- Видео 1 809
- Просмотров 2 840 950
INDIA-AAJKAL | इंडिया-आजकल
Индия
Добавлен 14 ноя 2016
We The People.....
We are an independent 'voice-of-the-people' channel, covering Indian social, political and economic landscape with a unique, thought provoking narrative. Our editorial ideology, which promotes secular liberalism, fights for social justice, is neither confined to the conventional principles of journalism, nor idealised or influenced by a set agenda, or a biased school of thought. Hence, we like to think of ourselves as being free of any wing-based orientations, or vested interests.
In the state of Chhattisgarh, and for almost two decades, we have been known, and identified as an 'editorially inclined' organisation that has become a strong, robust and serious, 'change-bringing' voice of people of all genders and races, minorities and deprived communities.
Our 'news-telling' and editorial stances find an important place among policymakers, and stakeholders in government; and are understood to be progressive and positive voices of socio-political change in the state.
We are an independent 'voice-of-the-people' channel, covering Indian social, political and economic landscape with a unique, thought provoking narrative. Our editorial ideology, which promotes secular liberalism, fights for social justice, is neither confined to the conventional principles of journalism, nor idealised or influenced by a set agenda, or a biased school of thought. Hence, we like to think of ourselves as being free of any wing-based orientations, or vested interests.
In the state of Chhattisgarh, and for almost two decades, we have been known, and identified as an 'editorially inclined' organisation that has become a strong, robust and serious, 'change-bringing' voice of people of all genders and races, minorities and deprived communities.
Our 'news-telling' and editorial stances find an important place among policymakers, and stakeholders in government; and are understood to be progressive and positive voices of socio-political change in the state.
इतिहास में दर्ज है बौद्ध मठों पर बने हजारों मंदिर...
मस्जिद और दरगाह के नीचे मंदिरों की तलाश हिन्दुस्तान में वैसे भी बड़ा तनाव खड़ा कर रही है, और कुछ जिलों की अदालतें भी ऐसी तलाश को समर्थन दे रही हैं। यूपी में दंगा चल ही रहा है, और अब अजमेर शरीफ दरगाह तले खोजबीन की अर्जी पर अदालत ने नोटिस जारी कर दिया है। सवाल यह उठता है कि मुगलों के आने के सैकड़ों बरस पहले जब हजारों बौद्ध मठों को तोड़ और गिराकर हिन्दू मंदिर बनाए गए थे, अगर जांच और तलाश वहां तक पहुंच जाएगी तो किसका नुकसान होगा? मस्जिदों का, या मंदिरों का?
‘छत्तीसगढ़’ अखबार के संपादक सुनील कुमार का यह वीडिटोरियल देखें।
#masjid #dargah #mandir #tempat #religion #ajmersharif #riot #court
‘छत्तीसगढ़’ अखबार के संपादक सुनील कुमार का यह वीडिटोरियल देखें।
#masjid #dargah #mandir #tempat #religion #ajmersharif #riot #court
Просмотров: 36
Видео
ट्रेन में महिलाओं को शराबी-जुआड़ी सब झेलने पड़ते हैं, बचाने कोई जज नहीं...
Просмотров 1288 часов назад
हवाई मुसाफिरों को होने वाली दिक्कत अक्सर ही खबर बनती है क्योंकि विमानों में बड़े-बड़े लोग चलते हैं जिन्हें समाज में वीआईपी कहा और समझा जाता है। सुप्रीम कोर्ट ने अभी हवाई मुसाफिरों की असुविधा खत्म करने के लिए फिर सुनवाई की है, और जजों ने अपने खुद हवाई सफर के बुरे तजुर्बे गिनाए हैं। लेकिन हवाई मुसाफिरों से सौ गुना अधिक ट्रेन मुसाफिरों को भी शराबी झेलने पड़ते हैं, शराब पीते और जुआ खेलते सहयात्री झ...
रेप-मामलों में फंसे भूतपूर्व प्रेमियों को मिलेगी राहत?
Просмотров 7642 часа назад
सुप्रीम कोर्ट के दो जजों ने इस बात पर बड़ी फिक्र जाहिर की है कि बरसों के रिश्तों के बाद कोई खटास आने से महिला उसे बलात्कार साबित करने पर उतारू हो जाती है। नौ बरस के देह-संबंधों के बाद आई ऐसी एक शिकायत पर जज हैरान हैं कि क्या कोई महिला इतने बरस तक शादी की उम्मीद में देह-संबंध बना सकती है? सहमति के संबंध बाद में किस तरह जुर्म साबित करने के मामले हो रहे हैं, उस बारे में सोचना चाहिए। इस बारे में ‘छ...
संविधान पर अंबेडकर की चेतावनियां आज कितनी खरी?
Просмотров 3394 часа назад
संविधान की पौन सदी होने के उपलक्ष्य में अब साल भर देश में जलसा चलेगा। संविधान की महानत को गिनाई ही जाएगी, संविधान निर्माता के रूप में बाबा साहब अंबेडकर को भी खूब याद किया जाएगा। लेकिन आज से शुरू हुए इन जलसों में संविधान के शब्द तो याद रहेंगे, उसकी भावना पर चर्चा कम होगी। सच तो यह है कि शब्द कई बार अप्रासंगिक भी हो जाते हैं, लेकिन भावना अजर-अमर रहती है। हिंदुस्तान में संविधान के प्रति समारोह दर्...
जजों को खुद ही संदेह से ऊपर नहीं रहना चाहिए ‘मी लॉर्ड’?
Просмотров 2,2 тыс.7 часов назад
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे डी.वाई.चन्द्रचूड़ अब सार्वजनिक रूप से पहले के मुकाबले अधिक बोल रहे हैं। अभी उन्होंने कहा कि कुछ दबाव-समूह और लोग सोशल मीडिया के मार्फत सुप्रीम कोर्ट पर प्रभाव डालने की कोशिश करते हैं। अब सवाल यह उठता है कि जो सुप्रीम कोर्ट जज बिना महाभियोग के हटाए नहीं जा सकते, उन्हें प्रभावित होने की जरूरत क्या है? और महज आज का सोशल मीडिया नहीं, हमेशा से मीडिया और सामाजिक आ...
अदालत और सरकार, दोनों ही जेलों की नाजायज भीड़ घटाने की हिमायती..
Просмотров 1,1 тыс.9 часов назад
भारत की जेलों में लाखों कैदी जेलों की क्षमता से अधिक बंद हैं, और मुकदमे चलते हुए वे सजा के पहले भी बरसों काट चुके हैं। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने यह तय किया है कि अधिकतम संभव सजा का एक तिहाई काट लेने वाले लोगों को जमानत दे दी जाए। केन्द्र सरकार ने भी इस पर सहमति जताई है, और देश भर की जेलों को अदालती आदेश भेजा गया है कि जेलर खुद ही ऐसे कैदियों की रिहाई की अर्जी बनाकर अदालतों में पेश करें। इस एक फै...
प्रियंका को मिलाकर नेहरू-गांधी कुनबे के लोकसभा में ग्यारह?
Просмотров 97812 часов назад
महाराष्ट्र और झारखंड के मतदाताओं का जनादेश सरकारों की निरंतरता, और स्थिरता के पक्ष में दिखता है। न सिर्फ इन दो राज्यों में, बल्कि बंगाल और उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में भी मतदाताओं ने सत्तारूढ़ पार्टी या गठबंधन का साथ दिया है। इन सबके बीच केरल के वायनाड से प्रियंका गांधी जिस तरह 4 ला से अधिक की लीड पा चुकी हैं, और अपने ही भाई राहुल के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ चुकी हैं, उससे नेहरू-गांधी परिवार ...
सबसे मददगार धर्म के लोगों का सबसे अधिक मखौल!
Просмотров 40714 часов назад
भारत में संता-बंता लतीफों का पुराना सिलसिला चले आ रहा है। और सिक् इसका पहले बुरा भी नहीं मानते थे, लेकिन 1984 के दंगों के बाद से आहत सिक् भावनाएं अब कुछ अलग महसूस करती हैं। इस तरह मजाक बनाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका 2015 से चली आ रही है, लेकिन उसका कोई निपटारा नहीं हुआ है। इस देश में अलग-अलग जात और धर्म के बारे में मजाक उड़ाने की बात बड़ी आम है। लेकिन सबसे अधिक उदार और सबसे अध...
भारत में सरकार के लोगों को 22 सौ करोड़ रिश्वत देने का आरोप!
Просмотров 1,5 тыс.16 часов назад
80 बरस पहले अमरीका ने जापान के हिरोशिमा-नागासाकी पर परमाणु बम गिराया था, आज उसने भारत के उद्योग जगत पर तकरीबन वैसा ही बम गिराया है। भारत का दूसरे नंबर का सबसे अमीर आदमी आज अमरीका में गिरफ्तारी वारंट झेल रहा है। गौतम अडानी, उनके भतीजे, और उनकी कंपनी के आधा दर्जन और लोगों के खिलाफ भारत सरकार में 22 सौ करोड़ रूपए रिश्वत से देश का सबसे बड़ा सोलर प्रोजेक्ट पाने का मुकदमा न्यूयॉर्क में चलाया जा रहा ह...
ताकतवर और पैसेवालों के दरवाजे कोई झंडे-डंडे नहीं पहुंचते...
Просмотров 41719 часов назад
हिन्दुस्तान में हिन्दू लडक़ी और मुस्लिम लडक़े की शादी पल भर में लव-जेहाद करार दे दी जाती है। दूसरी तरफ मुस्लिम लडक़ी और हिन्दू लडक़े की शादी के लिए अब तक कोई शब्द उछाला नहीं गया है। इन दो समाजों के भीतर तनातनी इतनी अधिक है कि लव-जेहाद कहे जाने वाला काम तुरंत साम्प्रदायिक तनाव खड़ा कर देता है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इन दो धर्मों के बीच की मोहब्बत या शादी के खतरे इन नौजवानों को नहीं दिखते? और किय...
सोनवानी को पीएससी चेयरमैन बनाया ही नहीं जा सकता था!
Просмотров 9 тыс.21 час назад
छत्तीसगढ़ पीएससी के पिछले चेयरमैन की गिरफ्तारी के साथ-साथ राज्य के एक उद्योगपति को भी गिरफ्तार किया गया है जिसने अपने बेटे-बहू को डिप्टी कलेक्टर बनवाने के लिए चेयरमैन को मोटी रकम दी थी। कांग्रेस सरकार के वक्त, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का एकदम करीबी यह चेयरमैन तरह-तरह के रिकॉर्ड कायम करते रहा, और प्रदेश के बेरोजगारों की संभावनाओं का कत्ल भी करते रहा। इस बारे में भाजपा के एक नौजवान नेता गौरीशंकर श्...
मणिपुर की लपटें धीमी पड़ नहीं रहीं, और...
Просмотров 425День назад
डेढ़ बरस से अधिक हो चुका है, मणिपुर जलते ही जा रहा है, लाशें गिरती जा रही हैं, और जिंदगी थम गई है। न वहां कोई काम हो रहा है, और न ही कोई नाम लेने के लायक सरकार रह गई है। लेकिन लाशों के ढेर पर कुर्सी जमाए हुए मुख्यमंत्री बीरेन सिंह उस पर जमे रहने पर आमादा हैं। केन्द्र सरकार इन डेढ़ बरसों में मणिपुर का कोई समाधान नहीं निकाल पाई है, और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनिया के दर्जनों देशों का दौरा कर ...
धुत्त पड़े शिक्षकों से ईश्वर भी 70 घंटे काम नहीं ले सकता...
Просмотров 565День назад
हिन्दुस्तान के कामकाजी लोगों, और निठल्लों, तमाम लोगों की फौज नारायण मूर्ति पर टूट पड़ी थी जब उन्होंने कहा था कि महत्वाकांक्षी नौजवानों को हफ्ते में 70 घंटे काम करना चाहिए। यह बात उन्होंने सरकार को नहीं कही थी कि हर किसी से इतना काम करवाया जाए, और लोगों को सुझाव और प्रेरणा के लिए कही गई यह बात देश के लोगों को मालिक की तरफ से शोषण लगी थी। अब अमरीका में एलन मस्क ने ट्विटर पर नई नौकरियों में हफ्ते ...
इस भयानक खतरे को ठीक से समझें...
Просмотров 366День назад
बाल विवाह पर नाबालिग बच्चों को तो सजा का प्रावधान नहीं है, लेकिन उनके परिवार के लोगों, मेहमानों, और शादी करवाने वाले पंडित को कैद हो सकती है। दूसरी तरफ बालिग पति के नाबालिग पत्नी से देहसंबंध सिर्फ बलात्कार के दायरे में आते हैं क्योंकि नाबालिग पत्नी की कोई सहमति नहीं हो सकती। बाम्बे हाईकोर्ट का ताजा फैसला हर नाबालिग पत्नी के पति पर एक तलवार की तरह टंगा हुआ आया है। इस पूरे मामले को ठीक से समझने क...
सिर्फ कॉल सेंटर कर्मचारी नहीं, दिग्गज सर्जन भी होंगे बेरोजगार?
Просмотров 547День назад
आर्टिफिशियल इंटलीजेंस के करिश्मे जंगल के हिरण की तरह छलांगे लगाकर आगे बढ़ रहे। अभी रोबोटिक सर्जरी करते हुए उसे एआई से जोड़ा गया, और इसके पहले उसे इसी सर्जरी के कुछ वीडियो दिखाए गए। एआई ने दो दिन के भीतर वीडियो देखकर ही सर्जरी सी ली, और सर्जरी कर डाली। अभी तो इंसानी सर्जन भी नजर रखे हुए थे, लेकिन आगे जाकर अगर एआई रोबो पूरी तरह से स्वतंत्र सर्जरी करने लगेंगे, तो क्या होगा? ‘छत्तीसगढ़’ अखबार के सं...
साइबर ठगों ने घर छोड़ होटल में ठहरने पर मजबूर कर दिया!
Просмотров 50914 дней назад
साइबर ठगों ने घर छोड़ होटल में ठहरने पर मजबूर कर दिया!
मर्द और मर्दानगी का बहिष्कार एक कामयाब आंदोलन?
Просмотров 26714 дней назад
मर्द और मर्दानगी का बहिष्कार एक कामयाब आंदोलन?
खडग़े का सवाल एक कुचले हुए दलित के दिल से निकला है?
Просмотров 81814 дней назад
खडग़े का सवाल एक कुचले हुए दलित के दिल से निकला है?
मुजरिम का कद बहुत बढ़ जाए, तो क्या किया जाए?
Просмотров 1 тыс.14 дней назад
मुजरिम का कद बहुत बढ़ जाए, तो क्या किया जाए?
पूरी दुनिया तबाह करने की ताकत रखता है यह आदमी!
Просмотров 60614 дней назад
पूरी दुनिया तबाह करने की ताकत रखता है यह आदमी!
ऑपरेशन के बीच आग-धुएं से मरीज को निकाला, डॉक्टर बेहोश!
Просмотров 37721 день назад
ऑपरेशन के बीच आग-धुएं से मरीज को निकाला, डॉक्टर बेहोश!
महिलाएं भी अपना हक छिनने के खिलाफ नहीं! चर्च का असर?
Просмотров 49721 день назад
महिलाएं भी अपना हक छिनने के खिलाफ नहीं! चर्च का असर?
निजी आस्था से बढक़र अब पूरी जिंदगी पर हावी!
Просмотров 43121 день назад
निजी आस्था से बढक़र अब पूरी जिंदगी पर हावी!
महिला का सम्मान पत्थर या मिट्टी की प्रतिमा रहने पर ही!
Просмотров 56921 день назад
महिला का सम्मान पत्थर या मिट्टी की प्रतिमा रहने पर ही!
वैज्ञानिक चेतना का ऐसा खात्मा होता कैसे है?
Просмотров 45421 день назад
वैज्ञानिक चेतना का ऐसा खात्मा होता कैसे है?
ऐसा भी क्या टार्गेट कि मोतियाबिंद के साथ-साथ पूरी आंख चली जाए!
Просмотров 39621 день назад
ऐसा भी क्या टार्गेट कि मोतियाबिंद के साथ-साथ पूरी आं चली जाए!
बलात्कारी पैरोल पर छूटा, और घर आते ही नन्हीं बेटी, भतीजी...
Просмотров 61221 день назад
बलात्कारी पैरोल पर छूटा, और घर आते ही नन्हीं बेटी, भतीजी...
Budhdha ka bahut kuch hai
Budhdh return in india
भारत बौद्ध राष्ट्र ही है सर
कानून का दुरुपयोग कर जबरन वसूली में किया जा रहा है ।
यह कानून एक तरफा है, गलती कोई भी करें परसजा आदमी को कोईमिलता है यह निश्चित रूप से अंधा कानून है औरगलत है साथ में पुरुषों केखिलाफ है इसमें तत्काल संशोधन होना चाहिए जब हर चीज में स्त्री पुरुष बराबर है तो कानून भी बराबर होना चाहिए
मै एक बार ट्रेन से रायपुर से दिल्ली जा रहा था ।मेरे ही अगल बगल में 4 पुलिस वाले जिनकी छत्तीसगढ़ में ड्यूटी थी वो अपने घर पंजाब जा रहे थे। सभी ने दारु और मुर्गा सरेआम खाया पिया। उनमे से एक पुलिस को RAC टिकट मिला था और उसी का आधा सीट छत्तीसगढ़ की एक महिला को भी मिला था जो अपने परिवार के साथ कमाने खाने जा रही थी। लेकिन उस पुलिसवाले ने उसे इतना परेशान किया कि वो उठ कर चली गई और वो कुत्ता आराम् से पुरा सीट पर कब्ज़ा कर सो गया। कभी चड्डी के अंदर हाथ डालकर खुजाता तो कभी पैर उस महिला के तरफ करता। ये सब देखकर वो चली गई।
ट्रेन के हर बोगी में एक एक बंदूकधारी इंचार्ज होना चाहिए। जो केवल उन्ही को बैठाये जिनके पास टिकट हो। मैने UP बिहार में देखा है जिनकी सीट होती है वो बैठ नही पाते और बिना टिकट वाले भरे रहते है कोई उठता भी नही।
Exilence analysis...well said sir thank u...respect u sir...
अगर प्रेमिका शादी का वादा करने के बाद..आपसी सहमति से लगातार कई साल तक..अपने प्रेमी से यौन संबंध का आनंद लेती रहे और बाद में शादी करने से इंकार कर दे.. तो प्रेमी को अपनी प्रेमिका के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करने का अधिकार भी होना चाहिए.. महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार होना चाहिए.. न कि महिलाओं को विशेषाधिकार प्रदान कर पुरुषों को प्रताड़ित करने का .. नाजायज मौका दिया जाना चाहिए.. यह अन्यायपूर्ण है😮
I am agree with you when there is equality in law for male and female in this condition law should be equal for both love is more oriented to the females more supported to the females very much advance to the man
I heard it full. Commendable clarity of thoughts and expression
आपकी बातों से मैं सहमत हूं शिक्षाप्रद बातें हैं घनश्याम शर्मा रायपुर
लिंग शब्द का शाब्दिक अर्थ है - चिह्न. संस्कृत में इसका अर्थ चिह्न, प्रतीक, या लक्षण (पहचान) होता है. व्याकरण में, लिंग का मतलब है - जिस शब्द से संज्ञा या सर्वनाम की स्त्री या पुरुष जाति का पता चले इसलिए लैंगिक शब्द गलत नही है।
Accurate analysis
बीजेपी मतलब छत्तीसगढ़ी भाषा विरोधी
Tum patrakaar communist minded Ho hamesha se desh ko Gumrah kiye ho aur Gumrah karte rahoge
मैं आशा करता हु कि सुप्रीम कोट एक अच्छा जजमेंट देगा
भारत देश कि उन्नती पिछले घटनाओं को पिसते रहते नहीं बल्की अभी क्या चल रहा है ? और क्या किया जाए ? इसपर सोचविचार फैलाने चाहिए ! धन्यवाद
महिलाओं के खिलाफ सिर्फ हिंदू धर्म में ही कानून हैं ? या सभी धर्मों में किसी ना किसी स्वरुप में मौजूद थे / हैं ? धन्यवाद
कोई भी टाईप के विरोधक किसी को कौन कारण टार्गेट नहीं करते शकेल? धन्यवाद !
27/11/2024 5 : 03 pm किसी भी नौकरी का वक्त सार्वजनिक और नौकरी का वक्त जो रोज का होता है वह किसी भी नौकरीदार का निजी जिंदगी का वक्त उनके अधिकार ही हैं ! ऐसा नही के सरन्यायाधीश चंद्रचूड साहेब जी ने सुप्रीम कोर्ट में या कोर्ट के बाहर गणेशोत्सव मनाकर PM जी को बुलाया था ! सर एक सच बात है के लोग अक्सर शैक्षणिक काल में नवनीत गाईड के जवाबों पर पढाई कर के ही परीक्षा में उनके अच्छे / बुरे आदतोंसे पास होते है इसलिए वह जो लिखते या व्यक्त होते है वह बेताल होते है और गलत टिपणीयोंसे मन में निगेटिव्हीटी का कुछ तो बुरा असर होता ही हैं ! कोई कहतें है गणपती उत्सव ( घर में ) मनाते या राम मंदिर के फैसलें के लिए भगवान जी को प्रार्थना करें वह घर में कि थी ना कि सुप्रीम कोर्ट में भगवान जी का फोटो रखकर प्रार्थना कि ! चलिए अच्छा ही हुआ क्यों कि इस घटनाओंसे संविधान खूद निरपेक्ष हैं यह सरासर झूठ निकला! हिंदू धर्म द्वेषी हैं यह सामने आया ! कोई भी पदस्थ जिस धर्म के हो उसी धर्म के देवीदेवताओ को संकट निवारण करने प्रार्थना कि तो अपराध कैसे ? क्या कुराण या बायबल या संविधान या बाबासाहेब आंबेडकर जी के फोटो के सामने प्रार्थना करेंगे ? हिंदू धर्म के देवीदेवताओ के अस्तित्व को कैसे नकार सकते अभी गर आंबेडकर जी सशरीर होते जब सबूतों सहीत नासा और इस्त्रो भी माथा भगवान जी के सामने टेकते हैं ! धन्यवाद
पत्रकार भाई आपकी उम्र तो बहुत ज्यादा है लेकिन आप एक चीज बताइए की बहार के देशों में जाकर हमारे देश की बुराई करना जैसे कि सिख कड़ा नहीं पहन सकते गुरुद्वारा नहीं जा सकते क्या यह चीज हकीकत है क्या यह बोलने की आजादी है कोर्ट से भी ऊपर है इसका मतलब यह है कि कोई देश को कुछ भी कहीं भी किसी भी तरह से बयान देकर खतरे में डाल दें और बाहर के देशों को अपने देश की चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए उकसाए या देश के व्यापारियों को जो इतने लोगों को रोजगार देकर बैठे हैं जहां इन्वेस्टरों ने पैसा लगा रखा है क्या वह सारे लोग उनको जो नुकसान हो रहा है इन नेताओं की झूठ की राजनीति से क्या अभिव्यक्ति की आजादी इतनी होनी चाहिए कि बीस सेकंड के वीडियो सोशल मीडिया पर डालकर लोगों को यह बताएं कि वोट नहीं डालने दिया जा रहा है और उसी मोहल्ले में पत्थर बाजी हुई हो पुलिस वालों के ऊपर और पुलिस वाला यह कह रहा हो कि भाई पत्थर मारने की तुम्हारे को यह आजादी नहीं है मगर तुम वैसे पत्थर मारोगे तो उन्होंने बंदूक लहरा कर कहा कि हम भी गोली मारेंगे क्या प्रशासन को दुरुस्त रखना पुलिस वालों की जिम्मेदारी नहीं होती क्या कहीं पर पत्थरबाजी हो रही है दंगा होने की स्थिति है तो क्या पुलिस वाले बल प्रयोग नहीं कर सकते या पुलिस वाले अपने सर फुदकर और शहर में दंगा होने दे लोगों को मरने दे यह उचित है क्यों डेढ़ मिनट का वीडियो जो सोशल मीडिया पर पड़ा था उसको ना दिखाकर सिर्फ 20 सेकंड का लास्ट वाला वीडियो दिखाकर यह बोला जाए की लोगों को वोट डालने से रोका जा रहा है कुछ भी ज्ञान देकर निकल जाएं
Jab aap kursi par the tab aapka chkchu kyo nahi khula kya aap garnti denge sriman ki jaj kabhi bhi apradhik kary nahi karte
माजी जस्टीस चंद्रचुड अपने ही कथनोसे देशद्रोही और समाजद्रोही है करके सिद्ध कर रहे है। संबंधीत मुद्दा समय पर सुलझाना चाहिए था। मगर, पटल पे केस लेकर निर्णय नही दिया गया । अब संबंधित केस से संबंधित महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल खत्म हुवा है । और विधानसभा चुनाव के बाद नया विधानसभा का कार्यकाल चालू हो गया है । अब निकाल आया तो भी उतना किमती नही रहेगा जितना समय पर आने से होता है। आरक्षण वार्गिकरण का मुद्दा बरोबर चुनाव मे लाया और इसके विरुद्ध लोग गये तो उनको नकार दिया चुनाव मतदान होने के दो दिन पहले. यह कैसे हुवा । चंदचुड सरीखो न्याय के खलनायक लोग सबुत के आधार पर निर्णय नही देते मगर भावनाओंके आधार पर निर्णय देते तो इन्हे क्या बोला जायेगा? न्यायद्रोही, समाजद्रोही, देशद्रोही । और पुरे देश मे लोगोंके चर्चामे उपयुक्त ही सुनने का मिला है। इससे लगता है लोगोको समझता है। इसलिए चंहचुड पर लोग थुकते हुवे दिखते है । माहाराष्ट्र और उसके लोग
सिर्फ इन्हे छोडके.
आईन कानुन के बारे मे ज्यादा कुछ मालुम तो नही मगर मुझे लगा कि बिचार दिलाने के बजाय इसे ज्यादा खींचने में माहिर रहे
BUT WHY THEY MAKE WRONG DECISION WHEN THE LAW BOOK AND PAST RULINGS ARE BEFORE THEM, MOSTLY JUDGES RULING CAME FROM THE SOCIETY AND ENVIRONMENT THEY BELONG.
जज तो उपरवाले से ऊपर या समान नहीँ है. जज का राय ऐसा नहीँ होना चाहिए कि आम लोगों को कोई शक रह जाए.
पहली बार आपका वीडियो देखा। बहुत अच्छा लगा बहुत सटीक विश्लेषण तथा बहुत सटीक उत्तर ।मुझे लगता है आपका यह वीडियो देशवासियों को अवश्य देखना चाहिए तथा निष्पक्ष तरीके से उसे पर मनन करना चाहिए।
आपके ज्ञान, अध्ययन तथा व्यापक अनुभव का कायल होने के बावजूद.. आपकी एक आपत्ति (जिसका जिक्र आप अक्सर करते हैं) आदमी को आप पुरुष के अर्थ में ग्रहण करते हैं.. मैं इससे इत्तफाक रहने पर सहमत नहीं हो पाता हूँ. आदमी शब्द का प्रयोग आमतौर पर human/मनुष्य /मानव के भावार्थ में किया जाता है.. मगर संभवतः यह आपके पूर्वाग्रहों का प्रभाव है कि आप इस शब्द पर आपत्ति प्रकट करने लगते हैं.. यह कितना उचित है❓❓
बीजेपी मतलब छत्तीसगढ़ी भाषा विरोधी
बीजेपी मतलब रोजगार विरोधी नौकरी विरोधी लोकतंत्र विरोधी और भी बहुत कुछ विरोधी है ज्यादा नही बता सकता
सर जहां st varg काम है ओबीसी ज्यादा है वहां ओबीसी को फायदा मिलेगा या st को फायदा मिलेगा
Aap bilkul shi bol rhe hai
Apka regular darshak hu sir,,,
Ekdm sahi baat hai , संपत्ति के कारण आज देश के लगभग हर घर में फूट है , लड़ाई झगड़े हैं
मुख्य अपराधी को पकड़ के दिखाएं तब तो जाने...........सोनवानी तो पैसा कमाने का जरिया था , उसके ऊपर भी कोई रहा होगा न
सुनील जी की संवेदनशील पत्रकारिता को सलाम
Sab BJP RSS ka khel hai ,
Parivard har party me hai Sir ye aapko manana padega
सटीक राजनीती विश्लेषण 👍👍
बीजेपी मतलब मातृभाषा छत्तीसगढ़ी विरोधी
संविधान की बात करते हो और भूत प्रेत का भय दिखाकर चंगाई सभा करते हो और धर्मांतरण कर देते हो यही तुम्हारा ध्येय है।
टोपी बाज मानुवादी सुनील कुमार
बहुत बढ़िया प्रस्तुति।
Gouri Bhaiya Zindabaad
देश द्रोह है ये उम्र कैद होना चाहिये
इसरो के फूल फॉर्म नही बाताने वाले 2022 मे भी डिप्टी कलेक्टर बना है 2022 को भी जांच करे
Panuti
असली सवाल ये है कि "इन सबका मास्टरमाइंड कब गिरफ़्तार होगा ?"
Sonal david aur shristi chandrakar ki bhi jaanch honi chahiye....
Indian government all Department Garapt