उसका अर्थ मैं बताता हूं। केवल वही व्यक्ति भगवान को साधने में लगे जिसमे कुछ पाने का स्वार्थ नहीं हो। यह मार्ग अत्यंत कठिन है और केवल धर्म-निष्ट व्यक्ति ही इसपर चल सकते हैं।
ज्ञान में अहंकार की उपलब्धि नही होती यदी होती है तो वह ज्ञानी नही हो सकता अहंकार सुक्ष्म हो या स्थुल हो वह अहंकार ही है। जींस व्यक्ति को मन है उसको अहंकार है जब व्यक्ति मन से मुक्त हो जाता है तो अहंकार आपोआप मीट जाता है।
यदि अहंकार पूर्ण रूप से मिट जाए, तो समाधि की अवस्था हो जाती है, फिर लोक व्यवहार संभव नहीं। इसलिए तत्वदर्शी लोक व्यवहार के लिए अहम आभास का अवलंबन लेते है, यद्यपि उनकी स्थिति आत्म स्वरूप में ही सर्वथा बनी रहती है।
@Adwait AstroGuru जी ! शुद्ध लिखना तक आप नहीं जानते हैं , लेकिन लेखनी का दुरुपयोग करना अपना परम कर्तव्य समझते हैं। अपने नाम को शोधित कर दें , फिर ऐसी विषय पर बोलें। अद्वैत कभी astro जैसे एकदेशीय शब्द पर नहीं अटकता।
श्री श्री आदि गुरु शंकराचार्य जी के श्री चरणों में दंडवत प्रणाम गुरुदेव
अनंत विभूषित पूज्यपाद जगद्गुरु श्रीशंकराचार्यजी को नारायण नारायण नारायण नारायण । वंदन।
जय जय जय जय जय गुरुदेव भगवान की जय हिंद
Great teaching for a true seeker. Intricate knowledge served in a platter which wound have cost years of brainstorming. Jai jai Gurudev.
*अकारणकरुणावरुणालय भगवान के श्रीचरणों में अनन्तकोटि प्रणाम*
ॠग्वेदीय पूर्वाम्नाय गौवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर श्री मज्जगद्गुरू शंकराचार्य भगवत्पाद गुरुदेव महाराज जी के श्री चरणों में कोटिशः प्रणाम ।
गुरुदेव प्रणाम करती हूं
हम गृहस्थ लोगो को भी सही रास्ता दिखाइए
आधा जीवन तो यैसे ही बीत गया आगे कैसा जीवन जिये
पूज्यपाद गुरुदेव शंकराचार्य स्वामी निशचलानंद जी महाराज की जय हो
Bahut sundar vyakhya hai... Jai Shree SitaRam... Om namah shivay
Today i learnt a lesson .kisi bhi mahapurush ka naam nahi lena chahiye ❤️
शंकराचार्य भगवान की जय हो
धर्म की जय हो जय हो जय हो
हे परम पूज्य महात्म्न,
आपके चरणो मे कोटि-कोटि नमन है ।।
🙏 सीताराम सीताराम सीताराम 🙏
baba Aap jaisa hona chahiye😍
जय जगन्नाथ 🙏🌹
गुरुदेव जी के चरणों मेंकोटि कोटि बंधनप्रणाम
Jaya jaganath Swami ki Jay Jaya jagat Guru dev ji ki jay ho
जय श्री जगन्नाथ महाप्रभु🚩🪻🪻🕉🪻🌲
गुरुदेव प्रणाम कोटि कोटि प्रणाम
जय श्री जगन्नाथ महाप्रभु जी🪻🪻🪻🚩
पूज्य गुरुदेव की जय हो ! जय जगन्नाथ प्रभु की !!
|| जय श्री गुरु नारायण ||
JAI HO GURU JI KI 🙏
Koti koti naman vandan apke charano mein
हर हर महादेव
सद् गुरुदेव के चरणों में कोटि कोटि नमन 👏👏
महाराज समझ में तो आ रहा है जय हो
जय श्रीराम भगवान शंकराचार्य जी की जय
Joy guru 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
गुरुदेव भगवान की जय हो
Bhagwan Shree Shankaracharyaji ko koti koti Pranam 🙏 🙏🙏 🙏
जय गुरूदेव🙏
Har har Mahadev!!
Gayan se ahankaar ka pata nhi par dar jarur lagta hai 🌹🙏🌸🌼🙏
guru jee sanatan dharm kee jai ho.aap ko koti koti parnam
Om shanti guruji.
Jay shree Krishna
Apko sat sat naman
श्री राम जय जगन्नाथ
Jai Gurudev ,Narayan Hari.
There is strength in knowledge...
Bhagwan mera bhi kalyan kare prabhu sankaracharya bhagwan ki jai
prabhu charno me pranam
I Salute You..Sir..your precious work..13:00..
😂😂💗🌺
Namaskaram 🙏 🙏🙏
pranam bhagwan ansh
प्रणाम गुरु जी
🙏🌹🌻🙏
🥀🙏🙏🙏🥀✨
🙏🙏🙏🚩🚩🚩
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
🙏
🙏🌺🙏🌺🙏
Shabda Brahma mayi charachara mayi jyothirmayi vakmayi nithyanandamayi niranganamayi thathuvamayi chinmayi thathuvamayi paralparamayi mayamayi sreemayi Sarva aishwarayamayi sathuvapathi mam pahi me nambikam
Sriramcharitmanas mein milawat hai.
🔥🪔🕉️🔔🚩🔱🇮🇳♾️🪔🪔🪔🪔🪔
गुरुदेव थोड़ा सरल भाषी होइये। जिससे हम साधारण बुद्धि वाले भी कुछ पा सके
Neha ji aap k hirday kisraddha hi sare rahsya khol degi
जो आपने last me kaha uska arth nhi bataya ...
शंकराचार्य जी के चरणों में प्रणाम जय श्री राम
उसका अर्थ मैं बताता हूं।
केवल वही व्यक्ति भगवान को साधने में लगे जिसमे कुछ पाने का स्वार्थ नहीं हो। यह मार्ग अत्यंत कठिन है और केवल धर्म-निष्ट व्यक्ति ही इसपर चल सकते हैं।
Namo Naraina Namo Naraina .ॐ ॐॐॐॐ, World se abh koi relation nahi rakhna . Sab jhooth lag raha. Sab maya nikal di Guru Ji ne
ज्ञान में अहंकार की उपलब्धि नही होती यदी होती है तो वह ज्ञानी नही हो सकता अहंकार सुक्ष्म हो या स्थुल हो वह अहंकार ही है। जींस व्यक्ति को मन है उसको अहंकार है जब व्यक्ति मन से मुक्त हो जाता है तो अहंकार आपोआप मीट जाता है।
ज्ञान ही अहंकार है...
यदि अहंकार पूर्ण रूप से मिट जाए, तो समाधि की अवस्था हो जाती है, फिर लोक व्यवहार संभव नहीं। इसलिए तत्वदर्शी लोक व्यवहार के लिए अहम आभास का अवलंबन लेते है, यद्यपि उनकी स्थिति आत्म स्वरूप में ही सर्वथा बनी रहती है।
@Adwait AstroGuru जी ! शुद्ध लिखना तक आप नहीं जानते हैं , लेकिन लेखनी का दुरुपयोग करना अपना परम कर्तव्य समझते हैं।
अपने नाम को शोधित कर दें , फिर ऐसी विषय पर बोलें। अद्वैत कभी astro जैसे एकदेशीय शब्द पर नहीं अटकता।
जय शंकराचार्य जी
🙏🙏
🙏
प्रणाम गुरुजी
🙏🙏🙏