Manmani to ye tabse kar rhe h jabse inki sarkar bani h phir bad me kahege ki 30% se kam result aaya h inko kya pta ki bahut sara syllabus rahta h jo padhata h usko samjh me ata h
न्यू लोगो को मोका मिलना चाहिए सर जी क्योंकि हमारे इधर जो लोग अतिथि मैं काम कर रहे हैं वह पैसों से लगे हुए हैं ना तो उनके पास b.Ed b.ed है हम b.Ed b.ed कई सालों से आगे पीछे घूम रहे हैं
जिस प्रकार से उच्च शिक्षा विभाग में अतिथि विद्वानों को दो वर्गों में बाटा गया है उसी प्रकार स्कूल शिक्षा विभाग में भी अतिथि शिक्षक को दो वर्गों में अब बाटने की जरूरत है, एक वर्ग पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण + बीएड अथवा डीएड का और एक वर्ग पात्रता परीक्षा + चयन परीक्षा+ बीएड अथवा डीएड और एक वर्ग पात्रता परीक्षा अनुत्तीर्ण का बनाना चाहिए और इन वर्गों के हिसाब से मानदेय मिलना चाहिए। और अगर सरकार ऐसा नही करती है तो क्या मतलब रह जाएगा बीएड डीएड करने का और पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने का और चयन परीक्षा उत्तीर्ण करने का। जब सबको एक ही तराजू में तौलना है तो। अब चयन परीक्षा पास करके और पात्रता परीक्षा पास करके अतिथि शिक्षक ही बनना है तो सरकार को इनका एक अलग कैडर बनाना चाहिए क्यों की सरकार के पास अब वेकेंसी तो है नही कम से कम इतना ही कर से। ग्रेडेशन ही कर दे अतिथि शिक्षक का और ग्रेडेशन के हिसाब से मानदेय कर दें। यह व्यवस्था अभी उच्च शिक्षा विभाग में लागू हो चुकी है छत्तीसगढ़ में। जिसमें net set phd karne वाले अतिथि विद्वानों का मानदेय अलग है और जिनके पास यह सब कुछ भी नही है उनके लिए मानदेय अलग है।
Sarkar chahti hi nhi ki sarkari school chale aur gareebon ke bachche paden .Satya hai
Manmani to ye tabse kar rhe h jabse inki sarkar bani h phir bad me kahege ki 30% se kam result aaya h inko kya pta ki bahut sara syllabus rahta h jo padhata h usko samjh me ata h
अभी बहुत से स्कूल बंद पड़े हैं ये बात उनको नहीं पता , सब पता है सरकार बस देख रही है
जनजातीय कार्य विभाग में प्रयोगशाला शिक्षक के बारे में कोई सूचना के ऊपर एक वीडियो बनाइए
अतिथि शिक्षकों की भर्ती जल्द शुरू होनी चाहिये
न्यू लोगो को मोका मिलना चाहिए सर जी क्योंकि हमारे इधर जो लोग अतिथि मैं काम कर रहे हैं वह पैसों से लगे हुए हैं ना तो उनके पास b.Ed b.ed है हम b.Ed b.ed कई सालों से आगे पीछे घूम रहे हैं
ये नहीं चाहते कि पढ़ाई हो।
Is DESH MEIN TO BAS ELECTION TIME PER HOTA HAI BAKIII SAB KA KUCH PATA NAHII
Thanku sir
❤❤❤❤❤
Bjp sabse bhrast sarkar mp jyada raddi
मोहन यादव मुर्दाबाद
जिस प्रकार से उच्च शिक्षा विभाग में अतिथि विद्वानों को दो वर्गों में बाटा गया है उसी प्रकार स्कूल शिक्षा विभाग में भी अतिथि शिक्षक को दो वर्गों में अब बाटने की जरूरत है, एक वर्ग पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण + बीएड अथवा डीएड का और एक वर्ग पात्रता परीक्षा + चयन परीक्षा+ बीएड अथवा डीएड और एक वर्ग पात्रता परीक्षा अनुत्तीर्ण का बनाना चाहिए और इन वर्गों के हिसाब से मानदेय मिलना चाहिए। और अगर सरकार ऐसा नही करती है तो क्या मतलब रह जाएगा बीएड डीएड करने का और पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने का और चयन परीक्षा उत्तीर्ण करने का। जब सबको एक ही तराजू में तौलना है तो। अब चयन परीक्षा पास करके और पात्रता परीक्षा पास करके अतिथि शिक्षक ही बनना है तो सरकार को इनका एक अलग कैडर बनाना चाहिए क्यों की सरकार के पास अब वेकेंसी तो है नही कम से कम इतना ही कर से। ग्रेडेशन ही कर दे अतिथि शिक्षक का और ग्रेडेशन के हिसाब से मानदेय कर दें। यह व्यवस्था अभी उच्च शिक्षा विभाग में लागू हो चुकी है छत्तीसगढ़ में। जिसमें net set phd karne वाले अतिथि विद्वानों का मानदेय अलग है और जिनके पास यह सब कुछ भी नही है उनके लिए मानदेय अलग है।
1 julay se joining honi thi lekin sarkar pesa khati he joining ni deti
ye bat bhut acha video banaya apne
Sir 2024 25 ka score card download Krna hai par ho kyu nhi rha please reply sirrrrr
Or fir bad me bolenge k syllabus pura time pr nahi hua
अतिथि इनकी बेरोजगारी के खुद जिम्मीमेदार है इनको सरकारी मास्टर नही बनना है
Bharti nii ho rhi ye log view chaap rhe hai free ke
Naye aavedan kab se honge sir