बहुत ही अच्छा लगा पुरानी बातें सुन कर दिल से सलूटे ह आपको...मैं कनाडा में रहता हु मगर हमारे हिंदुस्तान जेसे संस्कर कही भी नही है...आपकी आवाज़ सुन कर ही दिल को सकुन मिलता ह...बहुत ही मीठी प्यारी बोली बोलते ह आप...
Paheli bahut acchi lagi. Is paheli ne mujhe purane time ki yaad dila di. Samaj me nahi ata aj bhi wohi 24 ghante ka din hota hai phir time kyo logo k pass kam ho gya??
परिवर्तन ही संसार का नियम है,मगर इतना बड़ा परिवर्तन नहीं होना था कि लोग 1 मोबाईल पर ही सिमट कर रह जाये।काश वो जमाना फिर से वापिस आ जाता।मुझे हमेशा पछतावा रहता है कि मेरा जन्म 20-25 साल पहले इस दुनिया में क्यों नहीं हुआ।वो लोगों की हंसी ठिठोली,वाह क्या याद दिलाया गुरुदेव उस जमाने की,मेरा बचपन याद आ गया।। जहाँ बाप के कंधे चढ़के बच्चे देखे मेले, मेले में नाटके तमाशे कुल्फी और चाट के ठेले।।
मेरे मां पुराने जमाने की अच्छी अच्छी कहानिया सुनातीथी मुझे आज भी सब याद है कितनी शिक्षाप्रद होती है ऐसी कहानिया जीवन को कुछ न कुछ सिखा देती थी आज तो किसी के पास टाइम ही नही कि एक दूसरे से मिले कुछ पुराने जमाने के दिन याद करे 😊😊
बहुत अच्छी लगी गुरु जी और भी वीडियो बनाइयेगा अपनी पुरानी परंपरा को सुन कर बहुत अच्छा लगा और यह विरासत आप ही लोगों तक सिमट न जाय इस लिए आप और भी वीडियो बना करके डालियेगा
Sir ji badi parsanta hoti ap village se bilong karne walo ko dekh kr apki bhasha aur bolne ka lahza bada parsansniya h apko badhai aur like meri taraf se
कुँवर कलेवा राजस्थान में विवाह सम्बंधित परम्पराओं में से है। सामेला के समय वधू पक्ष की ओर से वर व बारात के अल्पाहार के लिए सामग्री दी जाती है, जिसे 'कुँवर कलेवा' कहते हैं
गुरुजी हमारे लिए तो ये सब अब केवल कहानियां ही रह गई हैं। हमारे सामाजिक ताने-बाने के बिखराव का ही नतीजा है कि आज समाज में भौतिकवादिता इतनी फैल गई है कि जीवन में संसाधन तो खुब इकट्ठे कर लिए लेकिन सुख नहीं बचा। काश कि हमारा पुराना भारत हमें वापस मिल जाए, वो प्यार, वो समाज, वो अपनापन, वो सादगी....काश वापस मिल जाए। 🙏🙏🙏
hii sorry Dada ji mujhe English nhi aati is liye aisa likhata hoo aapke question ka answer btaya kro apke aapke chennal achchhe lagte hai is liye request kar RHA hoo sir please mere comment ka answer de dena
मै तो बहुत आसानी से चढा और उतार सकता हू छत पर 200 साल पहले भी,मैने भी आज से 20 साल पहले से ही इस पहेली का जबाब जानता हू, मेरे गाव मे ये सीन हे चुका है, मेरे गाव मे धान के पुवाल से गजहर बना के (मेरे गाव की एक भाषा है गजहर जो पुवाल को इकट्ठा करके बनाते है) ऊट को चढ़ाया गया था, वो भी सर्त पर,
बहुत ही अच्छी बात बताई आपने। मज़ा आ गया।ये पहेली मैंने एक रेबारी मित्र से सुनी थी।परंतु आप ने इसे बहुत अच्छे तरीके से खोल दिया।धन्यवाद ।
बहुत ही अच्छा लगा पुरानी बातें सुन कर दिल से सलूटे ह आपको...मैं कनाडा में रहता हु मगर हमारे हिंदुस्तान जेसे संस्कर कही भी नही है...आपकी आवाज़ सुन कर ही दिल को सकुन मिलता ह...बहुत ही मीठी प्यारी बोली बोलते ह आप...
धन्यवाद सर जी
Dada ji badi achi pheliya su nate ho ap thanks dada ji parnam🙏🙏🙏
बहुत अच्छी पुरानी कहानी बतायी आपने |बहुत बहुत धन्यवाद आपको|
Bhut achha aavaj h aapka
दिन बीत गए गुरूजी.
कितनेशुकून भरे दिन थे वो..🙏🙏🙏
Bahut acchi paheliyan sunaiye baba ji ne
बहुत अच्छी लगी गुरुजी ये पहेली
Guru g aaj to bohat hi jyada manoranjan hua
Or ek jaankari bhi mili 🙏🙏🙏🙏🙏
Thanks 4 guru chela
Guruji ,🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Very beautiful magic trick
Paheli bahut acchi lagi. Is paheli ne mujhe purane time ki yaad dila di. Samaj me nahi ata aj bhi wohi 24 ghante ka din hota hai phir time kyo logo k pass kam ho gya??
Atisundar chacha jee
Ye mene pahle hi solve kr li thi veri simple pheli
Very nice kahani
आप हमारे भारत के बहुत अमूल्य धन हो उस्ताद जी
बहुत अच्छे गुरु जी।
बोहोत अच्छे श्रवन सरजी
Purana zamana hi bahuth acha tha, yaad karane keliye dhanyavaad.
Guru ji mast kahani hai
परिवर्तन ही संसार का नियम है,मगर इतना बड़ा परिवर्तन नहीं होना था कि लोग 1 मोबाईल पर ही सिमट कर रह जाये।काश वो जमाना फिर से वापिस आ जाता।मुझे हमेशा पछतावा रहता है कि मेरा जन्म 20-25 साल पहले इस दुनिया में क्यों नहीं हुआ।वो लोगों की हंसी ठिठोली,वाह क्या याद दिलाया गुरुदेव उस जमाने की,मेरा बचपन याद आ गया।।
जहाँ बाप के कंधे चढ़के बच्चे देखे मेले,
मेले में नाटके तमाशे कुल्फी और चाट के ठेले।।
😂😂😂😅😅😭😭
Bilkul sahi dost
plz..आप 5 मिनेट का भिडियो बनाइए।
गुरुजी क्याअपके साथ कभी हुआ है ऐसा
Kya bat he grudave ji
Aap ki paheli achi lagi
बहुत अच्छा विडियो
मेरे मां पुराने जमाने की अच्छी अच्छी कहानिया सुनातीथी मुझे आज भी सब याद है कितनी शिक्षाप्रद होती है ऐसी कहानिया जीवन को कुछ न कुछ सिखा देती थी आज तो किसी के पास टाइम ही नही कि एक दूसरे से मिले कुछ पुराने जमाने के दिन याद करे 😊😊
Lambi umr ho guru ji Bahut jarurat hai in bujrgon ki RAM RAM SA
Guru ji bahut ache ho aap
Kiya bat he sir aap ki bate sunakar maja aagya
All your videos are very interesting and clever .
गुरू चेला आल द बेस्ट
बहुत मजा आता है पुरानी बातें सुनकर गुरु जी
Sir Your diagram art is very nice too ...
जाने कहां गए वो दिन...😞😞😞
बहुत अच्छी लगी गुरु जी और भी वीडियो बनाइयेगा अपनी पुरानी परंपरा को सुन कर बहुत अच्छा लगा और यह विरासत आप ही लोगों तक सिमट न जाय इस लिए आप और भी वीडियो बना करके डालियेगा
👌👌👌👌
Aap ka desi andaj bahot accha lagaa
Guru ji main bhi rajasthani hu aaj apki video me paheli se jada purani bate sunne me anand aya kaash aap jesa koi bada mere ghar me bhi hota
Sir ji badi parsanta hoti ap village se bilong karne walo ko dekh kr apki bhasha aur bolne ka lahza bada parsansniya h apko badhai aur like meri taraf se
आपके सभी वीडियो अच्छे होते हैं लेकिन प्रत्येक वीडीयो जो 5 मिनट में बताया जा सकता है उसे जबरदस्ती 10 मिनट तक झेलना पड़ता है
नागौर के फरडोद में ऐसी घटना हुई थी बहुत पहले पडकदा की जगह जंवाई शिकार हो गया था जवाई की खाट तालाब में तरा दिया था
Nice wow 👌👍
Ap ki video purane din yaad dilati hai t.q sir,,,,,,
Rula diya chacha😁
Very nice video
In videos k roop m aap sada amar rahoge guruji
sir aapki video dekhke mjhe apne dada ji (grandpa) ki yaad aa jati hai chehre pe hamesha khushi🙏🙏💖💖
Bhut bhut bdiya
bhot aasan tha...mai dekhte hi smz gya
मजा आ गया गुरुजी
।।🕉नमः शिवाय 🕉।।
नमस्कार गुरूजी
Aap jaisa insaan hamare Jeevan mein hai Tu achha lag raha hai Guruji thank you guruji
Chaploose g
Very good nolaj
Uncle ji subscribe Kar liya done ...God bless you.😊🤗
Purani yade....bahut khub.
Guru ji Mai apka bahut bada fain hu guru ji
वाह! गुरूजी... Super Video!
Very nice 👌
Video chhoti banayenge to jayada achha hoga
Miss u guruji
गुरु जी आप लोगों को देखकर ही पुराना टाइम याद आ जाता है
Mujhe appka bolna bahut achha lagata hai
Maza a gya tau kya kahani hai
Wa guru dev bahut bahut sandar rajasthan se ho kya guru ji aap
Very nice Guruji aapne purani sanskriti ko yaad krwaya
Looks like ACP perdhiman
Kasam se bhut maza aya purani sachi khani sunne ajkal to log jyadatr sewarthi he begwaan kre fr log aps me mil jul kr rahe
Aapki muskurahat ne dil jeet liya
कुँवर कलेवा राजस्थान में विवाह सम्बंधित परम्पराओं में से है। सामेला के समय वधू पक्ष की ओर से वर व बारात के अल्पाहार के लिए सामग्री दी जाती है, जिसे 'कुँवर कलेवा' कहते हैं
Good morning Guru Ji.....
Thanks guru ji...... 🌷👈
nise video
Very good sar ji
Apke khush mijaj ko dekh k dil khush ho gaya....ap ese hi jindgi bhar khush rahe or swasth rahe...apne art v boht sundar banaya..!!
🐪सर राजस्थान तो रंगीला था , है और रहेगा 😍🐫
Nyc video All
वा सा वा । सागेडी री
वो समय अब कहाँ, अब तो सिर्फ साजिशें होती हैं। होली आ रही है लेकिन चंग की थाप कहीं सुनाई ही नहीं देती..
दूध कितने प्रकार का होता है
chiranjilal jakhar
ruclips.net/channel/UCPMd8kFgtP3x9O_-4ONkSHA
hahaaa m b same soch ra tha😁😁😁
You are great guru🙏🙏🙏
Guruji we miss you...
मैंने उत्तर पहले ही सोच लिया था
और सही हुआ।
mene bhi soslithi yar
Berry naic
Starting 05:40
Guru g u r my most favorite on u tube
बहुत ही बढ़िया
ये सब चीजे आज भी होती हैं पर विलुप्ति की कगार पर हैं आज
5
Guruji thoda km time ka video bnaya kijiye..plz..
Super excited guru ji
Right 👌👌👌
सही कहा मास्टर जी अब वो नही
गुरुजी हमारे लिए तो ये सब अब केवल कहानियां ही रह गई हैं। हमारे सामाजिक ताने-बाने के बिखराव का ही नतीजा है कि आज समाज में भौतिकवादिता इतनी फैल गई है कि जीवन में संसाधन तो खुब इकट्ठे कर लिए लेकिन सुख नहीं बचा। काश कि हमारा पुराना भारत हमें वापस मिल जाए, वो प्यार, वो समाज, वो अपनापन, वो सादगी....काश वापस मिल जाए।
🙏🙏🙏
Nahi aayega bhai
Jane kaha gaye wo din
Vishesh Kumar
hii sorry Dada ji mujhe English nhi aati is liye aisa likhata hoo aapke question ka answer btaya kro apke aapke chennal achchhe lagte hai is liye request kar RHA hoo sir please mere comment ka answer de dena
Sir ji aapke drawing bhi gajab ki hai
સુપર ગુરુજી મજા આયા
Happy holidays gurujee
गजब जी गजब
very nice guru G🙂☺🙂🙂☺☺
ruclips.net/video/__7f5Gv_N4U/видео.html
मै तो बहुत आसानी से चढा और उतार सकता हू छत पर 200 साल पहले भी,मैने भी आज से 20 साल पहले से ही इस पहेली का जबाब जानता हू, मेरे गाव मे ये सीन हे चुका है, मेरे गाव मे धान के पुवाल से गजहर बना के (मेरे गाव की एक भाषा है गजहर जो पुवाल को इकट्ठा करके बनाते है) ऊट को चढ़ाया गया था, वो भी सर्त पर,
Guruji video thodi choti banao karo
Bahut Acha laga
Mujhe aapki hr baate interesting lagti h aapka bolne ka tareeka kisi apne se kam nhi lgta