लग्न कुंडली का दशमेश D-10 में कर्म के कारक शनिदेव की मकर राशि में हो और सूर्य की दृष्टि हो या युति हो तो अपने कर्मक्षेत्र में जातक अपने काम के लिए जाना जाता है भाव उसका नाम होता है। हर्षद मेहता की कुंडली में यह योग था। इसका मतलब यह है कि जातक अपने कार्य में उच्च स्तर की कुशलता हासिल करता है और अपने पराक्रम से विख्याति प्राप्त करता है।
बहुत उपयोगी जानकारी मिली 👍 मेरे बेटे की मकर लगन की जन्म कुंडली में गुरु शनि पंचम में है और दशम भाव में सूर्य बुध है, भाग्य भाव में मंगल है, शुक्र केतु बरहवे भाव में और चंद्र चतुर्थ भाव में है D 10 chart में कुंभ लगन है, लगन में ही शनि(स्वग्रही) राहु स्थित हैं, शुक्र बारहवें भाव में है ,दशम भाव का स्वामी मंगल केतु के साथ सप्तम में है सूर्य पंचम में है बुध एकादश में और गुरु चतुर्थ में है , चंद्र अष्टम भाव में है । क्या ये अशुभ स्थिति है कृपया बताए🙏🙏
Sir d 10 1st house mey venus exalted but d10 k 10th lord Jupiter 11th House mey debilitated hai. Jupiter retrograde hai. Uske upar 8th house mangal ki aspcet hai. Kaya mera nich vanga banega?
Sateeeek new jankari
Very well ecplained sir ji,, Thank you 🙏🙏🙏
Very nice explanation
Very good analysis...❤
Nice explained sir
धन्यवाद। राधे कृष्ण
लग्न कुंडली का दशमेश D-10 में कर्म के कारक शनिदेव की मकर राशि में हो और सूर्य की दृष्टि हो या युति हो तो अपने कर्मक्षेत्र में जातक अपने काम के लिए जाना जाता है भाव उसका नाम होता है।
हर्षद मेहता की कुंडली में यह योग था।
इसका मतलब यह है कि जातक अपने कार्य में उच्च स्तर की कुशलता हासिल करता है और अपने पराक्रम से विख्याति प्राप्त करता है।
Right 70%
बहुत उपयोगी जानकारी मिली 👍 मेरे बेटे की मकर लगन की जन्म कुंडली में गुरु शनि पंचम में है और दशम भाव में सूर्य बुध है, भाग्य भाव में मंगल है, शुक्र केतु बरहवे भाव में और चंद्र चतुर्थ भाव में है
D 10 chart में कुंभ लगन है, लगन में ही शनि(स्वग्रही) राहु स्थित हैं, शुक्र बारहवें भाव में है ,दशम भाव का स्वामी मंगल केतु के साथ सप्तम में है सूर्य पंचम में है बुध एकादश में और गुरु चतुर्थ में है , चंद्र अष्टम भाव में है । क्या ये अशुभ स्थिति है कृपया बताए🙏🙏
Sir d 10 1st house mey venus exalted but d10 k 10th lord Jupiter 11th House mey debilitated hai. Jupiter retrograde hai. Uske upar 8th house mangal ki aspcet hai. Kaya mera nich vanga banega?
D10 का दशमेश अगर शुक्र हो और 12वे भाव मे हो तो शुक्र उच्च का फल देगा ना