विधायक और सांसद को फ्री एंट्री नहीं मिली होगी, वे हजारों लोगों का रोजगार छीनने में लगे हैं, नाथद्वारा में एक ही मिराज ग्रुप द्वारा विकास कार्य कराया जा रहा है, जिसमें वे हस्तक्षेप करना चाहते हैं, विधायक और सांसद बनने के बाद शहर में कहां विकास हुआ?
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं: नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन और बिना समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को अंगूठा दिखा दिया है
शिव भक्त नहीं है मदन पालीवाल व्यापारी है। गुजारती श्री नाथ जी के दर्शन लिए आते है उन्हीं की वजह से नाथद्वारा में सभी को विगत कई वर्षों से रोजगार मिला हुआ है ।
जिस मेवाड़ के मालिक स्वयं शिव हैं, उसी मेवाड़ मैं शिव के प्रतिकात्मक स्वरूप का मनोरंजन और व्यवसायिक उपयोग कहां तक उचित है, भगवान की फोटो तो अखबार में भी दिख जाए तो हम पांव में न आ जाए ये सोच कर सही जगह रखते हैं, ऐसे में शिव के स्वरूप पर जूते चप्पल लेकर जाना क्या ठीक है , और जूते चप्पल से आगे उसमें टॉयलेट भी होंगे ही.....मदन जी ने जो बचकानी बात बोली की वो कोई धार्मिक जगह नहीं है, और न ही वहां प्राण प्रतिष्ठा हुई है है , वो उनके मन के शिव है, कल को कोई अपने शौचालय का लोटा भगवान स्वरूप का रख के बोले ये कोई धार्मिक जगह नहीं और न ही प्राण प्रतिष्ठा हुई है तो कोई अपने दरवाजे के डोरमेट पर भगवान का फोटो लगा दे और बोले ये मेरे भगवान है जैसे चाहूं रखूं ये बात कहां तक उचित है .....शिव के स्वरूप पर पांव रखना जूते चप्पल ले जाना और वहां टॉयलेट होना सरासर गलत है जो मदन जी की बात का पक्ष ले रहा है उनकी मति भ्रमित हो रही है...
नाथद्वारा ओर राजसमंद जिले की जनता को भी अब समझ आही गया होगा किस लिऐ जिताया कर क्या कर रहे हैं जो रोजगार के अवसर प्राप्त हुआ है गरीबों के लिए उसे भी छीनना चाहते है इस लिए बनाया है राजसमंद ओर नाथद्वारा जी जनता ने बहुत ही दुखद घटना है आईसीयू में डा.लगवादो
मदनलाल जी पालीवाल सही कह रहे है की आईसियू बनवाया इनकी पूंजी खर्चे से तो विरोधीयो का दायीतव बनता है की ताना कशी ना कर एक ह्राट जिसके बीन आदमी जिंदा नही रह सकता वो डॉक्टर लेकर आना चाहिए फिर देवो के देव पर विश्वास व विरो
बिलकुल गलत बात है शिव प्रतिक हो या मूर्ति प्रतिष्ठा हो या ना हो पर जूते चप्पल ले जाना या शिव जी के ऊपर जाना गलत बात है पालीवाल जी आप धर्म को कमाई का जरिया नहीं बना सकते हो आप धनवान हो वो माया महादेव की ही है हम इतने बड़े तो है नहीं की आप दो महान सक्ति को राय दे सकते है पर आस्था से कमाई न करें 🙏🙏🙏
: सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन और बिना समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को अंगूठा दिखा दिया है
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं : नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन और बिना समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को अंगूठा दिखा दिया है
साहब कौन ले जा रहा है जुते चप्पल... ये सांसद और विधायक पागल है दोनों भले ही मेवाड के महाराणा हैं.... महाराणा वाली बात तो इनमें है ही नहीं..... महारानी को बोलों की राजपुती पोशाक पहन संसद में जाए... क्यों नहीं पहनते राजपुती पौशाक उनको शर्म आती है क्या..... चुनाव के समय तो राजपुती पोशाक पहन घुम लेते हैं...... ये दोनों दंपति नवरे नाटक कर रहे हैं इनको बोलों सीपी साहब की तरह विकास पर ध्यान दे अन्यथा सुपडा साफ हो जाएगा
@@rahuljain4068 : सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को नीचा दिखा दिया है
: सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन और बिना समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को अंगूठा दिखा दिया है
मूर्ति के उपर जाने का रास्ता बंद करने में क्या दिक्कत है, सिर्फ ऊपर जाने की ही तो बात की है पूरा बंद करने की तो बोला नही है.... अगर आपके घर के पास वाले मंदिर में कोई भगवान के ऊपर पैर रख कर फोटो खींचेगा या जल चढ़ाएगा तो क्या आप देख सकते हो....
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को नीचा दिखाने का काम किया है
राजमहल से राजनीति में लौटोगे तो अब राजतंत्र वाला नहीं लोकतंत्र वाला माहोल मिलेगा । एडजस्ट कर सको तो ही राजनीति में रहना नहीं तो अनावश्यक पब्लिक का गुस्सा सहन करने के लिए राजनीति में मत रहना। मेवाड़ की जनता ने चौदह सौ साल से आपको बहुत प्यार और सहयोग दिया। आपको राजनीति में भी एक ब्रह्मण सीपी जोशी लेकर आया है ब्राह्मणों के खिलाफ मोर्चा मत खोलो।❤❤❤ जय हिंद😊
तेरे ऊपर से जातिवादी का बच्चा कब उतरेगा ब्राह्मणों के ऊपर कोन बोल रहा है, जूते पहन कर भगवान के ऊपर जाते हैं वह अधर्म के लिए बोला जाता है, वेसे ब्राह्मण क्या कर लेगा घंटा
@@Shreekhabardaarnews2023 सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को नीचा दिखाने का काम किया है
Dharm ke naam par vayvsay karne walo par Rajya sarkar rok lagaye ye sab hindu Dharm ke khilap hai Aur jab jab dharm ki haani hui , jab jab vinash huaa hai , Rojgar ke liye kai kaam hai JAI MEWAR , JAI RAJPUTANA
: सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैंनीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को गलत दिखा दिया है
सबसे बड़ी दिक्कत शिवजी ब्राह्मणों के आराध्य देव है इसलिए इनको बहुत ज्यादा दिक्कत हो रही है शिव जी की इतनी बड़ी मूर्ति केसे बन गई सबको इनके दर्शन कैसेहो रहे हैं फ्री में सड़क पे आते जाते
@@Jaypaliwal58888 अगर शिवाजी ब्राहमण के ही है तौ फिर काशी विश्वनाथ मंदिर सै आजाद करवाने कै लिए जैन वकील कीयू लड़ रहे हैं और जीस के लिए जौ आराध्य देव है ऊन कौ पैसै लैकर लौगौ पै पैरौ कै नीचे कीयु रख रहे हैं
@@Jaypaliwal58888 यै मत भुलो की आप और हम आज हींदू हैं तो ईन राजघरानों की वजह से नहीं तौ जीना नै तौ मैवाड को भी पाकिस्तान में सामील हौनै कौ लालस दिया था सौसौ अगर तब कै राजा ने अगर यै बात मान ली हौती तौ फिर कीया आप ब्राह्मण हौ तै नहीं
@@Jaypaliwal58888 ईतनी तकलीफ़ है तौ फिर कीयू ना ईस टी ऐस वालौ कै साथ संघटन बना दैतै राजपूत हमैशा यूंध कै मैदान में अकैला जाता था और राजपूत सै ईतनी तकलीफ़ है तौ फिर जहां राजपूत नहीं है वहां आप अपना घर बना दौ भाई साहब
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को नीचा दिखाने का काम किया है
Ticket band kro Bhagwan ke yha jute chmpal glt posak me entry band kro dhram ka satyanash na kro koi bi ho neta ho Paisa wala ho ya amjan ho dhram sanskriti ko anch na aye esa kre
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैंनीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन और बिना समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को अंगूठा दिखा दिया है
नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज शिव जी सनातन और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को असहाय साबित कियाहै
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को नीचा दिखाने का काम किया है
मंदन जी पालीवाल हम आपके साथ आप नाथुआरा का विकाश करवाओ हमारे विधायक v सांसद आप ही हो
😂😂
ईस लालशा सै ही हींदू सौया हुआ है आज तक
विधायक और सांसद को फ्री एंट्री नहीं मिली होगी, वे हजारों लोगों का रोजगार छीनने में लगे हैं, नाथद्वारा में एक ही मिराज ग्रुप द्वारा विकास कार्य कराया जा रहा है, जिसमें वे हस्तक्षेप करना चाहते हैं, विधायक और सांसद बनने के बाद शहर में कहां विकास हुआ?
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं: नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन और बिना समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को अंगूठा दिखा दिया है
महादेव के सर पर चढ़ना ठीक है क्या?
@@rakeshjain4364 तुम हमें सिखाओगे क्या करना क्या नहीं करना
Free entry garibo koh milti h kya murti Khali dhanda bana rakha h
@@takshdeveloper6498 300 करोड रुपए लगे हे सनातन को बचाने में
शिव प्रतिमा से नाथद्वारा के लोगों को हजारों लोगों को रोजगार मिला है विकास हुआ है
धर्म कौ पैरौ कै नीचे रख कर रौजगार पैदा हींदू ही कर सकता है वा भाई साहब 😢😢😢
शिव भक्त नहीं है मदन पालीवाल
व्यापारी है।
गुजारती श्री नाथ जी के दर्शन लिए आते है उन्हीं की वजह से नाथद्वारा में सभी को विगत कई वर्षों से रोजगार मिला हुआ है ।
आज अकेले ने व्यक्ति ने नाथूद्वारा को चमन कर दिया है
जिस मेवाड़ के मालिक स्वयं शिव हैं, उसी मेवाड़ मैं शिव के प्रतिकात्मक स्वरूप का मनोरंजन और व्यवसायिक उपयोग कहां तक उचित है, भगवान की फोटो तो अखबार में भी दिख जाए तो हम पांव में न आ जाए ये सोच कर सही जगह रखते हैं, ऐसे में शिव के स्वरूप पर जूते चप्पल लेकर जाना क्या ठीक है , और जूते चप्पल से आगे उसमें टॉयलेट भी होंगे ही.....मदन जी ने जो बचकानी बात बोली की वो कोई धार्मिक जगह नहीं है, और न ही वहां प्राण प्रतिष्ठा हुई है है , वो उनके मन के शिव है, कल को कोई अपने शौचालय का लोटा भगवान स्वरूप का रख के बोले ये कोई धार्मिक जगह नहीं और न ही प्राण प्रतिष्ठा हुई है तो कोई अपने दरवाजे के डोरमेट पर भगवान का फोटो लगा दे और बोले ये मेरे भगवान है जैसे चाहूं रखूं ये बात कहां तक उचित है .....शिव के स्वरूप पर पांव रखना जूते चप्पल ले जाना और वहां टॉयलेट होना सरासर गलत है जो मदन जी की बात का पक्ष ले रहा है उनकी मति भ्रमित हो रही है...
Andr pravesh bnd krva do man jaayege madam ji ko sache bhkt he
@@organicfarmingvlog2377 bhakt to bholenath ke he....or ye khwahish bhi jald puri hogi apki don't worry
नाथद्वारा ओर राजसमंद जिले की जनता को भी अब समझ आही गया होगा किस लिऐ जिताया कर क्या कर रहे हैं जो रोजगार के अवसर प्राप्त हुआ है गरीबों के लिए उसे भी छीनना चाहते है इस लिए बनाया है राजसमंद ओर नाथद्वारा जी जनता ने बहुत ही दुखद घटना है आईसीयू में डा.लगवादो
जिसने नाथद्वारा में हजारों लोगों को रोजगार विकास दिया है
@@Jaypaliwal58888 और जीसनै करौडौ की जान लैनै का व्यापार कीया हैं और कर रहे हैं वौ भी तौ बौलौ ना
यह मुर्ती केवल व्यापार के लिए बनाई गई है
मदनलाल जी पालीवाल सही कह रहे है की आईसियू बनवाया इनकी पूंजी खर्चे से तो विरोधीयो का दायीतव बनता है की ताना कशी ना कर एक ह्राट जिसके बीन आदमी जिंदा नही रह सकता वो डॉक्टर लेकर आना चाहिए फिर देवो के देव पर विश्वास व विरो
पालीवाल को धर्म और मानवता से कोई लेना देना नहीं है दूर दूर तक उसको सिर्फ पैसेकमाने
बिलकुल गलत बात है शिव प्रतिक हो या मूर्ति प्रतिष्ठा हो या ना हो पर जूते चप्पल ले जाना या शिव जी के ऊपर जाना गलत बात है पालीवाल जी आप धर्म को कमाई का जरिया नहीं बना सकते हो आप धनवान हो वो माया महादेव की ही है हम इतने बड़े तो है नहीं की आप दो महान सक्ति को राय दे सकते है पर आस्था से कमाई न करें 🙏🙏🙏
: सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं
नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन और बिना समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को अंगूठा दिखा दिया है
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं
: नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन और बिना समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को अंगूठा दिखा दिया है
साहब कौन ले जा रहा है जुते चप्पल... ये सांसद और विधायक पागल है दोनों भले ही मेवाड के महाराणा हैं.... महाराणा वाली बात तो इनमें है ही नहीं..... महारानी को बोलों की राजपुती पोशाक पहन संसद में जाए... क्यों नहीं पहनते राजपुती पौशाक उनको शर्म आती है क्या..... चुनाव के समय तो राजपुती पोशाक पहन घुम लेते हैं...... ये दोनों दंपति नवरे नाटक कर रहे हैं इनको बोलों सीपी साहब की तरह विकास पर ध्यान दे अन्यथा सुपडा साफ हो जाएगा
सही बात तो ये है वहा हर चीज पर भारी टिकट ले रहे जबकि ये जमीन सरकार ने कैसे दी उस पहलू को भी देखे। लाइफ टाइम बिजनेस सेंटर लगता है।
उदयपुर में बहुत सारे जैन ने कब्जा कर रखा है चारो तरफ aasrm के नाम पे
@@Jaypaliwal58888एक भी क़ब्ज़ा बताओ कहाँ किया है जैन समाज ने ?
@@rahuljain4068 हजारों बीघा जमीन पर जैन समाज के आश्रम बने हुए हैं हमने कभी पूछा वह कैसे बने कब बने कहां से बने क्यों बने वहा क्या हो रहा है
@@rahuljain4068 : सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं
नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को नीचा दिखा दिया है
@@rahuljain4068 आप अपना परिचयदो आप कहां से हो
सब दुकानदारी है
तो आप क्या चाहते हो जगह जगह शराब के ठेके खुल जाए फिर उनके बीट कर राजनीतिकी जाए
श्रीनाथ जी मंदिर जैसी भी व्यवस्था हो सकती थी, चढ़ावा तो वहां भी आता है, उसमें गलत कुछ भी नहीं है
: सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन और बिना समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को अंगूठा दिखा दिया है
मूर्ति के उपर जाने का रास्ता बंद करने में क्या दिक्कत है,
सिर्फ ऊपर जाने की ही तो बात की है पूरा बंद करने की तो बोला नही है....
अगर आपके घर के पास वाले मंदिर में कोई भगवान के ऊपर पैर रख कर फोटो खींचेगा या जल चढ़ाएगा तो क्या आप देख सकते हो....
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं
नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को नीचा दिखाने का काम किया है
महादेव पर चढ़ना गलत है!
अखबार मे भगवान के फोटो आते ही योंही अखबार गंधे नाले फेक देते हे तब भगवान का अपमान नहीं होता उसके खिलाफ कोई नहीं बोलता हे
नाथद्वारा की जनता को एहसास हो गया हो गया होगा की हम glt थे
Nehi hua 😅😅😅
@@bharatchundawat9140 बहुत जल्दी एहसास हो जाएगा तुम एससी-एसटी को परेशान करते थे ओबीसी को अब हमारा भी नंबर लेने लग गए हो
रावण ने भी स्वर्ग के लिए सोने की सीडी बनाई पर करे क्या होई जो राम रची राखा
राजमहल से राजनीति में लौटोगे तो
अब राजतंत्र वाला नहीं लोकतंत्र वाला माहोल मिलेगा । एडजस्ट कर सको तो ही राजनीति में रहना नहीं तो अनावश्यक पब्लिक का गुस्सा सहन करने के लिए राजनीति में मत रहना।
मेवाड़ की जनता ने चौदह सौ साल से आपको बहुत प्यार और सहयोग दिया।
आपको राजनीति में भी एक ब्रह्मण सीपी जोशी लेकर आया है ब्राह्मणों के खिलाफ मोर्चा मत खोलो।❤❤❤ जय हिंद😊
तेरे ऊपर से जातिवादी का बच्चा कब उतरेगा ब्राह्मणों के ऊपर कोन बोल रहा है, जूते पहन कर भगवान के ऊपर जाते हैं वह अधर्म के लिए बोला जाता है, वेसे ब्राह्मण क्या कर लेगा घंटा
मुद्दा गंभीर है।धर्म का व्यापार।
@@Shreekhabardaarnews2023 सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं
नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को नीचा दिखाने का काम किया है
कुछ नहीं एक व्यापार है यह भगवान के नाम पर धंधा है यह
Koi महादेव के उपर कैसे chad सकता है
Dekhna अलग बात है
मगर चड़ना galat he
जय महादेव
Mewar me kai mandir bnye huye he koi entry fees nai he
Murti me ja ke deko bhatharoo kese h
Dharm ke naam par vayvsay karne walo par Rajya sarkar rok lagaye ye sab hindu Dharm ke khilap hai
Aur jab jab dharm ki haani hui , jab jab vinash huaa hai , Rojgar ke liye kai kaam hai
JAI MEWAR , JAI RAJPUTANA
पक्का व्यापारी है
हर हर महादेव गुरु
1 किलो सब्जी में भी आठ दस दुकानों पर भाव करते है वो नगर सेठ को ज्ञान दे रहे है।
जत्थे पहन कर भगवान के ऊपर चढ़ना ये अधर्म हे, तुम सब्जी का भाव करते हो तो सबको बोलोगे क्या
तौ फिर पैसे कीयू लैतै हौ कीया भक्ति कौ भी बैच दैनै वाला धंधा नहीं है
कमाई के लिए शिव जी को भी नहीं छोड़ा है
: सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैंनीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को गलत दिखा दिया है
कमेंट से कुछ होगा क्या?
Murti me bhatharoom diya or es se jada aprad.....
Log pesa लगा कर अवना।को बगवान samaj लते हा
400 रुपए का टिकट बहुत ज्यादा है आप इसे कम कर दे तो आम पर्यटक आदमी भी इसे देख सकते हैं
होय सोई राम रची राखा जय जय श्री राम दादा
Paisa Lena galat h ,free karo sab entry fees ,bhagwan ko dekhne k bhi paise Leto ho
Murti ke upar logon ko chadhana band karo Bhagwan ke upar chadhna lagta hai
पालीवाल जी उदयपुर में सांसद होते तो आज नाथद्वारा जैसा उदयपुर होता, 😜😜😜
Ek amjan ya bhagwan me astha he usse puchoge wo bi glt btyayega ki murti par per lgna glt he
Needs through investigation of this group
सबसे बड़ी दिक्कत शिवजी ब्राह्मणों के आराध्य देव है इसलिए इनको बहुत ज्यादा दिक्कत हो रही है शिव जी की इतनी बड़ी मूर्ति केसे बन गई सबको इनके दर्शन कैसेहो रहे हैं फ्री में सड़क पे आते जाते
जात का गू कब साफ हौगा जब बांग्लादेश जैसे बीतैगी वा भाई साहब
@@Jaypaliwal58888 अगर शिवाजी ब्राहमण के ही है तौ फिर काशी विश्वनाथ मंदिर सै आजाद करवाने कै लिए जैन वकील कीयू लड़ रहे हैं और जीस के लिए जौ आराध्य देव है ऊन कौ पैसै लैकर लौगौ पै पैरौ कै नीचे कीयु रख रहे हैं
@@Jaypaliwal58888 ऐकलीग कौन है और कीस कै आराध्य देव है कौन सी जात है
@@Jaypaliwal58888 यै मत भुलो की आप और हम आज हींदू हैं तो ईन राजघरानों की वजह से नहीं तौ जीना नै तौ मैवाड को भी पाकिस्तान में सामील हौनै कौ लालस दिया था सौसौ अगर तब कै राजा ने अगर यै बात मान ली हौती तौ फिर कीया आप ब्राह्मण हौ तै नहीं
@@Jaypaliwal58888 ईतनी तकलीफ़ है तौ फिर कीयू ना ईस टी ऐस वालौ कै साथ संघटन बना दैतै राजपूत हमैशा यूंध कै मैदान में अकैला जाता था और राजपूत सै ईतनी तकलीफ़ है तौ फिर जहां राजपूत नहीं है वहां आप अपना घर बना दौ भाई साहब
Sarkar ko koi dusra mil nahin raha hai
❤
Ap dharmik ho achi bat he lekin dhram ka koi ahit kre wo bardasht nai
Dipavli pe patako pe bagvan hote he tab ku nahi kahta he
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं
नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को नीचा दिखाने का काम किया है
V Prabhu Ke Upar chadhna galat hai
Rajnate maht karo sarkar sa khata ho Nathdwara mein itni acchi Murti banvae ha madan je na isko jalan ho rahi ha
Ticket band kro
Bhagwan ke yha jute chmpal glt posak me entry band kro dhram ka satyanash na kro koi bi ho neta ho Paisa wala ho ya amjan ho dhram sanskriti ko anch na aye esa kre
Nya bijnes chalu kiya paliwal ne kamai ka nya sort kiya he hamare bhagwan ka apman kiya he
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैंनीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन और बिना समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को अंगूठा दिखा दिया है
Tikit hata de to bhav hai
Palival ne acha krye kiya h... Nathdwara ki janta h in bekufo v Derm virodidhyo v samntiyo ko selection kiya h inko commission ki chahiye..
नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज शिव जी सनातन और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को असहाय साबित कियाहै
Ap upar chadhwana bnd kr doge to bhi log shiv pratima dekhne ayenge......yha tk ki vidhayk ji or saansad mahodaya ji bhi ayenge
Kamai ka jariya hi banaya h rojgar to ambhani ne bhi lakho logi ko de rakha h to kya vo mehrbani kr rha h
टिकट 10 रुपये कर दो तब तो समझ आएगा
Only mentence charg
Yeh Tabacco ki aad mei dusre business se tax chori kr rha hai
Mla ko kuch pata nahi hai
Madan Miraz sale the Shiva as common man does not understand
सबसे बड़ी दिक्कत ब्राह्मण संगठित नहीं है इसलिए ब्राह्मण नेताओं और उद्योगपतियों और ब्राह्मणों का विरोध किया जाता है और हम सब आंख बंद कर इसे सहन कर लेते हैं
नीचे एक दो लोगों ने कमेंट कर रखे हैं क्योंकि उनमें ब्राह्मणों का डर नहीं है उन्होंने पूरे ब्राह्मण समाज सनातन शिव जी और मिराज समूह और एक ब्राह्मण उद्योगपति को नीचा दिखाने का काम किया है
ये दोनो mla और Mp पागल हो गए है
Madan ji ne hr trh se Bahut jyada Galat kiya h Shiv ji k sath...neta ji ne jo kiya shi kiya bss🙏🙏
Kha in bevkuff kom ki baato par dhyn de rhe ho paliwal saab mst raho aap
ये बेवकूफ कौम नहीं होती तो तेरे पूर्वजों का खतना हो गया होता और तु कहीं पंचर बना रहा होता
जोरदार