रायका जाति को कई भाषा में बोला जाता है रायका देवासी Desai bharwad Gurjar गdadi, सर्व कोरबा धनगर गाडरी गारी गुर्जर गडरिया बघेल इंग्लिश में शेफर्ड रावत एक समाज के कई नामहै प्रभुईसा मसीह वह एकदेवासी था बड़े बड़े आविष्कारनिवासियों ने किया अपनी समझ का फ्रख है हवाई जहाज काआविष्कार अमेरिका का विकले ग्वाला था उसने मॉडल तैयारकिया था फिर उसकी मौत हो गई चुंबक का आविष्कार जर्मन देश में एक रायकाने किया था हमसब एक हैं भाषामें फर्क है जय शिव शंकर
@@fxgdyfdghcg1258 रबारी समाज को सिर्फ राईका रबारी देवासी के नाम से ही जाना जाता है दूसरे कोई भी नाम से नही जाना जाता भरवाड़:एक अलग समाज हे रबारी समाज से कोय लेना देना नही हे अच्छे संबंध है और भाईचारा हे गूजर,बरवाल: भी एक अलग समाज हे रबारी से कोय लेना देना नही हे गडरिया,धनगर,गायरी,कुरबा,गाडरी,बघेल,पाल ये सभी एक समाज हे इन से भी कोय लेना देना नही हे रबारी समाज से ईशु एक यहूदी थे इनमे से कोय समाज से बाल बराबर भी कोय सबंध नही था रही अमरीका की वहा कोय देवासी नही है अपना अनर्गल प्रलाभ ना करे और अपनी मूर्ख ताका कही और जाके पेले
माना कि पुराने समय में इतिहास पर हर किसी की पकड नहीं थी लेकिन आज दुनियां का सारा इतिहास खंगाल कर पढा जा सकता है **🤔 लेकिन बडे ही दुर्भाग्य की बात है कि आज भी रैबारी, देवासी आदि नामो में बिखरा हुआ समुदाय अपने मूल वंश और जाति गुर्जर को नहीं पहचान पाया है **🤔 जबकि यह सर्व विदित है कि जिस क्षेत्र में यह लोग अभी तक निवास करते हैं उस पूरे क्षेत्र का नाम ही कभी गुर्जर देश हुआ करता था**🤔 जो इस्लामिक काल के शुरु होते ही अपने ना सिर्फ स्वभाव से बदल गया बल्कि इतिहास और नाम भी बदल गया */🤔 मुगलो के अत्याचार के बाद बचा कुचा काम अंग्रेजो ने 1857 की तरह क्रांति के बाद बाद गुर्जर जाति का नामोनिशान मिटाने वाली योजना ने मतलब पहली जनगणना में गुर्जर जाति को भिन्न नामों में बाट दिया और अपने खास सेवक और ये वफादारो को एक रायल नाम से सूचीबद्ध कर दिया **✍️
Maldhari maliyo ko bhi kehte hai Mali bhi Mahadev k vansaj hai, duniya ki pehli jaati hai jisko mahadev ne utpatti ki, Paarvati k per mai baag mai gumate samay kanta lg gya va khoon nikla, uss mitti se paarvati ne putla bnaya , jiska mahadev ne praan daalkar Mali bnaya. Issprakaar Mali n Raika bhae hue.
यह सब एक लोक कथाएं हैं अगर राय का समाज अगर शंकर भगवान के टाइम से बना होता तो आज राय का समाज की जनसंख्या बहुत ज्यादा होती लेकिन जनसंख्या सिर्फ नाम मात्र है हकीकत में यह एक समाज से निकला हुआ हिस्सा है यह गुर्जर समाज से निकला हुआ
ईश दुनिया में के गूजर के अलावा था ही कया पहले साब कुछ गुजरो से ही तो निकाला हे ब्रामण, क्षत्रिय, बनया, सुद्र ये सभी गूजर ही थे पहले अंग्रेज,जर्मन,फ्रानशी,रूशी,चीनी फारशी ये सभी गूजर ही थे पहले गूजर के अलावा कुछ था ही नही
मेरे भाई आपने रायका समाज का इतिहास बताया बहुत अच्छा पता है लेकिन इसमें आपने बहुत बड़ी गलती राजस्थान के और मध्य प्रदेश बाकी सारे इलाकों के गुर्जर जाति के अंदर जितने भी गोत्र पाए जाते हैं वह सारे गोत्र 133 गोत्र राय का समाज के अंदर पाए जाते हैं यह एक गुर्जर समाज का निकला हुआ हिस्सा है इसके प्रमाण जो गोत्र गुर्जर समाज के अंदर है वह किसी समाज के अंदर नहीं है खटाना पोसवाल हुण गुर्जर समाज के अंदर जो गोत्र है वह रायका समाज के अंदर है भाषा के अनुसार थोड़े बदल जाते हैं बाकी वेशभूषा भी है कि पैसा भी गुर्जर समाज से नहीं निकला तो यह गोत्र उसके अंदर कैसे पाई जाती है मुझे जवाब
गुजरो के साथ हमारे समाज का कोय लेना देना नही है 3 या 4 गोत्र मिलने से कोय एक नही हो जाता तुमारे समाज के बोहात से गोत्र राजपूत बनिया दलित बामण जाट यादव से मिलते है क्या तो आपका समाज उन सभी समाज से निकाला हे हर किसी को अपने साथ ही जोड़ ना है
रायका समाज राजपूत समाज से निकला हुआ है गुर्जर समाज से कोई लेना देना नहीं मेरा रायका समाज में भीम गोत्र है जो की तोमर राजपूतवंश से निकला हुआ है और हमारी कुलदेवी भी वही है
रबारी ना राजपूत से नीकले है ना गुर्जर से , रबारी अरबी है । 🐪⚔️ अरब का सामड कबीला २२०० वर्ष पुर्व अरब से कच्छ आया , और सामड कबीला पहले १७ कबीलों में बंटा फिर समय के साथ बंटता गया और आज १३३ कबीले है रबारी में , और हां गुर्जर शायद रबारी से निकल कर अलग हुए हो सकते है@@_mr.dineshrebari_5703
जी यह इतिहास बिल्कुल सही है रबारी समाज की उत्पत्ति भगवान शिव व मां पार्वती द्वारा हुई है..
Thanks🙏
हर हर महादेव जय भोलेनाथ मेरी गोत्र
सांबड़ रबारी है
हर हर महादेव
Me gujarat se hu Manu HOLNCHI RABARI super he bhai 👍
Good Itihas Rayka Samaj main Bhadka jati ka hu Dhanywad ji
Thanks🙏
हर हर महादेव जय रायका समाज
Har Har Mahadev
Thanks
रायका जाति को कई भाषा में बोला जाता है रायका देवासी Desai bharwad Gurjar गdadi, सर्व कोरबा धनगर गाडरी गारी गुर्जर गडरिया बघेल इंग्लिश में शेफर्ड रावत एक समाज के कई नामहै प्रभुईसा मसीह वह एकदेवासी था बड़े बड़े आविष्कारनिवासियों ने किया अपनी समझ का फ्रख है हवाई जहाज काआविष्कार अमेरिका का विकले ग्वाला था उसने मॉडल तैयारकिया था फिर उसकी मौत हो गई चुंबक का आविष्कार जर्मन देश में एक रायकाने किया था हमसब एक हैं भाषामें फर्क है जय शिव शंकर
@@fxgdyfdghcg1258
रबारी समाज को सिर्फ
राईका रबारी देवासी के नाम से ही जाना
जाता है दूसरे कोई भी नाम से नही जाना
जाता
भरवाड़:एक अलग समाज हे रबारी समाज
से कोय लेना देना नही हे अच्छे संबंध है
और भाईचारा हे
गूजर,बरवाल: भी एक अलग समाज हे
रबारी से कोय लेना देना नही हे
गडरिया,धनगर,गायरी,कुरबा,गाडरी,बघेल,पाल
ये सभी एक समाज हे इन से भी कोय लेना देना
नही हे रबारी समाज से
ईशु एक यहूदी थे इनमे से कोय समाज से बाल
बराबर भी कोय सबंध नही था
रही अमरीका की वहा कोय देवासी नही है
अपना अनर्गल प्रलाभ ना करे और अपनी
मूर्ख ताका कही और जाके पेले
😂😂😂Bhikmanga @@rabarijayesh6330
माना कि पुराने समय में इतिहास पर हर किसी की पकड नहीं थी लेकिन आज दुनियां का सारा इतिहास खंगाल कर पढा जा सकता है **🤔
लेकिन बडे ही दुर्भाग्य की बात है कि आज भी रैबारी, देवासी आदि नामो में बिखरा हुआ समुदाय अपने मूल वंश और जाति गुर्जर को नहीं पहचान पाया है **🤔
जबकि यह सर्व विदित है कि जिस क्षेत्र में यह लोग अभी तक निवास करते हैं उस पूरे क्षेत्र का नाम ही कभी गुर्जर देश हुआ करता था**🤔
जो इस्लामिक काल के शुरु होते ही अपने ना सिर्फ स्वभाव से बदल गया बल्कि इतिहास और नाम भी बदल गया */🤔
मुगलो के अत्याचार के बाद बचा कुचा काम अंग्रेजो ने 1857 की तरह क्रांति के बाद बाद गुर्जर जाति का नामोनिशान मिटाने वाली योजना ने मतलब पहली जनगणना में गुर्जर जाति को भिन्न नामों में बाट दिया और अपने खास सेवक और ये वफादारो को एक रायल नाम से सूचीबद्ध कर दिया **✍️
बघेल समाज को धन्यवाद हर हर
हर हर महादेव शंभूग
Har Har Mahadev
Maldhari maliyo ko bhi kehte hai
Mali bhi Mahadev k vansaj hai, duniya ki pehli jaati hai jisko mahadev ne utpatti ki,
Paarvati k per mai baag mai gumate samay kanta lg gya va khoon nikla,
uss mitti se paarvati ne putla bnaya ,
jiska mahadev ne praan daalkar Mali bnaya.
Issprakaar Mali n Raika bhae hue.
Josaa❤
Thanks
Har har Mahadev❤
हर हर महादेव
Jay shree Vadvala
સાંબડ ના કુંળદેવી માં જોગ ❤ જયવડવાળા રાયકા રબારી જય વિહોતર નાત ગંગા
Jaisalmer ko kyo taga muje pta hai me gujrat kutch se hun
यह सब एक लोक कथाएं हैं अगर राय का समाज अगर शंकर भगवान के टाइम से बना होता तो आज राय का समाज की जनसंख्या बहुत ज्यादा होती लेकिन जनसंख्या सिर्फ नाम मात्र है हकीकत में यह एक समाज से निकला हुआ हिस्सा है यह गुर्जर समाज से निकला हुआ
ईश दुनिया में के गूजर के अलावा था
ही कया पहले साब कुछ गुजरो से ही
तो निकाला हे
ब्रामण, क्षत्रिय, बनया, सुद्र ये सभी
गूजर ही थे पहले
अंग्रेज,जर्मन,फ्रानशी,रूशी,चीनी
फारशी ये सभी गूजर ही थे
पहले गूजर के अलावा कुछ था ही
नही
यह राजपूत समाज से निकला हुआ है
झूठ इतिहास है।। गलत इतिहास बता रहे हो।। डिलीट कर दो।।❌❌❌❌❌
Rabari samaj samad hu
मेरे भाई आपने रायका समाज का इतिहास बताया बहुत अच्छा पता है लेकिन इसमें आपने बहुत बड़ी गलती राजस्थान के और मध्य प्रदेश बाकी सारे इलाकों के गुर्जर जाति के अंदर जितने भी गोत्र पाए जाते हैं वह सारे गोत्र 133 गोत्र राय का समाज के अंदर पाए जाते हैं यह एक गुर्जर समाज का निकला हुआ हिस्सा है इसके प्रमाण जो गोत्र गुर्जर समाज के अंदर है वह किसी समाज के अंदर नहीं है खटाना पोसवाल हुण गुर्जर समाज के अंदर जो गोत्र है वह रायका समाज के अंदर है भाषा के अनुसार थोड़े बदल जाते हैं बाकी वेशभूषा भी है कि पैसा भी गुर्जर समाज से नहीं निकला तो यह गोत्र उसके अंदर कैसे पाई जाती है मुझे जवाब
रबारी राईका देवासी समाज शायद राजपूतों से निकली हुई जाति है👍👍
गुजरो के साथ हमारे समाज का कोय
लेना देना नही है
3 या 4 गोत्र मिलने से कोय एक नही
हो जाता
तुमारे समाज के बोहात से गोत्र
राजपूत बनिया दलित बामण जाट
यादव से मिलते है क्या तो आपका
समाज उन सभी समाज से निकाला
हे हर किसी को अपने साथ ही जोड़
ना है
रायका समाज राजपूत समाज से निकला हुआ है गुर्जर समाज से कोई लेना देना नहीं मेरा रायका समाज में भीम गोत्र है जो की तोमर राजपूतवंश से निकला हुआ है और हमारी कुलदेवी भी वही है
@@_mr.dineshrebari_5703 ,😂😂
रबारी ना राजपूत से नीकले है ना गुर्जर से , रबारी अरबी है । 🐪⚔️ अरब का सामड कबीला २२०० वर्ष पुर्व अरब से कच्छ आया , और सामड कबीला पहले १७ कबीलों में बंटा फिर समय के साथ बंटता गया और आज १३३ कबीले है रबारी में , और हां गुर्जर शायद रबारी से निकल कर अलग हुए हो सकते है@@_mr.dineshrebari_5703