jazakallah khair bhai bhut bhut sukriya jo aap meeran sayed ali datar baabu ke yha ki jiyarat hume krwa dete ho bhai bhut bdi hasti h ye yha jaane se sirf bla jaadu hee nhi nazare bad or ghr ke masail bi khtam ho jaate h
You are right. This is not the message of prophet Mohammed صلى الله عليه وسلم. There is no difference between what they are doing in this video & between Quraish used to do in Jaheliy time. الحمد لله على نعمة الاسلام
First I want to sey there is bhut woot in our universe its a bad jin who did this all things and the solution to protect your self from bad jin is follow all commands of allah and he's rasool saw and every purify your self
@@parvezgamer371 Bhai jaise tmhare dharm me Quran hai top level kitab vaise hmare Sanatan Dharm me "Vedant" hai jo ki apex of Upanishads Isko padho Acharya Prashant ji se Quran bhool jaoge dost ......72 hoor Does not exists just a fairy tale story jiska lalach dekar Madarse me training di jati Kafiro ko maro au convert Karo forcefully aise hi fir ye sab kam dimag wale log 72 hoor ke lalach me non Muslims ko marte hai .....esliye bhool jao ye sab jo hai issi duniya me hai there is just one life no after life brother understand this plz!!
*```अब्दुल कादीर जिलानी रह.अ. के अकीदे और तालिमात उन्ही की लिखी हुई किताबों से...```* ```मेरा अकिदा वही है जो सहाबा और सल्फे सॉलिहीन का अकिदा था``` *```(((सियार अलाम अन्नबुला २०/४४२)))```* ```तुम्हारे उपर रसुलुल्लाह ﷺ की इत्तेबा लाजिम है और दीन में नयी चिज इजाद करना नहीं। और तुम पर सलफ स्वालेहीन के मजहब पर अमल करना लाजिम है और वही सिधा रास्ता है जो तुम्हे अपनाना चाहीए।``` *```(((अल फतहुर्रब्बानी, सफा ३५)))```* ```ईमानवालों पर लाजिम है कि वो सुन्नत और जो सुन्नत पर है उनकी पैरवी और इत्तबा करें। सुन्नत वो है जो रसुलुल्लाह ﷺ तक सही सनद से साबित हो, और जमाअ वो है जिसपे सहाबाओं की रज़ामंदी थी।``` *```(((अल गुनिय्या, १/१६५)))```* ```"ईमान के ताल्लुक से"``` ```हमारा अकिदा यह है कि ईमान जुबान की गवाही है, दिल का इरादा है ये इताअत से बढता है और नाफरमानी से घटता है ये इल्म से मजबूत होता है और जिहालत से कमजोर होता है।``` *```(((अल गुनिय्या १/१३५)))```* ```शैख तौहीद को फैलाने और शिर्क और बिद्दत के सख्त खिलाफ थे।``` ```लोगों को सिर्फ अल्लाह से दुआ मांगना चाहीए और अल्लाह के रसुल ﷺ पर दुरुद भेजना चाहीए। और आखिर मे अल्लाह से अपनी जरुरत मांगनी चाहीए।``` *```(((अल गुनिय्या १/९२)))```* ```अल्लाह के सिवा किसी और की कसम खाना हराम है, और अगर किसी को कसम खानी है तो वो सिर्फ अल्लाह की खाये वरना फिर खामोश रहे।``` *```(((अल गुनिय्या १/९२)))```* ```जब आप कब्र कि जियारत के लिए जाए तो फिर अपने हाथ कब्र पर ना रखे नाही उन्हे चुमे क्यों की यह यहुदीयों का तरीका है ना ही कब्र पर बैठे या उनपर टेक लगाकर बैठे।``` *```(((अल गुनिय्या १/९१)))```* ```अल्लाह के रसुल ﷺ की पैरवी करे और इत्तेबा करें और दीन मे न्ई चिजें इजाद करने से बचे और इख्तिलाफ ना करें नाफरमानी से बचें अल्लाह एक है कुबुल करें और उस से मुंह ना मोडे अल्लाह से मदद मांगे किसी और से मदद ना मांगे उस पर भरोसा करे।``` *```(((अल फतहुर्रब्बानी, सफा १५१)))```* ```वो लोग जो परेशानीयों में अपने ही मखलुक से शिकायत करते है, वो तुम्हे कोई फायदा नहीं दे सकते है और ना ही तुम्हे कोई नुकसान दे सकते है। और अगर तुम उनसे तौबा करो तो तुमने शिर्क् किया उन मामलात में जो अल्लाह के मामलात है।``` *```(((अल फतहुर्रब्बानी सफा ११७)))```* ```ऐ जाहीलों इल्म होने का दावा करनेवालों परेशानीयों से छुटकारा पाने के लिए उनसे मदद मांगते हो जो तुम्हारे ही जैसे मखलुक है।``` *```(((अल फतहुर्रब्बानी सफा ११७-११८)))```* ```लानत हो तुम पर क्या तुम्हे शर्म तक नहीं आती अल्लाह के सिवा ओरों से अपनी जरुरतों को मांगने के लिए जब की वो तुम्हे औरों से ज्यादा नजदीक है।``` *```(((अल फतहुर्रब्बानी, सफा १५९)))```* ```अल्लाह के सिवा किसी और को ना पुकारो जिस तरह मस्जिदें अल्लाह के लिए है उसी तरह दुवा भी अल्लाह के लिए है``` *```(((अल फतहुर्रब्बानी, सफा १८४)))```* ```मखलुक से कुछ मत मांगो उनके पास ताकत नहीं है और वे खुद जरुरतमंद है वो खुद अपने लिए या किसी के लिए कोई फायदा या नुकसान का कोई इख्तियार नहीं रखते``` *```(((अल फतहुर्रब्बानी, सफा १५९)))```* ```कुरआन मजिद की इस आयत की रौशनी में अब्दुल कादीर जिलानी रह. कल कयामत के दिन उन लोगों की अल्लाह तआला से शिकायत करेंगे और उनके दुश्मन बन जायेंगे जिन्होने उन की शान में गुलू किया, और उनकी तालिमात को पसे-पुश्त डालकर उनके बारें में ऐसे किस्से कहानीया गढ दी जो कुरआन व सुन्नत के सरासर खिलाफ है और उन्हे अल्लाह की जात और सिफात में शरीक भी कर दिया।``` ```अल्लाह तआला फरमाता है।``` ```कहो, "क्या तुमने उनको देखा भी, जिन्हें तुम अल्लाह को छोड़कर पुकारते हो? मुझे दिखाओ उन्होंने धरती की चीज़ों में से क्या पैदा किया है या आकाशों में उनकी कोई साझेदारी है? मेरे पास इससे पहले की कोई किताब ले आओ या इल्म की कोई अवशेष बात ही, यदि तुम सच्चे हो। आखिरकार उस शक्स से बढ़कर गुमराह और कौन होगा, जो अल्लाह से हटकर उन्हें पुकारता हो जो क़ियामत के दिन तक उसकी पुकार को कुबूल नहीं कर सकते, बल्कि वे तो उनकी पुकार से भी बेख़बर है; और जब लोग इकट्ठे किए जाएँगे तो वे उनके दुश्मन होंगे औऱ उनकी बन्दगी का इनकार करेंगे।``` *```(((कुरआन मजिद ४६:४-६)))```* ```अल्लाह हमें कुरआन पाक और सही हदीस शरीफ को समझकर पढने और दीन का इल्म हासिल करने की और उस पर अमल करने की तौफीक दे, ताकी हमें हक और बातिल का फर्क समझ में आए।``` *```आमिन...```*
Only Allah can make us from zero to hero from nothing to some thing from no body to some body so keep praying Allah is always with us
Mashaallah allahumduliah subhanallah allahuakbar
First
Ae allah t'aala is peer ke sadqe ba parda or ba aasani mushkilat ko dur farma 🌹aameen🌹
jazakallah khair bhai bhut bhut sukriya jo aap meeran sayed ali datar baabu ke yha ki jiyarat hume krwa dete ho bhai bhut bdi hasti h ye yha jaane se sirf bla jaadu hee nhi nazare bad or ghr ke masail bi khtam ho jaate h
This is not Islam which came through prophet Mohammed
صلى الله عليه وسلم
اللهم نحمدك على عافيتك عما ابتليت به غيرنا.
Aameen summa aameen
Great video 🙏🙏
waalaikumassalam
Mashallah subhanallah 🌹❤️💫🌟🌹❤️🤲🌹
Ha inshallah faiyda hoga
Assallmu allikum mira datar baba hamaray parashani ko dhoor kardo baba ameen summa ameen 🤲🤲🤲🤲🤲🌼🌷🌼🌷🌼🌷🌼🌷🌼
Allah musaalmanoon ko shirk se h8fazath farmai Quran o hadees par amal karne ki hidayath de
A bhaag yahase jahil saale Saudi yahudi ke dalal wahhabi
Ameen sumaAmeen
aa gya wahabra... Najdi Lanati.. Gustakh.e.Rasool...
ماشاءالله
Nice 💞
आमीन
Allah akbar 😱
Aameen
Dua kare mere aulad ho jay aur wo jiye jage ameen
Mashallah ❤️
Mhashallah bhai humare liye bhi duaa kar na
Gujrat pahuch gye kya khan sahab 😅😅😅
Meera saiyad ali datar unjha unava gujarat
Bhai nagpur kb aa rahe ho
Finally finally finally finally finally
Mira Datar Syed Ali
🤲🤲🤲🙏🙏
Summa ameen
Bhai ajmer sharif nahi dala
masha allah
Amin
yaa syed ali mira daataar babpu karam jo sarkaar
Norebar
Bhai gujrat me kaha hai yeh
Unava unjha mira datar
Bhai kon sa relway steson pr utarna hoga
Good Mazar mafia advertising anchoring
Mashallah
This is not islam. Totally shirk. Allah humhe hidayat de or seedhe raste par chalne ki toufeeq de
You are right.
This is not the message of prophet Mohammed
صلى الله عليه وسلم.
There is no difference between what they are doing in this video & between Quraish used to do in Jaheliy time.
الحمد لله على نعمة الاسلام
Is darbaar se kitne crona ke mareez theek Howe
Yaha pe corona huva hi nahi tha
Kyn mannate mangta hai aur ke darbaar se wo kounsa kam hai jo hota nahi parwardigar se
Munafiqat chhod de wahhabi yahudi ki dalali band karo aur tauba karo
@@leofirexpg3865 na mai Wahhabi na mai babi mai hoon ilmi kitabi
Hi.
Bhai please
First I want to sey there is bhut woot in our universe its a bad jin who did this all things and the solution to protect your self from bad jin is follow all commands of allah and he's rasool saw and every purify your self
Kapasan ke uth ja rahe hain
Bhagwad GITA me Jadu ke bare me kuch nahi hai bhai ye sab Fairy tale batein Islam me hi hain😂
This is not from islam brother.
In logo ne apne dhande banaye hue hai islam ke naam pe
@@moinahmed12 Do uh Know about Ex Muslim Sahil and Acharya prashant search them and come closer to the Truth brother?
@@aakashgupta6537 read quran. Aur bagvat geeta ek dharmik kitaab h. Tum rig ved padho pata chal jayega
@@parvezgamer371 Bhai jaise tmhare dharm me Quran hai top level kitab vaise hmare Sanatan Dharm me "Vedant" hai jo ki apex of Upanishads Isko padho Acharya Prashant ji se Quran bhool jaoge dost ......72 hoor Does not exists just a fairy tale story jiska lalach dekar Madarse me training di jati Kafiro ko maro au convert Karo forcefully aise hi fir ye sab kam dimag wale log 72 hoor ke lalach me non Muslims ko marte hai .....esliye bhool jao ye sab jo hai issi duniya me hai there is just one life no after life brother understand this plz!!
Mych jinn bagathu
Allah se daro mushriko.
Jin logo ko tum allah ke siva pukar te ho voh to itne kamzor hai ki voh apni karwat bhi nhi badal skte
Inko bolne ka koifayeda nhi inki ankhon me patti bandhi hui h.. Agar inko kuch bolo to humhe hi gali denge
Abe munafiq tu Darr Allah se doosroko mushrik bolraha hai kufr ka fatwa tere par lautke aayega tu kafir hojayega
@@zeba3674 tumhari aqal par Patti padhi hai Saudi yahudi ke dalal
Chutiyapa sab acting hai
Their is something that beyond science. Only my god knows better
Subscribe kar valo bhai oooo
jo mare channel ko subscribe karenga us kay ghar wale kay aupar kabhi jadu tona nhi hoga inshallah
*```अब्दुल कादीर जिलानी रह.अ. के अकीदे और तालिमात उन्ही की लिखी हुई किताबों से...```*
```मेरा अकिदा वही है जो सहाबा और सल्फे सॉलिहीन का अकिदा था```
*```(((सियार अलाम अन्नबुला २०/४४२)))```*
```तुम्हारे उपर रसुलुल्लाह ﷺ की इत्तेबा लाजिम है और दीन में नयी चिज इजाद करना नहीं। और तुम पर सलफ स्वालेहीन के मजहब पर अमल करना लाजिम है और वही सिधा रास्ता है जो तुम्हे अपनाना चाहीए।```
*```(((अल फतहुर्रब्बानी, सफा ३५)))```*
```ईमानवालों पर लाजिम है कि वो सुन्नत और जो सुन्नत पर है उनकी पैरवी और इत्तबा करें। सुन्नत वो है जो रसुलुल्लाह ﷺ तक सही सनद से साबित हो, और जमाअ वो है जिसपे सहाबाओं की रज़ामंदी थी।```
*```(((अल गुनिय्या, १/१६५)))```*
```"ईमान के ताल्लुक से"```
```हमारा अकिदा यह है कि ईमान जुबान की गवाही है, दिल का इरादा है ये इताअत से बढता है और नाफरमानी से घटता है ये इल्म से मजबूत होता है और जिहालत से कमजोर होता है।```
*```(((अल गुनिय्या १/१३५)))```*
```शैख तौहीद को फैलाने और शिर्क और बिद्दत के सख्त खिलाफ थे।```
```लोगों को सिर्फ अल्लाह से दुआ मांगना चाहीए और अल्लाह के रसुल ﷺ पर दुरुद भेजना चाहीए। और आखिर मे अल्लाह से अपनी जरुरत मांगनी चाहीए।```
*```(((अल गुनिय्या १/९२)))```*
```अल्लाह के सिवा किसी और की कसम खाना हराम है, और अगर किसी को कसम खानी है तो वो सिर्फ अल्लाह की खाये वरना फिर खामोश रहे।```
*```(((अल गुनिय्या १/९२)))```*
```जब आप कब्र कि जियारत के लिए जाए तो फिर अपने हाथ कब्र पर ना रखे नाही उन्हे चुमे क्यों की यह यहुदीयों का तरीका है ना ही कब्र पर बैठे या उनपर टेक लगाकर बैठे।```
*```(((अल गुनिय्या १/९१)))```*
```अल्लाह के रसुल ﷺ की पैरवी करे और इत्तेबा करें और दीन मे न्ई चिजें इजाद करने से बचे और इख्तिलाफ ना करें नाफरमानी से बचें अल्लाह एक है कुबुल करें और उस से मुंह ना मोडे अल्लाह से मदद मांगे किसी और से मदद ना मांगे उस पर भरोसा करे।```
*```(((अल फतहुर्रब्बानी, सफा १५१)))```*
```वो लोग जो परेशानीयों में अपने ही मखलुक से शिकायत करते है, वो तुम्हे कोई फायदा नहीं दे सकते है और ना ही तुम्हे कोई नुकसान दे सकते है। और अगर तुम उनसे तौबा करो तो तुमने शिर्क् किया उन मामलात में जो अल्लाह के मामलात है।```
*```(((अल फतहुर्रब्बानी सफा ११७)))```*
```ऐ जाहीलों इल्म होने का दावा करनेवालों परेशानीयों से छुटकारा पाने के लिए उनसे मदद मांगते हो जो तुम्हारे ही जैसे मखलुक है।```
*```(((अल फतहुर्रब्बानी सफा ११७-११८)))```*
```लानत हो तुम पर क्या तुम्हे शर्म तक नहीं आती अल्लाह के सिवा ओरों से अपनी जरुरतों को मांगने के लिए जब की वो तुम्हे औरों से ज्यादा नजदीक है।```
*```(((अल फतहुर्रब्बानी, सफा १५९)))```*
```अल्लाह के सिवा किसी और को ना पुकारो जिस तरह मस्जिदें अल्लाह के लिए है उसी तरह दुवा भी अल्लाह के लिए है```
*```(((अल फतहुर्रब्बानी, सफा १८४)))```*
```मखलुक से कुछ मत मांगो उनके पास ताकत नहीं है और वे खुद जरुरतमंद है वो खुद अपने लिए या किसी के लिए कोई फायदा या नुकसान का कोई इख्तियार नहीं रखते```
*```(((अल फतहुर्रब्बानी, सफा १५९)))```*
```कुरआन मजिद की इस आयत की रौशनी में अब्दुल कादीर जिलानी रह. कल कयामत के दिन उन लोगों की अल्लाह तआला से शिकायत करेंगे और उनके दुश्मन बन जायेंगे जिन्होने उन की शान में गुलू किया, और उनकी तालिमात को पसे-पुश्त डालकर उनके बारें में ऐसे किस्से कहानीया गढ दी जो कुरआन व सुन्नत के सरासर खिलाफ है और उन्हे अल्लाह की जात और सिफात में शरीक भी कर दिया।```
```अल्लाह तआला फरमाता है।```
```कहो, "क्या तुमने उनको देखा भी, जिन्हें तुम अल्लाह को छोड़कर पुकारते हो? मुझे दिखाओ उन्होंने धरती की चीज़ों में से क्या पैदा किया है या आकाशों में उनकी कोई साझेदारी है? मेरे पास इससे पहले की कोई किताब ले आओ या इल्म की कोई अवशेष बात ही, यदि तुम सच्चे हो। आखिरकार उस शक्स से बढ़कर गुमराह और कौन होगा, जो अल्लाह से हटकर उन्हें पुकारता हो जो क़ियामत के दिन तक उसकी पुकार को कुबूल नहीं कर सकते, बल्कि वे तो उनकी पुकार से भी बेख़बर है; और जब लोग इकट्ठे किए जाएँगे तो वे उनके दुश्मन होंगे औऱ उनकी बन्दगी का इनकार करेंगे।```
*```(((कुरआन मजिद ४६:४-६)))```*
```अल्लाह हमें कुरआन पाक और सही हदीस शरीफ को समझकर पढने और दीन का इल्म हासिल करने की और उस पर अमल करने की तौफीक दे, ताकी हमें हक और बातिल का फर्क समझ में आए।```
*```आमिन...```*
Bhai ap apna number do mujhe apse zaruri bat hai jo me ap call m bata sakta hu
Q ki me ajmer a raha hun isliye mujhe apse bat karna hai
Msallah
Msallah
Msallah
Msallah
Msallah