@@salukamunda3736 aacah तो जाओ "human with science" नाम का एक channel है उसपे हर Saturday God और धर्म ग्रंथो पर debate hota h और आस्तिकों का पोल भी खोला जाता है उन नास्तिकों के साथ डिबेट करके दिखाओ फिर मानू
@@Doklingamerz4441स्वार्थी होना कोई बुरी बात नहीं, लेकिन सही स्वार्थ को ना पहचानना बुरी बात है, भगवत प्राप्ति, आनन्द प्राप्ति हमारे स्वार्थ है,ओ प्राप्ति के पहले सभी स्वार्थी हैं, कोई कम कोई ज्यादा, JKP
न ये सच है कि भगवान है न ये सच है कि भगवान नहीं है सच ये है कि ये कभी पता नहीं लगाया जा सकता न पता लगाने की जरूरत है । जिस जिस चीज़ का पता लगाया जा सकता है उसका पता लगाओ जो जानलो उसको मानलो । विस्वास और आस्था की जरूरत ही नही है ।
@Harshvardhan Pathak ap sirf sabit krdo ishwar Allah bhagwan ha name ki koi chiz ha me debet nhi krta hu me discuss krta hu strong mind discuss ideas,everge mind discuss events,weak mind discuss people
Bramhandiya sakti hai koi sharir dhari kaa naam iswar nahi hai jo sattta pure viswa ko chala rahi hai us satta ko iswar kahte hai .....use banaane wala wo swayam hai wo ajanma hai Avinashi hai .....manushya ki buddhi se pare hai ....buddhi jad hai wo chetan hai....
मेरा निवेदन है, न्यूज एंकर सर से कि अगली बार जब भी डिबेट हो तो बुद्ध अनुयायी भंते जी को भी बुलाया जाए, वह काफी अच्छे से एक बार में ही डिफाइन कर देंगे, ईश्वर के बारे में
इसलिए हम आदिवासी प्रकृति को पुजतें है, हमारा मानना है की प्रकृति स्वयं नियमों से चलती है, प्रकृति भगवान का स्थूल स्वरूप है।। भगवान कोई व्यक्ति नहीं है।। जय जोहार 🏹🙏
प्रश्न- ईश्वर को किसने बनाया उत्तर-energy can neither be created not destroyed. ऊर्जा को ना तो बनाया जा सकता है ना तो नष्ट किया जा सकता है अब प्रश्न आता है कि पूजा को किसी ने नहीं बनाया तो वह सब में है। तो इसका उत्तर यह है कि अनादि है इसका कभी प्रारंभ नहीं हुआ जो हमेशा से है और रहेगी इसी प्रकार भगवान अनादि है इनका कोई अंत नहीं है जो सदस्य थे और रहेंगे
@@arupkumarjena5178 Or science k wajese Lock down lag k tu gharme beta h Covid19 .......science khasai h.sabko masoom janwar marta h bas testing nd research k liye... Pornography banaya, De forestation, global warming ,even tumara Covid19 b dene h.ye tumara Faltu science
_ _ _ " भगवान मुर्ख हैं और उसको मानने वाले महामूर्ख " [ 27 / 08 , 3 : 50 PM ] + 1977 की बात है * मद्रास हाईकोर्ट में एक याचिका आई जिसमें कहा गया था कि तमिलनाडु में पेरियार की मूर्तियों के नीचे जो बातें लिखी हई हैं , वे आपत्तिजनक हैं और लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं इसलिए उन्हें हटाया जाना चाहिए । याचिका को खारिज करते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि ईरोड वेंकट रामास्वामी पेरियार जो कहते थे , उस पर विश्वास रखते थे इसलिए उन के शब्दों को उन की मूर्तियों के पैडेस्टर पर लिखवाना गलत नहीं है । * पेरियार की मूर्तियों के नीचे लिखा था - 9 * * ' ईश्वर नहीं है और ईश्वर बिलकुल नहीं है । * * जिस ने ईश्वर को रचा वह बेवकूफ है , जो ईश्वर का प्रचार करता है वह दुष्ट है और जो ईश्वर की पूजा करता है वह बर्बर है । * ? ? ? ? ? ? ? ? * ग्रेट पेरियार नायकर के ईश्वर से सवाल : - * 1 . क्या तुम कायर हो जो हमेशा छिपे रहते हो , कभी किसी के सामने नहीं आते ? * 2 . क्या तुम खुशामद परस्त हो जो लोगों से दिन रात पूजा , अर्चना करवाते हो ? * 3 . क्या तुम हमेशा भूखे रहते हो जो लोगों से मिठाई , दूध , घी आदि लेते रहते हो ? 4 . क्या तुम मांसाहारी हो जो लोगों से निर्बल पशुओं की बलि मांगते हो ? * * 65 . क्या तुम सोने के व्यापारी हो जो मंदिरों में लाखों टन सोना दबाये बैठे हो ? 6 . क्या तुम व्यभिचारी हो जो मंदिरों में देव दासियां रखते हो ? 7 . क्या तुम कमजोर हो जो हर रोज होने वाले बलात्कारों को नही रोक पाते ? 8 . क्या तुम मूर्ख हो जो विश्व के देशों में गरीबी - भुखमरी होते हुए भी अरबों रुपयों का अन्न , दूध , घी , तेल बिना खाए ही नदी नालों में बहा देते हो ? * 9 . क्या तुम बहरे हो जो बेवजह मरते हुए आदमी , बलात्कार होती हुयी मासूमों की आवाज नहीं सुन पाते ? 10 . क्या तुम अंधे हो जो रोज अपराध होते हुए नहीं देख पाते ? 11 . क्या तुम आतंकवादियों से मिले हुए हो जो रोज धर्म के नाम पर लाखों लोगों को मरवाते रहते हो ? 12 . क्या तुम आतंकवादी हो जो ये चाहते हो कि लोग तुमसे डरकर रहें ? 13 . क्या तुम गूंगे हो जो एक शब्द नहीं बोल पाते लेकिन करोड़ों लोग तुमसे लाखों सवाल पूछते हैं ? 14 . क्या तुम भ्रष्टाचारी हो जो गरीबों को कभी कुछ नहीं देते जबकि गरीब पशुवत काम करके कमाये गये पैसे का कतरा - कतरा तुम्हारे ऊपर न्यौछावर कर देते हैं ? 15 . क्या तुम मुर्ख हो कि हम जैसे नास्तिकों को पैदा किया जो तुम्हे खरी खोटी सुनाते रहते हैं और तुम्हारे अस्तित्व को ही नकारते हैं ? * * " नास्तिक " होना आसान नही कोई भी " नासमझ " इंसान " ईश्वर " के अस्तित्व को मानकर फ्री हो जाता है उसके लिए उसे " बुद्धि " की जरुरत नही होती परंतु नास्तिक होने के लिए " दृढ विश्वास और साहस " की जरूरत होती है ऐसी " योग्यता " उन लोगो के पास होती है जिनके पास " प्रखर तर्क बुद्धि " होती है " अंधश्रद्धा " ऐसा " केमिकल " है जो इंसान को " मूर्ख " बनाने में काम आता है ! * _ _ _ - - - # पेरियार ई . वी . रामास्वामी - -
Or science..khasai h.sabko masoom k9 marta h bas testing nd research k liye... Pornography banaya, De forestation, global warming ,even tumara Covid19 b dene h.ye tumara Faltu science
@@amanmishra6324 *Matlab Ishwar Exist Nahi Karta Allah Karta Hai Kyunki Allah Zimmedar Hai Matlab Allah Hai...Lekin Ishwar Nahi Hai...Yahi Matlab Hua Naa.?*
ईश्वर के अस्तित्व पर बुद्धि से तर्क उसी तरह विफल है जैसे टोर्च की रोशनी से उसकी बैटरी नहीं देखी जा सकती । धर्म की बात अलग है क्योंकि वो आपके व्यक्तित्व को निखारने के लिए अच्छा समझ अपनाने या ओढ़ने की बात है । पर ईश्वर के लिए अच्छे वैज्ञानिक तर्क प्रस्तुत हैं । विज्ञान प्रत्यक्ष का कारण ढूंढता है । यदि धुआं है तो आग भी होगी, ऐसा तर्क देता है । कारण प्रत्यक्ष प्रभाव से पहले उसके दौरान और उसके बाद भी रहता है इसलिए प्रभाव के की अपेक्षा कालातीत है । हमारी चेतना जहां तक भी उसका सीमित विस्तार हो का कारण ढूंढना वैज्ञानिक है । इस प्रकार समय में पीछे चलते जाते हुए एक ऐसे कारण पर पहुंचना तार्किक है जो कि समग्र का कारण रहित कारण है । जो समग्र से पहले भी था और बाद में भी रहेगा । अतः काल के परे है । पता नहीं तर्क सही है या गलत पर वैज्ञानिक तो है । वैज्ञानिक खोज से जहाँ तक हम पहुंचे जो समझ पाए वो विज्ञान है और वहां से अनजाने का विस्तार ईश्वर । कुछ धारणाएं इस ईश्वर के बारे में लगाना तार्किक है । जैसे सामान्य अनुभव के अनुसार कारण और प्रभाव में समय और स्थान संबंधी कोई दूरी नहीं होती अतः कारण समस्त प्रभाव में व्याप्त सर्वव्यापी है और क्योंकि प्रभावों का आदि और अंत हमारी चेतना में विदित नहीं है इसलिए वो अनादि अनंत सिद्ध हो जाता है । आखिर में उसका प्रभाव जिसमे हम तुम शामिल है उससे क्या रिश्ता है । बिजली के बल्ब में आते ही वो जल जाता है, प्रकाश देने जैसा शुभ कर्म, आनंद देने वाला कर्म करता है और बिजली के दूर होते ही बुझ जाता है, उसमे कल्याण करने की क्षमता समाप्त हो जाती है इस प्रकार कारण रूपः ईश्वर प्रभाव, ब्रमांड के सर्ग (Generation), स्थिति (Operation) और प्रलय (Destruction) का कारण, हेतु भी है । देखिए GOD आ गया न । जिस प्रभाव को हम अच्छा समझते है उसके destruction में हमे दुख और creation में हमे सुख होता है । यही चक्र जिस प्रभाव को हम अमंगलकारी माने उसमे भी प्रभावी है । अतः ईश्वर हमे सुख दुख देने वाला तो है पर वो हमारी घटनाओ में आसक्ति के कारण । ये हो ये न हो की धारणाओं के कारण । इसीलिए घटनाओ के सर्ग स्थित प्रलय की लहरों में, भवसागर में हम सुख दुख ढूंढते रहते हैं । पर इन घटनाओं से ईश्वर सदैव निर्लिप्त है क्योंकि घटनाएं उसे प्रभावित नहीं करती उनके होने न होने में वो सम है । हम भी सम हो जाएं तो मुक्त हो जाएंगे ।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर की उपस्थिति में दिनांक 01/03/2022 को भारत के मध्य क्षेत्र में प्रभु यीशु की आत्मिक कलीसिया की तरफ से यह आदेश पारित हुआ है कि समस्त कलीसियाएँ, समस्त जातियां एवं समस्त अन्य जातियां पवित्र आत्मा का अनुसरण करें। क्योंकि परमेश्वर की योजना के अनुसार पूर्व दिशा के और उत्तर दिशा के भूभागों में (जो कि सफेद रोशनी के अन्दर हैं) परमेश्वर का कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिन्हें हम आनेवाले दिनों में देखेंगे। तथा पश्चिम दिशा के और दक्षिण दिशा के भूभाग अन्धकार में रहेंगे।
Agar dharm padhne nahee dete to savitribai bhee kaise padhee hogee Kuch jagahome log padhne nahee dete the. Kuch jagah log khud nahee chahate the. Kyomki ek literate se illiterate hee jyada kamata tha. Literate ko agriculture karna bhee nahee aate the Raja ke pas kam bhee nahee miltatha tha. Isliye telugu bhasha me ek kahavath hai ki padelikhe admise dhobee behatar hai.
@@kuppilisantosh3333 सावित्री बाई फुले की जीवनी तुमने पढ़ी है अगर नही तो पढ़ो फिर पता चलेगा कि सावित्री बाई फुले कैसे पढ़ी. या यूट्यूब पर * क्रांति सावित्री बाई फुले " सीरीयल देखलो
पंडितजी बाबा साहेब आंबेडकर को ईसि भारत में हिंदू ओं ने इतना सतया की बाबा को ऊस समय कोई ईश्वर मदद को नही आया हम कैसे माने कि इस दुनीया कोई देव है इस भारत में हिंदूओने मानव को मानव नही माना
@@arupkumarjena5178 Or science..khasai h.sabko masoom k9 marta h bas testing nd research k liye... Pornography banaya, De forestation, global warming ,even tumara Covid19 b dene h.ye tumara Faltu science
इस वीडियो को देखकर सिद्ध हो गया कि धार्मिक लोग ज्यादा दंगाई , बेशर्म बेवकूफ मूर्ख ढोंगी पाखंडी क्रोधी बीच में टोकने वाले होते हैं इनमें सुनने की हिम्मत नहीं
Jhunthe log sachchai ko dawane ki koshish karte aaye hai karte kahenge...ishwar ka dusra nam andhvishwas hai or isme kuchh hath lagne wala nahi hai bina karm ke kuchh bhi nahi hai....
हम सभी हिन्दू, मुस्लिम,सिक्ख, इसाई नहीं वल्कि हम एक प़ाणि हैं।हम कुछ अच्छा कार्य करने के लिए आए हैं।जो हम किसी न किसी धर्म के मार्ग पर सच्चाई से चलकर ही अपनी योजना में सफल हो सकते हैं।
एंकर महोदय आप से मेरा निवेदन है कि विज्ञान के जानने वाले और धर्म के जाने वाले लोगों की संख्या बराबर में लाएं ताकि तर्क वितर्क अच्छी तरह से हो सके। यहां पर आपने तीन लोगों को रखा है जो धार्मिक लोग हैं और केवल एक हैं जो विज्ञान को मानते हैं ।इसलिए ये तीनों उन पर भारी पड़ रहे हैं।
Sharir dharan to karti hai naa bhaai....aur aatma jisko tum samajh rahe ho wo aatma nahj hai aatma bhi ek parmaatma bhi ek ....chitta ki vrattiya anek hai .....sharir dhari anek par sabme bsaa aaatma jyo ka tyo ek....
Or science..khasai h.sabko masoom janwar marta h bas testing nd research k liye... Pornography banaya, De forestation, global warming ,even tumara Covid19 b dene h.ye tumara Faltu science Or science khud Rape krwata h..porn movie bana kr dhanda chalata h..sochna jarur bhai
सब ने अपने अपने तरीके से बनाया गया है भगवान को. प्रकृति ही भगवान हैं क्युकि प्रकृति ना तो सुन सकती है ना बोल सकती है. और इस को बनाने वाला कोई नहीं है अपने आप होता है. धन्यवाद 🌹
Mai ek ayese gharme paida huihun .jahan Nature ki puja ki jaati hai So mere bichar me Nature hi ek Sakxat Ishwore hai.Nature me Surya hai .Chand hai.Nadi.nale .pahardparbat.samandar.Mountains hai ..jo humare aankho k samne sbb kuch hai.
ईसाई धर्म बाइबल अध्ययन उत्पत्ति 1 26 फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्यe को अपने स्वरूप के अनुसारf अपनी समानता में बनाएँ; और वे समुद्र की मछलियों, और आकाश के पक्षियों, और घरेलू पशुओं, और सारी पृथ्वी पर, और सब रेंगनेवाले जन्तुओं पर जो पृथ्वी पर रेंगते हैं, अधिकार रखें।”
0:56 कोई भी तर्कशील व्यक्ति यानी जिसे तुम नास्तिक कह रहे हो वह आदमी किसी काम या जाति में नहीं मानता नास्तिकता जाति मत बनाओ नास्तिकता का मतलब होता है कि तर्कशील बनना जिसे तुम नास्तिक कहते हो दर्शन करने का मतलब अपने दिमाग से सोचना वह किसी धर्म जाति उस ईश्वर को नहीं मानता उसे कोई जाति मत बनाओ |
Or science..khasai h.sabko masoom janwar marta h bas testing nd research k liye... Pornography banaya, De forestation, global warming ,even tumara Covid19 b dene h.ye tumara Faltu science Or science khud Rape krwata h..porn movie bana kr dhanda chalata h..sochna jarur bhai
प्रश्न- ईश्वर को किसने बनाया उत्तर-energy can neither be created not destroyed. ऊर्जा को ना तो बनाया जा सकता है ना तो नष्ट किया जा सकता है अब प्रश्न आता है कि पूजा को किसी ने नहीं बनाया तो वह सब में है। तो इसका उत्तर यह है कि अनादि है इसका कभी प्रारंभ नहीं हुआ जो हमेशा से है और रहेगी इसी प्रकार भगवान अनादि है इनका कोई अंत नहीं है जो सदस्य थे और रहेंगे
ईश्वर वही है जो परम पवित्र, दिव्य शक्ति, सर्व व्यापक, करुणामय, सृष्टि कर्ता, सत्य पवित्रता, अमरत्व और ममता स्वरुप है।ईसा मसीह ने कहा है-"मै ही आदि और अंत और दुनिया के अंत तक तुम्हारे साथ हूं। मैं ही मार्ग सत्य और जीवन हूं।"बाईबल के अनुसार शान्ति दाता मुक्ति दाता है। आप डिसाइड कीजिए।
भगवान ने यह सब कहा है तो यह सब किसने सुना है है और सुन के लिखने वाला कौन है फिर वह सामने क्यों नहीं आता जब भगवान ने सब बताया और जिसने सुना उसके अलावा भगवान ने किसी को दर्शन नहीं दिया
ईश्वर ही सर्वशक्तिमान है दयालु हे कृपालु है कण-कण में विद्यमान है फिर इस दुनिया में अन्याय अत्याचार हिंसा बलात्कार नीच ऊंच छुआछूत रंगभेद अनगिनत अमानवीय कृत्य क्यों होते हैं। मानव उन्नति खुशहाली के लिए प्रजातंत्र संविधान न्याय व्यवस्था शिक्षा स्वास्थ्य आवश्यक चीजें जरूरी है
Kyuki manushya karm karne k liye swatantra hai....usi aadhar par maunshya fal kaa bhikta hota hai .....kisi ek kaa karm dusre ko haani pahucha sakta hai .....
कुदरती मूल तत्वों का महत्व समझने के लिए उन तत्वों का सम्मान करना तो चाहिए, इसी को ही हम पूजनीय बोलते हैं, कुछ लोग ने इसे अंधविश्वास से जोड़ दिया है !!!
कोई धर्म नहीं है भाई केवल एक ही धर्म है इंसानियत धर्म इंसान हो इंसान से प्रेम रखो और सच्चे मालिक की उपासना करन जिसका नाम है यीशु मसीह जो हम पापी मनुष्य के लिए मारा गया और तीसरे दिन बाद जी उठा
मीडिया वाले चाहे तो 1 सप्ताह में स्पेलिंग का हल निकाल सकते हैं 30 दिन में तो पाखंड मुक्त भारत बनाया जा सकता है अगर भारत के मीडिया से नहीं सुलभता तो विदेशी मीडिया को यह कार्य सौंप देना चाहिए
सच ये है कि भगवान है कि नही कोई नही जान पाया है और ना कोई जान पायेगा,, सामाजिक रूप से देखे तो भगवान नाम की कोई चीज है ही नहीं और आत्मा से सोचो तो लगता है कि जो हो रहा है उसे कौन कर रहा है... में तो प्रकृति को ही भगवान मानता हूं
मेरा मनपसंद विषय है . ऐसा लगता है 24 घंटा सुनता रहु . लेकिन ये चर्चा बेमतलब है.कारण ये है की यहा पर जो बोल रहे वो सब एक ही विचार के है. अकेले शुकलाजी है जो अपना पक्ष रखते है लेकिन डर डर के. मेरा कहना है भगवान ये फालतू कल्पना है. भगवान किसने देखा है ? इसका जबाब है * अरे भाई जो नहीं वो कैसा दिखेगा . सब सब बकवास है !
ये भी नहीं वो भी नहीं ये तो भगवान नहीं करता यानी बुरा या अच्छा तो भगवान की क्या जरूरत है। फालतू बात है ये भगवान की केवल। अरे अक्ल के अंधो तुम सुनना ही नहीं चाहते, फ्री का खाने वालों अब तुम्हारी खेर नहीं सालों धर्मवालों तुम किसी को बोलने तो दे ही नहीं रहे हो।
धर्म वह है जो प्रकृति ने बनाया हुवा नियम और कर्तव्य। वह केवल मनुष्य तक सीमित नहीं है। पृथ्वी जगत के सम्पूर्ण प्राणी तथा सम्पूर्ण ऊर्जा के साथ बतावरण सभी का कर्म अलग अलग है वही धर्म है। मेरे विचार में इस धरती का सृष्टिकर्ता ना तो वैज्ञानिक है और ना ही कोई धर्म है। यह सब प्रकृति का देन है, ब्रह्माण्ड अंतहीन है और सौर्यमंडल भी अनंत है।
ईश्वर ने सृष्टि का निर्माण किया है, ऐसा कहा जाता है पर, आज तक इसे कोई सिद्ध नहीं कर पाए। फिर यह पूछा जाय कि ईश्वर को बनाने वाला कौन है तो यह पूछने वाले गलत नहीं हो सकते।
*हां बिल्कुल नही हो सकते गलत...ये बोलते है ईश्वर हमेशा से है...लेकिन ये तो तर्क और विज्ञान के विरोध है...क्योंकि असल में वो सदा से रहनेवाली चीज कोई और है जिसके बिना ईश्वर के चाचा भी Exist नही कर सकते...अगर मैं इस डिबेट में होता तो इन ढोंगियों की बैंड बजा देता.*
ईसाई धर्म बाइबल में युहन्ना 1 • 1 आदि मेंa वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था।2 यही आदि में परमेश्वर के साथ था।3 सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ है, उसमें से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुई।4
Aabe stupid tu thik se sun ko nahi dek sakta teri eyes ki aukat hai jo tu bhagwan ko dek saake 😂 time mai bhagwan nahi hai time mai human hai time ke bahar god exist karta hai tho tuje kahase dikega re bhagwan stupid
@@imransutar7448 *Aabe Maha Stupid Tu Pehle Ye Saabit Kar Ki Allah Time Ke Bahar Kaise Hai...Aur Tujhko Kaise Pata Chala...Yaa Sirf Kisi Member Par Baithe Moulana Ki Suni Aur Aa Gaye Yaha Wahi Suna Sunaya Gyaan Dene...Ye Jo Tune Bataya Ki Time Ke Bahar Allah Hai Ye Foolish Logic Yasir Nadim Al Wajidi Ne Diya Tha...Aur Shayad Tu Yasir Wajidi Kaa Follower Hai.*
धर्म एक धंधा है जिसमें
पड़ा लिखा भी अंधा है... 🤞
मैं नास्तिक ही सही हूँ..
Dunia me koi nastik nahi he. Akhade me aja. Tara sare nastik nikal dunga.
@@salukamunda3736 aacah तो जाओ "human with science" नाम का एक channel है उसपे हर Saturday God और धर्म ग्रंथो पर debate hota h और आस्तिकों का पोल भी खोला जाता है उन नास्तिकों के साथ डिबेट करके दिखाओ फिर मानू
Nam badal le apna 😂
@@gondwana1990 🤣😂
@@Arushi80_90 mei bhi ak baat bolu, chijo ko manne se brahm peda hota hai is liye manne se pehle janna chahiye 🤗
भारत इतना पिछे भगवान भरोसे ही है।
अच्छा तो पहले भी तो भगवान भरोसे थे फिर आयुर्वेद एयरोप्लेन रथ योग आदि का आविसकार इसी भारत के ऋषि मुनि ने किया है।
Bharat kha piche hai ab..bharat ab powerful viksit bharat bn chuka hai ramG ki kirpa se❤❤❤❤
Right
धार्मिक लोगो का एक जबरदस्त हतियार है की जो बात इंसान नहीं जानता उसको "भगवान"से जोड़ दो बात खतम फिर 😆
स्वार्थी, पाखंडी, धूर्त, मूर्ख लोगों के दिमाख की उपज है। ईश्वर।
हम तो नहीं है स्वार्थी।
😂
@@Doklingamerz4441 you are the victim.
@@Doklingamerz4441स्वार्थी होना कोई बुरी बात नहीं, लेकिन सही स्वार्थ को ना पहचानना बुरी बात है,
भगवत प्राप्ति, आनन्द प्राप्ति हमारे स्वार्थ है,ओ प्राप्ति के पहले सभी स्वार्थी हैं, कोई कम कोई ज्यादा, JKP
जी नहीं, आपने बिलकुल गलत लिखा है. ईश्वर है, अवश्य है। ....
ईश्वर नाम का कोइ चीज नहीं है ईश्वर के नाम पर लूटने वाले हैं
SABKO SADBUDHDHI DE UPARVAALE JIVIT DEVAADHIDEV PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
इस मुद्दे पर चर्चा के लिए विशेष रूप से अलग हिन्दी चैनल होना चाहिए जिस पर हमेशा इसी बात पर चर्चा होती रहे अगर आप सहमत है तो नीचे लाइक दीजिए 👇👇👇
Absolutely right bro
Sahi baat hai bhai aap ki
bharat main ghee man hota hain khaney ko miley to 😋😋😋😋😋😋😋😋
राईट
Inlogo ki debate the realist Azad RUclips channel, science journey you tube channel and the shakeel prem channel se Kara do tab maza ayega 😂
ऐसे कार्यक्रमों में आस्तिक और नास्तिक बराबर संख्या में होना चाहिए।
E f
परमात्मा की जानकारी के लिए पढ़ें पुस्तक जीने की राह या ज्ञान गंगा
@@vimleshvimlesh340 क्या करना है पढ़ कर
@@guneswarbasumatary3120
Bilkul sahi kaha aapne sir
बिना तर्क के कुछ भी पेले जाँ रहे हैं सब
नास्तिक होना ही सबसे बढ़िया है
Nastik hona sabse bara murkh hi bhai Mai bhi phela nastik tha mager ab iswar ko manta ho
@Bazm e Shohra 👍👍👍👍
@@nitish7951 👍
न ये सच है कि भगवान है न ये सच है कि भगवान नहीं है सच ये है कि ये कभी पता नहीं लगाया जा सकता न पता लगाने की जरूरत है ।
जिस जिस चीज़ का पता लगाया जा सकता है उसका पता लगाओ जो जानलो उसको मानलो ।
विस्वास और आस्था की जरूरत ही नही है ।
@Harshvardhan Pathak ap sirf sabit krdo ishwar Allah bhagwan ha name ki koi chiz ha me debet nhi krta hu me discuss krta hu strong mind discuss ideas,everge mind discuss events,weak mind discuss people
आत्मा बताने वाले का सारा खून निकालो और आत्मा छोड़ दो क्या ये जिन्दा बचे गे क्या
Koi Bhagwan nahin hota hai koi atma bhi nahin hota hai koi 84 lak yojan nahin hota hai marne ke bad Tum mitti mitti mil jaaoge
जिन व्यक्तियों को दलित या कमजोर कहा गया है उनके उपर ताकतवर अत्याचार करता है।उस समय भगवान कहां होता है। अतः भगवान नाम की कोई सत्ता नहीं है।
जब कोई चीज बिना बनाने वाले के बन नही सकता तो ईश्वर को कौन बनाया होगा ?
Pagal kahika
@Hameed Farista सवाल का जबाव दो नही तो मुह बंद रखो
@Hameed Farista ruclips.net/video/RsWw6GPljio/видео.html
Bramhandiya sakti hai koi sharir dhari kaa naam iswar nahi hai jo sattta pure viswa ko chala rahi hai us satta ko iswar kahte hai .....use banaane wala wo swayam hai wo ajanma hai Avinashi hai .....manushya ki buddhi se pare hai ....buddhi jad hai wo chetan hai....
Human created sir
ये लोग ईश्वर के संबंध में कोई सार्थक जवाब नही दे पाए इन जैसो को विद्वान कहना विद्वता की अपमान करना है
जो तुम सा हो वो तुम्हे जाने।
Ye sab isvar ko dhundhane chale hai.
Muje kaho dhundhe bande me to tere pas hu.!
Jitna fak na fak yah samaj ne ki bhi ak had hoti hai or kehte hain ki fakni bhi koi had hoti
Ishvar jab chhoti bachchio par rape hota hai tab kaha jaata hai????
मेरा निवेदन है, न्यूज एंकर सर से कि अगली बार जब भी डिबेट हो तो बुद्ध अनुयायी भंते जी को भी बुलाया जाए,
वह काफी अच्छे से एक बार में ही डिफाइन कर देंगे, ईश्वर के बारे में
ईश्वर कहीं भी नही है इसलिए अपना समय और पैसा बर्बाद ना करें |
Right
@@P.K-lc6dg right
@@P.K-lc6dg right
@@P.K-lc6dg ishwar h dost is mein koi shak nhi h
इसलिए हम आदिवासी प्रकृति को पुजतें है, हमारा मानना है की प्रकृति स्वयं नियमों से चलती है, प्रकृति भगवान का स्थूल स्वरूप है।।
भगवान कोई व्यक्ति नहीं है।।
जय जोहार 🏹🙏
प्रकृति ही सब कुछ है.
पर प्रकति को पूजने से क्या मतलब है
अंधविश्वास और पाखंड का शिकार सबसे ज्यादा आदिवासी वर्ग ही हुआ है
@@yas.iam.athist hindu dharm me faskar
Johar
ईश्वर का निर्माण एक बहुत बड़ी सोची समझी साजिश के अंदर पैदा किया गया है लगता है सामाजिक विज्ञान नहीं पड़ा है
प्रश्न- ईश्वर को किसने बनाया
उत्तर-energy can neither be created not destroyed.
ऊर्जा को ना तो बनाया जा सकता है ना तो नष्ट किया जा सकता है
अब प्रश्न आता है कि पूजा को किसी ने नहीं बनाया तो वह सब में है। तो इसका उत्तर यह है कि अनादि है इसका कभी प्रारंभ नहीं हुआ जो हमेशा से है और रहेगी इसी प्रकार भगवान अनादि है इनका कोई अंत नहीं है जो सदस्य थे और रहेंगे
Total energy of universe is zero that mis universe self contain no need for extra energy @@Pktrader-kg4fy
आस्था नहीं हमें तर्क चाहिए
धर्म नहीं हमें विज्ञान चाहिए
👍👍🙏
Beta science hogi to pollution hoga lekin dharm hoga to bhagwan tumeh baar baar darshandenge
@@Doklingamerz4441 ginger-garlic hoga....
Science ke wajah se tu apna smartphone laptop pakad ke ye comment kar pa raha hai....
Or hume bhimte chaiye😂😂😂
Nich k nich h8 rehge
Ja k Tera Caste certificate b konsa Religion likha h dekle beta..fir yaha bakchodi kr
@@arupkumarjena5178 Or science k wajese Lock down lag k tu gharme beta h Covid19 .......science khasai h.sabko masoom janwar marta h bas testing nd research k liye...
Pornography banaya, De forestation, global warming ,even tumara Covid19 b dene h.ye tumara Faltu science
चार आस्तिक बुलाकर ओर एक नास्तिक बुलाकर आपने डिबेट कराकर डिबेट एक तरफा करा दी है। चार आस्तिक बुलाये तो चार नास्तिक बुलाने चाहिए था।
सही बात
सही कहा आपने
सही कहा आपने
नास्तिक कितने ही बुला लो उससे क्या होगा सच्चाई को बदल तो नही सकते
@@AshishSharma-jl9vg सचाई नही छुपती है सबके सामने तो आ ही गया खुदा में इतना पवार नही है
ईश्वर नही है 100%नही हैं।
Absolutely right
Video banao aap bhi pakhandi ko exposed karte raho
Ha bhai sache mein koi ishvar allha god nahi he
_ _ _ " भगवान मुर्ख हैं और उसको मानने वाले महामूर्ख " [ 27 / 08 , 3 : 50 PM ] + 1977 की बात है * मद्रास हाईकोर्ट में एक याचिका आई जिसमें कहा गया था कि तमिलनाडु में पेरियार की मूर्तियों के नीचे जो बातें लिखी हई हैं , वे आपत्तिजनक हैं और लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं इसलिए उन्हें हटाया जाना चाहिए । याचिका को खारिज करते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि ईरोड वेंकट रामास्वामी पेरियार जो कहते थे , उस पर विश्वास रखते थे इसलिए उन के शब्दों को उन की मूर्तियों के पैडेस्टर पर लिखवाना गलत नहीं है । * पेरियार की मूर्तियों के नीचे लिखा था - 9 * * ' ईश्वर नहीं है और ईश्वर बिलकुल नहीं है । * * जिस ने ईश्वर को रचा वह बेवकूफ है , जो ईश्वर का प्रचार करता है वह दुष्ट है और जो ईश्वर की पूजा करता है वह बर्बर है । * ? ? ? ? ? ? ? ? * ग्रेट पेरियार नायकर के ईश्वर से सवाल : - *
1 . क्या तुम कायर हो जो हमेशा छिपे रहते हो , कभी किसी के सामने नहीं आते ? *
2 . क्या तुम खुशामद परस्त हो जो लोगों से दिन रात पूजा , अर्चना करवाते हो ? *
3 . क्या तुम हमेशा भूखे रहते हो जो लोगों से मिठाई , दूध , घी आदि लेते रहते हो ?
4 . क्या तुम मांसाहारी हो जो लोगों से निर्बल पशुओं की बलि मांगते हो ? * * 65 . क्या तुम सोने के व्यापारी हो जो मंदिरों में लाखों टन सोना दबाये बैठे हो ?
6 . क्या तुम व्यभिचारी हो जो मंदिरों में देव दासियां रखते हो ?
7 . क्या तुम कमजोर हो जो हर रोज होने वाले बलात्कारों को नही रोक पाते ?
8 . क्या तुम मूर्ख हो जो विश्व के देशों में गरीबी - भुखमरी होते हुए भी अरबों रुपयों का अन्न , दूध , घी , तेल बिना खाए ही नदी नालों में बहा देते हो ? *
9 . क्या तुम बहरे हो जो बेवजह मरते हुए आदमी , बलात्कार होती हुयी मासूमों की आवाज नहीं सुन पाते ?
10 . क्या तुम अंधे हो जो रोज अपराध होते हुए नहीं देख पाते ?
11 . क्या तुम आतंकवादियों से मिले हुए हो जो रोज धर्म के नाम पर लाखों लोगों को मरवाते रहते हो ?
12 . क्या तुम आतंकवादी हो जो ये चाहते हो कि लोग तुमसे डरकर रहें ? 13 . क्या तुम गूंगे हो जो एक शब्द नहीं बोल पाते लेकिन करोड़ों लोग तुमसे लाखों सवाल पूछते हैं ? 14 . क्या तुम भ्रष्टाचारी हो जो गरीबों को कभी कुछ नहीं देते जबकि गरीब पशुवत काम करके कमाये गये पैसे का कतरा - कतरा तुम्हारे ऊपर न्यौछावर कर देते हैं ? 15 . क्या तुम मुर्ख हो कि हम जैसे नास्तिकों को पैदा किया जो तुम्हे खरी खोटी सुनाते रहते हैं और तुम्हारे अस्तित्व को ही नकारते हैं ? * * " नास्तिक " होना आसान नही कोई भी " नासमझ " इंसान " ईश्वर " के अस्तित्व को मानकर फ्री हो जाता है उसके लिए उसे " बुद्धि " की जरुरत नही होती परंतु नास्तिक होने के लिए " दृढ विश्वास और साहस " की जरूरत होती है ऐसी " योग्यता " उन लोगो के पास होती है जिनके पास " प्रखर तर्क बुद्धि " होती है " अंधश्रद्धा " ऐसा " केमिकल " है जो इंसान को " मूर्ख " बनाने में काम आता है ! * _ _ _ - - - # पेरियार ई . वी . रामास्वामी - -
Right
भगवान का बनाया हुआ हर चीज का आकार है तो फिर हर चीज को बनाने वाला भगवान निराकार कैसे हो सकता है ?
दोनों धर्मों के तर्क अलग होने के कारण इससे साबित होता है कि ईश्वर लोगों का सोच का नाम है और कुछ नहीं।
SABKO SAHI JAANKAARI SAMAJDAARI MILE UPARVAALE JIVIT DEVAADHIDEV PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
Branches of sciences
Natural science
Social science
इनमे एक और मुस्लिम सायंटिस्ट गोहर रजा इनको को बातचीत करने के लिए लेना चाहिये था
@Bazm e Shohra haaan to gadhe ki trh Hindu Muslim ban jaaye.
Wo ab ni bachpan se hi nastik the.
Dost agr scientists b agar Hindu Muslim to wo scientists hi ni hote, baba, pandits ya maulvi hote. 🙏🙏
गौहर रज़ा अकेले ऐसी तैसी कर देते इस्कॉन वाले के समेत सबकी 👍
Tum samaj tai nahi a phool bechne ki baat ho rahi hai
मोलाना ओर धर्म गुरु दोनों अपने दुकान चलाना चहता है
गंदा है पर धंधा है ये
Or science..khasai h.sabko masoom k9 marta h bas testing nd research k liye...
Pornography banaya, De forestation, global warming ,even tumara Covid19 b dene h.ye tumara Faltu science
यदि ईश्वर है तो संसार में हो रहे सभी अपराधों का जिम्मेदार ईश्वर ही हैं।
Logic🌹
Sahi bola bhai aapne
Ishwar nhi allah hai zimmedar
@@amanmishra6324
*Matlab Ishwar Exist Nahi Karta Allah Karta Hai Kyunki Allah Zimmedar Hai Matlab Allah Hai...Lekin Ishwar Nahi Hai...Yahi Matlab Hua Naa.?*
तू कुछ भी करता है तो तेरा गलती नहीं है तेरे बाप का गलती।।
ईश्वर के अस्तित्व पर बुद्धि से तर्क उसी तरह विफल है जैसे टोर्च की रोशनी से उसकी बैटरी नहीं देखी जा सकती । धर्म की बात अलग है क्योंकि वो आपके व्यक्तित्व को निखारने के लिए अच्छा समझ अपनाने या ओढ़ने की बात है । पर ईश्वर के लिए अच्छे वैज्ञानिक तर्क प्रस्तुत हैं ।
विज्ञान प्रत्यक्ष का कारण ढूंढता है । यदि धुआं है तो आग भी होगी, ऐसा तर्क देता है । कारण प्रत्यक्ष प्रभाव से पहले उसके दौरान और उसके बाद भी रहता है इसलिए प्रभाव के की अपेक्षा कालातीत है । हमारी चेतना जहां तक भी उसका सीमित विस्तार हो का कारण ढूंढना वैज्ञानिक है । इस प्रकार समय में पीछे चलते जाते हुए एक ऐसे कारण पर पहुंचना तार्किक है जो कि समग्र का कारण रहित कारण है । जो समग्र से पहले भी था और बाद में भी रहेगा । अतः काल के परे है । पता नहीं तर्क सही है या गलत पर वैज्ञानिक तो है । वैज्ञानिक खोज से जहाँ तक हम पहुंचे जो समझ पाए वो विज्ञान है और वहां से अनजाने का विस्तार ईश्वर । कुछ धारणाएं इस ईश्वर के बारे में लगाना तार्किक है । जैसे सामान्य अनुभव के अनुसार कारण और प्रभाव में समय और स्थान संबंधी कोई दूरी नहीं होती अतः कारण समस्त प्रभाव में व्याप्त सर्वव्यापी है और क्योंकि प्रभावों का आदि और अंत हमारी चेतना में विदित नहीं है इसलिए वो अनादि अनंत सिद्ध हो जाता है । आखिर में उसका प्रभाव जिसमे हम तुम शामिल है उससे क्या रिश्ता है । बिजली के बल्ब में आते ही वो जल जाता है, प्रकाश देने जैसा शुभ कर्म, आनंद देने वाला कर्म करता है और बिजली के दूर होते ही बुझ जाता है, उसमे कल्याण करने की क्षमता समाप्त हो जाती है इस प्रकार कारण रूपः ईश्वर प्रभाव, ब्रमांड के सर्ग (Generation), स्थिति (Operation) और प्रलय (Destruction) का कारण, हेतु भी है । देखिए GOD आ गया न । जिस प्रभाव को हम अच्छा समझते है उसके destruction में हमे दुख और creation में हमे सुख होता है । यही चक्र जिस प्रभाव को हम अमंगलकारी माने उसमे भी प्रभावी है । अतः ईश्वर हमे सुख दुख देने वाला तो है पर वो हमारी घटनाओ में आसक्ति के कारण । ये हो ये न हो की धारणाओं के कारण । इसीलिए घटनाओ के सर्ग स्थित प्रलय की लहरों में, भवसागर में हम सुख दुख ढूंढते रहते हैं । पर इन घटनाओं से ईश्वर सदैव निर्लिप्त है क्योंकि घटनाएं उसे प्रभावित नहीं करती उनके होने न होने में वो सम है । हम भी सम हो जाएं तो मुक्त हो जाएंगे ।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर की उपस्थिति में दिनांक 01/03/2022 को भारत के मध्य क्षेत्र में प्रभु यीशु की आत्मिक कलीसिया की तरफ से यह आदेश पारित हुआ है कि समस्त कलीसियाएँ, समस्त जातियां एवं समस्त अन्य जातियां पवित्र आत्मा का अनुसरण करें। क्योंकि परमेश्वर की योजना के अनुसार पूर्व दिशा के और उत्तर दिशा के भूभागों में (जो कि सफेद रोशनी के अन्दर हैं) परमेश्वर का कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिन्हें हम आनेवाले दिनों में देखेंगे। तथा पश्चिम दिशा के और दक्षिण दिशा के भूभाग अन्धकार में रहेंगे।
इस मैडम को पता नही कि सावित्रीबाई फुले से पहले धर्म उनको पढने का अधिकार नही देता था.
झूठ हमेशा जोर जोर से चिल्लाता है.
Ryt
Sahi kaha bhai aapne
Agar dharm padhne nahee dete to savitribai bhee kaise padhee hogee Kuch jagahome log padhne nahee dete the. Kuch jagah log khud nahee chahate the. Kyomki ek literate se illiterate hee jyada kamata tha. Literate ko agriculture karna bhee nahee aate the Raja ke pas kam bhee nahee miltatha tha. Isliye telugu bhasha me ek kahavath hai ki padelikhe admise dhobee behatar hai.
@@kuppilisantosh3333 सावित्री बाई फुले की जीवनी तुमने पढ़ी है
अगर नही तो पढ़ो फिर पता चलेगा कि सावित्री बाई फुले कैसे पढ़ी. या यूट्यूब पर * क्रांति सावित्री बाई फुले " सीरीयल देखलो
@@futureplace3924 उस धर्म ग्रन्थ का नाम बताइये जिसमें लिखा हो स्त्री को पढ़ने का अधिकार नहीं है।
पंडितजी बाबा साहेब आंबेडकर को ईसि भारत में हिंदू ओं ने
इतना सतया की बाबा को ऊस
समय कोई ईश्वर मदद को नही
आया हम कैसे माने कि इस
दुनीया कोई देव है
इस भारत में हिंदूओने मानव को मानव नही माना
सही कहा भाई आपने
Bilkul sahi bat kahi Bhai apne duniyan kab se chalrahi but abi tak koi iswar ka nisha nahi mila rowng he sab jai manvta
Only knowledge and science is the truth...no God bullshit
@@arupkumarjena5178 Or science..khasai h.sabko masoom k9 marta h bas testing nd research k liye...
Pornography banaya, De forestation, global warming ,even tumara Covid19 b dene h.ye tumara Faltu science
Wo bhi kisi ke dwara sataye gye honge
ईश्वर का कोई प्रमाण नही है।
SABKO ACHCHHE DARASHAN MILE UPARVAALE JIVIT DEVAADHIDEV PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
Sahi
Because there is no god
इस वीडियो को देखकर सिद्ध हो गया कि धार्मिक लोग ज्यादा दंगाई , बेशर्म बेवकूफ मूर्ख ढोंगी पाखंडी क्रोधी बीच में टोकने वाले होते हैं इनमें सुनने की हिम्मत नहीं
इनका कहेना है की बस मानलो,मानलो
जानो मत। कमाल है।
बिना तर्क के आप किसी बात पर विश्वाश करते h तो आप मानसिक गुलाम h
Aur sirf tark ko hi satya maan lete hai to aap murkh hai .....kyuki man pal pal me badalta hai.....
Aap ye kaise keh sakte ki iska tark sahi hai
Right
SABKO MAANASIK SVAASTHY MILE UPARVAALE JIVIT DEVAADHIDEV PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
बेकार डिबेट एक नास्तिक और 4 आस्तिक डिबेट न्यायसंगत नहीं है। और ना ही एक व्यक्ति को अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया। और ना ही कोई सुनना समझना चाहता है।
All r making fool except one,
सही कहा सर
Jhunthe log sachchai ko dawane ki koshish karte aaye hai karte kahenge...ishwar ka dusra nam andhvishwas hai or isme kuchh hath lagne wala nahi hai bina karm ke kuchh bhi nahi hai....
इनसे क्या उम्मीद की जा सकती है, बकवास के सिवा.
@@sureshchand7493 Karm karo bhakti karo bas
प्रेम शुक्ला जी को पाखंडीओ ने बोलने ही नहीं दिया नहीं तो इनकी पोल खुल जाती
bilkul sahi baat hai bhai
Right bro
विज्ञान के बिना धर्म लंगड़ा है जबकि विज्ञान को धर्म की आवश्यकता कभी नहीं पड़ी।
हम सभी हिन्दू, मुस्लिम,सिक्ख, इसाई नहीं वल्कि हम एक प़ाणि हैं।हम कुछ अच्छा कार्य करने के लिए आए हैं।जो हम किसी न किसी धर्म के मार्ग पर सच्चाई से चलकर ही अपनी योजना में सफल हो सकते हैं।
Bilkul shi samjhe aap
मानव धर्म
मानव धर्म
आज पता चला इतने पढ़े लिखे लोग भी मूर्खतापूर्ण बाते कर सकते है
सही कहा सर
ये अपनी धोती खुद ही खोल रहे हैं. सबसे बड़ा बेवकूफ ऐंकर है.
आखिर ये लोग अपनी अपनी धारणाओं को ही व्यक्त कर सकते हैं.
@@shekharjoshi7292 anchor nhi hai side me hai o sab h
शुक्ला को बोलने का मौका तो देते सब के भगवान फुर्र हो जाते
Kya yr shukla g ki batti gul ho rhi he ...
@@utkarshdeore6825 come to me i will give you better example of how universe was formed bhagwan jhut hai bhai.. wake up mate
Hahaha
Right
Shaolin movie_Hindi
ruclips.net/video/4UR18hDgkvI/видео.html
यदि उसमे दम होता तो बोलता
Mai ek nastik hu.aur mai khus hu
एंकर महोदय आप से मेरा निवेदन है कि विज्ञान के जानने वाले और धर्म के जाने वाले लोगों की संख्या बराबर में लाएं ताकि तर्क वितर्क अच्छी तरह से हो सके। यहां पर आपने तीन लोगों को रखा है जो धार्मिक लोग हैं और केवल एक हैं जो विज्ञान को मानते हैं ।इसलिए ये तीनों उन पर भारी पड़ रहे हैं।
आत्मा होती है तो 100 साल पहले जनसंख्या बहुत कम था आज इतना कैसे क्योंकि आत्मा न मरता है न जन्म लेता है?
Sharir dharan to karti hai naa bhaai....aur aatma jisko tum samajh rahe ho wo aatma nahj hai aatma bhi ek parmaatma bhi ek ....chitta ki vrattiya anek hai .....sharir dhari anek par sabme bsaa aaatma jyo ka tyo ek....
Or science..khasai h.sabko masoom janwar marta h bas testing nd research k liye...
Pornography banaya, De forestation, global warming ,even tumara Covid19 b dene h.ye tumara Faltu science
Or science khud Rape krwata h..porn movie bana kr dhanda chalata h..sochna jarur bhai
Aatma toh hoti hi nhi hai..
Bhagwan ne hume nahin banaya
Bhagwan ko hum ne banaya hai👍👍👍
70,80 sal bad marjayega 🤣🤣🤣fir kiya???
ईश्वर बिलकुल नहीं
ईश्वर कुछ नहीं कर सकता है
इंसान भगवान हैं और इंसान ही भगवान को बनाया।
ईश्वर एक मूर्खतापूर्ण कल्पना से ज्यादा कुछ नहीं है
सब ने अपने अपने तरीके से बनाया गया है भगवान को. प्रकृति ही भगवान हैं क्युकि प्रकृति ना तो सुन सकती है ना बोल सकती है. और इस को बनाने वाला कोई नहीं है अपने आप होता है. धन्यवाद 🌹
Prakriti ko banaane wala bhi iswar hi hai prakriti jiski satta se kaam karti hai
ईश्वर वादी लोग विज्ञान के गुलाम है विज्ञान ईश्वर का गुलाम नही है,
क्या गुलामो की उपलब्धियो के बिना जीवन जी लेगे,
यदि आप वाकई जानना चाहते हैं ईश्वर है तू मेरी प्रार्थना है अगली बार मुझे भी बोलने के लिए मौका दिया जाए।
बिगर आदमी औरतके एक इंसान बना कर दिखाए सांइस।
SABKO RAHEM KARE UPARVAALE JIVIT DEVAADHIDEV PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
@@vimlasingh1117 SABKO AATMIK NAVJIVAN MILE UPARVAALE JIVIT DEVAADHIDEV PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
Mai ek ayese gharme paida huihun .jahan Nature ki puja ki jaati hai So mere bichar me Nature hi ek Sakxat Ishwore hai.Nature me Surya hai .Chand hai.Nadi.nale .pahardparbat.samandar.Mountains hai ..jo humare aankho k samne sbb kuch hai.
ईश्वर एक सोची समझी साज़िश है
भगवान ने हिन्दू मुस्लिम सीख ईसाई सारे धर्म के लोग कब बनाए.?
No Insaan ye sab banaye
वो मनुष्यांनी बनाई है भगवान ने नही बनाये
धर्म कहता है कि पहले मानों फिर जानो। विज्ञान कहता है कि पहले जानों फ़िर मानों।
भाई इस विषय पर चर्चा के लिए कभी हमें भी मौका दिया जाए।
ईसाई धर्म बाइबल अध्ययन उत्पत्ति 1 26 फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्यe को अपने स्वरूप के अनुसारf अपनी समानता में बनाएँ; और वे समुद्र की मछलियों, और आकाश के पक्षियों, और घरेलू पशुओं, और सारी पृथ्वी पर, और सब रेंगनेवाले जन्तुओं पर जो पृथ्वी पर रेंगते हैं, अधिकार रखें।”
ईश्वर है और सतलोक, में रहते हैं
☸️🌿 आस्तिक नास्तिक का चक्कर छोड़ो धम्मचक्र गतिमान करो🌿☸️
Sab log phool becho
0:56 कोई भी तर्कशील व्यक्ति यानी जिसे तुम नास्तिक कह रहे हो वह आदमी किसी काम या जाति में नहीं मानता नास्तिकता जाति मत बनाओ नास्तिकता का मतलब होता है कि तर्कशील बनना जिसे तुम नास्तिक कहते हो दर्शन करने का मतलब अपने दिमाग से सोचना वह किसी धर्म जाति उस ईश्वर को नहीं मानता उसे कोई जाति मत बनाओ |
अगर ईश्वर, अल्लाह है तो ईश्वर अल्लाह को किसने बनाया
Insan ne banaya.
@@irfanhusain5806 yup
Agr big bang se duniya bani toh
Big bang kisne kiya
@@irfanhusain5806 allah ko bhi insaan ne banaya
इन धार्मिक गुरुओं ने एक भी सन्तोष जनक उत्तर नहीं दिया
Jai shree krishna god krishna are lord supreme everything❤❤❤❤❤❤
No God
No religion
Only happiness 😊
Agree
SABKO AATMIK NAVJIVAN MILE UPARVAALE JIVIT DEVAADHIDEV PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
अब चैनल वालों को कुछ काम तो है नहीं.
सबसे बढ़िया ना मानने वाला है, कम से कम बेकार की बहस में समय तो जाया नही करता.
भौतिक विज्ञान या कुदरत का नियम कोई माई का लाल नहीं तोड़ सकता ।
।। जय वैदिक विज्ञान ।। 🙏🙏🙏
Or science..khasai h.sabko masoom janwar marta h bas testing nd research k liye...
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Or science khud Rape krwata h..porn movie bana kr dhanda chalata h..sochna jarur bhai
शुक्लाजी कच्चे खिलाड़ी हैं , इनकी जगह शकील प्रेम को लाना चाहिए था ।
Koi fayda nahi sab apne tark ko sahi sabit karne me lage vichaar koii nahi karna. Chahta ....nastik bhi tark galat laga lete hai.....
Sahi kaha ek baar shakeel prem g ko bula le
Jo sabit kar kar batata hai wahi nastik hai👍
Jiski baat astha pe jakar khatam ho jati hai wahi dharmik hai😃
Ok👍
प्रश्न- ईश्वर को किसने बनाया
उत्तर-energy can neither be created not destroyed.
ऊर्जा को ना तो बनाया जा सकता है ना तो नष्ट किया जा सकता है
अब प्रश्न आता है कि पूजा को किसी ने नहीं बनाया तो वह सब में है। तो इसका उत्तर यह है कि अनादि है इसका कभी प्रारंभ नहीं हुआ जो हमेशा से है और रहेगी इसी प्रकार भगवान अनादि है इनका कोई अंत नहीं है जो सदस्य थे और रहेंगे
किसी में इतना ज्ञान नही है कि वह ईश्वर को परिभाषित कर सके उसका आदि अंत बता सके।
ईश्वर वही है जो परम पवित्र, दिव्य शक्ति, सर्व व्यापक, करुणामय, सृष्टि कर्ता, सत्य पवित्रता, अमरत्व और ममता स्वरुप है।ईसा मसीह ने कहा है-"मै ही आदि और अंत और दुनिया के अंत तक तुम्हारे साथ हूं। मैं ही मार्ग सत्य और जीवन हूं।"बाईबल के अनुसार शान्ति दाता मुक्ति दाता है। आप डिसाइड कीजिए।
Good choice frends
संसार मजदुर से किसान से साइंस से वैज्ञानिक लोगों से मेहनत कश लोगों से चल रहा है ईश्वर नाम की कोई चीज नहीं
भगवान ने यह सब कहा है तो यह सब किसने सुना है है और सुन के लिखने वाला कौन है फिर वह सामने क्यों नहीं आता जब भगवान ने सब बताया और जिसने सुना उसके अलावा भगवान ने किसी को दर्शन नहीं दिया
मैं ईश्वर को मानता हूँ लेकिन धर्मों से नफरत करता हूँ।
SABKO SADBUDHDHI DE UPARVAALE JIVIT DEVAADHIDEV PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
Koi esvar nahi hai yah satya hai
यह सारे के सारे जो ईश्वर को मानते हैं सब मुर्ख बना रहे हैं उनकी बातों में कोई लॉजिक नहीं है
इश्वर नहीं है😂 🙏
To fir ye sign 🙏🙏 kyu hai
ईश्वर ही सर्वशक्तिमान है दयालु हे कृपालु है कण-कण में विद्यमान है फिर इस दुनिया में अन्याय अत्याचार हिंसा बलात्कार नीच ऊंच छुआछूत रंगभेद अनगिनत अमानवीय कृत्य क्यों होते हैं। मानव उन्नति खुशहाली के लिए प्रजातंत्र संविधान न्याय व्यवस्था शिक्षा स्वास्थ्य आवश्यक चीजें जरूरी है
Kyuki manushya karm karne k liye swatantra hai....usi aadhar par maunshya fal kaa bhikta hota hai .....kisi ek kaa karm dusre ko haani pahucha sakta hai .....
SABKO BHALAA KARE UPARVAALE JIVIT DEVAADHIDEV PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
कुदरती मूल तत्वों का महत्व समझने के लिए उन तत्वों का सम्मान करना तो चाहिए, इसी को ही हम पूजनीय बोलते हैं, कुछ लोग ने इसे अंधविश्वास से जोड़ दिया है !!!
Nastik Prem shukla is the best
पैदा होते ही बच्चा को जंगल में छोड़ दो तो बच्चा जानवरो जैसा ही वयवहार करे गा
धर्म ही विज्ञान है, विज्ञान ही धर्म है,
कोई धर्म नहीं है भाई
केवल एक ही धर्म है
इंसानियत धर्म
इंसान हो इंसान से प्रेम रखो
और सच्चे मालिक की उपासना करन
जिसका नाम है यीशु मसीह
जो हम पापी मनुष्य के लिए मारा गया और तीसरे दिन बाद जी उठा
और प्राणीमात्र क्या ?
स्वामीजी कुत्ता , बकरा , गांय, हिरण, सुअर इश्वर का अंश नहीं है क्या ?
जैसा राजा वैसी प्रजा होती थी I राम की प्रजा राम जैसी I लेकिन कुछ ना समझ भी थे I
बहुत अच्छा मुद्दा उठाने के लिए। जय नास्तिक
मानवता से जियो तब कोई बहस नहीं होगी.
सत्कर्म करो उस वक्त विज्ञान और भगवान में कोई अंतर नहीं दिखेगा.
ईश्वर जैसी कोई चीज नहीं होती है
मीडिया वाले चाहे तो 1 सप्ताह में स्पेलिंग का हल निकाल सकते हैं 30 दिन में तो पाखंड मुक्त भारत बनाया जा सकता है अगर भारत के मीडिया से नहीं सुलभता तो विदेशी मीडिया को यह कार्य सौंप देना चाहिए
Iswar 💯 precent nhi h
Isvar ha bhaiya.kya aap janna chahte hai?lekin sms se samjhana muskil h aapko janne ke liye 9625709337 is nambar par call Krna padega.
@@theholyword7455 logic toh acha lagate h aap🤣🤣🤣 jiska koi matlab nhi h
Yes
Iswar hota to ye debate hi nhi hori hoti
Bilkul sahi.
Ishwar h tabhi ye debate ho rhi h❤️
🤣🤣🤣🤣 Sahi bro
Sahi hai. Murkh logo ko murkh banane ka tarika hai bas.
Koi murkh hai yaa vidwaan ye kaise jaana us iswar ki satta se hi jaanaa naa bhai.....
इंसान ही ईश्वर को बनाया है
सच ये है कि भगवान है कि नही कोई नही जान पाया है और ना कोई जान पायेगा,, सामाजिक रूप से देखे तो भगवान नाम की कोई चीज है ही नहीं और आत्मा से सोचो तो लगता है कि जो हो रहा है उसे कौन कर रहा है... में तो प्रकृति को ही भगवान मानता हूं
Aapke aur mere vichar same hai
Ye jo Anchor hain, bahut hi badhiya kaam kar rhe hain apna.. Garv hota h aap jaise journalists pe..
मेरा मनपसंद विषय है .
ऐसा लगता है 24 घंटा सुनता रहु .
लेकिन ये चर्चा बेमतलब है.कारण ये है की यहा पर जो बोल रहे वो सब एक ही विचार के है. अकेले शुकलाजी है जो अपना पक्ष रखते है लेकिन डर डर के.
मेरा कहना है भगवान ये फालतू कल्पना है.
भगवान किसने देखा है ?
इसका जबाब है * अरे भाई जो नहीं वो कैसा दिखेगा .
सब सब बकवास है !
Aap mere type ke hain bhaiya
Main bhi ise 24 hours sunana chahta hu taki apne paksh me tark ekaddha kr sku
Same mai v sochti hu 🥰🥰
Naamdev ko jaante ho unohne dekha hai
SABKO GALAT VICHAAROSE MUKTI MILE UPARVAALE JIVIT DEVAADHIDEV PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
भगवान को ही मानने वाले सबसे गंदा क्यों होते हैं सारे अपराधी भगवान को मानने वाले होते हैं ।
ईश्वर नहीं है अगर ईश्वर है तो सभी समस्याओं का हल क्यू नही है और गरीबों के लिए क्यों नहीं है
SABKO AATMIK JAAGARUTI MILE UPARVAALE JIVIT DEVAADHIDEV PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
सत गुरू रामपाल जी महाराज जी का सत्संग आता है साधना चैनल पर 7.30 रात
सत साहेब भगत जी । ज्ञान गंगा धार्मिक पुस्तक अवश्य पढ़ें।
कहां से आते हैं ऐसे फिलॉसफर 😁 mam थोड़ा सा और सोध करने की ज़रूरत है आपको
ये भी नहीं वो भी नहीं ये तो भगवान नहीं करता यानी बुरा या अच्छा तो भगवान की क्या जरूरत है। फालतू बात है ये भगवान की केवल। अरे अक्ल के अंधो तुम सुनना ही नहीं चाहते, फ्री का खाने वालों अब तुम्हारी खेर नहीं सालों धर्मवालों तुम किसी को बोलने तो दे ही नहीं रहे हो।
Ek Lenin tha jisne poori world me sabit krdiya AJ Lenin ke btaya raste pr Jo viksit vo dhrm ke chkkr
धर्म वह है जो प्रकृति ने बनाया हुवा नियम और कर्तव्य। वह केवल मनुष्य तक सीमित नहीं है। पृथ्वी जगत के सम्पूर्ण प्राणी तथा सम्पूर्ण ऊर्जा के साथ बतावरण सभी का कर्म अलग अलग है वही धर्म है।
मेरे विचार में इस धरती का सृष्टिकर्ता ना तो वैज्ञानिक है और ना ही कोई धर्म है।
यह सब प्रकृति का देन है, ब्रह्माण्ड अंतहीन है और सौर्यमंडल भी अनंत है।
स्वामी जप्ती नरसिंहआनंद जी को प्रणाम
ईश्वर ने सृष्टि का निर्माण किया है, ऐसा कहा जाता है पर, आज तक इसे कोई सिद्ध नहीं कर पाए। फिर यह पूछा जाय कि ईश्वर को बनाने वाला कौन है तो यह पूछने वाले गलत नहीं हो सकते।
*हां बिल्कुल नही हो सकते गलत...ये बोलते है ईश्वर हमेशा से है...लेकिन ये तो तर्क और विज्ञान के विरोध है...क्योंकि असल में वो सदा से रहनेवाली चीज कोई और है जिसके बिना ईश्वर के चाचा भी Exist नही कर सकते...अगर मैं इस डिबेट में होता तो इन ढोंगियों की बैंड बजा देता.*
जय भीम जय भीम
मुल्लाजी का सबसे अच्छा तर्क है समझाने का
एक दिन जरूर सभी धर्म पाखंडियों का अंत जरूर होगा, तभी हमारा देश विकसित होगा ।
Right bro 👍
itne bade dharam guruon ko baccho ki tarah ladte huye pehli baar dekh raha hoo....
ईसाई धर्म बाइबल में युहन्ना 1 • 1 आदि मेंa वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था।2 यही आदि में परमेश्वर के साथ था।3 सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ है, उसमें से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुई।4
Bhai Anchor ko Salam hai ...Me bhi Nastik hu ....Bhagvan hai Toh dikhte kyu nahi ??
Aabe stupid tu thik se sun ko nahi dek sakta teri eyes ki aukat hai jo tu bhagwan ko dek saake 😂 time mai bhagwan nahi hai time mai human hai time ke bahar god exist karta hai tho tuje kahase dikega re bhagwan stupid
To ky kabhi Albert Einstein dikha tujhe aur dikha to tujhe kaise pata usne hi discovery Kari hai
@@imransutar7448
*Aabe Maha Stupid Tu Pehle Ye Saabit Kar Ki Allah Time Ke Bahar Kaise Hai...Aur Tujhko Kaise Pata Chala...Yaa Sirf Kisi Member Par Baithe Moulana Ki Suni Aur Aa Gaye Yaha Wahi Suna Sunaya Gyaan Dene...Ye Jo Tune Bataya Ki Time Ke Bahar Allah Hai Ye Foolish Logic Yasir Nadim Al Wajidi Ne Diya Tha...Aur Shayad Tu Yasir Wajidi Kaa Follower Hai.*