दादालेखराज ब्रह्मा का आवाह्न करते हैं तो उनकी सूक्ष्म शरीर से प्रवेशता गुलजार दादी में होती है। शिव बाप की प्रवेशता होने पर ब्रह्मा बाबा की सोल याद में रहती है तो शिव बाप साथ में रहते हैं। मुरली में बोला है मैं सूक्ष्म वतनवासी ब्रह्मा में या पवित्र कन्या के तन में प्रवेश नहीं करता हूँ। यह कहा है कि तुम बच्चे मुझे जितना याद करते हो उतना ही मै तुम्हारे साथ ही हूँ। तो ब्रह्मा को बड़ा भाई दादा और शिव बाप के साथ होने से बाप दादा कहा जाता है।
शिवबाबा तो जब ब्रह्मा साकार में थे तब उनमें प्रवेश कर मुरली सुनाते थे और द्रष्टि भी देते थे लेकिन बच्चों को द्रष्टि देने के लिए मना किया है। क्योंकि एक एवरप्योर निष्पाप की द्रष्टि से ही सृष्टि सुधरती है। देहधारियों की द्रष्टि से तो नीचे गिरना होता है।
ब्रह्मा मुख से शिव के द्वारा माउन्ट आबू में उच्चारण किये महावाक्यों को ही मुरली कहा जायेगा और गुलजार दादी में ब्रह्मा की सोल जो धारणा की वाणी अव्यक्त रूप में सुनाती है उसे अव्यक्त वाणी कहेंगे।
जब तक मुकर्रर रथ में आये शिव बाप को नहीं पहचानते हैं और बाप टीचर और सतगुरु के पार्ट को मुरली और अव्यक्त वाणी के आधार पर नहीं पहचानते और मन मत और मनुष्य मत से प्रभावित होकर देहभान में रहकर जिस बाप को प्रत्यक्ष करने के लिए कहा है उसको नहीं करते हैं तो शिव बाबा से कनेक्शन नहीं होने से सर्विस की जगह डिस सर्विस ही होती रहेगी और वेस्टेज आफ टाइम मनी और एनर्जी होता रहेगा। आत्मा रूपी बैट्री को पावरफुल नहीं बना पाएंगे क्योंकि लाइट हाउस से कनेक्शन नहीं है।
Gulzar Dadi ko koti koti namste🌹🌹🌹
Mera Baba Meetha pyara Baba shukriya Baba Om Shanti good evening Dadiji 🌹🌹🌹 Dadiji aap KO koti koti yad pyar aur namste
Om shanti
Om Shanti Didiji 🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐🌹🌹🌹🌹🌹
Dadi aapko bahut bahut sukriya om shanti dadi🙏🙏🙏💐
Om Shanti baba ❤🌷🌹🙏💞💞💓💐💐🍀🧡🏵️🌙🌙🌺🌻🌻🌻🌻🌲🌲💐💐💗💗🌼👍🎉🎉💕🌟🌟👋👋✨✨⭐🌸🇲🇰🇲🇰🇲🇰🇲🇰🌷🌹🌹🌹🌹🌙💞💓💓💓💓🌻
Thank u Dadiji..
OM SHANTI DADI
Dadi on shanti
OM Shanti, Dadi ji jaldi jaldi theek ho jayea taa n ke humko aur bhi knowledge de shaken aur ashirwaad de aap
Om Shanti 🕉️🇲🇰🌹💐🙏
Om Shanti 🌹🌹🙏🏻🌹🌹
om shanti baba
thanku dadi ji or didi ji
Thank you dadi gulzar
Dadi I miss you
ओम शांति
OM Shanti Mere Mithe🅱️🅰️🅱️🅰️🙏🙏🙏💐💐💐🇲🇰🇲🇰💖💖💖 OM Shanti Meri Pyaari Dadiji🙏🙏🙏🕉🕉🕉🕉💐💐💐🇲🇰🇲🇰🇲🇰💖💖💖
Om shanti.... Mere mithe Baba...
Payari mithi dadi ji,.... Om shanti...
thankas bro very nice
❤
👌👌
om shanti , hanji shivbaba dadiji ke dwara hi hum sab bachchon se milte hain aur jab hum usi sthiti me baithte hain to ye feel bhi hota hai
Wrong awnser
दादालेखराज ब्रह्मा का आवाह्न करते हैं तो उनकी सूक्ष्म शरीर से प्रवेशता गुलजार दादी में होती है। शिव बाप की प्रवेशता होने पर ब्रह्मा बाबा की सोल याद में रहती है तो शिव बाप साथ में रहते हैं। मुरली में बोला है मैं सूक्ष्म वतनवासी ब्रह्मा में या पवित्र कन्या के तन में प्रवेश नहीं करता हूँ। यह कहा है कि तुम बच्चे मुझे जितना याद करते हो उतना ही मै तुम्हारे साथ ही हूँ। तो ब्रह्मा को बड़ा भाई दादा और शिव बाप के साथ होने से बाप दादा कहा जाता है।
शिवबाबा तो जब ब्रह्मा साकार में थे तब उनमें प्रवेश कर मुरली सुनाते थे और द्रष्टि भी देते थे लेकिन बच्चों को द्रष्टि देने के लिए मना किया है। क्योंकि एक एवरप्योर निष्पाप की द्रष्टि से ही सृष्टि सुधरती है। देहधारियों की द्रष्टि से तो नीचे गिरना होता है।
ब्रह्मा मुख से शिव के द्वारा माउन्ट आबू में उच्चारण किये महावाक्यों को ही मुरली कहा जायेगा और गुलजार दादी में ब्रह्मा की सोल जो धारणा की वाणी अव्यक्त रूप में सुनाती है उसे अव्यक्त वाणी कहेंगे।
जब तक मुकर्रर रथ में आये शिव बाप को नहीं पहचानते हैं और बाप टीचर और सतगुरु के पार्ट को मुरली और अव्यक्त वाणी के आधार पर नहीं पहचानते और मन मत और मनुष्य मत से प्रभावित होकर देहभान में रहकर जिस बाप को प्रत्यक्ष करने के लिए कहा है उसको नहीं करते हैं तो शिव बाबा से कनेक्शन नहीं होने से सर्विस की जगह डिस सर्विस ही होती रहेगी और वेस्टेज आफ टाइम मनी और एनर्जी होता रहेगा। आत्मा रूपी बैट्री को पावरफुल नहीं बना पाएंगे क्योंकि लाइट हाउस से कनेक्शन नहीं है।
Wuah baba unique jajaja gospi
🤠🕉️🎆
omshantimerasweetistsivababalovefullbapdada.good morning names the
ह
kya guljar dadi k through hi brhma baba hme ghyan dete hain
Nazar zargar guljar dadi me sirf Brahma Baba akar Avekthvani sunathe hai shivbaba guljar dadi sharir me nhi athe hai
thanks bro
Vasudevaiah
Om shanti