जो कुछ भी था संग सो तो सतगुरू का होया। संत हरपाल दास जी महाराज।

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  • Опубликовано: 9 окт 2024
  • जो कुछ भी था संग सो तो सतगुरू का होया। शब्द। सत्संग।
    गुलाब दासी।
    संत हरपाल दास जी महाराज।
    जय हो महाराज की।

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