आर्य समाज के प्रवर्तक महर्षि दयानंद के अज्ञानता का पर्दाफ़ाश। Vikash Das, Rohtak (HR)

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  • Опубликовано: 24 окт 2024
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Комментарии • 76

  • @prabirbose2213
    @prabirbose2213 2 года назад +5

    Mya bohut vagyaban hun.
    aisa satguru mil gaya.
    koti koti dandwat parnam
    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @askarantonday8539
    @askarantonday8539 2 года назад +2

    Jay ho bandichhod satguru Rampal Ji Maharaj ki 🙏🙏

  • @PrabhuSingh-q5f
    @PrabhuSingh-q5f Месяц назад

    Very very nice Saccha Gyan Sant Rampal Ji ka Anmol Gyan granthon se Praman Shahid Gyan Anmol Gyan sarvshreshth Gyan Satya Gyan

  • @Vedas90
    @Vedas90 2 года назад +3

    True spiritual knowledge of sant Rampal Ji 👍👍

  • @gyanroopigola5419
    @gyanroopigola5419 2 года назад +2

    अनमोल ज्ञान

  • @vijaydasdas6325
    @vijaydasdas6325 2 года назад +2

    Anmol vachan 🙏

  • @jyotinegi1279
    @jyotinegi1279 2 года назад +3

    True spiritual experience

  • @aajkabaadshah
    @aajkabaadshah 6 месяцев назад +1

    संत श्री रामपालमहराज की जय !

  • @raju-kp4eb
    @raju-kp4eb 2 года назад +2

    Very nice shatsang

  • @jyotinegi1279
    @jyotinegi1279 2 года назад +3

    Incredible spiritual experience

  • @tejsinghchouhan4240
    @tejsinghchouhan4240 2 года назад +1

    satsaheb mere gurudev bhgwan rampalji baki sab pampal

  • @laxmimali6778
    @laxmimali6778 2 года назад +4

    Great

  • @nandkishorebrijwasi
    @nandkishorebrijwasi 6 месяцев назад +4

    आर्य समाज अति श्रेष्ठ समाज है उसको बदनाम करना अति निंदनीय काम है

    • @MurlidharVerma-j6e
      @MurlidharVerma-j6e 6 месяцев назад

      Jnab agar ap snatni he to yek bar gyan ganga pusat ko pura jrur pad dena nhi to muslim ho

  • @deepanshuverma6773
    @deepanshuverma6773 4 месяца назад

    Jai shree shyam ❤❤❤❤❤😊😊😊

  • @neerajsandal6104
    @neerajsandal6104 Год назад

    Sat saheb ji 🙏

  • @kalamsinghrawat2210
    @kalamsinghrawat2210 Год назад +2

    बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय

    • @GamingGalaxy5537
      @GamingGalaxy5537 11 месяцев назад

      विकास दास तू कभी आर्य समाज में नहीं था दयानंद ने कहा था वेदों की ओर लौटो रामपाल कहता है पाखंड की तरफ चलो पूरा इंटरव्यू कभी भी दिया हो मैंने आज ही देखा है मेरे पास आज यूपी में मैं बताऊंगा तुझे आर्य समाज में और क्या अंतर है रामपाल में कबीर पंथ में झूठ के अलावा कुछ नहीं है सत्य खोजना है तो पुराने कबीर बीजक में खोजो पुराना कबीर बीजक में देखो उसमें सत्य मिलेगा जोर दयानंद ने बताया है वही कबीर भी जग में कबीर दास ने कहा है विकास दास तू पाखंड के रास्ते पर चल पड़ा है विकास दास तू पाखंडी है तेरा गुरु पाखंडी है रामपाल

    • @GamingGalaxy5537
      @GamingGalaxy5537 11 месяцев назад

      रामपाल बंदी छोड़ कहता है फिर भी वह खुद बंदी बन गया रामपाल की ही तरह उसके उसके साथ चलने वाले सभी जानते हैं जो आश्रम से ना ने तोड़ा था सरकारी जमीन पर था उसमें 19 औरतों की लाश है निकली थी क्या हुआ रामपाल के लिए औरतें नहीं थी रामपाल कोई संत नहीं है रामपाल एक धोखेबाज है सेक्स करने वाला ढोंगी है वेद में देखी क्या लिखा हुआ है सनातन का मूल वेद है कबीर जी को धनपाल वैश्य के पुत्र थे इसका प्रमाण हम देंगे पुराने भविष्य पुराण में है यह डॉग बहुत हो गया अब मत करो

  • @SatlokTak-StNews
    @SatlokTak-StNews Год назад +1

    Sat saheb ji

  • @ashabairwa2824
    @ashabairwa2824 2 года назад +4

    सतगुरु शरण में आने से, आई तले बल्ला,
    जो मस्तिष्क में सूली हो, काटे मे टल जा,🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌻🌻🌻🌻🌻💐💐💐💐💐💐🌻🌻🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️💯💯💯💯💯

  • @Seetastaar67
    @Seetastaar67 5 месяцев назад

    Bhot jada nice interview ❤❤❤

  • @laxmimali6778
    @laxmimali6778 2 года назад +1

    Right interviwe

  • @heralalmewalKaled-ig2yc
    @heralalmewalKaled-ig2yc 8 месяцев назад

    Very nice Satsang

  • @deepanshuverma6773
    @deepanshuverma6773 4 месяца назад

    Boht achi video hai ❤❤🎉

  • @rohitdash9219
    @rohitdash9219 2 года назад +5

    बंदी छोड़ सत गुरु राम पाल भगवान ❤️❤️❤️❤️❤️🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾

  • @Gurug12764
    @Gurug12764 Год назад +1

    Truth,which is written in the Satyarthprakash.

  • @rudrabahadursuryabansi5454
    @rudrabahadursuryabansi5454 Год назад +1

    Bandi xod sat guru rampal ji bhagwan ki jay

  • @msshardasingh726
    @msshardasingh726 9 месяцев назад

    कबीर, सब जग निर्धना, धनवन्ता ना कोई।
    धनवन्ता सो जानियों, जिसके राम नाम धन होय।।

  • @malikseva7745
    @malikseva7745 2 года назад +2

    👍👍👍

  • @surathnayak3358
    @surathnayak3358 2 года назад +2

    🙏🙏🙏🙏🙏

  • @VikasKumar-d5q
    @VikasKumar-d5q 7 месяцев назад +2

    Arya Samaj Amar Rhe....Jay Shree Ram🕉️🚩🚩

  • @ajayyadav_9198
    @ajayyadav_9198 2 года назад +1

    True interview

  • @muktaverma6007
    @muktaverma6007 2 года назад +5

    सद्गुरु के शरण में आने से सच्ची भक्ति करने से सब कुछ दूर हो जाता है

  • @manju9673
    @manju9673 2 года назад +4

    Kabir दास जी पूर्ण परमात्मा हैं।

  • @SawriyaStudio
    @SawriyaStudio 2 года назад +2

    Nice

  • @Neena.72
    @Neena.72 Год назад

    🙏

  • @laxmimali6778
    @laxmimali6778 2 года назад +6

    कबीर, लूट सकै तो लूट ले, राम नाम की लूट।
    फिर पीछै पछताएगा, प्राण जांहिंगे छूट।।

    • @Rohit_Spiritual
      @Rohit_Spiritual 2 года назад +1

      Sat saheb ji.. watch the video of Saint Ghisa ji Maharaj Katha aby Saint Rampal Ji... On my channel

    • @shashikantbote2198
      @shashikantbote2198 Год назад

      Raam naam ki loot karo . Rampalji ke naam ki nhi.

    • @PrabhuSingh-q5f
      @PrabhuSingh-q5f Месяц назад

      ​@@shashikantbote2198o

  • @chetansharma8495
    @chetansharma8495 2 года назад +3

    आदरणीय गरीबदास जी महाराज ने बताया है कि
    तीन चरण चिन्तामणी साहेब, शेष बदन पर छाए।
    माता, पिता, कुल न बन्धु, ना किन्हें जननी जाये।।
    पूर्ण परमेश्वर कविर्देव जी स्वयम्भू हैं अर्थात माता से जन्म नहीं लेते हैं तथा जरा-मरण के बन्धन से मुक्त सर्व उत्पादक प्रभु हैं।

  • @surendra_das524
    @surendra_das524 2 года назад +3

    ये तन विष की बेलड़ी, गुरु अमृत की खान।
    शीश दिए जो गुरु मिले, तो भी सस्ता जान।।

  • @PushpaSingh-cc8hu
    @PushpaSingh-cc8hu 2 года назад +2

    Real God Kabir

  • @Rohit_Spiritual
    @Rohit_Spiritual 2 года назад +4

    💟 *ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17*
    *शिशुं जज्ञान हर्यतं मृजन्ति शुम्भन्ति वह्निं मरुतो गणेन ।*
    *कविर्गीर्भिः काव्येना कविः सन्त्सोमः पवित्रमत्येति रेभन् ॥*
    शिशुम् जज्ञानम् हर्य तम् मृजन्ति शुम्भन्ति वह्निम् मरुतः गणेन
    कविर्गीर्भिः काव्येना कविः सन्त् सोमः पवित्रम् अत्येति रेभन्
    ➡️ *Translation By Saint Rampal Ji*
    (हर्य) ========= पाप हर्ता परमात्मा जब
    (शिशुम् जज्ञानम्) == शिशु के रूप में प्रकट होता है,
    (तम् मृजन्ति) ==== उस समय निर्मलता से ज्ञान का
    (शुम्भन्ति) ====== उच्चारण करता है,
    (वह्निम्) ======= परमात्मा के लिए लगी विरह अग्नि वाल
    (मरुतः गणेन) ==== वायु समान शीतल भक्त गणों के लिए
    (काव्येना) ====== कविताओं द्वारा कवित्व से
    (पवित्रम् अत्येति) == अत्यधिक पवित्रता के साथ
    (कविर्गीर्भिः) ===== कविर वाणी को
    (रेभन्) ======== गर्जते स्वर में बोलता हुआ,
    (सोमः सन्त्) ===== सोमस्वरूप परमात्मा संत/ऋषि रूप में
    (कविः) ======== कविर्देव ही होता है ॥
    ➡️ *Translation By Dayanand Saraswati Ji*
    (शिशुम्, जज्ञानम्) == उस परमात्मा को जो सदा प्रगट है,
    (हर्य्य, तम्) ==== जो अत्यंत कामनीय है, उसको उपासक लोग
    (मृजन्ति) ==== बुद्धिविषय करते हैं और
    (शुम्भन्ति) === उसकी स्तुति द्वारा उसके गुणों का वर्णन करते हैं और
    (मरुतः) ==== विद्वान् लोग
    (वह्निम्) ==== उस गतिशील परमात्मा का
    (गणेन) ==== गुणों के द्वारा वर्णन करते हैं और
    (कविः) ==== कवि लोग
    (गीर्भिः) ==== वाणी द्वारा और
    (काव्येन) === कवित्व से
    (कविः) ==== उस कवि की स्तुति करते हैं।
    (सोमः) ==== सोमस्वरूप
    (पवित्रम्) === पवित्र परमात्मा कारणावस्था में सूक्ष्म प्रकृति को
    (रेभन्, सन्, अत्येति) = गर्जता हुआ अतिक्रमण करता है ॥

    • @sandeepdalal8560
      @sandeepdalal8560 8 месяцев назад

      विकास जी, आपकी भाषा शैली बता रही है कि आप पढ़े लिखे हैं लेकिन रामपाल की भाषा शैली भी ग्वारों जैसी है। आपने स्वयं स्वीकार किया कि आपमें अपनी शिक्षा का घमंड था। अतः जहां तक मेरा मानना है आप जैसी अहंकारी आदमी के अहम को जब ठेस लगती है तो वह दूसरे की निंदा करने से नहीं चूकता। इसलिए आर्य समाज में रहते हुए विकास जी के साथ कुछ ऐसा ही कुछ हुआ होगा इसलिए आपने आर्य समाज की निंदा करना अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया।
      आप लोग स्वामी दयानंद सरस्वती के बारे में बुरा भला कहते हो फिर उनके भाष्य किए गए वेदार्थ से अपने पंथ को सिद्ध करना चाहते हो, ये न्यायोचित नहीं है। स्वामी दयानद गुजरात पृष्ठभूमि से इसलिए उनकी हिंदी शैली थोड़ी हटकर प्रतीत होती है। आर्य समाज में मौजूद कोई व्यक्ति गलत विचारों का हो सकता है आर्य समाज के नियम और वेद नहीं।
      आपने जो वेद मंत्रों के उदहारण दिए, इन वेद मंत्र से आशय यह नहीं है कि किए हुए पाप कर्म को परमात्मा काट देता है अर्थात उस पाप कर्म का फल कर्ता को नहीं भोगना पड़ेगा। सभी लोग जानते हैं कि परमात्मा पूर्ण न्यायकारी है और जो न्यायकारी होता है वो एक समान न्याय करता है।उदाहरण के तौर पर माना .........आप ने मुझे जान बूझकर बिना बात के 10 लोगों के बीच में थपड़ मार दिया और आप ने परमात्मा की भक्ति करके अपने पाप को माफ करा लिया यह तो फिर मेरे साथ न्याय नहीं हुआ और मेरे साथ न्याय न होने के कारण परमात्मा के पूर्ण न्यायकारी होने की परिभाषा खंडित होती है जो कि उचित नहीं है। अतः किए का दण्ड तो भोगना ही पड़ेगा। हां, इतना संभव है कि परमात्मा अपने उपासक को पाप कर्म के फलस्वरूप मिलने वाले दुःख को सहन करने की शक्ती देता है साथ ही उस पाप कर्म के संस्कार जो आत्मा पर पड़ जाते हैं उनको हटाने/काटने के किए निरंतर प्रेरित करता है और अंतत कठोर तप उपरांत उसको दगधबीज भी कर देता है, ऐसा मानना, समझना व जानना चाहिए।
      दूसरी बात आपने बताया कि आपका चमत्कारिक रूप से सर्विकल pain ठीक हो गया यदि रामपाल के पास ऐसी शक्ति है तो फिर ये इतने Medical, PGIMS, AIIMS सब व्यर्थ हैं सब डॉक्टर जो सारा जीवन पढ़ लिखकर अपना जीवन समाज को समर्पित करते हैं सब व्यर्थ ही। जबकि हकीकत तो यह है कि आपके रामपाल को यदि बुखार भी होता है तो इन्ही डॉक्टर्स की शरण में जाते हैं।
      तीसरी बात यह कि यदि उन्होंने आपके मन की बात जान ली तो फिर वे भारतीय खुफिया एजेंसी का सहयोग करें तो काफी कुछ देश हित में रहेगा।
      अतः आप आर्य समाज के प्रति अपनी व्यक्तिगत ईर्षा को आधार बनाकर व्यर्थ आक्षेप न लगाएं। सत्य सिद्धांतो पर चलें और अपनी विद्या का दुरुपयोग न करें।

  • @mani___12347
    @mani___12347 2 года назад +4

    📕दयानंद की अज्ञानता
    समुल्लास 4 के पृष्ठ 101 पर अज्ञानी महर्षि ने लिखा है कि एक स्त्री नियोग ग्यारह व्यक्तियों तक कर सकती है। इसी प्रकार पुरूष भी ग्यारह स्त्रियों से नियोग (अभ्रद कर्म) कर सकता है।

  • @RajeshKumar-cu9gm
    @RajeshKumar-cu9gm Год назад

    कवीर साहेब भगवान हैं❤ वेदों में लिखें मिले प्रमाण

    • @rampalvarma2570
      @rampalvarma2570 6 месяцев назад

      जेल में क्यों बढ़िया संत रामपाल के बच्चे

  • @YuvrajSingh-cq5mb
    @YuvrajSingh-cq5mb 9 месяцев назад

    Kabir is God 🙏

  • @AmarDas-fp9qs
    @AmarDas-fp9qs 3 месяца назад

    इस सच्चाई काे अवश्य सुनें❤।

  • @mani___12347
    @mani___12347 2 года назад +3

    📕दयानंद की अज्ञानता
    समुल्लास 4 पृष्ठ 96-97 पर महर्षि दयानंद ने लिखा है कि विधवा स्त्री का पुनः विवाह इसलिए नहीं करना चाहिए क्योंकि पुनःविवाह से उसका पति व्रत धर्म नष्ट हो जाएगा। इसलिए नियोग करें।

    • @rampalvarma2570
      @rampalvarma2570 6 месяцев назад

      झूठ बोलता है हरामजादे तू कहां लिखाहै

  • @Anurag_Jangra_HR
    @Anurag_Jangra_HR 9 месяцев назад +4

    आर्य समाज आज तक मिटा नहीं है और ना ही कभी मिटेगा|
    कितने समाज आए थे लेकिन सारे मिट गए आर्य समाज हमेशा अमर रहेगा| हमारा जीवन भी चला जाए लेकिन इस मिटने नहीं देंगे| इसका कारण क्या है?
    हमने जाना है कि इसमें क्या सच्चाई है क्या अच्छा ही है| आर्य समाज कल्पना से परे है|
    जब जब धर्म की हानि होगी तब कोई ना कोई ऋषि दयानंद धरती पर आता ही रहेगा|

  • @Anurag_Jangra_HR
    @Anurag_Jangra_HR 9 месяцев назад +3

    दयानंद के पैरों के नाखून के बराबर भी नहीं है तुम्हारा यह रामपाल|
    दयानंद ने जितना संसार को दिया यह तो कण भर भी नहीं दे सकता उल्टा ले और सकता है|😂

  • @sandeepdalal8560
    @sandeepdalal8560 8 месяцев назад +4

    विकास जी, आपकी भाषा शैली बता रही है कि आप पढ़े लिखे हैं लेकिन रामपाल की भाषा शैली भी ग्वारों जैसी है। आपने स्वयं स्वीकार किया कि आपमें अपनी शिक्षा का घमंड था। अतः जहां तक मेरा मानना है आप जैसी अहंकारी आदमी के अहम को जब ठेस लगती है तो वह दूसरे की निंदा करने से नहीं चूकता। इसलिए आर्य समाज में रहते हुए विकास जी के साथ कुछ ऐसा ही कुछ हुआ होगा इसलिए आपने आर्य समाज की निंदा करना अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया।
    आप लोग स्वामी दयानंद सरस्वती के बारे में बुरा भला कहते हो फिर उनके भाष्य किए गए वेदार्थ से अपने पंथ को सिद्ध करना चाहते हो, ये न्यायोचित नहीं है। स्वामी दयानद गुजरात पृष्ठभूमि से इसलिए उनकी हिंदी शैली थोड़ी हटकर प्रतीत होती है। आर्य समाज में मौजूद कोई व्यक्ति गलत विचारों का हो सकता है आर्य समाज के नियम और वेद नहीं।
    आपने जो वेद मंत्रों के उदहारण दिए, इन वेद मंत्र से आशय यह नहीं है कि किए हुए पाप कर्म को परमात्मा काट देता है अर्थात उस पाप कर्म का फल कर्ता को नहीं भोगना पड़ेगा। सभी लोग जानते हैं कि परमात्मा पूर्ण न्यायकारी है और जो न्यायकारी होता है वो एक समान न्याय करता है।उदाहरण के तौर पर माना .........आप ने मुझे जान बूझकर बिना बात के 10 लोगों के बीच में थपड़ मार दिया और आप ने परमात्मा की भक्ति करके अपने पाप को माफ करा लिया यह तो फिर मेरे साथ न्याय नहीं हुआ और मेरे साथ न्याय न होने के कारण परमात्मा के पूर्ण न्यायकारी होने की परिभाषा खंडित होती है जो कि उचित नहीं है। अतः किए का दण्ड तो भोगना ही पड़ेगा। हां, इतना संभव है कि परमात्मा अपने उपासक को पाप कर्म के फलस्वरूप मिलने वाले दुःख को सहन करने की शक्ती देता है साथ ही उस पाप कर्म के संस्कार जो आत्मा पर पड़ जाते हैं उनको हटाने/काटने के किए निरंतर प्रेरित करता है और अंतत कठोर तप उपरांत उसको दगधबीज भी कर देता है, ऐसा मानना, समझना व जानना चाहिए।
    दूसरी बात आपने बताया कि आपका चमत्कारिक रूप से सर्विकल pain ठीक हो गया यदि रामपाल के पास ऐसी शक्ति है तो फिर ये इतने Medical, PGIMS, AIIMS सब व्यर्थ हैं सब डॉक्टर जो सारा जीवन पढ़ लिखकर अपना जीवन समाज को समर्पित करते हैं सब व्यर्थ ही। जबकि हकीकत तो यह है कि आपके रामपाल को यदि बुखार भी होता है तो इन्ही डॉक्टर्स की शरण में जाते हैं।
    तीसरी बात यह कि यदि उन्होंने आपके मन की बात जान ली तो फिर वे भारतीय खुफिया एजेंसी का सहयोग करें तो काफी कुछ देश हित में रहेगा।
    अतः आप आर्य समाज के प्रति अपनी व्यक्तिगत ईर्षा को आधार बनाकर व्यर्थ आक्षेप न लगाएं। सत्य सिद्धांतो पर चलें और अपनी विद्या का दुरुपयोग न करें।

  • @rikhidaspatel4159
    @rikhidaspatel4159 2 года назад

    तम्बाकू सेवन करना महापाप है इसे अवश्य छोड़िए 👏

  • @prakeshsanp9839
    @prakeshsanp9839 2 года назад +2

    सत्यार्थ प्रकाश नहीं झूठार्थ प्रकाश!
    महर्षि दयानंद ने सत्यार्थ प्रकाश समूल्लास 8 पृष्ठ 197-198 पर लिखा है कि सूर्य पर पृथ्वी की तरह सब प्रजा बसती है। इसी प्रकार सर्व पदार्थ हैं।इन्ही वेदों को सूर्य पर रहने वाले मनुष्य पढते हैं

  • @Anurag_Jangra_HR
    @Anurag_Jangra_HR 9 месяцев назад +2

    बड़े दूर्भाग्यशाली हो😭😭😭
    झूठ बोल रहा है••••
    गुरुकुल में पढ़ा लिखा होकर, आर्य समाज में रहकर सत्यार्थ प्रकाश पढ़कर भी अपना जीवन व्यर्थ गवा रहा है| तुम अपना जीवन गवालो कोई दिक्कत नहीं लेकिन उस देव स्वरूप पर कोई लांछन मत लगा तुझे नरक में भी जगह नहीं मिलेगी|
    मैं ऋषि दयानंद की कोई दास नहीं हूं लेकिन मैंने सत्यार्थ प्रकाश को जाना है समझा है 100% सच है| लेकिन दुर्भाग्य हीन तुम्हारा कल्याण कभी नहीं हो सकता😢

  • @sarojchandra3829
    @sarojchandra3829 2 года назад +3

    Dayanand saraswati ki vajah se Arya samaj yon ne sadguru rampal ji Maharaj per galat ilzaam lagakar jail mein band karvaya deshdroh ka jhutha mukadma lagvaya

    • @sandeepdalal8560
      @sandeepdalal8560 8 месяцев назад

      स्वामी दयानद गुजरात पृष्ठभूमि से इसलिए उनकी हिंदी शैली थोड़ी हटकर प्रतीत होती है। आर्य समाज में मौजूद कोई व्यक्ति गलत विचारों का हो सकता है आर्य समाज के नियम नहीं।
      विकाश जी ने। जो वेद मंत्रों के उदहारण दिए, इन वेद मंत्र से आशय यह नहीं है कि किए हुए पाप कर्म को परमात्मा काट देता है अर्थात उस पाप कर्म का फल कर्ता को नहीं भोगना पड़ेगा। सभी लोग जानते हैं कि परमात्मा पूर्ण न्यायकारी है और जो न्यायकारी होता है वो एक समान न्याय करता है।उदाहरण के तौर पर माना .........आप ने मुझे जान बूझकर बिना बात के 10 लोगों के बीच में थपड़ मार दिया और आप ने परमात्मा की भक्ति करके अपने पाप को माफ करा लिया यह तो फिर मेरे साथ न्याय नहीं हुआ और मेरे साथ न्याय न होने के कारण परमात्मा के पूर्ण न्यायकारी होने की परिभाषा खंडित होती है जो कि उचित नहीं है। अतः किए का दण्ड तो भोगना ही पड़ेगा। हां, इतना संभव है कि परमात्मा अपने उपासक को पाप कर्म के फलस्वरूप मिलने वाले दुःख को सहन करने की शक्ती देता है साथ ही उस पाप कर्म के संस्कार जो आत्मा पर पड़ जाते हैं उनको हटाने/काटने के किए निरंतर प्रेरित करता है और अंतत कठोर तप उपरांत उसको दगधबीज भी कर देता है, ऐसा मानना, समझना व जानना चाहिए।
      दूसरी बात आपने बताया कि आपका चमत्कारिक रूप से सर्विकल pain ठीक हो गया यदि रामपाल के पास ऐसी शक्ति है तो फिर ये इतने Medical, PGIMS, AIIMS सब व्यर्थ हैं सब डॉक्टर जो सारा जीवन पढ़ लिखकर अपना जीवन समाज को समर्पित करते हैं सब व्यर्थ ही। जबकि हकीकत तो यह है कि आपके रामपाल को यदि बुखार भी होता है तो इन्ही डॉक्टर्स की शरण में जाते हैं।
      तीसरी बात यह कि यदि उन्होंने आपके मन की बात जान ली तो फिर वे भारतीय खुफिया एजेंसी का सहयोग करें तो काफी कुछ देश हित में रहेगा।
      अतः आप आर्य समाज के प्रति अपनी व्यक्तिगत ईर्षा को आधार बनाकर व्यर्थ आक्षेप न लगाएं। सत्य सिद्धांतो पर चलें और अपनी विद्या का दुरुपयोग न करें।

  • @bd5228
    @bd5228 2 года назад

    REALITY OF DAYANAND SARASWATI
    It is written in Samullas 4 of Satyarth Prakash (book by Dayanand Saraswati) that- It is "best" to marry a 24 years old girl with a 48 years old man.
    Dayanand had no knowledge. He was not a social reformer.

  • @rudrabahadursuryabansi5454
    @rudrabahadursuryabansi5454 Год назад +1

    Jhut tikta Nahi,such dagta nahi

  • @krishnaarya1926
    @krishnaarya1926 Год назад +3

    ये बेवकूफ गुरुकुल का छात्र हो नही सकता हैं।

    • @MurlidharVerma-j6e
      @MurlidharVerma-j6e 6 месяцев назад

      Ye bewkuf gurukul ka sisya to nhi he tum pura bewkuf ho ye pta chal gya.gyan Ganga book pado dud ka dud or pani ka pani alag ho jayega

  • @chaudharysaheb6852
    @chaudharysaheb6852 2 года назад +2

    Sat saheb ji

  • @jyotinegi1279
    @jyotinegi1279 2 года назад +1

    Real spiritual experience

  • @Arvindsingh-cj1bu
    @Arvindsingh-cj1bu 2 года назад

    Sat saheb ji

  • @jyotinegi1279
    @jyotinegi1279 2 года назад +1

    Real spiritual experience