटिकनकैः ।
तवापर्णे कर्णे विशति मनुवर्णे फलमिदं
जनः को जानीते जननि जपनीयं जपविधौ ॥६॥
Shvapaako Jalpaako Bhavati Madhupaako[a-U]pama-Giraa
Niraatangko Rangko Viharati Ciram Kotti-Kanakaih |
Tava-Aparnne Karnne Vishati Manu-Varnne Phalam-Idam
Janah Ko Jaaniite Janani Japaniiyam Japa-Vidhau ||6||
चिताभस्मालेपो गरलमशनं दिक्पटधरो
जटाधारी कण्ठे भुजगपतिहारी पशुपतिः ।
कपाली भूतेशो भजति जगदीशैकपदवीं
भवानि त्वत्पाणिग्रहणपरिपाटीफलमिदम् ॥७॥
Citaa-Bhasmaa-Lepo Garalam-Ashanam Dik-Patta-Dharo
Jattaa-Dhaarii Kanntthe Bhujaga-Pati-Haarii Pashupatih |
Kapaalii Bhuutesho Bhajati Jagadiishai[a-E]ka-Padaviim
Bhavaani Tvat-Paanni-Grahanna-Paripaattii-Phalam-Idam ||7||
न मोक्षस्याकाङ्क्षा भवविभववाञ्छापि च न मे
न विज्ञानापेक्षा शशिमुखि सुखेच्छापि न पुनः ।
अतस्त्वां संयाचे जननि जननं यातु मम वै
मृडानी रुद्राणी शिव शिव भवानीति जपतः ॥८॥
Na Mokssasya-[A]akaangkssaa Bhava-Vibhava-Vaan.chaa-[A]pi Ca Na Me
Na Vijnyaana-Apekssaa Shashi-Mukhi Sukhe[a-I]ccha-Api Na Punah |
Atas-Tvaam Samyaace Janani Jananam Yaatu Mama Vai
Mrddaanii Rudraannii Shiva Shiva Bhavaani-Iti Japatah ||8||
नाराधितासि विधिना विविधोपचारैः
किं रुक्षचिन्तनपरैर्न कृतं वचोभिः ।
श्यामे त्वमेव यदि किञ्चन मय्यनाथे
धत्से कृपामुचितमम्ब परं तवैव ॥९॥
Na-[A]araadhitaasi Vidhinaa Vividho[a-U]pacaaraih
Kim Rukssa-Cintana-Parair-Na Krtam Vacobhih |
Shyaame Tvameva Yadi Kin.cana Mayy-Anaathe
Dhatse Krpaam-Ucitam-Amba Param Tavai[a-E]va ||9||
आपत्सु मग्नः स्मरणं त्वदीयं
करोमि दुर्गे करुणार्णवेशि ।
नैतच्छठत्वं मम भावयेथाः
क्षुधातृषार्ता जननीं स्मरन्ति ॥१०॥
Aapatsu Magnah Smarannam Tvadiiyam
Karomi Durge Karunnaa-[A]rnnav[a-Ii]eshi |
Nai[a-E]tac-Chattha-Tvam Mama Bhaavayethaah
Kssudhaa-Trssaa-[Aa]rtaa Jananiim Smaranti ||10||
जगदम्ब विचित्रमत्र किं
परिपूर्णा करुणास्ति चेन्मयि ।
अपराधपरम्परापरं
न हि माता समुपेक्षते सुतम् ॥११॥
Jagadamba Vicitram-Atra Kim
Paripuurnnaa Karunnaa-[A]sti Cenmayi |
Aparaadha-Paramparaa-Param
Na Hi Maataa Samupekssate Sutam ||11||
मत्समः पातकी नास्ति पापघ्नी त्वत्समा न हि।
एवं ज्ञात्वा महादेवि यथायोग्यं तथा कुरु ॥१२॥
Matsamah Paatakii Naasti Paapa-Ghnii Tvatsamaa Na Hi |
Evam Jnyaatvaa Mahaadevi Yathaa-Yogyam Tathaa Kuru ||12||
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Jai mata di sab ko navratari ki badhai ho 🎉🎉🎉
ॐ नमः शिवाय 🌿🙏
नलिस्थितां नलनार्क्षी सिद्धीदात्री नमोअस्तुते॥
परमानंदमयी देवी परब्रह्म परमात्मा।
परमशक्ति, परमभक्ति, सिद्धिदात्री नमोअस्तुते॥🌺🌿🙏
Muhhe Bachpan se hi pyara hai yeah bhajan 🙏🙏🙏
🌷 #जय #माँ #जै #जयमाँ 🌷
🔥🌞🩸🌞🩸🌞🩸🌞🔥
#सत्यसनातन #धर्म #संस्कृति
#साधुवाद #अभिनंदन ☀🙏☀
#राष्ट्र #हित #ही #सर्वोपरि 🌄
Jay mata di 🎉🎉
एक एक शब्द का स्पष्ठ उच्चारण हृदय से निकली यह प्रार्थना अत्यंत मनमोहक व कर्णपिर्य है।जय माँ ज्वालपा।
श्याम थपलियाल(थापली)गुरुग्राम
J
Jai मा ज्वाल्पा।। jai इष्टदेव
❤❤❤
जय माँ ज्वाल्पा
Jay Mata di
Jay Ma Durga 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌺🌸🌼🌻.
आपका बहुत बहुत शुक्रिया मैं जब प्रेग्नेंट थी तब रोज सुबह मैडिटेशन करते टाइम ये आरती सुनती थी
और मेरी बेटी के लिए माँ दुर्गा जी की आरती लोरी का काम करती है
हम दोनों रोज़ाना सुबह सुनते है
और वो बड़े ध्यान से सुनती है
आपका बहुत धन्यवाद 🙏
🙏🙏
जय माँ धारी देवी जय माँ मठियाणा की। बहुत सुन्दर देवी क्षमा मंत्र। सुनकर हृदय में अद्भुत संचार होता है। अति सुंदर।
🙏
जय मातादि ❤❤❤❤
My dad used to sing this , I am so reminded of my childhood memories with this bhajan , You are always loved dad 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jab bhi sunti hu mujhe mairai papa ki yaad aa jati hum bhot chotai tha jab papa har navratri puja ka samay ya yachna Kiya krta tha 😢😢😢😢😢 thank you so much apni sanskriti ko jinda rakhnai ka liya acharya g
🙏
जय हो कुल देवी मां 🙏🙏
जय मां भवानी शक्ति नमः
गुरुदेव को प्रणाम गुरुदेव के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम इतनी सुंदर आवाज में पहली बार सुना
जैय माता दी, जैय मां कोट भामरी,जैयदूनागिरी, जैय महागौरी सदा शिवशक्ति, जैय मां वैष्णो रानी💐💐💐💐💐
माँ सब की सुध ले ती हो माँ मेरी भी🙏🙏🙏🙏🙏🙏 सुध ले लो हमारी! माँ
श्वपाको जल्पाको भवति मधुपाकोपमगिरा
निरातङ्को रङ्को विहरति चिरं कोटिकनकैः ।
तवापर्णे कर्णे विशति मनुवर्णे फलमिदं
जनः को जानीते जननि जपनीयं जपविधौ ॥६॥
अर्थात :- हे माता अपर्णा ! तुम्हारे मन्त्र का एक भी अक्षर मेरे कान में पड़ जाए तो उसका फल यह होगा कि मूर्ख चंडाल भी मधुपाक के सामान मधुर वाणी उच्चारण करने वाला उत्तम वक्ता हो जाता है ; दीन मनुष्य करोड़ो मुद्राओं से संपन्न होकर चिरकाल तक निर्भर विहार करता रहता है | जब मंत्र के एक अक्षर के श्रवण का ऐसा फल है तो जो लोग विधिपूर्वक जप में लगे रहते हैं उनके जप से प्राप्त उत्तम फल कैसा होगा ? इसको कौन मनुष्य जान सकता है ?
चिताभस्मालेपो गरलमशनं दिक्पटधरो
जटाधारी कण्ठे भुजगपतिहारी पशुपतिः ।
कपाली भूतेशो भजति जगदीशैकपदवीं
भवानि त्वत्पाणिग्रहणपरिपाटीफलमिदम् ॥७॥
अर्थात :- भवानी ! जो अपने अंगो में चिता की राख लपेटे रहते हैं, जिनका विष ही भोजन है, जो दिगंबरधारी {नग्न रहनेवाले} हैं, मस्तक पर जाता और कंठ में नागराज वशुकी को हार के रूप में धारण करते हैं तथा जिनके हाथ में कपाल सोभा पाता है , ऐसे भूत्नात पशुपति भी जो एक मात्र `जगदीश’ की पदवी धारण करते हैं, इसका क्या कारन है ? यह महत्व उन्हें कैसे मिला ? यह केवल तुम्हारे पाणिग्रहण की परिपाटी का फल है | अर्थात - तुम्हारे साथ विवाह होने से उनका महत्व बढ़ गया है |
न मोक्षस्याकाङ्क्षा भवविभववाञ्छापि च न मे
न विज्ञानापेक्षा शशिमुखि सुखेच्छापि न पुनः ।
अतस्त्वां संयाचे जननि जननं यातु मम वै
मृडानी रुद्राणी शिव शिव भवानीति जपतः ॥८॥
अर्थात :- मुख पर चंद्रमा की सोभा धारण करने वाली माँ ! मुझे मोक्ष की इच्छा नहीं है, संसार के वैभव की भी अभिलाषा नहीं है; न विज्ञान की अपेक्षा है, न सुख की अकांक्षा; अतः तुमसे मेरी यही याचना है कि मेरा जन्म मृडानी, रुद्राणी, शिव-शिव भवानी इन नामों का जपते हुए बीते |
नाराधितासि विधिना विविधोपचारैः
किं रुक्षचिन्तनपरैर्न कृतं वचोभिः ।
श्यामे त्वमेव यदि किञ्चन मय्यनाथे
धत्से कृपामुचितमम्ब परं तवैव ॥९॥
अर्थात :- माँ श्यामा ! नानाप्रकार के पूजन सामग्रियों से सभी विधिपूर्वक तुम्हारी आराधना मुझसे न हो सकी | सदा कठोर भाव का चिंतन करने वाली मेरे वाणी ने कौन सा अपराध नहीं किया है ? फिर भी तू स्वयं ही प्रयत्न करके मुझ अनाथ पर जो किंचित कृपा दृष्टि जो रखती हो , माँ! यह तुम्हारे ही योग्य है | तुम्हारे जैसी दयामयी माता ही मेरे जैसे कुपुत्र को भी आश्रय दे सकती है |
आपत्सु मग्नः स्मरणं त्वदीयं
करोमि दुर्गे करुणार्णवेशि ।
नैतच्छठत्वं मम भावयेथाः
क्षुधातृषार्ता जननीं स्मरन्ति ॥१०॥
अर्थात : - माता दुर्गे ! करुणासिंधु महेश्वरी ! मई विपत्तियों में फंस कर आज जो तुम्हारा स्मरण करता हूँ { और इससे पहले कभी नहीं किया } इसे मेरी शठता न मान लेना- क्योंकि भूख,प्यास से पीड़ित बालक माता का ही स्मरण करते है |
जगदम्ब विचित्रमत्र किं
परिपूर्णा करुणास्ति चेन्मयि ।
अपराधपरम्परापरं
न हि माता समुपेक्षते सुतम् ॥११॥
अर्थात :- हे जगदम्बे ! मुझ पर तुम्हारी कृपा बनी हुई है इसमें आश्चर्य की बात है ,,, पुत्र अपराध पर अपराध करता जाता हो फिर भी माता उसकी उपेक्षा नहीं करती|
मत्समः पातकी नास्ति पापघ्नी त्वत्समा न हि ।
एवं ज्ञात्वा महादेवि यथायोग्यं तथा कुरु ॥१२॥
अर्थात : - हे महादेवी ! मेरे सामान कोई पातकी नहीं और तुम्हारे सामान कोई पाप हरिणी नहीं ऐसा जानकार जो उचित परे वो करो |
Thanks for sharing
Aisa lagta hai ye sun kar ke mata rane samne he hai, man fresh ho ho jata hai
Aap ke mantro pure Ghar mai Santi may batawran ho jata hi jaym
आदि गुरू श्री शंकराचार्य द्वारा विरचित
देवीक्षमापन स्तोत्र अपने में देवी का
कृपा पाने के लिए उत्तम शब्द है,इसे सस्वर लय और अच्छा हो सकता था ।।
Jai mata jii
दीपकजी आपने बहुत ही मधुरता से गाया, मन माँ ज्वाल्पा की स्तुति मे मन्त्र मुग्ध हो गया ।
श्याम थपलियाल। गुरुग्राम।
Durga maa ko namaskar
Good
@@deepaknegi6389 jvvm
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@@deepaknegi6389 good
@@sekharpandey7765 y s q
Bhut sundar.Jay maa bhagwati.apni daya bane rakhi
जय माता दी,, आप की सदा जय हो। आपकी कृपा दृष्टि सदा सबों पर बनी रहे।
Jai Saneshwar Maharaj Ji, Muni ji Maharaj, Kushmanda Mata ji, Sanasyani Mata Ji
आदरणीय सादर प्रणाम 🙏
आपकी आवाज में यह हृदयस्पर्शी स्तोत्र सुनकर साक्षात माता के समीप बैठकर आराधना कर रही हूँ , ऐसा महसूस हुआ । माँ भगवती की असीम कृपा बनी रहे । जय माँ जगत जननी जगदम्बा 🙏
Just love this....since Navratri in my home and we used to pray it every evening
वाह अदबुद आवाज❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️जय माँ धारी देवी❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Xiv Street DZ daddies to the a
Jai dhari maa 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
❤️ ma apko mera naman . Hamse hui bholo ko kshama kare 🙏🏼
हे मां भगवती दुर्गा मेरी रक्षा करना मेरे कशट को दूर करना मां
Durga maa ko namaskar🙏🙏🙏🙏
Jai mata di
जय मां भवानी जय मां जगदंबे जय आदिशक्ति मैया 💖👌🙏
Jai maa saraswati
Jai maa kali
Jai maa Laxmi
Jai maa vashnavi
नूतन वर्ष और नवरात्रि की समस्त देशवासियों को अनंत हार्दिक शुभकामनाएँ.🌹🌼🌹🌼🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🚩
I like your stuti..fantastic bhai
न मत्रं नो यन्त्रं तदपि च न जाने स्तुतिमहो
न चाह्वानं ध्यानं तदपि च न जाने स्तुतिकथाः।
न जाने मुद्रास्ते तदपि च न जाने विलपनं
परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम् ॥१॥
विधेरज्ञानेन द्रविणविरहेणालसतया
विधेयाशक्यत्वात्तव चरणयोर्या च्युतिरभूत् ।
तदेतत् क्षन्तव्यं जननि सकलोद्धारिणि शिवे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥२॥
पृथिव्यां पुत्रास्ते जननि बहवः सन्ति सरलाः
परं तेषां मध्ये विरलतरलोऽहं तव सुतः ।
मदीयोऽयं त्यागः समुचितमिदं नो तव शिवे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥३॥
जगन्मातर्मातस्तव चरणसेवा न रचिता
न वा दत्तं देवि द्रविणमपि भूयस्तव मया ।
तथापि त्वं स्नेहं मयि निरुपमं यत्प्रकुरुषे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥४॥
परित्यक्ता देवा विविधविधसेवाकुलतया
मया पञ्चाशीतेरधिकमपनीते तु वयसि ।
इदानीं चेन्मातस्तव यदि कृपा नापि भविता
निरालम्बो लम्बोदरजननि कं यामि शरणम् ॥५॥
श्वपाको जल्पाको भवति मधुपाकोपमगिरा
निरातङ्को रङ्को विहरति चिरं कोटिकनकैः ।
तवापर्णे कर्णे विशति मनुवर्णे फलमिदं
जनः को जानीते जननि जपनीयं जपविधौ ॥६॥
चिताभस्मालेपो गरलमशनं दिक्पटधरो
जटाधारी कण्ठे भुजगपतिहारी पशुपतिः ।
कपाली भूतेशो भजति जगदीशैकपदवीं
भवानि त्वत्पाणिग्रहणपरिपाटीफलमिदम् ॥७॥
न मोक्षस्याकाङ्क्षा भवविभववाञ्छापि च न मे
न विज्ञानापेक्षा शशिमुखि सुखेच्छापि न पुनः ।
अतस्त्वां संयाचे जननि जननं यातु मम वै
मृडानी रुद्राणी शिव शिव भवानीति जपतः ॥८॥
नाराधितासि विधिना विविधोपचारैः
किं रुक्षचिन्तनपरैर्न कृतं वचोभिः ।
श्यामे त्वमेव यदि किञ्चन मय्यनाथे
धत्से कृपामुचितमम्ब परं तवैव ॥९॥
आपत्सु मग्नः स्मरणं त्वदीयं
करोमि दुर्गे करुणार्णवेशि ।
नैतच्छठत्वं मम भावयेथाः
क्षुधातृषार्ता जननीं स्मरन्ति ॥१०॥
जगदम्ब विचित्रमत्र किं
परिपूर्णा करुणास्ति चेन्मयि ।
अपराधपरम्परापरं
न हि माता समुपेक्षते सुतम् ॥११॥
मत्समः पातकी नास्ति पापघ्नी त्वत्समा न हि।
एवं ज्ञात्वा महादेवि यथायोग्यं तथा कुरु ॥१२॥
Thanku so much 🙏🌹
Oh Guarding Goddess Ma Durga Pranaam Sthothiram 🙏❤️
Please give financial prosperity 🙏❤️
Thank You MATHAJI for Your support and Blessings ❤️🙏💞
जय मां भवानी,भाव पूर्ण मार्मिक गायन, धन्यवाद।
Pppp
Bahut sundar awaj h aapka aur usi hi tal me path v kiya jis tal m hota h yeh.. Thanks ptah nhii kahan se achank sunane ka man kiya aur search krne pr aapki voice ke sath sunane ko mila. Thanks a lot
Jai maa Bhagwati
Happy Navratri
Jai mata rani ji ki jai ho 👍🏻👍🏻👍🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🇮🇳🇮🇳🇮🇳❤️❤️❤️❤️❤️
Kabhi Ashanti aaye dimag mein is kshma yachna ko jarur sunna chahie Shanti ke liye❤🙏❤️
Jay maa Durga
I repeat every day this mantra
i know Im asking the wrong place but does any of you know a method to log back into an Instagram account?
I stupidly forgot my account password. I would love any help you can give me
@Jake Zander instablaster =)
@Marcelo Bishop I really appreciate your reply. I found the site on google and Im in the hacking process atm.
Looks like it's gonna take quite some time so I will reply here later when my account password hopefully is recovered.
@Marcelo Bishop HOLY **** IT ACTUALLY WORKED :O Just got access to my Instagram account details after ~ 40 minutes by using the site.
Just had to pay 15 $ but definitely worth the price :O
Thank you so much, you saved my ass !
@Jake Zander glad I could help xD
Mann ko sukh dene wala bhajan
श्री दुर्गा देव्यै नम:🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Jai durge mata
Jai Maa Nav Durga
Jai Durga mata❤❤❤
जयमादुरगापूजा
Jai mata di!🌹🌹🌸🌸🙏🏼🙏🏼
❤❤❤❤❤jai maa durga😊😊😊😊
Jai Durga maa ki jai ho 😍😍🥰🥰💯
Jay Ho Kuldevi ki Jay Ho
जब मैं 9 साल की थी तब मुझे या देवी स्तुति याद हो गई थी दिल में बड़ी शांति होती है मैं इसको रोज सुनती हूं मां भगवती सब की रक्षा करें रक्षा करें यही ईश्वर से प्रार्थना है बहुत बहुत धन्यवाद यदि हो सके तो पंचांग भेजने का भी कष्ट कीजिएगा धन्यवाद😅😊 ❤❤
Bahut sunder sur hai
Devyey namah
jai maa durge...
I am listening every day this mantra.
Maan ko Santi milti h Ise sunne se Jai Maa durga 🙏
Regular path karo aur iska asar dekho. Sab manokamna puri hogi. Jay maa...
Aditi
Sarswati maa ka puja me yah chhama mantra padh sakte hai please reply
जय माता दी 🙏🏼💥🙏🏼💓🙏🏼💐🙏🏼👏🏾🙏🏼🌻🙏🏼👋🏾🙏🏼🥀🙏🏼🌹🙏🏼🌺🙏🏼🚩🙏🏼🙏🏼🥀🙏🏼🙏🏼🥀🥀🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
न मत्रं नो यन्त्रं तदपि च न जाने स्तुतिमहो
न चाह्वानं ध्यानं तदपि च न जाने स्तुतिकथाः ।
न जाने मुद्रास्ते तदपि च न जाने विलपनं
परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम् ॥१॥
अर्थात :- हे माँ ! मैं न मंत्र जनता हूँ न यंत्र, अहो ! मुझे स्तुति का भी ज्ञान नहीं है | न आवाहन का पता है न ध्यान का | स्तोत्र और कथाओ कभी ज्ञान नहीं है | न तो मैं तुम्हारी मुद्राएँ जनता हूँ और अ मुझे व्याकुल होकर विलाप ही करना आता है - परन्तु एक बात जनता हूँ की तुमारा अनुशरण करना-तुम्हारी शरण में आना सब क्लेशो को सब बिपत्तियों को हरने वाला है ||१||
विधेरज्ञानेन द्रविणविरहेणालसतया
विधेयाशक्यत्वात्तव चरणयोर्या च्युतिरभूत् ।
तदेतत् क्षन्तव्यं जननि सकलोद्धारिणि शिवे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥२॥
अर्थात : - हे माँ ! सबका उद्धार करनेवाली कल्याणमयी माता ! मैं पूजा की विधि नहीं जनता | मेरे पास धन का भी अभाव है | मैं स्वभाव से भी आलसी हूँ तथा मुझसे ठीक-ठीक पूजा का संपादन भी नहीं हो सकता | इन सब कारणों से तुम्हारे चरणों की सेवा में जो त्रुटी हो गई है उसे क्षमा कर देना- क्योंकि पुत्र का कुपुत्र होना तो संभव है किन्तु माता कभी कुमाता नहीं हो सकती |
पृथिव्यां पुत्रास्ते जननि बहवः सन्ति सरलाः
परं तेषां मध्ये विरलतरलोऽहं तव सुतः ।
मदीयोऽयं त्यागः समुचितमिदं नो तव शिवे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥३॥
अर्थात :- माँ ! इस पृथ्वी पर तुम्हारे सीधे सादे-पुत्र तो बहोत से हैं किन्तु उन सब में ही अत्यंत चपल तुम्हारा बालक हूँ | मेरे जैसे चंचल कोई बिडला ही होगा | शिवे ! मेरा जो यह त्याग हुआ है, यह तुम्हारे लिए कदापि उचित नहीं है- क्योंकि संसार में कुपुत्र का होना संभव है किन्तु माता कही कुमाता नहीं हो सकती |
जगन्मातर्मातस्तव चरणसेवा न रचिता
न वा दत्तं देवि द्रविणमपि भूयस्तव मया ।
तथापि त्वं स्नेहं मयि निरुपमं यत्प्रकुरुषे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥४॥
अर्थात :- जगदम्बा! माता ! मैंने तुम्हारे चरणों की सेवा कभी नहीं की | देवी ! तुम्हे अधिक धन भी समर्पित नहीं किया, तथापि मुझ जैसे अधम पर जो तुम अनुपम स्नेह करती हो इसका कारन यह है कि संसार में कुपुत्र तो पैदा हो सकता है पर कहीं भी कुमाता नहीं हो सकती |
परित्यक्ता देवा विविधविधसेवाकुलतया
मया पञ्चाशीतेरधिकमपनीते तु वयसि ।
इदानीं चेन्मातस्तव यदि कृपा नापि भविता
निरालम्बो लम्बोदरजननि कं यामि शरणम् ॥५॥
अर्थात :- हे श्री गणेश को जन्म देनेवाली माता ! मुझे नानाप्रकार की सेवाओं में मुझे व्यग्र रहना पड़ता था |इस लिए ८५ वर्ष से अधिक अवस्था बीत जाने पर मैंने देवताओं को छोड़ दिया है | अब उनकी सेवा पूजा मुझसे नहीं हो पाती , अतएव उनसे कुछ भी सहायता मिलने की आशा नहीं है | इस समय यदि तुम्हारी कृपा नहीं होगी तो मई अवलंब होकर किसकी शरण में जाऊंगा ?
How you say like this I like so much this video 👑🎶 WOW
जय हो जय मां के पुत्र की जय हो , आपने इतना सरलता से मां की स्तुति की। आप सदैव इसी तरह से स्तोत्रो का पाठ करते रहे ,जय हो
Jay Mata diiii 🌺🌹🌷🌻☘️🕉️🚩🙏♥️
mata kr charno me mera koti koti pranam ❤🙏
Wander full aap ki voice bhut achhi hai dil ko chhu gaya, mai roj 4baje subh sunti hu 🙏🙏🙏🌷
जय माता दी 🙏🙏 बहुत ही मधुर वाणी हृदय पवित्र कर दिया।
Bahut acha hai maza aa gya
जय माता , क्षमा 🙏
Jai mata ranii🙏🙏🙏🙏🙏
Deepak ji apke kanth me maa saraswati Virajmaan h..... Bhut sundar...... Thodaa sa slow h bus...Ye strotra bachpan se hi mujhe Bhut Priya h
Bahut bahut dhanawad, lakheraji bahut samaya se eski talash the, aap ne manki suli, maa ki kripaa aap par banirahai, kripya, maa kaa awahan mantra, or puja vidhi ka vedio bhi bananai ki, kripa kare
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जय मां धारी देवी 🙏🙏🌺🌺🏵️🌷
Jai Mata Di 🙏🙏🙏
Bahut bahut dhanyavad
अतिसुन्दर ।👌💓
Guru Shankaracharya ji ne jis bhav se is prarthana ki rachna ki hogi, uska ansh mehsus hua apki awaj mai......bahut sundar thapliyal ji🙏
Jai maataadiiiii🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai maa Durga
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बहुत बढ़िया थपलियाल जी- लखेड़ा जी.......
jay mata di navratari ki badhai
अति उत्तम गुरु जी
मै सुबह हर रोज इसको सुनता हूं जी
जैय माँ भग्वती, जैय जगत जन्नी, जैय शिव, विष्णु, बृहा शक्ती,💐💐💐💐💐 नमामि माँ
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जय मां भारती
Mere man ko a Bhajan chu liya jay maa Durga ❤❤❤❤❤🙏🙏
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Jay mata dee 🙏🙏🙏
Om namaschndikaye 🌷🌹🌸🌷🌹🌸🥲🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌹🌷🌸🌹🌷🌷🌸🌸🌹🌹🌷🌷🌹🌹🌸🌸🌸🌹🌹🌹😘🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌷🌸🌸🌹🌹🌷🌷🙏🙏🌷🌹🌹🌸🌸🌸🌹🌹🌹🌷🌷🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌷🌹🌹🌸🌸🌸🌹🌹🌹🌷🌷🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌹🌹🌸🌸🌸🌹🌹🌷🌷🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌹🌹🌸🌸🌸🌸🌹🌹🌷🌷🙏🙏🙏🌷🌷🌹🌹🌸🌸🌹🌹😘🥲🙏🙏🌷🌷🌹🌸🌸🌸🌸🌹🌹🌷🙏🙏🙏🌷🌷🌹🌹🌸🌸🌸🌹🌹🌷🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌷🌹🌹🌸🌸🌸🌸🌹🌹🌷🙏🙏🙏🌷🌷🌹🌸🌸🌹🌹🌷🌷🙏🙏🙏🌷🌷🌹🌹🌸🌸🌸🌹🌹🌷🌷🙏🙏🌷🌷🌹🌹🌸🌸🌸🌹🌹🌷🌷🙏🙏🙏🌷🌷🌹🌹🌸🌸🌸🌹🌹🌷🌷🙏🙏🥲🙏🙏🙏🌸🌸🌹🌷🌷🙏🌷🌷🌹🌹
Jai Maa Bhagwati Indramati Dakshan Kali (UKD at Goadsaal )in Chamoli dist very famous Sidhpith and full fill your manokamana
Jai mata di 🙏🌼🌼🌼
Maa jagdamba apke sare kast hare..
Bhut sunder gaya apne 🙏
जय माता दी जय माता दी
Bhut, sundar
अत्यन्द आनन्दवर्धक
सुमधुर वाणी
Jai maa serawali dhanyabad ati sundar
Jai maa durga 😊😊
न मन्त्रं नो यन्त्रं तदपि च न जाने स्तुतिमहो
न चाह्वानं ध्यानं तदपि च न जाने स्तुतिकथा: ।
न जाने मुद्रास्ते तदपि च न जाने विलपनं
परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम्।।1।।
विधेरज्ञानेन द्रविणविरहेणालसतया
विधेयाशक्यत्वात्तव चरणयोर्या च्युतिरभूत्।
तदेतत्क्षन्तव्यं जननि सकलोद्धारिणि शिवे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति।।2।।
पृथिव्यां पुत्रास्ते जननि बहव: सन्ति सरला:
परं तेषां मध्ये विरलतरलोSहं तव सुत: ।
मदीयोSयं त्याग: समुचितमिदं नो तव शिवे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति।।3।।
जगन्मातर्मातस्तव चरणसेवा न रचिता
न वा दत्तं देवि द्रविणमपि भूयस्तव मया।
तथापि त्वं स्नेहं मयि निरुपमं यत्प्रकुरुषे
कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति।।4।।
परित्यक्ता देवा विविधविधिसेवाकुलतया
मया पंचाशीतेरधिकमपनीते तु वयसि।
इदानीं चेन्मातस्तव यदि कृपा नापि भविता
निरालम्बो लम्बोदरजननि कं यामि शरणम्।।5।।
श्वपाको जल्पाको भवति मधुपाकोपमगिरा
निरातंको रंको विहरति चिरं कोटिकनकै: ।
तवापर्णे कर्णे विशति मनुवर्णे फलमिदं
जन: को जानीते जननि जपनीयं जपविधौ।।6।।
चिताभस्मालेपो गरलमशनं दिक्पटधरो
जटाधारी कण्ठे भुजगपतिहारी पशुपति: ।
कपाली भूतेशो भजति जगदीशैकपदवीं
भवानि त्वत्पाणिग्रहणपरिपाटीफलमिदम्।।7।।
न मोक्षस्याकाड़्क्षा भवविभववाण्छापि च न मे
न विज्ञानापेक्षा शशिमुखि सुखेच्छापि न पुन: ।
अतस्त्वां संयाचे जननि जननं यातु मम वै
मृडानी रुद्राणी शिव शिव भवानीति जपत: ।।8।।
नाराधितासि विधिना विविधोपचारै:
किं रुक्षचिन्तनपरैर्न कृतं वचोभि: ।
श्यामे त्वमेव यदि किंचन मय्यनाथे
धत्से कृपामुचितमम्ब परं तवैव।।9।।
आपत्सु मग्न: स्मरणं त्वदीयं
करोमि दुर्गे करुणार्णवेशि।
नैतच्छठत्वं मम भावयेथा:
क्षुधातृषार्ता जननीं स्मरन्ति।।10।।
जगदम्ब विचित्रमत्र किं परिपूर्णा करुणास्ति चेन्मयि।
अपराधपरम्परावृतं न हि माता समुपेक्षते सुतम्।।11।।
मत्सम: पातकी नास्ति पापघ्नी त्वत्समा न हि।
एवं ज्ञात्वा महादेवि यथा योग्यं तथा कुरु।।12।।
Jya Mata Ki
माता रानी ये वरदान देना,
बस थोड़ा सा प्यार देना,
आपकी चरणों में बीते जीवन सारा
ऐसा आशीर्वाद देना माँ🙏💐