#शुभ

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  • Опубликовано: 8 окт 2024
  • #मंजुल भगत की कहानी-शुभ-अशुभ
    #Manjul Bhagat ki kahani
    #Hindi Story
    #हिन्दी कहानी
    #स्वर-सीमा सिंह
    मंजुल भगत हिन्दी साहित्य कथा जगत की सशक्त कहानीकार हैं।
    जन्म: 22 जून, 1936; मेरठ (उत्तर प्रदेश)। 8 उपन्यास व 8 कहानी-संग्रह प्रकाशित। अनेक रचनाएँ भारतीय एवं विदेशी भाषाओं में अनूदित एवं प्रकाशित। हिन्दी अकादमी, दिल्ली के 'साहित्यकार सम्मान' से अलंकृत की गईं और 'खातुल' उपन्यास पर 'कृति पुरस्कार' दिया गया।
    मंजुल भगत की कहानियों की बहुत बड़ी खासियत, कैमरे के
    लैंस की तरह अपने विषय को फ़ोकस में बनाये रखने की सामर्थ्य है। जहाँ कहानी की सम्भावना न दिखाई पड़ती हो, वहाँ भी उसमें कहानीपन पैदा कर ले जाने का रचनात्मक कौशल उनके रचना-संसार
    को बड़ा परिचित, जीवन्त और विश्वसनीय बनाता है।
    अपने चारों ओर, असपास मँडराती दुनिया को उसके बुनियादी सरोकारों के साथ,सरल-सहज संरचनाओं में बाँध लेना, मंजुल के लेखन की ऐसी ख़ासियत है जो उसके प्रति गहरा आत्मीय भाव जगाती है।

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