।।ओ३म्।। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी की जय हो।त्याग की प्रतिमूर्ति थे श्रीराम जी।अति सुन्दर प्रस्तुति है। बहिन अंजलि आर्या जी आप बहुत ही अच्छा गाती हैं। बहुत बहुत धन्यवाद।
जब से आर्य समाजो में राजनैतिक लोगो का साम्राज्य हुआ तब से शिथिलता आ गई मेरा निजी अनुभव है नथु राम गोडसे अपने बयानों ये कहा कि जो कांग्रेसी हैं वो आर्य समाजी नही हो सकता जो आर्य समाजी है वो कांग्रेसी नही हो सकता ये बात बिल्कुल सत्य है
आप सब के बारे में तो बता दिया बहन लेकिन शूद्रों के बारे में नहीं बताया क्यों नहीं पढ़ने लिखने के बाद कहां भेजा जाता था ने पहली बार गुरुकुल में भेजा ही नहीं जाता था क्योंकि वह पढ़ लिख लेते तो आप सब की गुलामी कैसे करते हैं उन्हें गुलाम बना के रखा जाता था
ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र जन्म से नहीं होते थे! बाद में विकृति जरूर आई थी! हम लोग एक संस्था में जब पहली कक्षा में थे, तो एक दीदी तीसरी में थी! हम लोग दूसरी - तीसरी कक्षा में गये तब भी वह तीसरी में ही रही! फिर हम लोग चौथी - पांचवीं में पहुंचे तब भी वह तीसरी में ही रही! जब हम छठी कक्षा में गये तो उसकी शादी हो गई! उसे कभी पाठ याद ही नहीं होता था, जबकि और काम अच्छे ढंग से करती थी! ऐसे लोग ही शास्त्रों में शूद्र कहलाते थे! ऐसे लोग शरीर से सेवा का काम करने वाले होते थे!वह गुलामी नहीं थी! दबाव तो नौकरी में भी रहता है तो क्या गुलामी है? क्या एक कॉलेज में प्रधान प्रचार्य, व्याख्याता, पुस्तकालय का संरक्षक और चपरासी तथा द्वारपाल एक ही हो सकते हैं?
।।ओ३म्।। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी की जय हो।त्याग की प्रतिमूर्ति थे श्रीराम जी।अति सुन्दर प्रस्तुति है। बहिन अंजलि आर्या जी आप बहुत ही अच्छा गाती हैं। बहुत बहुत धन्यवाद।
Bharat mata ki jay
वेद की ज्योति जलती रहे 🚩ओम का झंडा ऊँचा रहे🚩 भारत माता की जय 🚩गौ माता की करो 🚩 नमस्कार 🙏बहिन अंजली आर्या जी
भजन के माध्यम से श्री राम का सुंदर चरित्र गान । अंजली जी व आयोजन करने वाले आर्य समाज का हृदय से आभार ।
ATI sundar Ram Katha sunai bahan Anjili Aryaji ne
Arya samaj ke sabhi sadasyon ke charanon mein koti koti pranam
जब से आर्य समाजो में राजनैतिक लोगो का साम्राज्य हुआ तब से शिथिलता आ गई मेरा निजी अनुभव है नथु राम गोडसे अपने बयानों ये कहा कि जो कांग्रेसी हैं वो आर्य समाजी नही हो सकता जो आर्य समाजी है वो कांग्रेसी नही हो सकता ये बात बिल्कुल सत्य है
ओउम् 🌹🌹स्वस्ति, आर्य बहन अंजलि आर्या जी और समस्त आर्य समाज को सादर नमस्ते 🙏🙏
Hu sab ke pyare ban ja the hi, Arya samaj ki s
अती उतम भजन नमस्ते बहन अजलीजी का
आर्या दीदी को सादर प्रणाम।
ऐसी बहन दीदी को सादर प्रणाम
बहुत ही सुन्दर
जय सत्य सनातन धर्म की जय
बहुत सुंदर बहन जी
Om ..bhut sundar shabd hote h apke.
Arya bahan aap Mahan hain.
Satya sanatan vaidic dharm ki jai
Anjali bahanji ko jankari dene ke liye abhar. Pranam
Bahena Anjaliji..
F D ki baat bahot hi rernadayini rahi..aur kitna yar sey bata rahi hai...achchha ag raha hai sun ne mey..!!!
अती सुन्दर नमस्ते जी
_ yylfkaao
श्रीराम जी❤❤❤
❤️❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏bhut hi sundar
Bhajan updeshika bahan ji anjali ji ko mera bar bar namaskar
जय सनातन धर्म की
दिल भर आया बहन जी🙏🙏🙏
नमस्ते दीदी।🙏👏👏
बहुत बढ़िया बहन जी 👍🙏
Samaj snakar the good
Om
Jai Nepal
ओम
नमस्ते बहन जी
Vedic dharm ki jay 🙏🙏🙏🙏
Jai shree ram
बहुत ही उतम🙏
अति सुन्दर सत्संग
Very Good Bahin Ji
Very nice sister.
Very nice....
Bahut sundar bahinji.
Jai hind 🇮🇳 mam
Aaj Samaj ko Aisi Betio ki Jarurat Hai
Super 🙏🙏🙏
🙏🙏
🙏🙏🙏👍👍
Very nice sister 🙏🙏
Om Namaste Bahana
DIDI KO PRANAM
NamasteBhanji
Aapse nivedan hai ki is bjan ko ek aur video bna dijie jisme voice clear ho jae baki Bajan bhot acha hai ji
Good work
Bahut bahut dhanyawad
अंजली आर्य के भजन और उनकी अनूठी शैली का वर्णन करने में शब्द कम कम पड़ जाते हैं
राम ॥
But accha Bajan
Bahut bahut dhanyawad
Aise programs harare saharanpur kab hoge
Good
Nice
ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ
Recording वाले तो सोए रहते हैं।
ॐॐॐॐॐ
Is video me kuch panktiya clear nahi ho pa Rahi hai
🙏🙏🙏👌👌👌👌👌👌👌👌
Bahut sundar prasang
Thanks mam
Namste ji,sound quality kuch khrab h ji,plz dhyan de
Thank you mam
Sound disturbed hei
ओम् नमस्ते बहन जी। आर्य समाज में लोग अपने बच्चों को क्यों नहीं लाते हैं।
ञस्तंंऑओय ञस्तंंऑओय ञस्तंंऑओय ञस्तंंऑओय ञस्तंंऑओय ञस्तंंऑओयःःः ञस्तंंऑओयःःःतः ध ध गया गई गया गया
ञस्तंंऑओय ञस्तंंऑओय ञस्तंंऑओय ञस्तंंऑओय ञस्तंंऑओय ञस्तंंऑओयःःः ञस्तंंऑओयःःःतः ध ध गया गई गया गया गया गल्फ
इनके बच्चे आर्य गुरुकुल में अध्ययन करते हैं।
संविधान को भी पढ़ो
आप सब के बारे में तो बता दिया बहन लेकिन शूद्रों के बारे में नहीं बताया क्यों नहीं पढ़ने लिखने के बाद कहां भेजा जाता था ने पहली बार गुरुकुल में भेजा ही नहीं जाता था क्योंकि वह पढ़ लिख लेते तो आप सब की गुलामी कैसे करते हैं उन्हें गुलाम बना के रखा जाता था
ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र जन्म से नहीं होते थे! बाद में विकृति जरूर आई थी!
हम लोग एक संस्था में जब पहली कक्षा में थे, तो एक दीदी तीसरी में थी! हम लोग दूसरी - तीसरी कक्षा में गये तब भी वह तीसरी में ही रही! फिर हम लोग चौथी - पांचवीं में पहुंचे तब भी वह तीसरी में ही रही! जब हम छठी कक्षा में गये तो उसकी शादी हो गई! उसे कभी पाठ याद ही नहीं होता था, जबकि और काम अच्छे ढंग से करती थी! ऐसे लोग ही शास्त्रों में शूद्र कहलाते थे! ऐसे लोग शरीर से सेवा का काम करने वाले होते थे!वह गुलामी नहीं थी! दबाव तो नौकरी में भी रहता है तो क्या गुलामी है?
क्या एक कॉलेज में प्रधान प्रचार्य, व्याख्याता, पुस्तकालय का संरक्षक और चपरासी तथा द्वारपाल एक ही हो सकते हैं?
तुम्हारी सोच तुम्हे शूद्र बनाती है तुम्हारी सोच से तुम शूद्र थे, शूद्र रहोगे, सोच सुधार लो
Very nice sister
अगर आप अपने आप शुद्र मानते है तो आपकी अपनी सोच हैं।
आर्य समाज कभी जातिवाद को बढ़ावा नहीं देता।
भाई जी अगर शूद्र को वेद का ज्ञान है तो वो भी विद्वान एवं पंडित है।
Jai shree ram