गुरुजी ताराचंद बेल जी को हमारा हार्दिक अभिनंदन! उनके अद्वितीय योगदान और समर्पण ने कृषि के क्षेत्र में नए मानक स्थापित किए हैं। उनकी मेहनत और ज्ञान ने न केवल किसानों को प्रोत्साहित किया है, बल्कि उन्हें सशक्त भी बनाया है। उनकी दूरदर्शिता और नवाचारों ने हमारी खेती को अधिक स्थायी और लाभकारी बनाया है। ताराचंद जी की सरलता, उनकी विनम्रता, और उनके गहरे अनुभव ने उन्हें वास्तव में एक आदर्श नेतृत्वकर्ता बना दिया है। उनके साथ काम करना हमेशा से एक प्रेरणादायक अनुभव रहा है। ऐसे महान व्यक्तित्व को हम दिल से सलाम करते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते है। इस प्रस्तुति के लिए "भारत एक्स्प्रेस" की टीम का आभार 🙏🏻♥️
आपके द्वारा बताई गई पंचमहाभूत कृषि से गुणवत्ता युक्त अधिकतम उत्पादन किसानों को प्राप्त हो रहा है जो ऑर्गेनिक में असंभव सा लगता है किंतु सत्य है हमारा स्वयं का यह अनुभव है यह महान कार्य है गाय अग्निहोत्र और पंचमहाभूत इस पर आज तक किसी ने काम ही नहीं किया सभी ने पदार्थ पर काम किया है आप ऊर्जा पर काम कर रहे हैं इस भेद को जो समझ पाएंगे वह तीव्र गति से आगे बढ़ जाएंगे जो नहीं समझ पाएंगे वह पदार्थ जगत में ही उलझे रहेंगे। भारतीय आध्यात्मिक विज्ञान प्रत्येक क्षेत्र में सदैव आगे ही रहा है जिसने सकारात्मक दृष्टिकोण से उसका उपयोग किया है उसने समाज कल्याण ही किया है धन्यवाद ऐसे ही मार्गदर्शन करते रहें
His knowledge is best but his intentions and actions are 😈evil he lure rich people who never did farming and manipulate them to buy useless things like lal mitti peeli mitti.. For thousands of bucks which is pure insanity.. Same result you will get by subhash palekar zero budget farming
मैने अपने अध्ययन ओर खुद के खेत में प्रयोग करके पंच महाभूत कृषि तरंगों से खेती की यह आध्यात्मिक विधा विकसित की है, अनेक फार्मूले सिद्ध करके किसानों को फ्री में दिए है, अपने खुद के पैसों से प्रवास करके देश भर में घूम घूम के लाखो किसानों को यह खेती सिखाया है, पूरे भारत का कोई भी किसान ये नही कह सकता कि बेलजी भाई ने ये सब किसानों को सिखाने के किसी से भी एक रुपए भी लिए है।
जिन्हें आप लाल मिट्टी बोल रहे हैं, वह आयरन ऑक्साइड है, जिसमें 32% तक आयरन (लोहा) होता है। भारत में कुछ किसान कंपनियां, जैसे FPO और Soul, इसे किसानों के घर पहुंचाकर 15 से 20 रुपये प्रति किलो की दर से उपलब्ध कराती हैं। वहीं, अमेजन या फ्लिपकार्ट पर यही आयरन ऑक्साइड 30 से 35 रुपये प्रति किलो में मिलता है। जैसे हमारे खून में 5 ग्राम आयरन (लोहा) होना आवश्यक है, वैसे ही खेत की मिट्टी में आयरन का होना आवश्यक है। यह मिट्टी की रासायनिक और जैविक संरचना को सुधारता है। इसलिए गुरूजी इसे TCBT समुदाय से जुड़े किसान की कृषि भूमि में एक बार अवश्य डलवाते हैं। केमिकल खेती में आयरन सल्फेट के रूप में मिलता है, जैसे फेरस सल्फेट आदि, जो निगेटिव ऊर्जा वाला होता है और मिट्टी को कॉम्पेक्ट भी करता है। किसी भी कंपनी का 35% वाला फेरस सल्फेट 55 रुपये प्रति किलो से कम में नहीं मिलता। यह केमिकल वाला उत्पाद न केवल महंगा होता है, बल्कि खेती के लिए नुकसानदायक भी होता है। आप या तो इन तथ्यों से अनजान हैं या केमिकल लॉबी से प्रभावित हो।
आपका यह आरोप गंभीर है, लेकिन यदि यह सच्चाई पर आधारित नहीं है, तो इसे फैलाना उचित नहीं है। गुरुजी जो जानकारी देते है, वह वैज्ञानिक तथ्यों और उनके व्यक्तिगत अनुभवों पर आधारित है। उनका उद्देश्य केवल किसानों को उनके खेतों की उपज बढ़ाने और मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने में मदद करना है। यदि आपके पास कोई विशिष्ट प्रमाण या वीडियो हैं जो आपके आरोप का समर्थन करते हैं, तो कृपया उन्हें सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करें। ऐसा करने से सच्चाई सामने आ सकेगी और हम सबको सीखने का अवसर मिलेगा। लेकिन बिना प्रमाण के किसी भी व्यक्ति या संस्था पर ऐसे गंभीर आरोप लगाना गलत है। गुरुजी हमेशा किसानों की भलाई के लिए तत्पर हैं और यदि किसी को उनकी जानकारी से कोई समस्या हुई है, तो वे उसकी जांच करने और समाधान प्रदान करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। कृपया तथ्यात्मक और प्रमाण आधारित चर्चा को प्राथमिकता दें। केवल किसी पर आरोप लगा देना आसान होता हैं। कृपया ऐसा ना करें। इससे किसानों का भला नहीं होने वाला यदि आपके पास समाधान हैं तो प्रस्तुत करें। TCBT ने देश में मिट्टी सुधार में बेहतर प्रदर्शन किया हैं।
Kisi ke kahne se kuch nahi hota he ...Guru ji bahut accha kaam kar rahe he ....Hum tcbt ke saath he....Jai tcbt .....Itne kisaan bhai aaj tcbt se success ho rahe he
शब्दो का उपयोग सोच समझ कर करें ये गुरूजी है। इनका काम है ज्ञान देना कुछ अच्छे विद्यार्थी है जो अमल करते है और सफल भी हो रहे है जिनको नहीं करना नहीं सीखना ना सीखे अपशब्दो का प्रयोग ना करें।
"फर्जी खेल" कहने वाले महोदय, आपकी यह धारणा सही नहीं है। जो जानकारी आपसे साझा की है, वह वैज्ञानिक तथ्यों और व्यावहारिक अनुभवों पर आधारित है। आयरन ऑक्साइड का उपयोग मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने और फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसे कई प्रतिष्ठित किसान और कृषि विशेषज्ञ भी मान्यता देते हैं। किसान कंपनियां, जैसे FPO और Soul, किसानों को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद सस्ते दर पर उपलब्ध कराने का काम करती हैं। ये कंपनियां किसानों के हित में कार्य कर रही हैं, न कि कोई फर्जी खेल कर रही हैं। यदि आपके पास कोई विशिष्ट जानकारी या प्रमाण है जो इस तथ्य को गलत साबित कर सके, तो कृपया साझा करें। अन्यथा, बिना प्रमाण के किसी भी चीज़ को "फर्जी खेल" कहना उचित नहीं है।
गुरुजी ताराचंद बेल जी को हमारा हार्दिक अभिनंदन! उनके अद्वितीय योगदान और समर्पण ने कृषि के क्षेत्र में नए मानक स्थापित किए हैं। उनकी मेहनत और ज्ञान ने न केवल किसानों को प्रोत्साहित किया है, बल्कि उन्हें सशक्त भी बनाया है।
उनकी दूरदर्शिता और नवाचारों ने हमारी खेती को अधिक स्थायी और लाभकारी बनाया है। ताराचंद जी की सरलता, उनकी विनम्रता, और उनके गहरे अनुभव ने उन्हें वास्तव में एक आदर्श नेतृत्वकर्ता बना दिया है।
उनके साथ काम करना हमेशा से एक प्रेरणादायक अनुभव रहा है। ऐसे महान व्यक्तित्व को हम दिल से सलाम करते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते है। इस प्रस्तुति के लिए "भारत एक्स्प्रेस" की टीम का आभार 🙏🏻♥️
सादर प्रणाम बहुत अच्छी जानकारी दी गई प्रक्रतिक खेती कि मेरे आदर्श रहे हैं आदरणीय ताराचंद बेलजी बहुत बहुत बधाई
Best
3g aur 4g cutting se louki itani ho rahi he ki 5rupe kilo bik rahi he 😊
आपके द्वारा बताई गई पंचमहाभूत कृषि से गुणवत्ता युक्त अधिकतम उत्पादन किसानों को प्राप्त हो रहा है जो ऑर्गेनिक में असंभव सा लगता है किंतु सत्य है हमारा स्वयं का यह अनुभव है यह महान कार्य है गाय अग्निहोत्र और पंचमहाभूत इस पर आज तक किसी ने काम ही नहीं किया सभी ने पदार्थ पर काम किया है आप ऊर्जा पर काम कर रहे हैं इस भेद को जो समझ पाएंगे वह तीव्र गति से आगे बढ़ जाएंगे जो नहीं समझ पाएंगे वह पदार्थ जगत में ही उलझे रहेंगे।
भारतीय आध्यात्मिक विज्ञान प्रत्येक क्षेत्र में सदैव आगे ही रहा है जिसने सकारात्मक दृष्टिकोण से उसका उपयोग किया है उसने समाज कल्याण ही किया है
धन्यवाद ऐसे ही मार्गदर्शन करते रहें
एक नंबर गुरूजी
Gurujee apka Gyan hi apko agriculture me sikhar par pahunchayga jee pranam gurujee
नमस्कार गुरुजी 🙏🙏🙏🙏🙏
नमस्कार जी। गुरु जी ❤❤
❤❤
7:22
He is trader
His knowledge is best but his intentions and actions are 😈evil he lure rich people who never did farming and manipulate them to buy useless things like lal mitti peeli mitti.. For thousands of bucks which is pure insanity.. Same result you will get by subhash palekar zero budget farming
मैने अपने अध्ययन ओर खुद के खेत में प्रयोग करके पंच महाभूत कृषि तरंगों से खेती की यह आध्यात्मिक विधा विकसित की है,
अनेक फार्मूले सिद्ध करके किसानों को फ्री में दिए है,
अपने खुद के पैसों से प्रवास करके देश भर में घूम घूम के लाखो किसानों को यह खेती सिखाया है,
पूरे भारत का कोई भी किसान ये नही कह सकता कि बेलजी भाई ने ये सब किसानों को सिखाने के किसी से भी एक रुपए भी लिए है।
जिन्हें आप लाल मिट्टी बोल रहे हैं, वह आयरन ऑक्साइड है, जिसमें 32% तक आयरन (लोहा) होता है। भारत में कुछ किसान कंपनियां, जैसे FPO और Soul, इसे किसानों के घर पहुंचाकर 15 से 20 रुपये प्रति किलो की दर से उपलब्ध कराती हैं। वहीं, अमेजन या फ्लिपकार्ट पर यही आयरन ऑक्साइड 30 से 35 रुपये प्रति किलो में मिलता है।
जैसे हमारे खून में 5 ग्राम आयरन (लोहा) होना आवश्यक है, वैसे ही खेत की मिट्टी में आयरन का होना आवश्यक है। यह मिट्टी की रासायनिक और जैविक संरचना को सुधारता है। इसलिए गुरूजी इसे TCBT समुदाय से जुड़े किसान की कृषि भूमि में एक बार अवश्य डलवाते हैं।
केमिकल खेती में आयरन सल्फेट के रूप में मिलता है, जैसे फेरस सल्फेट आदि, जो निगेटिव ऊर्जा वाला होता है और मिट्टी को कॉम्पेक्ट भी करता है। किसी भी कंपनी का 35% वाला फेरस सल्फेट 55 रुपये प्रति किलो से कम में नहीं मिलता। यह केमिकल वाला उत्पाद न केवल महंगा होता है, बल्कि खेती के लिए नुकसानदायक भी होता है।
आप या तो इन तथ्यों से अनजान हैं या केमिकल लॉबी से प्रभावित हो।
फ़र्ज़ी आदमी ह ये, अपने सामान को बेच रहा ह
बिना केमिकल 38 फसल में रिकार्ड उत्पादन आना इन सभी जगहों में अभी भी खेती हो रही है, सैकड़ों किसान के नाम नंबर लाइव है,
लिंक दे रहा हूं जाकर देख लो
@@TarachandBelji सेकड़ो किसानों के बीडीओ भी है जो ठगे गए ह तुम्हारे द्वारा
आपका यह आरोप गंभीर है, लेकिन यदि यह सच्चाई पर आधारित नहीं है, तो इसे फैलाना उचित नहीं है। गुरुजी जो जानकारी देते है, वह वैज्ञानिक तथ्यों और उनके व्यक्तिगत अनुभवों पर आधारित है। उनका उद्देश्य केवल किसानों को उनके खेतों की उपज बढ़ाने और मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने में मदद करना है।
यदि आपके पास कोई विशिष्ट प्रमाण या वीडियो हैं जो आपके आरोप का समर्थन करते हैं, तो कृपया उन्हें सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करें। ऐसा करने से सच्चाई सामने आ सकेगी और हम सबको सीखने का अवसर मिलेगा। लेकिन बिना प्रमाण के किसी भी व्यक्ति या संस्था पर ऐसे गंभीर आरोप लगाना गलत है।
गुरुजी हमेशा किसानों की भलाई के लिए तत्पर हैं और यदि किसी को उनकी जानकारी से कोई समस्या हुई है, तो वे उसकी जांच करने और समाधान प्रदान करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। कृपया तथ्यात्मक और प्रमाण आधारित चर्चा को प्राथमिकता दें।
केवल किसी पर आरोप लगा देना आसान होता हैं। कृपया ऐसा ना करें। इससे किसानों का भला नहीं होने वाला यदि आपके पास समाधान हैं तो प्रस्तुत करें। TCBT ने देश में मिट्टी सुधार में बेहतर प्रदर्शन किया हैं।
Dhurt dhutaro
Kisi ke kahne se kuch nahi hota he ...Guru ji bahut accha kaam kar rahe he ....Hum tcbt ke saath he....Jai tcbt .....Itne kisaan bhai aaj tcbt se success ho rahe he
शब्दो का उपयोग सोच समझ कर करें ये गुरूजी है। इनका काम है ज्ञान देना कुछ अच्छे विद्यार्थी है जो अमल करते है और सफल भी हो रहे है जिनको नहीं करना नहीं सीखना ना सीखे अपशब्दो का प्रयोग ना करें।
Farzi khel
Sanch ko aanch nahi hamne unke Kai farm dekhe he jisme shandar result dekha he
@@rakeshkumarchourey3257
बिना केमिकल ये 38 तरह के फसलों के रिकार्ड उत्पादन के
लाइव विडियो है स्थान भी उल्लेखित है, नाम नंबर भी है।
"फर्जी खेल" कहने वाले महोदय, आपकी यह धारणा सही नहीं है। जो जानकारी आपसे साझा की है, वह वैज्ञानिक तथ्यों और व्यावहारिक अनुभवों पर आधारित है। आयरन ऑक्साइड का उपयोग मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने और फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसे कई प्रतिष्ठित किसान और कृषि विशेषज्ञ भी मान्यता देते हैं।
किसान कंपनियां, जैसे FPO और Soul, किसानों को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद सस्ते दर पर उपलब्ध कराने का काम करती हैं। ये कंपनियां किसानों के हित में कार्य कर रही हैं, न कि कोई फर्जी खेल कर रही हैं।
यदि आपके पास कोई विशिष्ट जानकारी या प्रमाण है जो इस तथ्य को गलत साबित कर सके, तो कृपया साझा करें। अन्यथा, बिना प्रमाण के किसी भी चीज़ को "फर्जी खेल" कहना उचित नहीं है।