हर हर महादेव प्रश्न पूछने के लिए संस्थान के इस यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें और हमारे टेलीग्राम समूह t.me/jsaps_org में जुडकर नियमानुसार प्रश्न करें। अधिक जानकारी के लिए वीडियो का डिस्क्रिप्शन पढ़ें।
@@dharmyoddha106 पता नही है तो क्यों बरगला रहे हो, तांत्रिक भैरव माता वैष्णो द्वारा वध कर दिया गया, पर ये जिन भैरव को पूछ रहे ओ शिव के अंश है अष्ट भैरव में प्रथम स्थान है इनका.!
@@goldy1187 बिना कुछ जाने आप बरगला रहे हो मुझे भी पता है कि ये उन वाले भैरव की बात कर रहे हैं जो भगवान शंकर के अंश हैं लेकिन जिन भैरव जी के बारे में में बता रहा हूँ वो वही भैरव हैं जिनका वध माता वैष्णों ने कर दिया था और वो भी मदिरा सेवन करते थे
गुरुजी प्रणाम हर हर महादेव गुरुजी प्रार्थना है स्नान के बाद में तेल लगा कर पूजा पाठ कर सकते हैं कौन सा तेल लगाएं या ना।लगाएं आप मार्गदर्शन करने कि कृपा करें गुरुजी प्रणाम
महाकाल में विश्वनाथ में भांग का लेपन होता है, यह ठीक है पर यह व्याख्या गलत है की कोई भी पत्ता जो जानवर तक न खाए जो उपलब्ध हो वह चढ़ा दे। तुलसी चढ़ा सकते हैं क्या शंकर जी को?
@@rameshsharma3382 murkh ho kya bilkul thoda dimag lagao vo shiv Ji ke ansh avtar kal bhairav hain kal ka mtlb kali shakti unko kal mtlb buri chize swikar hain samjhe
जय जगन्नाथ पंडित जी, आपने गलत व्याख्या कर दी। हम उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश को छोड़ कर किसी भी ज्योतिर्लिंग में भांग का लेपन भी नहीं कर सकते क्योंकि यह गैरकानूनी है। *यह गलत आख्यान है* महाकाल में विश्वनाथ में भांग का लेपन होता है, यह ठीक है, पर यह व्याख्या गलत है की कोई भी पत्ता जो जानवर तक न खाए और जो सहज उपलब्ध हो वह चढ़ा दे। *शिव जी को तुलसी नहीं चढ़ा सकते हैं?* हल्दी कुमकुम लाल केतकी नारियल के पत्ते भी निषेध हैं। *चरणामृत ग्रहण करने का विधान है* आयुर्वेदिक, सांस्कृतिक और सामाजिक व्यवस्था में साल के ⁷ दिन (5 सावन सोमवार, महाशिव रात्रि और होली) भांग प्रसाद के रूप में बंटती है क्या यह गलत विधान है? आपका शोध किन ग्रंथो पर आधारित है यह मुझे नहीं मालूम पर भांग खाने के उदाहरण कई ग्रंथो में हैं, अथर्व वेद में इसे ⁵ सबसे पवित्र पौधो में एक कहा गया है। शुक्ल यजुर्वेद के रूद्राष्टाध्यायी में है मंत्र है शिवप्रीतिकरं रम्यं दिव्यभावसमन्वितम्। विजयाख्यं च स्नानार्थं भक्तया दतं प्रगृह्य। पंडित जी शंकराचार्य जी की सेना मतलब अघोरी और नागा के प्रयोग भी देखिए आप संपूर्ण सनातन का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं ।। 🙏
Har har mahadev❤❤🙏🏻
जय हो गुरुदेव 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत धन्यवाद, इस प्रश्न का उत्तर कई समय से चाहए था, यद्यपि यह बात किसी को बता दे तो भी वे नही मानते 🙏
Jay Gurudev
Bahut sundar pranam Aachaarya ji🙏🏼🙏🏼🙏🏼
🙏🏻❤️ महादेव महादेव महादेव ❤️🙏🏻
हर हर महादेव 🚩
जय शिव शंकर।
हर हर हर महादेव 🙏
हर हर महादेव गुरु जी
हर हर महादेव हर
जय श्री राम
हर हर महादेव जय शिव शंकर
हर हर महादेव शंभू काशी विश्वनाथ गंगे 🙏
हर हर महादेव
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मुझे आपसे यह जानना है क्या नरक चतुर्दशी के दिन सुबह सूर्योदय के बाद स्नान करने से क्या सारी शुभकर्म का नाश हो जाता है या नहीं कृपया बताएं
भैरव जी को मदीरा क्यों अर्पण करते हैं
क्यों कि भैरव जी एक तांत्रिक थे और तांत्रिक मदिरा और अभक्ष्य इत्यादि का सेवन करते हैं लेकिन वे एक योगी भी हैं हठ योगी
@@dharmyoddha106 पता नही है तो क्यों बरगला रहे हो,
तांत्रिक भैरव माता वैष्णो द्वारा वध कर दिया गया, पर ये जिन भैरव को पूछ रहे ओ शिव के अंश है अष्ट भैरव में प्रथम स्थान है इनका.!
@@goldy1187 बिना कुछ जाने आप बरगला रहे हो मुझे भी पता है कि ये उन वाले भैरव की बात कर रहे हैं जो भगवान शंकर के अंश हैं लेकिन जिन भैरव जी के बारे में में बता रहा हूँ वो वही भैरव हैं जिनका वध माता वैष्णों ने कर दिया था और वो भी मदिरा सेवन करते थे
Har har mahadev Acharya ji kya tulsi patra tulsi dal Bhagwan Shiv Ko chara shakte hai ya nahi kripya shastra praman ke saath batay Jai sri ram
Inke videos dekhen aapko uttar mil jaayega. Inke sabhii uttar shastr pramanit hi hote hain.
Chadha sakte h
Yadav Uttarakhand Ke Kabse Ho Gaye, UP Ke Hain Wo
ये कैसी बात हुयी कुत्ता बिल्ली किसी फुल पट्टी के पेड़ को देख लेंगे तो चढ़ाने के लायक नही है ।
गुरुजी प्रणाम हर हर महादेव गुरुजी प्रार्थना है स्नान के बाद में तेल लगा कर पूजा पाठ कर सकते हैं कौन सा तेल लगाएं या ना।लगाएं आप मार्गदर्शन करने कि कृपा करें गुरुजी प्रणाम
जब धथुर चढ़ सकता है तो भांग् क्यू नही ।धथुर भी तो जहर है।
महाकाल में विश्वनाथ में भांग का लेपन होता है, यह ठीक है पर यह व्याख्या गलत है की कोई भी पत्ता जो जानवर तक न खाए जो उपलब्ध हो वह चढ़ा दे।
तुलसी चढ़ा सकते हैं क्या शंकर जी को?
जी तुलसी मंजरी चढ़ाने का विधान शास्त्रों में वर्णित है 🙏
महाकाल मंदिर उज्जैन मे मदिरा चढ़ाना क्या शास्त्रीय है?
@@rameshsharma3382 महाकाल में मदिरा नही चढ़ती, काल भैरव पर चढ़ती है
@@rameshsharma3382 murkh ho kya bilkul thoda dimag lagao vo shiv Ji ke ansh avtar kal bhairav hain kal ka mtlb kali shakti unko kal mtlb buri chize swikar hain samjhe
भट्ट ब्राह्मण होते है क्या पंडित जी
हाँ
Nhi
तो क्या होता हैं
जय जगन्नाथ पंडित जी, आपने गलत व्याख्या कर दी।
हम उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश को छोड़ कर किसी भी ज्योतिर्लिंग में भांग का लेपन भी नहीं कर सकते क्योंकि यह गैरकानूनी है।
*यह गलत आख्यान है*
महाकाल में विश्वनाथ में भांग का लेपन होता है, यह ठीक है, पर यह व्याख्या गलत है की कोई भी पत्ता जो जानवर तक न खाए और जो सहज उपलब्ध हो वह चढ़ा दे।
*शिव जी को तुलसी नहीं चढ़ा सकते हैं?*
हल्दी कुमकुम लाल केतकी नारियल के पत्ते भी निषेध हैं।
*चरणामृत ग्रहण करने का विधान है*
आयुर्वेदिक, सांस्कृतिक और सामाजिक व्यवस्था में साल के ⁷ दिन (5 सावन सोमवार, महाशिव रात्रि और होली) भांग प्रसाद के रूप में बंटती है क्या यह गलत विधान है?
आपका शोध किन ग्रंथो पर आधारित है यह मुझे नहीं मालूम पर भांग खाने के उदाहरण कई ग्रंथो में हैं, अथर्व वेद में इसे ⁵ सबसे पवित्र पौधो में एक कहा गया है।
शुक्ल यजुर्वेद के रूद्राष्टाध्यायी में है मंत्र है शिवप्रीतिकरं रम्यं दिव्यभावसमन्वितम्। विजयाख्यं च स्नानार्थं भक्तया दतं प्रगृह्य।
पंडित जी शंकराचार्य जी की सेना मतलब अघोरी और नागा के प्रयोग भी देखिए आप संपूर्ण सनातन का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं ।। 🙏
हर हर महादेव