डाॅ0 पी सी टंडन सर को सादर नमन बहुत अच्छी तरह व्याख्या की सर आपने, अर्थ, अलंकार एवम् भावार्थ सब कुछ बोधगम्य है। बहुत ही उपयोगी वीडियो है। दिल्ली विश्वविद्यालय के गम्भीर ज्ञानवान गुरूवर की दूरस्थ क्लास में होना भी सुअवसर है। शिक्षण भी अनुकरणीय है। आदर सहित प्रणाम ।
वाह आचार्यवर , बहुत खूब। आपकी व्याख्या अनुपम है। आभार।
Dr.p.c Tandon sir k pad Kamal charno me Bijay Kumar Rajbhar ka koti koti naman
बहुत बहुत आभार श्रीमानजी
इतनी स्पष्टता,बोधगम्यता एवं सरलता सिर्फ आपके लेक्चर्स में ही हो सकती है,
CEC और पी सी टंडन सर आप का धन्यवाद जितना किया जाए उतना कम है
बेहद शुक्रिया !
Good explanation
शुक्रिया! गरुवर, इतने सरलता से आपने मतलब बताया।आप से अनुरोध है कि आप और सारे दोहे का व्यख्या करे ।
मेरे लिये यह महत्वपूर्ण रहा क्योकि मैं एम. ए. हिंदी साहित्य का विद्यार्थी हूँ।
आभार प्रकट करता हूँ धन्यवाद गुरुदेव 🙏
डाॅ0 पी सी टंडन सर को सादर नमन
बहुत अच्छी तरह व्याख्या की सर आपने,
अर्थ, अलंकार एवम् भावार्थ सब कुछ बोधगम्य है।
बहुत ही उपयोगी वीडियो है। दिल्ली विश्वविद्यालय
के गम्भीर ज्ञानवान गुरूवर की दूरस्थ क्लास में होना भी सुअवसर है।
शिक्षण भी अनुकरणीय है।
आदर सहित प्रणाम ।
बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks you sir
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