आप जैसे महात्माओं के बातों को सुनकर इस बात को स्पष्ट होने में मदद मिलता है कि हमें जीवन क्यों मिला बहुत-बहुत धन्यवाद ऐसी ज्ञानवर्धक बातें हम लोगों को बताते रहिए
मृत्यु के बाद क्या होता है? इस सम्बन्ध मे ओशो जी बहुत सुन्दर प्रवचन दिया है। मृत्यु के बारे में ओशो के विचार पढे, मृत्यु का भय जाता रहेगा। जीवन ऐक अनंत यात्रा है, मृत्यु ऐक विश्राम स्थल है। मृत्यु के बाद भी उस आत्मा का नया जीवन शुरू होता है। फिर मृत्यु होती है। और भारतीय ऋषियो के ग्यान के अनुसार ऐ चक्र ८४लाख योनियो के रूप में आवागमन होता रहता है। जिसे मोक्ष कहा जाता है, वो भी नही होता। बेशक अवतारी आत्मा क्यूँ ना हो, बस कर्मो के हिसाब से, स्वर्गालोक की विश्राम समय मन चाहा होता है, फिर उस आत्मा को विशिष्ट कार्य के लिए धरती पर अवतार स्वरूप आना पडता है। इस लिये मोक्ष होता ही नहीं है। राधे राधे जय श्री कृष्णा।
My father passed away during covid. I started doing sadhna to find out how is he doing in afterlife. After 7 days on intense sadhna, my dad appeared in my dream and answered my questions. I asked him whether he felt any pain during death. He explained that it was very peaceful. He also explained that he was going through lot of illness when he was alive and the moment he left body, he was completely releived. He also said that if a person experience afterlife, people will quit their life on earth. He was a very strong follower of bhairav. He said that when he left the physical body, his soul was sorrounded by this energy which was directing him to this afterlife. He could feel that the energy was bhairav energy which served like a vehicle for him.
Jai Hind SADGURUDEV, I find peace while listening to you.For the last 20 years I have been moving on the spiritual path. Sri Ram Krishna and Swami Vikekanand have been my favourite ideals. I am in service for 35 years. I ask for your blessings.!Please shower your blessings.🙏🏻🙏🏻🙏🏻
गुरु जी सादर नमस्कार आपने जो विचार व्यक्त किए। में बहुत ही प्रभावित हुआ। कारण कि मैं भुकत भोगी हुं। पत्नी को शरीर छोडे 2 वर्ष हो चुके हैं।वो मेरे बिना 1सेकनड भी नहीं रह सकती थी ओर मैं भी। आज भी लगता है कि । मेरे साथ है। मेरे पास बहुत सारे अनुभव है। ये सच है कि आत्मा का जीवन है। है है ओर है।
Guru ji this is right , mera ek chota bhai tha jo bachpan m chala gya Tha lekin uski Mukti nhi hui thi... lekin ek guru ji k maarg Darshan se hamari Kai salon ki pooja or tapashya se wo aatma siddh ho gyi... or ab wo hamko good sense feel karati h .. jaise meri mother ko subah 3 se 4 k beech m utha deti h bhajan k liye or kya galat hone wala h wo bhi meri mother ko ehsaas ho jata h...
मृत्यु के पश्चात सूक्ष्म देह इतनी हल्की होती है की गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से मुक्त होकर ऊपर की ओर उठती है लेकिन आम सांसारिक व्यक्ति घबरा उठता है और पुनः देह प्राप्ति के लिए छटपटाता है और वो स्वतः ही एक प्रेत देह निर्मित कर लेता है जो वायवीय देह है । इस देह में वो तबतक आबध्ध रहता है जबतक कि धरती पर इसके लिए नई स्थूल देह तैयार न हो जाए । इस प्रेत देह में वो अपने अनुभवों, संस्कारों के वशीभूत संसार रच लेता है और उसी में रमण करता है । पुनर्जन्म लेते ही उसकी नई यात्रा आरंभ होती है । दूसरी ओर पवित्र और संत आत्माएं देहाभिमान से परे होकर विराट में विचरण करती है और अपनी आध्यात्मिक शक्ति से अपने अनुरूप संसार रच कर वहीं सर्वशक्तिमान प्रभु के साथ भावावेग से रह पाती है । ये संत भी समय आने पर विशिष्ट कार्य हेतु पुनर्जन्म ले सकती है किंतु इन्हे बहुत दीर्घ समय लगता है । जय श्री राम ।
आत्मा नहि होता ,हमारी पौराणिक ग्रन्थमे कुछ भि कहाँ होगा,, हमारी भु,मंन्डलमे पन्छ महाभुत का पंचतत्वकी शक्ति कि संयोग से जीव उत्पती होति है,,उसकी नियम बमोजिम जिताहै, और मरता है,, मरनेके वाद उसि पन्चतत्व मे समाहित जो जाती।है ,,पन्चतवत्व,,ततत्वकी कोहि आत्मा नहि होति,, हमलोग हिते है जबतक हमारी नस और नाडी सलामत है ,,जैसी हमलोगौ ने बनाइ गाडी तब तक चल्ती है जब तक गाडिकी पाट,पुर्जा और इन्धन है,, अब गाडी किसने बनाइ हमलोगौ ने अपनी,, सुबिधाके लिए,,, और हमलोगौको किसने बनाया ,इस्वरके दुतने अपनी सुबिधाके लिए पृथिबिमे खेती कर रहि है,,ज्यादा कमेन्टमे बता नहि सक्ता हु ?, आत्मा कोहि भिन्न चिज नहि है ,,पन्चतत्वकी संयोगसे बन्तिहै ,,बियोग से समाप्त होति है ,,जैसी वायु के कोइ अत्मा नहि होति,, उअसकी होति है,, फरक इत्नि सि है जैसी गाडिको हम लोग संचालित है ,,हमलोग जिव् स्वचालित है,,
@@sitarampokharel6288 आत्मा केवल साक्षी भाव है । विभिन्न तत्व माया रूप में क्रियाशील हैं और संसार रच रहे हैं । सूक्ष्म देह विषयों के साथ रमण करती है और कर्म होते हैं अच्छे बुरे । कर्मो की अपनी अपनी फ्रीक्वेंसी होती है जैसे रेडियो टीवी के चैनल्स की अलग अलग फ्रीक्वेंसी होती है । हर सूक्ष्म देह की भिन्न फ्रीक्वेंसी होती है और स्थूल देह द्वारा ही कर्मो का भोग हो सकता है इसीलिए जन्म अनिवार्य है । विभिन्न कर्मो की विस्तृत श्रृंखला होती है जो कई जन्म लेकर ही भोगी जा सकती है । और संसार की निस्सरता के अनुभव से ही सूक्ष्म देह का लोप होकर आत्म साक्षात्कार होता है । ये शास्त्रों पुराणों वेदों की व्याख्या है । जय श्री राम ।
I am an ex student of Purulia Ramakrishna mission vidyapith upto class 10. Yes we have read the book by swami Avedananda titled as " মরণের পারে" in our mother language Bengali. The book is available in Bengali also .
Very positive inspiring statement. Nahi to abhi narak kaa varnan karke logo ko daraa detaa hain kitne saadhu sant. Psychological effect daal detaa hain mind main lekin inhone kitni protsahan achchi baat bataayi hain. Waakai main sarhaaniya hain
नानक नाम जहाज हैजो चड़े सो उतरे पार नाम वो जो जीवित सतगुरु समाधी लगाकर (जीवित मरकर) ईश्वर तत्व से मिल लेता है उनके द्वारा शिष्य के सर पर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता है उसके प्रभाव से चौरासी लाख योनिओ का जन्म मरण का चक्र समाप्त होने लगता हैसतगुरु मधु परमहंस जी
Swamiji, Charan sparsha, aap k baaton se lg rha ki aap kafi educated hai aur aap jase shakshiyat Aisa kah rhe hai toh jo sun rhe aapka prabachan , unka saubhagya hai bahut hi achchha lga
Swamiji pranam, Swamiji shri garud puran ke bare mein apne bilkul shi bola h Hme khud or apni ane wali pidhi ko bhi padhana chahiye taki jo kuch bhi usme likha h usko hm apne jiwan me anusaran kre Jai Shri Ram
मैंने मृत्यु के बाद पुस्तक पढ़ी है, आज से लगभग 35-40वर्ष पूर्व मेरे पिताजी ने इस पुस्तक के बारे में बताया था फिर लगभग 25वर्ष बाद मुझे ये पुस्तक मिली, बहुत ही अद्भुत पुस्तक है, पढ़ने के बाद जीवन को देखने का दृष्टिकोण बदल गया,हर जिज्ञासु को अवश्य पढ़नी चाहिए, आज मेरी आयु 71वर्ष है मुझे नहीं याद मैंने ये पुस्तक कितनी बार पढ़ी है 🙏🙏
आत्मा की यात्रा के बारे में जितना मैंने पढ़ा है, वो यात्रा सिर्फ मृत्यु के बाद अगले जन्म की नही होती बल्कि, आत्मा के विकास का एक एक चरण मात्र है, यानी की एक आत्मा की विकास शुरुआत एक बैक्टीरिया की योनि से शुरू होकर कीड़े मकोड़े पशु पक्षी जानवर और फिर इंसान कि योनि में बढ़ते क्रम में आता है, जिसमे वह हर योनि में अपने चेतना थोड़ा थोड़ा विकास करता रहता है, जैसे हम बैक्टीरिया की बात करे तो शायद उनके पूरे जीवन काल में भोजन के अलावा कोई दूसरा कार्य के बारे में समझ नही होती "होगी", लेकिन अगर वह एक मच्छर के योनि में आता है तो उनमें प्रजनन करना, झुंड में रहना जैसी चीजों को समझ आ जाती है रही प्रकार हर बढ़ते जन्म के साथ उनमें समझ बढ़ती जाती है, और बढ़ते बढ़ते इंसान के योनि तक सफर तय करता है, इंसान के जन्म से ऊंचा कोई योनि है तो वो या तो मोक्ष है या फिर देव योनि मिलना, लेकिन मोक्ष को प्राप्त करना आज के युग में लगभग असंभव है, इस कारण मनुष्य को फिर से जन्म लेना पड़ता है, उसमे भी व्यथा यह की इस समय कर्म का स्तर इतना भी नही रह गया की वह वापस से मनुष्य योनि में जन्म ले सके, इंसान बनने के अपने कर्मो के वजह से उसे फिर पशु या जानवर जैसे योनि जाना पड़ जाता है, इन सब बातो के अलावा एक बात ऐसी भी है की "कर्मा" के लिए कुछ भी अच्छा या बुरा नही होता बस आप जो कुछ करोगे बस वही आपको वापस मिलेगा इस यूनिवर्स के हिसाब से सुख दुख या खुशी गम जैसी कोई चीज नहीं होती जो कुछ भी आपका आज है वह आपके past का रिजल्ट मात्र भर है,
@@NitinSharma-un5rl nahi, jaha tak maine padha hai, enke mrityu ke bad sidhe inki aatma nayi garbh me chali jati hai, inka koi karmik relation nahi banta..
जो हमको पता चला है मृत्यु के बारे में बहुत सरल भाषा में है🙏🙏 जन्म मृत्य साथ साथ चलते हैं, या तो जन्म की खुशी नहीं करें तो फ़िर मृत्य का न दुख भय होगा। यदि खुश हैं तो दुःखी होना होगा। यदि जन्म से खुश हैं तो मृत्य भी दुखदाई नही है। कपड़ा फट गया, प्रेश करते हुए जल गया तो क्या करेंगे, इतनी मृत्य है। दूसरे के मृत्य पर इतना दुख क्यों नही होता है केवल अपने लिए ही क्यों डर लगता है। अशक्ति और ज्यादा दिन तक जीने की चाह के कारण मन डरता है मरने से बस😊😊😊🎉🎉🎉👏👏🍀🦚🥀🥀🦜🦜🦜🎍🎍🎍🌼🌼🌼
Very nice to listen your topic on Past Life and Life after Death. I m doing research on this topic and this helped and gave me confidence that I should carry on my research on it. Pranam
Nahi jaanna kya hota hai... Bas abhi Zinda hain tab tak khoob jiyo... Mata pita ki sewa Karo.. Kisi ka bura mat karo.. madad karo.. prakriti ke kareeb raho.. khush raho..
स्वामी जी, जैसा कि बताया जाता है कि हर कर्मों का फल मिलता है तो इंसान यदि अच्छे बुरे मिले जुले कर्म रहा है तो उसकी गति क्या होती है ? और खास कर वह बुरे कर्मों वालों को ज्यादा सुखी देखता है ...
Swami ji aapka dhanyawaad. Bahut achha lga sun kr. Bhagwaan Shree Krishna bhi kehtai Hain ki janam se pehlai va mrityu ke baad sb ashareeri hotei hain. Toh bina shareer walon ka jahaan toh bahut bda hi hoga. Pr Aprampaar Prabhu ke khel bhi Aprampaar h
I have read the book "Mrityu ke Paar" in 1991... it's a wonderful spiritual book. It helped to understand about the concept of "atma" and human journey I have read "Garud puran" and I believe everyone should read it while they are alive ...Marne ke baad padhne ka koi fayeda nahi. Swami ji aapse kis tarah sampark kiya jaa sakta hai...Kripaya bataiye 🙏🏻
प्रणाम,धन्यवाद।आज की चर्चा मे महोदय आपने 900 वर्ष के किसी महापुरुष के आगमन और वार्तालाप की आपने बात कही लेकिन उन महापुरुष ने परलोक के वारे मे बताया क्या सो आपने साझा नहीं किया,शायद समयाभाव के कारण ।उस गूढ रहस्य को साझा करने की कृपा करें,धन्यवाद।
मृत्यु के बाद आत्मा को केवल पछतावा होता है कि उसने मनुष्य जीवन में तत्व दर्शी संत की खोज नहीं की जिसके कारण वह सत भक्ति नहीं कर सका और उसका मनुष्य जीवन बर्बाद हो गया ।जिस मनुष्य जीवन को देवता भी तरसते हैं उस मनुष्य जीवन का प्रथम उद्देश्य तत्व दर्शी संत (सतगुरु)की शरण ग्रहण करके उसके द्वारा शास्त्रों में प्रमाणित ज्ञान के अनुसार सत भक्ति करके मोक्ष प्राप्त करना होता है।
क्या आप यह सत्य जानते हैं जीव हमारी जाति है , मानव धर्म हमारा । हिन्दु मुस्लिम सिक्ख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा।। 1. वो सबका मालिक एक कोन है जो सभी देवी-देवताओं के अराध्य व पुजनीय देव हैं ? 2. सृष्टि की रचना कब व कैसे हुई ? 3. हम कोन है? कहां से आये है? कहां जाना है? हमारे जन्म मरण से किसका स्वार्थ सिद्ध हो रहा है ? 4. स्वर्ग लोक,नरक लोक, बह्मा लोक,शिव लोक, विष्णु लोक, ब्रह्म लोक, सतलोक, अनामी लोक,अकह लोक इन सभी लोकों का रहस्य क्या है? 5.ब्रह्मा , विष्णु महेश के माता - पिता कौन हैं ? 6. शेरांवाली माता ( दुर्गा अष्टंगी ) का पति कौन है ? 7. हमको जन्म देने व मारने में किस प्रभु का स्वार्थ है? 8. हम सभी देवी - देवताओं की इतनी भक्ति करते हैं , फिर भी दुःखी क्यों हैं ? 9.ब्रह्मा , विष्णु , महेश किसकी भक्ति करते हैं ? 10. ब्रह्मा , विष्णु , महेश कि आयु कितनी है ? 11. पूर्ण संत की क्या पहचान है एवं पूर्ण मोक्ष कैसे मिलेगा ? 12. परमात्मा साकार है या निराकार ? 13.किसी भी गुरू की शरण में जाने से मुक्ति संभव है या नहीं ? 14. तीर्थ , व्रत , तर्पण , श्राद्ध निकालने से लाभ संभव है या नहीं ? 15. श्री कृष्ण जी काल नहीं थे । फिर गीता वाला काल कौन है ? 16. पूर्ण परमात्मा कौन तथा कैसा है ? कहाँ रहता है ? कैसे मिलता है ? किसने देखा है ? 17. समाधि अभ्यास ( Meditation ) राम , हरे कृष्ण , हरिओम , हंस , तीन व पाँच नामों तथा वाहेगुरू आदि - आदि नामों के जाप से सुख एवं मुक्ति संभव है या नहीं ? 18. हिन्दू धर्म में तैंतीस करोड़ देवी-देवता बताएं गए हैं तो क्या हमें सभी की भक्ति करनी चाहिए ? 19. वेदों में कहा गया है कि पुर्ण संत की शरण आपके कर्मो के बंधन को काट देती है तो उस पुर्ण संत की पहचान केसे होती है? 20. वो एक पुर्ण परमात्मा कोन है जिसकी हमें भक्ति करने से हमारा मोक्ष संभव है ? 21. वर्तमान समय में प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं के अनुसार वह महान संत कौन है ? इन सभी रहस्यमय अध्यात्मिक प्रश्नों के उत्तर शास्त्रों में प्रमाण सहित जानने के लिए कृप्या अवश्य पढ़ें यह पुस्तक ' ' 1गीता तेरा ज्ञान अमृत "पुस्तक। 2 ज्ञान गंगा,, पुस्तक। 3.जिने की राह,, पुस्तक।
अरे पागल रामगोपाल अपना बकवास ज्ञान अपने पास रख, तुम सारे रामपालीयो को झुठा ज्ञान देने के लिए रामपाल जेल में पछतारहा है और मृत्यु के बाद भी पछतायेगा... बेचारा तेरा जेल में दंड भोग रहा तत्वदर्शी ढोंगी रामपाल
Lord Krishna explains to Arjuna when the latter refuses to fight that he doesn't know his previous lives while Lord Krishna says He knows every birth.🕉️🕉️🕉️🙏🏿🙏🏿🙏🏿
Pranam Gurudev.. Very well explained death after life.. I would like to know do people who commit sucide have the same pleasure's of dying like people dying of natural causes after their death ??
Namo narayana guruji please can you tell what a dead person does or feels when he sees his loved one crying...does he feel bad for his past... please tell me..I loved my father a lot he was a doctor...my mother a nurse very curel always controlled him....he never stood for me & he knew it after his death,me my children & husband suffered a lot because of her can he see what's happening to us... please guruji answer me...i have gone to so many people..never got a answer
Felt glad to listen. How can we help them to have their journey to happen safely and to a better rebirth.. I lost my husband two months ago. And we have only daughter's pls guide me.
MANY LIVES MANY MASTERS BY DR Wise , MD Psychiatrist and prof at UNIVERSITY OF FLORIDA MIAMI - He had with permission of the NURSE ,who had certain psychological problem , hypnotised her and she narrated her past seven births and had a Fear of drowning which was resolved and she got cured of her sickness!!! PAST LIFE regression!! She told Doctor how they knew each other since in three previous lives!! Many master had been responsible for various activities- Worth reading!!
जय सनातन धर्म की, स्वामी जी आपने काफ़ी अच्छी तरह से इस रहस्य को समझाने की कोशिश की है
आप जैसे महात्माओं के बातों को सुनकर इस बात को स्पष्ट होने में मदद मिलता है कि हमें जीवन क्यों मिला बहुत-बहुत धन्यवाद ऐसी ज्ञानवर्धक बातें हम लोगों को बताते रहिए
मृत्यु के बाद क्या होता है? इस सम्बन्ध मे ओशो जी बहुत सुन्दर प्रवचन दिया है। मृत्यु के बारे में ओशो के विचार पढे, मृत्यु का भय जाता रहेगा। जीवन ऐक अनंत यात्रा है, मृत्यु ऐक विश्राम स्थल है। मृत्यु के बाद भी उस आत्मा का नया जीवन शुरू होता है। फिर मृत्यु होती है। और भारतीय ऋषियो के ग्यान के अनुसार ऐ चक्र ८४लाख योनियो के रूप में आवागमन होता रहता है। जिसे मोक्ष कहा जाता है, वो भी नही होता। बेशक अवतारी आत्मा क्यूँ ना हो, बस कर्मो के हिसाब से, स्वर्गालोक की विश्राम समय मन चाहा होता है, फिर उस आत्मा को विशिष्ट कार्य के लिए धरती पर अवतार स्वरूप आना पडता है। इस लिये मोक्ष होता ही नहीं है। राधे राधे जय श्री कृष्णा।
बहुत सुन्दर और ज्ञानवर्धक पोस्ट है खासकर स्वामी राम कृष्ण परमहंस के शिष्यों को लेकर।
My father passed away during covid. I started doing sadhna to find out how is he doing in afterlife. After 7 days on intense sadhna, my dad appeared in my dream and answered my questions. I asked him whether he felt any pain during death. He explained that it was very peaceful. He also explained that he was going through lot of illness when he was alive and the moment he left body, he was completely releived. He also said that if a person experience afterlife, people will quit their life on earth. He was a very strong follower of bhairav. He said that when he left the physical body, his soul was sorrounded by this energy which was directing him to this afterlife. He could feel that the energy was bhairav energy which served like a vehicle for him.
Really
Sahi me??
Great 🙏🏼
Thank You for sharing ❤️
😮😮 sach me ?
Jai Hind SADGURUDEV, I find peace while listening to you.For the last 20 years I have been moving on the spiritual path. Sri Ram Krishna and Swami Vikekanand have been my favourite ideals.
I am in service for 35 years. I ask for your blessings.!Please shower your blessings.🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आपका समझाने का तरीका बहुत अच्छा है आपकी आवाज भी बहुत अच्छी। जय माता जी
गुरु जी सादर नमस्कार आपने जो विचार व्यक्त किए। में बहुत ही प्रभावित हुआ। कारण कि मैं भुकत भोगी हुं। पत्नी को शरीर छोडे 2 वर्ष हो चुके हैं।वो मेरे बिना 1सेकनड भी नहीं रह सकती थी ओर मैं भी। आज भी लगता है कि । मेरे साथ है। मेरे पास बहुत सारे अनुभव है। ये सच है कि आत्मा का जीवन है। है है ओर है।
@@PankajSanam🎉
Kya anubhav h kripya btaye kuch
जय श्री राधे राधे गुरु देव आप का सत्संग बहुत ही अच्छा लगा आप इसी प्रकार हमें मार्ग दर्शन दीजिए शुभकामनाएं
C a v u 💗💗 u
Guru ji this is right , mera ek chota bhai tha jo bachpan m chala gya Tha lekin uski Mukti nhi hui thi... lekin ek guru ji k maarg Darshan se hamari Kai salon ki pooja or tapashya se wo aatma siddh ho gyi... or ab wo hamko good sense feel karati h .. jaise meri mother ko subah 3 se 4 k beech m utha deti h bhajan k liye or kya galat hone wala h wo bhi meri mother ko ehsaas ho jata h...
मृत्यु के पश्चात सूक्ष्म देह इतनी हल्की होती है की गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से मुक्त होकर ऊपर की ओर उठती है लेकिन आम सांसारिक व्यक्ति घबरा उठता है और पुनः देह प्राप्ति के लिए छटपटाता है और वो स्वतः ही एक प्रेत देह निर्मित कर लेता है जो वायवीय देह है । इस देह में वो तबतक आबध्ध रहता है जबतक कि धरती पर इसके लिए नई स्थूल देह तैयार न हो जाए । इस प्रेत देह में वो अपने अनुभवों, संस्कारों के वशीभूत संसार रच लेता है और उसी में रमण करता है । पुनर्जन्म लेते ही उसकी नई यात्रा आरंभ होती है । दूसरी ओर पवित्र और संत आत्माएं देहाभिमान से परे होकर विराट में विचरण करती है और अपनी आध्यात्मिक शक्ति से अपने अनुरूप संसार रच कर वहीं सर्वशक्तिमान प्रभु के साथ भावावेग से रह पाती है । ये संत भी समय आने पर विशिष्ट कार्य हेतु पुनर्जन्म ले सकती है किंतु इन्हे बहुत दीर्घ समय लगता है । जय श्री राम ।
।।ॐ नमः शिवाय।।
Great 👍 👌
Me apne purvajanam ko dekhna chata hu iss janam ka laxye hetu 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आत्मा नहि होता ,हमारी पौराणिक ग्रन्थमे कुछ भि कहाँ होगा,,
हमारी भु,मंन्डलमे पन्छ महाभुत का पंचतत्वकी शक्ति कि संयोग से जीव उत्पती होति है,,उसकी नियम बमोजिम जिताहै, और मरता है,, मरनेके वाद उसि पन्चतत्व मे समाहित जो जाती।है ,,पन्चतवत्व,,ततत्वकी कोहि आत्मा नहि होति,, हमलोग हिते है जबतक हमारी नस और नाडी सलामत है ,,जैसी हमलोगौ ने बनाइ गाडी तब तक चल्ती है जब तक गाडिकी पाट,पुर्जा और इन्धन है,,
अब गाडी किसने बनाइ हमलोगौ ने अपनी,, सुबिधाके लिए,,, और हमलोगौको किसने बनाया ,इस्वरके दुतने अपनी सुबिधाके लिए पृथिबिमे खेती कर रहि है,,ज्यादा कमेन्टमे बता नहि सक्ता हु ?, आत्मा कोहि भिन्न चिज नहि है ,,पन्चतत्वकी संयोगसे बन्तिहै ,,बियोग से समाप्त होति है ,,जैसी वायु के कोइ अत्मा नहि होति,, उअसकी होति है,, फरक इत्नि सि है जैसी गाडिको हम लोग संचालित है ,,हमलोग जिव् स्वचालित है,,
@@sitarampokharel6288 आत्मा केवल साक्षी भाव है । विभिन्न तत्व माया रूप में क्रियाशील हैं और संसार रच रहे हैं । सूक्ष्म देह विषयों के साथ रमण करती है और कर्म होते हैं अच्छे बुरे । कर्मो की अपनी अपनी फ्रीक्वेंसी होती है जैसे रेडियो टीवी के चैनल्स की अलग अलग फ्रीक्वेंसी होती है । हर सूक्ष्म देह की भिन्न फ्रीक्वेंसी होती है और स्थूल देह द्वारा ही कर्मो का भोग हो सकता है इसीलिए जन्म अनिवार्य है । विभिन्न कर्मो की विस्तृत श्रृंखला होती है जो कई जन्म लेकर ही भोगी जा सकती है । और संसार की निस्सरता के अनुभव से ही सूक्ष्म देह का लोप होकर आत्म साक्षात्कार होता है । ये शास्त्रों पुराणों वेदों की व्याख्या है । जय श्री राम ।
बहुत बढिया जआनकआरई मिल रही है.हम कृतज्ञ है.
I am an ex student of Purulia Ramakrishna mission vidyapith upto class 10. Yes we have read the book by swami Avedananda titled as " মরণের পারে" in our mother language Bengali. The book is available in Bengali also .
Thank you for this information. 🙏
0q1
Eta Amazon or flipkart e available?
Pdf ache nki
available in english ?
Very positive inspiring statement. Nahi to abhi narak kaa varnan karke logo ko daraa detaa hain kitne saadhu sant. Psychological effect daal detaa hain mind main lekin inhone kitni protsahan achchi baat bataayi hain. Waakai main sarhaaniya hain
मृत्यू के बाद कौन सुनता हैं.... गरुड पुराण तो जीते जी पढना चाहिए......जिससे हमें मानव जीवन की मर्यादाओं का ज्ञान हो पाता हैं
apni mrutyu ke baad nahi, apne ghar me kisiki mrutyu ho jaane par yeh sunna padhta hai. apni mrutyu ke baad kaise koi sunega ?
Wahaguru ji wahaguru ji wahaguru ji wahaguru ji wahaguru ji wahaguru ji wahaguru ji wahaguru ji wahaguru ji
Hare krishana hare krishana krishana krishana hare hare hare ram hare ram ram ram hare hare
Ram naam ki loot ha loot sake to loot ant kaal pachtaayega jab pran jayenge choot
नानक नाम जहाज हैजो चड़े सो उतरे पार नाम वो जो जीवित सतगुरु समाधी लगाकर (जीवित मरकर) ईश्वर तत्व से मिल लेता है उनके द्वारा शिष्य के सर पर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता है उसके प्रभाव से चौरासी लाख योनिओ का जन्म मरण का चक्र समाप्त होने लगता हैसतगुरु मधु परमहंस जी
सर आपसे जो सीख मिलती है वो अद्भुत है कृपया आप हमें और नये नये बातें बताई मृत्यु अटल है तो जीव इतना घबराता क्यों है
Very nice presentation thanks salamat rahen zindabad pradam Jay hind,s,a, Ali jabalpur m p
I’m also blessed apko sun. Pa rahe h
गुरुदेव आपने बहुत अच्छी जानकारी दी है
Swamiji, Charan sparsha, aap k baaton se lg rha ki aap kafi educated hai aur aap jase shakshiyat Aisa kah rhe hai toh jo sun rhe aapka prabachan , unka saubhagya hai bahut hi achchha lga
स्वामीजी आपका बहोत बहोत धन्यवाद
Very nice information 😮
बहुत सुन्दर जनकारी दी है गुरूजी और आगे
की जनकारी देते रहे! गरुड़ पुराण की भी जानकारी देते रहे जय श्री राम 🙏
गुरूदेव को कोटि कोटि प्रणाम
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे🙏🙏 🕉🕉🔱🔱
आपकी यह चर्चा बहुत ही तथ्यपरक व सारगर्भित है
Yes, It is The Truth and Prevails Whole of The Universe.
Swamiji pranam,
Swamiji shri garud puran ke bare mein apne bilkul shi bola h
Hme khud or apni ane wali pidhi ko bhi padhana chahiye taki jo kuch bhi usme likha h usko hm apne jiwan me anusaran kre
Jai Shri Ram
🙏🙏 आदरणीय अपने अनुभव साझा करने के लिए बहुत बहुत आभार सादर प्रणाम।
मैंने मृत्यु के बाद पुस्तक पढ़ी है, आज से लगभग 35-40वर्ष पूर्व मेरे पिताजी ने इस पुस्तक के बारे में बताया था फिर लगभग 25वर्ष बाद मुझे ये पुस्तक मिली, बहुत ही अद्भुत पुस्तक है, पढ़ने के बाद जीवन को देखने का दृष्टिकोण बदल गया,हर जिज्ञासु को अवश्य पढ़नी चाहिए, आज मेरी आयु 71वर्ष है मुझे नहीं याद मैंने ये पुस्तक कितनी बार पढ़ी है 🙏🙏
ज्ञानवर्धक और उपयोगी वीडियो है बाबा आपका 🙏🏼
🎉प्रणाम महाराज श्री। आपका यह वकतव्य अच्छा लगा। आपने स्वाभाविक रूप से वर्णन किया है। आगे भी आपको सुनता रहूँगा। धन्यवाद🙏💕
Swamiji Pranam, bahot bada vishleshan aapne kiya hai , I am glad
Jai Ho swami Ji aap ki Baat Sunkar bahut accha laga Mann Me Shakti si uttpan hui ye sab Jaankar
आत्मा की यात्रा के बारे में जितना मैंने पढ़ा है, वो यात्रा सिर्फ मृत्यु के बाद अगले जन्म की नही होती बल्कि, आत्मा के विकास का एक एक चरण मात्र है, यानी की एक आत्मा की विकास शुरुआत एक बैक्टीरिया की योनि से शुरू होकर कीड़े मकोड़े पशु पक्षी जानवर और फिर इंसान कि योनि में बढ़ते क्रम में आता है, जिसमे वह हर योनि में अपने चेतना थोड़ा थोड़ा विकास करता रहता है, जैसे हम बैक्टीरिया की बात करे तो शायद उनके पूरे जीवन काल में भोजन के अलावा कोई दूसरा कार्य के बारे में समझ नही होती "होगी", लेकिन अगर वह एक मच्छर के योनि में आता है तो उनमें प्रजनन करना, झुंड में रहना जैसी चीजों को समझ आ जाती है रही प्रकार हर बढ़ते जन्म के साथ उनमें समझ बढ़ती जाती है, और बढ़ते बढ़ते इंसान के योनि तक सफर तय करता है, इंसान के जन्म से ऊंचा कोई योनि है तो वो या तो मोक्ष है या फिर देव योनि मिलना, लेकिन मोक्ष को प्राप्त करना आज के युग में लगभग असंभव है, इस कारण मनुष्य को फिर से जन्म लेना पड़ता है, उसमे भी व्यथा यह की इस समय कर्म का स्तर इतना भी नही रह गया की वह वापस से मनुष्य योनि में जन्म ले सके, इंसान बनने के अपने कर्मो के वजह से उसे फिर पशु या जानवर जैसे योनि जाना पड़ जाता है, इन सब बातो के अलावा एक बात ऐसी भी है की "कर्मा" के लिए कुछ भी अच्छा या बुरा नही होता बस आप जो कुछ करोगे बस वही आपको वापस मिलेगा इस यूनिवर्स के हिसाब से सुख दुख या खुशी गम जैसी कोई चीज नहीं होती जो कुछ भी आपका आज है वह आपके past का रिजल्ट मात्र भर है,
Pashu pakshi ki bhi hum insano ki trah se atma ki yatra hoti h kya
@@NitinSharma-un5rl nahi, jaha tak maine padha hai, enke mrityu ke bad sidhe inki aatma nayi garbh me chali jati hai, inka koi karmik relation nahi banta..
@@pankajagrahari7328aapko itni knowledge kha se mili. Please guide .
जय श्री राम प्रणाम गुरूदेव
अब तक मैंने गरूड़ पुराण 150बार से ज्यादा पडकर लोगों को सुनाई है😊
जो हमको पता चला है मृत्यु के बारे में बहुत सरल भाषा में है🙏🙏 जन्म मृत्य साथ साथ चलते हैं, या तो जन्म की खुशी नहीं करें तो फ़िर मृत्य का न दुख भय होगा। यदि खुश हैं तो दुःखी होना होगा। यदि जन्म से खुश हैं तो मृत्य भी दुखदाई नही है। कपड़ा फट गया, प्रेश करते हुए जल गया तो क्या करेंगे, इतनी मृत्य है। दूसरे के मृत्य पर इतना दुख क्यों नही होता है केवल अपने लिए ही क्यों डर लगता है। अशक्ति और ज्यादा दिन तक जीने की चाह के कारण मन डरता है मरने से बस😊😊😊🎉🎉🎉👏👏🍀🦚🥀🥀🦜🦜🦜🎍🎍🎍🌼🌼🌼
आपकी यह चर्चा अतीन्द्रिय अनुभव के साथ-साथ बहुत ही तथ्यपरक व सारगर्भित है।
आपका धन्यवाद ऋषि जी 🙏🙏🙏🙏
विचार भ्रम हैं, विचारहीन अनुभव ही एकमात्र सत्य है
Very nice to listen your topic on Past Life and Life after Death. I m doing research on this topic and this helped and gave me confidence that I should carry on my research on it. Pranam
Can I become part of your research
Sir mujhe b aap k saat research karna hai please 🙏🏻
Bahut sundar समझाया
Nahi jaanna kya hota hai... Bas abhi Zinda hain tab tak khoob jiyo... Mata pita ki sewa Karo.. Kisi ka bura mat karo.. madad karo.. prakriti ke kareeb raho.. khush raho..
Masti karo sex karo darru peyo baba ki baatein mat suno
Mughe apna dost hi maano 🎉🎉 ❤❤ 🎉🎉 😢😮🎉
Kya bolte ho swami ji aap sunte hi rehene ko maan karta hai. Koti koti pranam
स्वामी जी, जैसा कि बताया जाता है कि हर कर्मों का फल मिलता है तो इंसान यदि अच्छे बुरे मिले जुले कर्म रहा है तो उसकी गति क्या होती है ? और खास कर वह बुरे कर्मों वालों को ज्यादा सुखी देखता है ...
Shi kaha aap ne bure karm karne wale jyada sukhi rhte hain
Swami ji aapka dhanyawaad.
Bahut achha lga sun kr.
Bhagwaan Shree Krishna bhi kehtai Hain ki janam se pehlai va mrityu ke baad sb ashareeri hotei hain.
Toh bina shareer walon ka jahaan toh bahut bda hi hoga.
Pr Aprampaar Prabhu ke khel bhi Aprampaar h
Thank you so much for this.. very very interesting
Namaskar guruji Aap ne bahot hi Aachi bate batayi 🙏🙏🙏🙏
Thanks,Guru jee,for explaining the life after death
A good information about mystery. I always want to know about it
Past Regression Therapy,Near Death Experience,Rebirth incidents are the proofs of the endless journey of the soul.💐🙏
Swamijee aapko koti koti pranam aap jaisi mahan ke bajay se sanatan dharma tiki huee hai jai Sri Ram.
जय श्री राधे राधे जी
Har Har Mahadev
ऐसा मेरे साथ भी होता था.. प्रभुजी
3 बजे मुझे लगा कोई निगेटिव एनर्जी मुझे परेशान कर रही है...
11 बार गुरु मंत्र का जप करता फिर सो जाता
तीन बजे जगानेवाली सकारात्मक आत्मा होती हैं |🙏🏼
Guruji aapse bahut gyanvardhak baatein sunne milti hai.bahut dhanyawad aapka Guruji.
Swami ji Swami Ji mein aapke pratyaksh Darshan ka Abhay acchi hun
I have read the book "Mrityu ke Paar" in 1991... it's a wonderful spiritual book. It helped to understand about the concept of "atma" and human journey
I have read "Garud puran" and I believe everyone should read it while they are alive ...Marne ke baad padhne ka koi fayeda nahi.
Swami ji aapse kis tarah sampark kiya jaa sakta hai...Kripaya bataiye 🙏🏻
So, whats mentioned in those books ? Is re-birth real ?
Thank you for imparting such a great knowledge. Please come up with more such videos.🙏
Radhe Radhe bahut khoob
ॐ नमः शिवाय गुरुदेव
Guru ji parnaam 🙏❤️🙏
Parnam guru ji-aap dhanya ho-bahut gian ke bhandar ho app
नमस्कार गुरुजी,
मैने भी एक बार ऐसे ही आनंद का अनुभव किया था. परंतु जब मुज़े होश में लाया गया तो ऐसा लगा की मुज़े क्यो जगाया.
Bahot acchi jankaari milti hai aapko sunne se.Pranaam🙏🙏🙏
Pranam Swami ji 🙏
Jai Sree Ram Krishna probhu ji koti koti naman apka probochon itna sundar hei
Thanks guruji
Pranam ji
Excited with amazing experience about journey of soul
आचार्य प्रवर आप की बात 900 वर्ष महात्मा जी क्या बात हुई मृत्यु के बाद जानने की जिज्ञासा हे
Bhaut Sundar bate khai sawmi hi bilkul Sachi bat
प्रणाम,धन्यवाद।आज की चर्चा मे महोदय आपने 900 वर्ष के किसी महापुरुष के आगमन और वार्तालाप की आपने बात कही लेकिन उन महापुरुष ने परलोक के वारे मे बताया क्या सो आपने साझा नहीं किया,शायद समयाभाव के कारण ।उस गूढ रहस्य को साझा करने की कृपा करें,धन्यवाद।
जय श्री सीताराम
जय चाचा लक्ष्मण जी
जय चिंरजीवी गुरुदेव हनुमान जी महाराज
बहुत बहुत धन्यावाद
Bahot achhe se smjaya swamiji ❤️🚩
मृत्यु के बाद आत्मा को केवल पछतावा होता है कि उसने मनुष्य जीवन में तत्व दर्शी संत की खोज नहीं की जिसके कारण वह सत भक्ति नहीं कर सका और उसका मनुष्य जीवन बर्बाद हो गया ।जिस मनुष्य जीवन को देवता भी तरसते हैं उस मनुष्य जीवन का प्रथम उद्देश्य तत्व दर्शी संत (सतगुरु)की शरण ग्रहण करके उसके द्वारा शास्त्रों में प्रमाणित ज्ञान के अनुसार सत भक्ति करके मोक्ष प्राप्त करना होता है।
Kya aap Jake aaue hai
Thts right …same guru granth sahib says
Very true
क्या आप यह सत्य जानते हैं
जीव हमारी जाति है , मानव धर्म हमारा ।
हिन्दु मुस्लिम सिक्ख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा।।
1. वो सबका मालिक एक कोन है जो सभी देवी-देवताओं के अराध्य व पुजनीय देव हैं ?
2. सृष्टि की रचना कब व कैसे हुई ?
3. हम कोन है? कहां से आये है? कहां जाना है? हमारे जन्म मरण से किसका स्वार्थ सिद्ध हो रहा है ?
4. स्वर्ग लोक,नरक लोक, बह्मा लोक,शिव लोक, विष्णु लोक, ब्रह्म लोक, सतलोक, अनामी लोक,अकह लोक इन सभी लोकों का रहस्य क्या है?
5.ब्रह्मा , विष्णु महेश के माता - पिता कौन हैं ?
6. शेरांवाली माता ( दुर्गा अष्टंगी ) का पति कौन है ?
7. हमको जन्म देने व मारने में किस प्रभु का स्वार्थ है?
8. हम सभी देवी - देवताओं की इतनी भक्ति करते हैं , फिर भी दुःखी क्यों हैं ?
9.ब्रह्मा , विष्णु , महेश किसकी भक्ति करते हैं ?
10. ब्रह्मा , विष्णु , महेश कि आयु कितनी है ?
11. पूर्ण संत की क्या पहचान है एवं पूर्ण मोक्ष कैसे मिलेगा ?
12. परमात्मा साकार है या निराकार ?
13.किसी भी गुरू की शरण में जाने से मुक्ति संभव है या नहीं ?
14. तीर्थ , व्रत , तर्पण , श्राद्ध निकालने से लाभ संभव है या नहीं ?
15. श्री कृष्ण जी काल नहीं थे । फिर गीता वाला काल कौन है ?
16. पूर्ण परमात्मा कौन तथा कैसा है ? कहाँ रहता है ? कैसे मिलता है ? किसने देखा है ?
17. समाधि अभ्यास ( Meditation ) राम , हरे कृष्ण , हरिओम , हंस , तीन व पाँच नामों तथा वाहेगुरू आदि - आदि नामों के जाप से सुख एवं मुक्ति संभव है या नहीं ?
18. हिन्दू धर्म में तैंतीस करोड़ देवी-देवता बताएं गए हैं तो क्या हमें सभी की भक्ति करनी चाहिए ?
19. वेदों में कहा गया है कि पुर्ण संत की शरण आपके कर्मो के बंधन को काट देती है तो उस पुर्ण संत की पहचान केसे होती है?
20. वो एक पुर्ण परमात्मा कोन है जिसकी हमें भक्ति करने से हमारा मोक्ष संभव है ?
21. वर्तमान समय में प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं के अनुसार वह महान संत कौन है ?
इन सभी रहस्यमय अध्यात्मिक प्रश्नों के उत्तर शास्त्रों में प्रमाण सहित जानने के लिए कृप्या अवश्य पढ़ें यह पुस्तक ' '
1गीता तेरा ज्ञान अमृत "पुस्तक।
2 ज्ञान गंगा,, पुस्तक।
3.जिने की राह,, पुस्तक।
अरे पागल रामगोपाल अपना बकवास ज्ञान अपने पास रख, तुम सारे रामपालीयो को झुठा ज्ञान देने के लिए रामपाल जेल में पछतारहा है और मृत्यु के बाद भी पछतायेगा... बेचारा तेरा जेल में दंड भोग रहा तत्वदर्शी ढोंगी रामपाल
जब मरे ही नहीं तो मरने के बाद का अनुभव कैसे कहानियां ऐसे ही रोचक सुनाई जाती हैं
Respected Swami ji🙏🙏🙏 awesome messages very very inspirational 🙏🙏💐💐❤❤
Jay Sanatan...Sanatan Dharm is forever...no body makes harm to
Sanatan principles...Rishay: Mantr
Dreshtar: Jay Bharat Varsh....Om
Lord Krishna explains to Arjuna when the latter refuses to fight that he doesn't know his previous lives while Lord Krishna says He knows every birth.🕉️🕉️🕉️🙏🏿🙏🏿🙏🏿
🙏🏻🙏🏻बहुत अच्छा लगा सुन के 🙏🏻🙏🏻आप बहुत अच्छा बोलते हो 🙏🏻🙏🏻
I believe in the Guruji 🙏🙏
🌼Shri shivay namastubhyam 🌼 guru ji app ko koti koti naman 🌼
Thank you Prabhu ji for bringing clarity n understanding the reality. Keep guiding us 🙏🏼
Jai ho
Guruji ap bahut acha explain karte hain
थोर अवतारी सत रामकृष्ण परमहंस के सच्चे, विवेकी भक्त जो कहेंगे, वो बात अंदरसे . कुछ ना कुछ आत्मिक सामर्थ्यसे ही आई होगी !🙏🙏
અદભૂત પ્રવચન શ્રંખલા થી ઘણી માહિતી ઊંડાણ થી મળી
આપનો કોટિ કોટિ ધન્યવાદ સહ નમન , વંદન ,પ્રણામ 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🕉
Pranam Prabhu pranam gurudev ♥️
Om namo narayana
You really blessed swami ji🙏🙏one of your words is equal to the gift to us 🙏💐Om Nomo Narayan Maharaj 🙏🙏💐💐❤❤
vande mataram
swami ji you must be highly educated PERSON
I REGULARLY Watch your videos from. sydney. very logical definition. videos
Pranam Gurudev.. Very well explained death after life.. I would like to know do people who commit sucide have the same pleasure's of dying like people dying of natural causes after their death ??
Definitely.. because gods love is unconditional..we as energy enter energy..pure golden light as Light..
🙏Aapki baatein sun ke mann prasan ho gaya gurudev🙏
সমৃদ্ধ হলাম🙏
🙏नमो नारायण 🙏 धन्यवाद स्वामीजी
Namo narayana guruji please can you tell what a dead person does or feels when he sees his loved one crying...does he feel bad for his past... please tell me..I loved my father a lot he was a doctor...my mother a nurse very curel always controlled him....he never stood for me & he knew it after his death,me my children & husband suffered a lot because of her can he see what's happening to us... please guruji answer me...i have gone to so many people..never got a answer
नमस्कार गुरूजी, बहोत बढीया जानकारी मीली, 900 साल के महात्मावाली बात क्रृपा करके बताना
Felt glad to listen. How can we help them to have their journey to happen safely and to a better rebirth.. I lost my husband two months ago. And we have only daughter's pls guide me.
Karma is the only way I guess
Be a good person but I should warn you, be wise too otherwise... bad people are everywhere
That's true.
IF U DON'T MIND WHAT WAZ HIZ CAUSE OF DEATH ???
Pranaam swikaar kijiye...
I ll definitely read the book by Swami Abhedananda ji
MANY LIVES MANY MASTERS BY DR Wise , MD Psychiatrist and prof at UNIVERSITY OF FLORIDA MIAMI - He had with permission of the NURSE ,who had certain psychological problem , hypnotised her and she narrated her past seven births and had a Fear of drowning which was resolved and she got cured of her sickness!!! PAST LIFE regression!! She told Doctor how they knew each other since in three previous lives!! Many master had been responsible for various activities- Worth reading!!
BHT hi atsi baat kijiye he guru ji nomon 🙏 aap ko