Chaytanya Yogesh aapke jab bhi vichaar sunti hu... ye aashchary janak pushti hoti hai ki yahi vichaar toh mere andar bhi palte aa rahe hain ...lekin ye nahi samjh paai ab tthi tak(76 saal mei)ki main aadhyatmik hu ya naastik..? par achha hai ye gyaan mujhe jeewan ke अन्तिम पड़ाव तक मिल गया😌😑धन्यवाद
नमस्कार सर मैं पिछले दो-तीन दिनों से आपको सुन रहा हूं आपने गीता उपनिषद को बहुत अच्छे तरीके से समझाया है आप से मेरा एक सवाल है पुनर्जन्म किसका होता है प्रकृति का या व्यक्तिगत मैं का इस विषय पर प्रकाश डालिए बहुत-बहुत धन्यवाद
आत्मा की कोई आवाज़ नहीं होती, सब आवाज़े मन और बुद्धि की होती है l आत्मा मन और बुद्धि को केवल सामर्थ्य प्रदान करती है लेकिन स्वम् निर्लिप्त हैl जब मन और बुद्धि पूर्ण रूप से शांत हो जाते है तब आत्मा प्रस्फुटित होती है परन्तु वह कोई आवाज़ नहीं करती हैl आत्मा को कोई आवाज पैदा करने की जरूरत नहीं हैl वह अपने आप में पूर्ण और स्वतंत्र है।
चैतन्य योगेश्वर जी को प्रणाम🙏 आज बहुत समय बाद आपकी बात सुनी, कब क्या सुनना है शायद यह विधी का विधान है 🙏 ये प्रश्न और आपके विचार सुनते सुनते जो विचार मेरे मन में आए वो आपसे साझा कर रहा हूँ : आत्मा और माइंड माइंड और मन एक ही बात लगती है आत्मा का सम्बन्ध विवेक से लगता है विवेक को ही आत्मा की आवाज़ शायद समझा जाता है । जब क़त्ल का विचार मन में आया तो वो इंद्रियों के अनुभव की वजह से आया कि इस धन से बहुत आनन्द मिल सकता है / मन ( माइंड) इंदिरियों के वश आ जाता है और हाँ कर देता है , अब बुद्धी ( intellect ) मदद करती है योजना बनाने में और execute करने में । विवेक ( conscience ) नैतिक निर्णय का स्वामी है वो बताता है कि ये काम नैतिक रूप से सही या ग़लत है, इसी को लोग शायद आत्मा की आवाज़ कहते हैं । अक्सर अपराधी प्रवृति वाले या रिश्वत लेने वालों में विवेक नहीं होता या अपराध करते करते ढक जाता है । { साधारण भाषा में कहा जाता है कि उनकी आत्मा मर चुकी है } विवेक्शील भी ग़लती कर सकता है लेकिन ग़लती दोहराएगा नहीं । नमन 🙏🙏
Very well explained.. When u r looking for an intuition or insight {so called Atma ki awaz} be in awareness that r u established in Chaitanya?आप सत्य में स्थापित हैं या असत्य में...काम,क्रोध, लोभ, मोह, माया, अहंकार के stand point में रहकर निर्णय karana is not Soul calling... Thanks Sir..🙏🕉️ओम चितन्यम नमः🙏
Soul is energy...A combination of.. panchal mahan hoto. Mind ... Language plus acquired knowledge and feelings. Nothing remains after death. Energy leaves body and becauses Panchmahabhoot This is clear !
Bhayia ap ki ek se ek intresting vdo aage aa jaty h ji apne aap,,,nd bat aap karte nhi ji,,,btayie ab, aap yha par hns re h vdo me,,mri bat par,,or m khud b hns padi,,
AATMA KI AWAJ AATI HAI. AGER HUM SADHNA KAREGE TO HUME AATMA KI AWAJ AATI HAI AUR LAIT AUR BHI SANGIT SUNAI DETA HAI SHAYAD AAP MUJE PAGAL SAMJE O AAP JANE MAIN AAPKO APNE TAJUERBE SE KEHTA HU JARUR SUNAI DETI HAI YE MERA PAKKA ANUBHAV HAI
Priya Chetan Ram, Apne jo kaha vo satya hai. Sangeet bhi hai, sukh bhi hai. Parantu atma na sukhi hota hai na dukhi. Atma ka koi paksha vipakash nahi. Vo to bas hai. Sarvakritatva, sarvagyanattva and Sarvabhokta vahi hai .
ॐ नमः शिवाय, चरण स्पर्श गुरु जी 🌸
Chaytanya Yogesh aapke jab bhi vichaar sunti hu... ye aashchary janak pushti hoti hai ki yahi vichaar toh mere andar bhi palte aa rahe hain ...lekin ye nahi samjh paai ab tthi tak(76 saal mei)ki main aadhyatmik hu ya naastik..? par achha hai ye gyaan mujhe jeewan ke अन्तिम पड़ाव तक मिल गया😌😑धन्यवाद
Sir...Excellent
Well explained
हे चैतन्य योगेशाचार्य जी, साधुवाद.. आत्मविवेक व मन की चतुराई की सुस्पष्ट समझ देने के लिए.. आज का सत्संग चैतन्य का महाप्रसाद है.
नमस्कार सर मैं पिछले दो-तीन दिनों से आपको सुन रहा हूं आपने गीता उपनिषद को बहुत अच्छे तरीके से समझाया है आप से मेरा एक सवाल है पुनर्जन्म किसका होता है प्रकृति का या व्यक्तिगत मैं का इस विषय पर प्रकाश डालिए बहुत-बहुत धन्यवाद
ऐसे लोगों को आम लोग ऐसे ही अजीब सी नज़रों से देखते हैं, आप बिल्कुल सही कह रहे हैं
Thank Sir
Good
आत्मा की कोई आवाज़ नहीं होती, सब आवाज़े मन और बुद्धि की होती है l आत्मा मन और बुद्धि को केवल सामर्थ्य प्रदान करती है लेकिन स्वम् निर्लिप्त हैl जब मन और बुद्धि पूर्ण रूप से शांत हो जाते है तब आत्मा प्रस्फुटित होती है परन्तु वह कोई आवाज़ नहीं करती हैl आत्मा को कोई आवाज पैदा करने की जरूरत नहीं हैl वह अपने आप में पूर्ण और स्वतंत्र है।
Thanks .. aap ko sun ker bahut clarity aa Rahi hai...
🙏🏿🙏🏿🙏🏿 .. sir aapki bachchon wali smile aapke dekh ko to dekh kar hi sunkar hi itni khushi milti h m sabdon m kaha b nahi ja sakta 🙏🏿🙏🏿🙏🏿
🙏
bahot muskilh samjhna😇
चैतन्य योगेश्वर जी को प्रणाम🙏
आज बहुत समय बाद आपकी बात सुनी, कब क्या सुनना है शायद यह विधी का विधान है 🙏
ये प्रश्न और आपके विचार सुनते सुनते जो विचार मेरे मन में आए वो आपसे साझा कर रहा हूँ :
आत्मा और माइंड
माइंड और मन एक ही बात लगती है
आत्मा का सम्बन्ध विवेक से लगता है
विवेक को ही आत्मा की आवाज़ शायद समझा जाता है ।
जब क़त्ल का विचार मन में आया तो वो इंद्रियों के अनुभव की वजह से आया कि इस धन से बहुत आनन्द मिल सकता है /
मन ( माइंड) इंदिरियों के वश आ जाता है और हाँ कर देता है , अब बुद्धी ( intellect ) मदद करती है योजना बनाने में और execute करने में ।
विवेक ( conscience ) नैतिक निर्णय का स्वामी है वो बताता है कि ये काम नैतिक रूप से सही या ग़लत है, इसी को लोग शायद आत्मा की आवाज़ कहते हैं ।
अक्सर अपराधी प्रवृति वाले या रिश्वत लेने वालों में विवेक नहीं होता या अपराध करते करते ढक जाता है । { साधारण भाषा में कहा जाता है कि उनकी आत्मा मर चुकी है }
विवेक्शील भी ग़लती कर सकता है लेकिन ग़लती दोहराएगा नहीं । नमन 🙏🙏
🕉🌹🌹आपका सत्संग आनंदित कर देता है कई प्रश्नों के जवाब तो इसी में मिल जाते हैं बहुत-बहुत धन्यवाद शत शत नमन करता हूं 🙏🙏🌹🌹
Om namah shivay
Very well explained.. When u r looking for an intuition or insight {so called Atma ki awaz} be in awareness that r u established in Chaitanya?आप सत्य में स्थापित हैं या असत्य में...काम,क्रोध, लोभ, मोह, माया, अहंकार के stand point में रहकर निर्णय karana is not Soul calling... Thanks Sir..🙏🕉️ओम चितन्यम नमः🙏
Very clearly and nicely explained...
Om Chaitanya Namah 🙏
Nice satsang sir
प्रणाम पूज्य चैतन्य जी
Soul is energy...A combination of.. panchal mahan hoto.
Mind ... Language plus acquired knowledge and feelings. Nothing remains after death. Energy leaves body and becauses Panchmahabhoot
This is clear !
Bhayia ap ki ek se ek intresting vdo aage aa jaty h ji apne aap,,,nd bat aap karte nhi ji,,,btayie ab, aap yha par hns re h vdo me,,mri bat par,,or m khud b hns padi,,
जय गुरुवर💓🕉️
Diwali ki hardik shubhkamnaayein
Gurudev🙏🌹 💐🌺🌸🌹🍎
Happy New year sir
Thanks sirji🙏🤲🌷
हरि ओम नमः शिवाय नमो नमः गुरु जी आपको कोटि-कोटि नमन गुरु जी हमारा मार्ग दर्शन किजिए
🙏
Kya aatama sharir chhodaya kuyu ki voh sarv vyapta hota hey fir voh kayse kahi jata hey...
🙏🙏🙏
🙏
Kya aap Viveka nand ke sath rhe hai sir
🌸🌸🌸🌸🌸🙏
🙏
How can I ask you a question? 🙏
Chaitanya.darshan09@gmail.com
@@chaitanyadarshan Thank you! ❤️
@@chaitanyadarshan thanks for providing your email ID ..that I desperately needed 😌
kya atma se aawaj aa sakti hai jo kewal anubhawa ka vishaya hai aap logo kewal logo bhramit kar rahe hai pl tell the with reference with upanisad
Niranay lenevala kon leta hey...
Guruji 🙏Is Mind and soul contradiction to eachother or separable itself human being life
Soul is witness to all which means it is witnessing what is all going in our mind as well as around us.
Aathma chahiti nahin. Chahne wala man hi hai.
Ha bilkul sahi
Aatma ki koi awaj hi nahi hoti....wo to sirf chinmay rup me or wo sirf chidanand me milna janti h.....am I right sir
AATMA KI AWAJ AATI HAI.
AGER HUM SADHNA KAREGE TO HUME AATMA KI AWAJ AATI HAI AUR LAIT AUR BHI SANGIT SUNAI DETA HAI SHAYAD AAP MUJE PAGAL SAMJE O AAP JANE MAIN AAPKO APNE TAJUERBE SE KEHTA HU JARUR SUNAI DETI HAI YE MERA PAKKA ANUBHAV HAI
Priya Chetan Ram,
Apne jo kaha vo satya hai. Sangeet bhi hai, sukh bhi hai. Parantu atma na sukhi hota hai na dukhi. Atma ka koi paksha vipakash nahi.
Vo to bas hai. Sarvakritatva, sarvagyanattva and Sarvabhokta vahi hai .
Bakwas
Not a great solution.... U have given.....
Can I contact you
Chaitanya.darshan01@gmail.com
🙏🙏🙏