दुनिया की सबसे खूबसूरत आवाज़ एक क़ब्बन दूसरी येसुदास,,,,, जैसे ईश्वर की आवाज़ हो, जैसे झरनों की झंकार, पत्तों की खनक, सितार और रबाब की गूँज, ब्रह्माण्ड में ओम् की ध्वनि सी,,,,,,, आत्मा को तृप्त करती हुई,,,,,
खय्याम साहब रजिया सुल्तान मे गुलाम याकुब के लिए किसी पाठदार आवाज की तलाश में थे। कई गायकों का टेस्ट ले चुके थे। लेकिन बात नहीं जम रही थी। तब किसी ने उन्हें कब्बन मिर्जा का नाम बताया था। विविध भारती की एक चर्चित आवाज। और कुछ महफिलों में गीत गाने गुनगुनाने वाले कब्बन मिर्जा। फरमान पहुंचा तो वह खैय्याम साहब के संगीत कक्ष में पहुंचे। आवाज की परख के लिए खैय्याम साहब ने उन्हें मोहर्रम के समय गाए जाने वाले मर्सिया नोहे गाने के लिए कहा। कब्बन मिर्ज़ा ने जैसे ही गाना शुरू किया खैय्याम साहब समझ गए कि उनकी तलाश पूरी हुई। इसी आवाज की उन्हें तलाश थी। बहुत सधे हुए ढंग से खैय्याम साहब ने उन्हें गवाना शुरू किया, आई जंजीर की झंकार खुदा खैर करे। इसके बाद तेरा हिज्र मेरा नसीब है। दोनों गीतों की धुन मुश्किल थी। लेकिन कब्बन मिर्ज़ा ने उस धुन को साध लिया। चौथे दिन कब्बन ने पहले गीत की रिकार्डिंग भी कर ली। रजिया सुल्तान धमेंद्र और हेमामालिनी की फिल्म थी। कब्बन मिर्ज़ा की आवाज को रजिया सुलतान के दरबार में हब्शी सरदार याकूब के लिए इस्तेमाल करना था. एक भारी और असर छोड़ती आवाज। फिल्म तो नहीं चली लेकिन कब्बन मिर्जा के गीत घर घर गूंजने लगे। उनके गीतों को लोगों ने रिकार्ड में बार बार सुना। इससे पहले कब्बन मिर्जा का परिचय एक रेडियो एनाउंसर के रूप में ही थी। गीत संगीत उनके जीवन में था। विविध भारती मे शाम एक आवाज गूंजती थी, छाया गीत सुनने वालों को कब्बन मिर्जा का आदाब। रेडियो के श्रोता इस आवाज के भी दीवाने थे। रेडियो की दुनिया में बृजमोहन, विनोद शर्मा, देवकीनंदन पांडे जैसे लोगों की आवाज फिल्म और विज्ञापनों के लिए तलाशी जाती रही। लेकिन रेडियो उद्घोषक कब्बन मिर्ज़ा गायक के तौर पर शोहरत पा गए थे. सबको लगता था कि खैय्याम साहब ने जिस शख्स से इतने सुंदर गीत गवाए वो आगे भी बहुत से गीत गाएगा। लेकिन एक तरफ रजिया सुल्तान के गीत बज रहे थे वही दूसरी ओर कब्बन मिर्ज़ा के लिए डाक्टर एक बुरी खबर लाया। उन्हे कैंसर हो गया था। कब्बन मिर्ज़ा इसके बाद ज्यादा दिनों तक नहीं जी सके. कब्बन मिर्ज़ा को हम रेडियो में सुनते रहे। कब्बन मिर्जा और निदा फाजली दोनो इस दुनिया से चले गए, हमारे पास यादों में वही गीत है। सुनने के लिए, और रह रहकर गुनगुनाने के लिए। कब्बन मिर्ज़ा अब हमारी यादों में हैं।
Bahut shukriya is badhiya post ke liye. You have written an excellent piece about Kabban Mirza and the creation of the two classic numbers from Razia Sultan. Thanks a ton!
Aaj bhi kaun - kaun log hain jo is gane(kalaam) ki rooh ki gehrainyon mein dil se utarna jante hai ? Congratulations to one and all..(all team of this gem song & you valued listeners).Aap khush rehna jante ho...Yaqeenan...
खय्याम साब के जितने भी गाने हैं वो रूहानी हैँ मुझको लगता है कि उनको उतना श्रेय नहीं मिला जितना अन्य संगीतकारों को मिला.. इस गाने को headphones लगाकर जब चांद पूरा निकला हो मद्धिम हवा चल रही हो फिर सुनिए अगर आपको दूसरी दुनिया में ना पहुंचा दे तब कहिएगा
मुझे जब भी कोई गाना सूनने की चाह होती है खुशी हो चाहे गम तब मैं ये कब्बन मिर्जा साब की ये गजल सुनता हूँ .और एक गीत इसी फ़िल्म कां येही सिंगर कां ये दोनो गाने मेरे दिल को झण्झोड कर रख देते है .संगीतकार खय्याम साब ने दोनो गीतों की तर्ज बहोत ही खास बनाई है .
ऐसे गाने कभी बनते नहीं यह तो खुद ब खुद बन जाते हैं खय्याम साहब के संगीत वास्तव में इस दुनिया से परे है बहुत आलौकिक इसे किसी परिभाषा में परिभाषित नहीं किया जा सकता हिंदी सिनेमा में खय्याम साहब और लक्ष्मीकांत प्यारेलाल दोनों ही कोहिनूर हैभारतीय सिनेमा में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता
ऐसा महसूस हो रहा है कि ऐ आवाज कोए परलोक से आ रही हैं, ये आवाज आज तक हमारे दिल में नंबर १ है, काश खुदा ने मीरजा साहब को जिंदगी थोड़ी ओर बक्षी होती ? शत शत सलाम खैयाम साहब ओर निंदा फडलि जि को
When Kabban Mirza sang this song, there was no realty show or anything. It is very sad that this man with golden voice was totally ignored. Thanks to Kamal Amrohi and Khyyam Saab to enable us to hear this voice. Only two songs but both are immortal.
Just a couple of songs of Janab Kabban Mirza was enough to remain in the hearts 💓 of millions for ever. This mystery voice continues enthralling us and will continue so. A sheer genius. Respect !
इस गाने के बारे में क्या कहें,बहुत ही शानदार है,हर लफ्ज़ का मायने है, कब्बन मिर्ज़ा साहब के आवाज के तारीफ के लिए मेरे पास शब्द नहीं है, लाजवाब,बेहतरीन ,दिल को छू जाने वाली आवाज।
Kin Shabdo me Mei Aapki Prashansha Karu. Kah bhi Nahi Sakta. Es Nayee Aawaaj ke Ye Dono Geet Sach me Film Razia Sultan ki Aatma Hai. Pak Rooh Hai. Bahut Bahut aur Bahut Jyaada Pyaar ke Sath Sukriya Kabban Mirza Saheb.🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Iss Gane ki tariff k leyh merey pass sabbadh nahi hai ,,, bhut hi anmol gana hai ,,beshkimti hai yeh gana ,, likh ney waaley or Gane waaley ney Jana daal di iss ganey mai ..... lajjawaab hai
Khayams magic with Kamal Amrohi, and kabban mirza, all special ingredients combined, umrao jaan, and Razia sultan almost released about same time, They will never ever make this kind of movies and music anymore.
Dhany hai kabban mirja ji ka ye pyara aawaj 😢😢😢😢😢😢😢 agar mujhe phansi hone wala ho aur hamse hamari antim ichha pucha jaye too mai yahi geet sunkar phansi ke phande pe haste rote chadh jaunga 😢😢😢😢😢😢😢😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮
@@sarbanipal6500 ji kabhie kabhie aur umraojaan ke liye unhe FilmFare best Music Director ka Award mila... Lekin National award only for Umrao Jaan but i absolutely agree he should hv got a national award for Razia sultan
This voice is so nostalgic.....listen to this songs numerous times can't get enough....Kabban Mirza sahab with a voice no other. It's sad to hear He is no more but he will be remembered by the only two gem songs he sung. Kamaal Amrohi and Khayaam have sculpted this song so well.god bless you all. Thanks for uploading this song
यह ग़ज़ल अपने आप मे एक नायब तोहफा है जो हमेशा तरो ताजा रहेगा। कोटि कोटि धन्यवाद,कब्बन मिर्जा साहब,ख्याम साहब एवं निदा साहब को।और राय साहब को भी बहुत बहुत धन्यवाद ।
तेरा हिज्र (जुदाई) मेरा नसीब है तेरा ग़म ही मेरी हयात (ज़िंदगी) है मुझे तेरी दूरी का ग़म हो क्यों तू कहीं भी हो मेरे साथ है ❤❤ मेरे वास्ते तेरे नाम पर कोई हर्फ़ (चिंता) आए नहीं नहीं मुझे ख़ौफ़ (डर) दुनिया नहीं मगर मेरे रू-ब-रू (आमने-सामने) तेरी ज़ात है ❤❤ तेरा वस्ल (मिलाप) ऐ मेरी दिलरुबा नहीं मेरी किस्मत तो क्या हुआ मेरी महजूबी (प्यारी) यही कम है क्या तेरी हसरतों (इच्छा, चाह) का तो साथ है ❤❤ तेरा इश्क़ मुझ पे है महर्बां (दयालु) मेरे दिल को हासिल है दो जहाँ मेरी जान-ए-जां इसी बात पर मेरी जान जाए तो बात है ❤❤
मैं तो 1984 से ही इन्हें सुन रहा हूं।तब मैंने दोस्तों से इन गानों की बात कही तो मेरा मज़ाक उड़ाया गया।शायद ज़माने का असर था।चलिगे अब इसे महान गीत कहा जा रहा है।मिर्ज़ा जी को छाया गीत के प्रस्तोता के तौर पर जनता था,लेकिन जब इन गीतों को गया तो यकीन नहीं हुआ था।
Gives me peace and takes me back to those memories which still are attached with me. Khayam sahb, Nida fazli sahb and Mirza sahb thanks for such a unique song.
ye gana mere dil k bahut hi kareeb hai.....or iske har lafz o alfaz mere har ehsaas ko chhu lete hai.ham ise jb bhi sunte aisa lgta hai mano mere samne koi shayar apni "rubai" k qaside padh raha ho.....i love voice....kabban mirza sahab... or dil se salam "janab umar khayyam sahab" apne is mausiki ko hamri zindagi ka hissa bnaya iske liye tah-e-dil se salam apko..... tu kahi bhi mere sath hai........
शुक्रिया विविध भारती, असली हीरे जैसे गाने सब तक पहुंचने के लिए, ऐसे गाने और किसी भी रेडियो स्टेशन पर नहीं बजते. शुक्रिया खय्याम साहब, कब्बन मिर्ज़ा जैसे आवाज़ वाले हीरे को खोज ऐसी जानदार आवाज़ हम तक पहुँचाने के लिए. केवल स्वर्गीय भूपेन हज़ारिका की आवाज़ ही इनसे टक्कर ले सकती थी. इनके ये दो गाने, कई सुपर हिट गानो पर भारी पड़ते है।
Us daur ke log imaandari se kaam karte the, Khayyam sahab ki jitni taarif ki jaaye kam hai, unka selection kya kehna, kis ki Aawaz sahi rahegi kon si dhun pe ye bhi knowledge hona ❤kabban mirza sahab ne bhi bohat hi badiya gaaya hai
Lajawaab kabban sahab ki awaz or khayyam sahab ka music bahut hi khubsurat jugalbandi sirf do gaane gaa kar kabban sahab sangeet ki duniya me amar ho gaye totel speechless bahut shandaar
Listening these 2 songs of Kabban Mirza ji is like meditation for me. I couldn't thank Khayyam Saab for choosing Kabban ji for these songs to sing. Rest in eternal peace Nida Fazaliji , Kabban Mirzajin Khayyam ji... You all gems are alive in our heart through your great pieces of art ..🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Kabban Mirza, what a Goddess voice, no one can sing this song as it is, what a heart touching music. Hearing this song, we feel star twinkling, moon smiling slowly slowly, birds singing, river rolling, air blowing slowly slowly.
Thanks to song writer, singer, Actors. God Bless them. My all time Favorite movie Razia Sultan. A part of Indian History. Razia was daughter of Sultan “iltutmish.” Razia was born in 1205 & died in Battle on 14 October 1240. She was Sultan (Empress) of India from 10 October 1236 to 14 October 1240 and was First Female Ruler of India; that’s before 900 years..
What a fake narrative. She was sultan of Delhi Sultanat and not of India. Why the Muslim history is filled with so much of lies. Babar came in 1526 and aurangzeb left in 1707. Than madarssa educated will say we ruled 800 years. Even this prime time Martha's, rajput, and sikh were beyond thier control. O bhai luutne ko rule karna nahi bolte. Apni taalim durust kare.
ghazab ki kashish hai kabban mirza saheb marhoom ki aawaz mein jitna bhi suna jaye kam hai. nida fazli saheb ke besh qeemti lafz aur khayyam saheb ki lazawaal mausiqhi ne is naghme ko laafani banadiya hai. yeh naghma dil ko taskeen deta hai aur baar baar sunne ke liye dil karta hai.
Kya Aawaj Khoj Ke Leke Aaye Ho Khayyam Saheb Aur Kya Composition Hai Mash Allaha Aur Itanahi Nahi Maharoom Kamal Amrohi Me Kya Khoob Surat Film Banaithi Aafreen Aafreen Aafreen Bahot Sukoon Mila Varana Dar Badar Bhatkte The An Aisa Lagata Hai Kafan Odhke Tabut Me Chainse So Jaoo From SANDEEP At Vadodara Dist Guj India
Gems like this is created once in a life time. Great lyrics, soulful voice and a timeless composition. Nida Fazli + Kabban Mirza + Khyyam .... what a combination of stalwarts.
Kyayams magic ,kanban Mirzas beautiful voice has done true justice to this song ,no other singers could have had done this song more better than kabban Mirza.
Kya kahen kuchh kehne layak nahi reh gaye hum. Jab bhi ye geet sunate hain toh na jaane kis jahan main pahunch jate hain. Likhane wale. Gane wale sangeetkaar. Aur jin par ye geet picturized huye sab ke sab es anokhi duniya ke nayab anmol ratan hain.
Something happen in my heart whenever I listen to this song.😇 Nida Fazali Saheb a morden day Ghalib. Deep Respect to Fazali saheb, khayyam saheb and Kabban mirza saheb.🙏
So nice and beautiful song sch baat to ye hai k ese gane kbhi kbhi he bnte hai mere paas is gane ki tareef krne k liye alfaz nhi hai is gane k alfaz ,sangeet or gaiki bahut ucch quality ki hai Jo hr Kisi k bss ki baat nhi hai ese gane hmesha k liye Amar ho jate hai jese k ye geet hmesha k liye Amar hi gya hai Allah aap sbko jannatul firdous mai aala mqam ata kre aameen summa aameen
Kabban Mirza (born 1937 or 1938)[1] is known for singing a couple of melodious songs in Hindi cinema. Not much is known about Mirza's life and his whereabouts, though it is known that he belonged to Uttar Pradesh. His singing was featured in the film Razia Sultan, directed by Kamal Amrohi (1983).[2] Two of his songs are "Aayee Zanjeer Ki Jhankar" and "Tera Hijr Mera Naseeb Hai".[3] He also sang a song, entitled "Is Pyar Ki Basti Mein" for the movie, Sheeba, though he was not given credit for it.[1] Kabban Mirza used to work as a radio announcer with Vividh Bharti, All India Radio station, Mumbai. He used to do the popular Hindi old song programme at 10.00 pm, named Chaya Geet on Vivid Bharti. You can still remember his heavy & different voice saying - Chaya Geet sunanewalo ko Kabban Mirza ka adab " ! (Kamal Amrohi selected him over a lot of popular singers of that era. According to him, Kabban Mirza's voice suited the character portrayed by Dharmendra. We can see the quality of his voice as the music director for this film was the renowned music director Khayyam . Mirza later suffered from Cancer of the larynx.[1] His last years of life went unnoticed affected with cancer with his family in mainly Muslim dominated area , Mumbra , outskirt of Thane city near Mumbai. The government paid for his treatment. He was entitled to a pension after long years of service. He had five children. His son M. Imtiyaz served as a broadcaster with Radio Asia. While no concrete information of his death exists in the internet, a website refers to him as the "Late Kabban Mirza".[4]
Bahut sahi January dene ke liye aap ka Bahut shukriya ... Main ko akashwani (near aaj ke sachiwalya) ke pass dekh chuka hun..unka rang kafi dark that,shayad is wajah unki awaz ka selection ek African ghulaam(dharamji) ke liye Kiya gaya..
Khabban mirza ji ki awaz mein yeh geet yoon lagta hai jese swarg se devtao ke kanth se nikal sidha meri rag rag se hote hue dil mein sama jata hai esa lagta jese main swarg mein hoon .. Behad khoobsurat yeh geet aur iska sanget hai jab bhi sunta hoon har baar dil ko choo jata hai yoon lagta hai baar baar sunta rahu har baar bass sunta hi rahu..Kohinoor hera ki chamak bhi iss geet ke aage finki pard jati hai.. Khabban mirz ji aur khyaam sahab ji ka bahut bahut shukrya jo unhone hame ek amrit se bhi meethi awaz mein yeh behad khoobsurat amar sangeet hame sunne ko dya.. Main aapko sada abhari rahunga is masterpiece ke lye.. ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤bahut geet sune par itni zyada gahrai tak chuu jane wala geet bass yahi hai.. Yeh awaz andar tak hila deti hai mujhe har baar.. ❤❤❤😢😢❤❤❤amar awaz mein amar geet😢😢😢❤❤❤❤❤
THE CREATOR OF THIS HAUNTINGLY BEAUTIFUL KABBAN MIRZA SONG KHAYAMSAAB DIED RECENTLY MUSIC LOVERS WILL REMEMBER KHAYAMSAAB AND HIS SONG FOR A LONG TIME THKS FOR THIS WONDERFUL UPLOAD
Khoobsurat wadian ,alaukiķ nazarey ,pyar ka pavittra ehsas sab gholkar amrit sangeet banate hain .hum jane kahan chale jate hain. ek pal mein anant jeewan jee aatey hain.thank you khayyam sahab very very thank you!
दुनिया की सबसे खूबसूरत आवाज़ एक क़ब्बन दूसरी येसुदास,,,,, जैसे ईश्वर की आवाज़ हो, जैसे झरनों की झंकार, पत्तों की खनक, सितार और रबाब की गूँज, ब्रह्माण्ड में ओम् की ध्वनि सी,,,,,,, आत्मा को तृप्त करती हुई,,,,,
What evitable thoughts you have. I love your thoughts. Bro, thanks for the love you have for the music and the voices.
No doubt very nice song, lyrics and voice 😊,
खय्याम साहब रजिया सुल्तान मे गुलाम याकुब के लिए किसी पाठदार आवाज की तलाश में थे। कई गायकों का टेस्ट ले चुके थे। लेकिन बात नहीं जम रही थी। तब किसी ने उन्हें कब्बन मिर्जा का नाम बताया था। विविध भारती की एक चर्चित आवाज। और कुछ महफिलों में गीत गाने गुनगुनाने वाले कब्बन मिर्जा। फरमान पहुंचा तो वह खैय्याम साहब के संगीत कक्ष में पहुंचे।
आवाज की परख के लिए खैय्याम साहब ने उन्हें मोहर्रम के समय गाए जाने वाले मर्सिया नोहे गाने के लिए कहा। कब्बन मिर्ज़ा ने जैसे ही गाना शुरू किया खैय्याम साहब समझ गए कि उनकी तलाश पूरी हुई। इसी आवाज की उन्हें तलाश थी। बहुत सधे हुए ढंग से खैय्याम साहब ने उन्हें गवाना शुरू किया, आई जंजीर की झंकार खुदा खैर करे। इसके बाद तेरा हिज्र मेरा नसीब है। दोनों गीतों की धुन मुश्किल थी। लेकिन कब्बन मिर्ज़ा ने उस धुन को साध लिया। चौथे दिन कब्बन ने पहले गीत की रिकार्डिंग भी कर ली।
रजिया सुल्तान धमेंद्र और हेमामालिनी की फिल्म थी। कब्बन मिर्ज़ा की आवाज को रजिया सुलतान के दरबार में हब्शी सरदार याकूब के लिए इस्तेमाल करना था. एक भारी और असर छोड़ती आवाज। फिल्म तो नहीं चली लेकिन कब्बन मिर्जा के गीत घर घर गूंजने लगे।
उनके गीतों को लोगों ने रिकार्ड में बार बार सुना।
इससे पहले कब्बन मिर्जा का परिचय एक रेडियो एनाउंसर के रूप में ही थी। गीत संगीत उनके जीवन में था। विविध भारती मे शाम एक आवाज गूंजती थी, छाया गीत सुनने वालों को कब्बन मिर्जा का आदाब। रेडियो के श्रोता इस आवाज के भी दीवाने थे।
रेडियो की दुनिया में बृजमोहन, विनोद शर्मा, देवकीनंदन पांडे जैसे लोगों की आवाज फिल्म और विज्ञापनों के लिए तलाशी जाती रही। लेकिन रेडियो उद्घोषक कब्बन मिर्ज़ा गायक के तौर पर शोहरत पा गए थे. सबको लगता था कि खैय्याम साहब ने जिस शख्स से इतने सुंदर गीत गवाए वो आगे भी बहुत से गीत गाएगा।
लेकिन एक तरफ रजिया सुल्तान के गीत बज रहे थे वही दूसरी ओर कब्बन मिर्ज़ा के लिए डाक्टर एक बुरी खबर लाया। उन्हे कैंसर हो गया था। कब्बन मिर्ज़ा इसके बाद ज्यादा दिनों तक नहीं जी सके.
कब्बन मिर्ज़ा को हम रेडियो में सुनते रहे। कब्बन मिर्जा और निदा फाजली दोनो इस दुनिया से चले गए, हमारे पास यादों में वही गीत है। सुनने के लिए, और रह रहकर गुनगुनाने के लिए। कब्बन मिर्ज़ा अब हमारी यादों में हैं।
Bahut shukriya is badhiya post ke liye. You have written an excellent piece about Kabban Mirza and the creation of the two classic numbers from Razia Sultan. Thanks a ton!
Khi kho jata hai sun ne wala mirja sahib ki awaaz ko sunkar.
jain sahab many thanks for this information
इस दुर्लभ जानकारी के लिए धन्यवाद
thanks for such bful info
Aaj bhi kaun - kaun log hain jo is gane(kalaam) ki rooh ki gehrainyon mein dil se utarna jante hai ? Congratulations to one and all..(all team of this gem song & you valued listeners).Aap khush rehna jante ho...Yaqeenan...
🌹🌹👍👍🙏🥰🥰
💯💯💯🎼🎼🎼🎼🎧🎧🎧MAY AJ BHI YE GANA SUNTA HU JAB AKEYLA HOTA HU TAB
😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
वास्तव में ये आवाज रूह को छू जाती है
अफसोस ये जादू हम ज्यादा महसूस नहीं कर सके
Beautiful song with heart wrenching lyrics
अल्फ़ाज़ नहीं तारीफ़ के लिए मेरे पास।
जितनी देर भी कब्बन मिर्ज़ा साहब को सुनता हूं, खुद को किसी और ही दुनिया में महसूस करता हूं।
Sem to you
ji sahi kah rhe h
इस गाने में १.४७ मिनिट से लेकर १.५४ मिनिट तक जो संतूर बजाया गया है वैसा संगीत आज तक नही सुना और न ही और कही सुनने की उम्मीद है ..सलाम खय्याम साहब
खय्याम साब के जितने भी गाने हैं वो रूहानी हैँ मुझको लगता है कि उनको उतना श्रेय नहीं मिला जितना अन्य संगीतकारों को मिला.. इस गाने को headphones लगाकर जब चांद पूरा निकला हो मद्धिम हवा चल रही हो फिर सुनिए अगर आपको दूसरी दुनिया में ना पहुंचा दे तब कहिएगा
Kuchh gham zaroori hai mausiki aur shayari ko parwaan chadaane ke liye.. kya likha ,kya gaya, kya Sangeet.. wah wah wah wah💕💕💕👏👏👏👏
मुझे जब भी कोई गाना सूनने की चाह होती है खुशी हो चाहे गम तब मैं ये कब्बन मिर्जा साब की ये गजल सुनता हूँ .और एक गीत इसी फ़िल्म कां येही सिंगर कां ये दोनो गाने मेरे दिल को झण्झोड कर रख देते है .संगीतकार खय्याम साब ने दोनो गीतों की तर्ज बहोत ही खास बनाई है .
Nice song ❤❤❤❤❤ Dil chhule ne vala song
Jitni bhi tareef ki jaye kum hai is song ki mujh par ye sab beeta hua hai isiliye is song hazaro baar sun chuka hu aur daily gungunata bhi rahta hu
ऐसे गाने कभी बनते नहीं यह तो खुद ब खुद बन जाते हैं खय्याम साहब के संगीत वास्तव में इस दुनिया से परे है बहुत आलौकिक इसे किसी परिभाषा में परिभाषित नहीं किया जा सकता हिंदी सिनेमा में खय्याम साहब और लक्ष्मीकांत प्यारेलाल दोनों ही कोहिनूर हैभारतीय सिनेमा में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता
निदा फ़ाज़ली साहब कुछ तो आपकी ज़िंदगी से रुसवाई होगी,नही तो इतनी गहरी हर्फ़ कैसे निकलता आपके कलम से, ओर "खय्याम" कब्बन मिर्ज़ा" साहब आप लोगो का जवाब नही
Haan bhai bilkul sahi kaha
हम भटके को आप का ही सहारा हो सकता है
Waah janaab..!!👌
I just love this song.😗
वाह 👌
Aapne to rooh hi nikalkar rakh di !!!!!!!!!!!!!!!!!
संगीत और साज़ की जितनी समझ खैयाम साब को थी उतनी शायद ही किसी को होगी । 👍
यह तुलना ठीक तो नहीं है, लेकिन इसके सिवाय कहने के लिये कुछ मिलता भी नहीं है । इसलिये ख़ैय्याम साहब की मौलिकता को बार-बार नमन् ।
Ishwar ne Bharat Bhoomi ko Aise kai laazawab Maanik diye hai.
🙏🙏🙏
Jab se suna hai sunta hi jaa Rahat hun- 30 years of my experience with this 💖 din me 5-6 bar na sunun to sukoon nahin::
Mai kya kahoo romanchit hua mai,itni swargiy awaz aur SIRF DO GEET ISE SUNTE MAI AAJ KAHI ISS DUNIYA KO ALWIDA KAH DOO.
Me too
@@rameshgangurde567 0p0000000000000000
23 year say sun raha hu
Mai bhi is geet ko daily five times sunti hun .her baar orjyada sweet lagta hai
बहुत ही खूबसूरत आवाज़,लाजवाब अदायगी,कर्णप्रय संगीत,शानदार जुगलबंदी।सेल्यूट।।।।।।।।।दिग्गजों को नमन।
ऐसा लगता है कि ये आवाज दिल को चीर कर रख देगी बेहद शानदार आवाज कब्बन मिर्ज़ा साहब की। सिर्फ दो गीत गाकर अमर हो गए।
Je sahi baat boli, yeh awaaz mazi me mean lye jate hai🌷🌷🌷🌷🌷
@@naheedfatima7784 शुक्रिया
Ghazab
सही कहा भाई
सही कहा यार
ऐसा महसूस हो रहा है कि ऐ आवाज कोए परलोक से आ रही हैं, ये आवाज आज तक हमारे दिल में नंबर १ है, काश खुदा ने मीरजा साहब को जिंदगी थोड़ी ओर बक्षी होती ? शत शत सलाम खैयाम साहब ओर निंदा फडलि जि को
वाह वाह कया शानदार गया है कब्बन मिर्ज़ा जी ने आप अमर हो गये , खय्याम साहब आप तो बेमिसाल है निदा फाजली जी आप की शायरी के हम जबरदस्त फैन हैं
ऐसी आवाज और ये बोल..... कलेजा निकाल लेते हैं रूह मे उतरने बाली आवाज herat touching i 21 cenchury
Ekadam Sahi baat Aisa lagta hai murda kabara faad kar Rohani Geet ko sunane ke liye Betaab Ho jaye
कब्बन मिर्जा साहब की आत्मा को ईश्वर अपने पार्षदों में शामिल करे ,मेरी यहप्रार्थना है ऊपर वाले से ।
साहिबान, मैंने आज तक ऐसी आवाज़ नही सुनी , ऐसी चाहत , ऐसी शिद्दत , ऐसा दर्द और इन्तिज़ार
कभी सोचकर तो देखिये
यह गीत नहीं हर टूटे दिल की आवाज़ है , आप का एक एक लवज़ 100% True
When Kabban Mirza sang this song, there was no realty show or anything. It is very sad that this man with golden voice was totally ignored. Thanks to Kamal Amrohi and Khyyam Saab to enable us to hear this voice. Only two songs but both are immortal.
He worked in vividh bharti,kaban mirza
@@abhaysinghshekhawat6110 Yes, who can forget his voice in chhaya geet at 10.30pm starting with Kabban Mirza ka adaab and finishing with Shabba khair.
@Abhay Singh Shekhawat
How Can we get recording of Kabban Mirzas recording on Radio??
Sorry, broadcast time was 10.00 pm. I still remember his beautiful poetic narration between all songs.
Very true.
ये उन दिनों की बात है जब फनकार को उसके फन की वजह से जहाँ भी मिले उठा के लाते थे और सिर आँखों पर बिठाते थे भाई भतीजावाद नहीं था.
Kabban mirza sahab vividh bharati radio me announcer hote they.
Mere rubaroo teri jaat hai...
What a haunting voice Mirza Sahab has got. Alas! Only two songs.
That was so strange Unfortunately۔ Dont know why۔
Itna dard sirf Dil se aa Sakta hai gale se nahi,janab salaam aapko
वाह कब्बन मिर्ज़ा जी की आवाज जी की क्या बात है। नायाब हीरा।
केवल दो गाने गा कर अमर हैं।
Dil nahin bharta kabban ji
Very few people can understand this song. Very high level उर्दू.
Very very underrated singer.
Hats off kabban साहब.।
Lyrics are mystique....in riddles.....love is near yet far.....
Nida Fazli Sahab is a magician
Sach me.
Me too still surprised why inspite of hsving such a strong voice wasnt given more songs۔ only Two immortal songs of this film at his credit۔
@@MrShaks72Nicest comments۔
Just a couple of songs of Janab Kabban Mirza was enough to remain in the hearts 💓 of millions for ever. This mystery voice continues enthralling us and will continue so. A sheer genius. Respect !
👌very valuable tribute indeed.
Affirmative
I agree with you
इस गाने के बारे में क्या कहें,बहुत ही शानदार है,हर लफ्ज़ का मायने है, कब्बन मिर्ज़ा साहब के आवाज के तारीफ के लिए मेरे पास शब्द नहीं है,
लाजवाब,बेहतरीन ,दिल को छू जाने वाली आवाज।
Jee haan bilkul sach kaha hai aapne
beshaque is baat mein koi do raye nahin aap jaisi khadardaan shaqsiyat bhi khaabil e tareef hain.
Absolutely right ✔️ dear 👍✔️..
Kin Shabdo me Mei Aapki Prashansha Karu. Kah bhi Nahi Sakta. Es Nayee Aawaaj ke Ye Dono Geet Sach me Film Razia Sultan ki Aatma Hai. Pak Rooh Hai. Bahut Bahut aur Bahut Jyaada Pyaar ke Sath Sukriya Kabban Mirza Saheb.🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Kabban Mirza was sent on this earth to sing these 2 songs. He is immortal now.
No words can describe the gift he has given to music lovers.
Right bro...👌👍
Which one is other,we would like to hear
beshak ⚘⚘⚘
@@akhileshbadola2488 aayee zanjeer ki jhankaar, khuda khair kare. Song is also from Razia sultan.
Right
बेहतरीन गजल । दिल और दिमाग दोनों को बहुत सुकून मिलता है ।
इस नई पीढ़ी को इस गाने को सुनना चाहिए,
फिर पता चलेगा कि रूहानी आवाज़ कैसी होती है😊😊😊😊
Right
नई पीढ़ी को जो उर्दू के शब्द बोले गय है उनका अर्थ समझ ही नही आयेगा। उर्दू के शब्दो मे जो मिठास है वो किसी और मे नही है
@@narendersharma5223 नई पीढ़ी भाषाओं में धर्म तलाश करते फिर रहें हैं,जबकि उन्हें भाषाओं में रूहानियत तलाश करनी चाहिए थी😊
What a thought you have. Greets a lot.
इस ग़ज़ल हमेशा सुनता हूं ,,,मेरे दिल के बहुत करीब है ,,,i love you मिर्ज़ा साहब
छाती को चीरती हुई रूह में समा जाती आवाज और म्यूजिक
वाह वाह वाह
😢👍
बेहद खूबसूरत शायरी
रुह में उतर जाने वाली आवाज
बहुत देर हो गई,👏👏खूबसूरत ग़ज़ल,ओर आवाज़ भी दिल,दिमाग को सुकून देती है,ऊपर वाला इन्हें फिर हमारे बीच भेजे👏👏👏🌺🌺🌺🌺🌺🌺
Very good
क्या बात है
सही कहा आपने,
कब्बन जी आ जाए एक बार
Iss Gane ki tariff k leyh merey pass sabbadh nahi hai ,,, bhut hi anmol gana hai ,,beshkimti hai yeh gana ,, likh ney waaley or Gane waaley ney Jana daal di iss ganey mai ..... lajjawaab hai
Khayams magic with Kamal Amrohi, and kabban mirza, all special ingredients combined, umrao jaan, and Razia sultan almost released about same time, They will never ever make this kind of movies and music anymore.
निदा फजली और कब्बन मिर्झा जैसे अनमोल रतन इस दुनियाने पाई है, इसीलिये दुनिया रंग भरे है. आप अनमोल है और रहेंगे. मै नतमस्तक हूं !
I have same feelings 16/12/2019 💖♥️💛
beshak 💞💞💞
Very true sir. Afsoos Kabban Mirza got very few songs. His voice was amazing
Sukun Sukun Sukun, bas aise hi gaane aapko shehar ki shoru Gul mein aapki ruh ko sukun dete hain. Thanku so much khayyam , nida fazli kabban mirza.
जिस का वर्णन नहीं हो सकता ऐसी आवाज का
शानदार आगाज
KABBAN SAHAB NE GAANE & KHUD KO AMAR KAR DIYA 👏👏
Dil ki gahraiyo ko cho jata hai
बहुत ही शानदार गीत।
बचपन की यादों में शामिल।
Dhany hai kabban mirja ji ka ye pyara aawaj 😢😢😢😢😢😢😢 agar mujhe phansi hone wala ho aur hamse hamari antim ichha pucha jaye too mai yahi geet sunkar phansi ke phande pe haste rote chadh jaunga 😢😢😢😢😢😢😢😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮
Khyyam saab should have got National Award for his extremely beautiful and mesmerizing compositions of Razia Sultan.
khayyam sahab won the national award for umrao jaan (1981)
@@tashmivyas and also for Kabhie Kabhie
@@sarbanipal6500 ji kabhie kabhie aur umraojaan ke liye unhe FilmFare best Music Director ka Award mila... Lekin National award only for Umrao Jaan but i absolutely agree he should hv got a national award for Razia sultan
@@tashmivyas is it so,? Thanks for the information
Agreed
खय्याम साहब ने एक गुमनाम शख्स को अमर कर दिया। बेहतरीन
This voice is so nostalgic.....listen to this songs numerous times can't get enough....Kabban Mirza sahab with a voice no other. It's sad to hear
He is no more but he will be remembered by the only two gem songs he sung. Kamaal Amrohi and Khayaam have sculpted this song so well.god bless you all. Thanks for uploading this song
Aap is se accha ga sakte ho kya ? Chup. 👎👎👎👎
It’s better to use your common sense before voicing your opinion.
@@highlander3019 ❤️
❤️
So true. These two songs seem do not belong to this world at all!
यह ग़ज़ल अपने आप मे एक नायब तोहफा है जो हमेशा तरो ताजा रहेगा। कोटि कोटि धन्यवाद,कब्बन मिर्जा साहब,ख्याम साहब एवं निदा साहब को।और राय साहब को भी बहुत बहुत धन्यवाद ।
Urdu words ka Hindi Mae meaning
Kabban mirza ki itni ruhani awaz ....kash aur bhi sunane ko milti....headsup to khayyam saheb who introduced this ruhani awaaz
This is pure magic.. kabban Mirza sahab ki voice dil ko choo jati hain.. aur khaiyyam sahab ke kya kehne 👏👏👏
Dil ke bahut hi karib kaban mirza saheb , aur Sir Naushadji ka koi bhi comprison mein nahi hai aaj tak greatest musician i ever listened.
तेरा हिज्र (जुदाई) मेरा नसीब है
तेरा ग़म ही मेरी हयात (ज़िंदगी) है
मुझे तेरी दूरी का ग़म हो क्यों
तू कहीं भी हो मेरे साथ है ❤❤
मेरे वास्ते तेरे नाम पर
कोई हर्फ़ (चिंता) आए नहीं नहीं
मुझे ख़ौफ़ (डर) दुनिया नहीं
मगर मेरे रू-ब-रू (आमने-सामने) तेरी ज़ात है ❤❤
तेरा वस्ल (मिलाप) ऐ मेरी दिलरुबा
नहीं मेरी किस्मत तो क्या हुआ
मेरी महजूबी (प्यारी) यही कम है क्या
तेरी हसरतों (इच्छा, चाह) का तो साथ है ❤❤
तेरा इश्क़ मुझ पे है महर्बां (दयालु)
मेरे दिल को हासिल है दो जहाँ
मेरी जान-ए-जां इसी बात पर
मेरी जान जाए तो बात है ❤❤
Thanks for providing the meanings of some of the words.
Thank you so much Amit ji ❤
❤
बहुत धन्यवाद 🙏❤
❤
मैं तो 1984 से ही इन्हें सुन रहा हूं।तब मैंने दोस्तों से इन गानों की बात कही तो मेरा मज़ाक उड़ाया गया।शायद ज़माने का असर था।चलिगे अब इसे महान गीत कहा जा रहा है।मिर्ज़ा जी को छाया गीत के प्रस्तोता के तौर पर जनता था,लेकिन जब इन गीतों को गया तो यकीन नहीं हुआ था।
रूह से रूह तक का सफ़र। लाज़वाब।
ये आवाज मुझे ऐसे जहाँ में ले जाती हैं जहां से में वापस नहीं आना चाहता हूँ ।
Gives me peace and takes me back to those memories which still are attached with me.
Khayam sahb, Nida fazli sahb and Mirza sahb thanks for such a unique song.
ye gana mere dil k bahut hi kareeb hai.....or iske har lafz o alfaz mere har ehsaas ko chhu lete hai.ham ise jb bhi sunte aisa lgta hai mano mere samne koi shayar apni "rubai" k qaside padh raha ho.....i love voice....kabban mirza sahab...
or dil se salam "janab umar khayyam sahab" apne is mausiki ko hamri zindagi ka hissa bnaya iske liye
tah-e-dil se salam apko.....
tu kahi bhi mere sath hai........
शुक्रिया विविध भारती, असली हीरे जैसे गाने सब तक पहुंचने के लिए, ऐसे गाने और किसी भी रेडियो स्टेशन पर नहीं बजते.
शुक्रिया खय्याम साहब, कब्बन मिर्ज़ा जैसे आवाज़ वाले हीरे को खोज ऐसी जानदार आवाज़ हम तक पहुँचाने के लिए.
केवल स्वर्गीय भूपेन हज़ारिका की आवाज़ ही इनसे टक्कर ले सकती थी.
इनके ये दो गाने, कई सुपर हिट गानो पर भारी पड़ते है।
👌👌👌
Us daur ke log imaandari se kaam karte the, Khayyam sahab ki jitni taarif ki jaaye kam hai, unka selection kya kehna, kis ki Aawaz sahi rahegi kon si dhun pe ye bhi knowledge hona ❤kabban mirza sahab ne bhi bohat hi badiya gaaya hai
सुंदर अति सुन्दर 🙏👌
कब्बन मिर्जा साहब 👌🙏🌷
Heart teaching song
Lajawaab kabban sahab ki awaz or khayyam sahab ka music bahut hi khubsurat jugalbandi sirf do gaane gaa kar kabban sahab sangeet ki duniya me amar ho gaye totel speechless bahut shandaar
Listening these 2 songs of Kabban Mirza ji is like meditation for me.
I couldn't thank Khayyam Saab for choosing Kabban ji for these songs to sing.
Rest in eternal peace Nida Fazaliji , Kabban Mirzajin Khayyam ji...
You all gems are alive in our heart through your great pieces of art ..🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Hii
Such a nice singer .
Such a nice voice & music
No comparison with any voice.
👌Very valuable tribute
I saw this movie when I was 11 now I am 51
Kabban Mirza, what a Goddess voice, no one can sing this song as it is, what a heart touching music. Hearing this song, we feel star twinkling, moon smiling slowly slowly, birds singing, river rolling, air blowing slowly slowly.
Thanks to song writer, singer, Actors. God Bless them. My all time Favorite movie Razia Sultan.
A part of Indian History. Razia was daughter of Sultan “iltutmish.” Razia was born in 1205 & died in Battle on 14 October 1240. She was Sultan (Empress) of India from 10 October 1236 to 14 October 1240 and was First Female Ruler of India; that’s before 900 years..
Nida sahab ke bol khayyam sahab ki musuqui aur sone pe suhaga kabban Mirza ki patdar awaz masha allah.
Thanks, highly informative.
What a fake narrative. She was sultan of Delhi Sultanat and not of India. Why the Muslim history is filled with so much of lies.
Babar came in 1526 and aurangzeb left in 1707. Than madarssa educated will say we ruled 800 years. Even this prime time Martha's, rajput, and sikh were beyond thier control. O bhai luutne ko rule karna nahi bolte. Apni taalim durust kare.
@@deepakchauhan932
Chutiya ho tum. Pucho kaise?
@@shaikhrashid2466asli id se aa shantidooot
Sangit premiyon ke dil mein bas jane ke liye sirf, inke gaye huye ye dono gaane hi kafie hai. (Thank you kabban jee ) 27/10/2021.
Till 30 /03/2022
Kabban mirza ki awaz dil ko chirti hoi jati hai salam hai aapko
बहुत सुंदर रचना,बड़ी दिल से गाया है
ghazab ki kashish hai kabban mirza saheb marhoom ki aawaz mein jitna bhi suna jaye kam hai. nida fazli saheb ke besh qeemti lafz aur khayyam saheb ki lazawaal mausiqhi ne is naghme ko laafani banadiya hai. yeh naghma dil ko taskeen deta hai aur baar baar sunne ke liye dil karta hai.
Jitni baar bhi suno Kam hai. 20 saal ho gaye, lekin abhi bhi...
Ye ghana "Amar" he, aisa gana abhi nahi banega, thank to khayyam sir, kabban mirza and Nida fazli.
Dil ki gahrai tak ye ghana uter jata he
बहुत सुंदर गीत दिल को छु लेने वाले गीत के लिए आपको धन्यवाद 31 10 2019
Bemisal ....Lajabab.....Ruhani awaj.....jitna suno kam hai.....dil nahi bharta.....Gajab.....Mirja sahab.....bhut jaldi chale gaye aap......
इस गानें ने दिल को छू लिया,बहुत ही शानदार
Vah kya alfaaz hai or kya lajawaab awaj hai 👍
Pyaar ko es se baheter koi byan nahi kar sakta
दिल को छू लेने वाली आवाज़ ( speachlesh )
Kya Aawaj Khoj Ke Leke Aaye Ho Khayyam Saheb Aur Kya Composition Hai Mash Allaha Aur Itanahi Nahi Maharoom Kamal Amrohi Me Kya Khoob Surat Film Banaithi Aafreen Aafreen Aafreen Bahot Sukoon Mila Varana Dar Badar Bhatkte The An Aisa Lagata Hai Kafan Odhke Tabut Me Chainse So Jaoo From SANDEEP At Vadodara Dist Guj India
Kabban Mirza sahab......Lajabab.....Bhagwan...Khuda ka banda.......Lots of Respect....Lots of Regard
मेरी जानेजाँ इसी बात पर मेरी जान जाए तो बात है ।
वाह निदा फाज़ली साहब क्या बात है।
Gems like this is created once in a life time. Great lyrics, soulful voice and a timeless composition.
Nida Fazli + Kabban Mirza + Khyyam .... what a combination of stalwarts.
Kyayams magic ,kanban Mirzas beautiful voice has done true justice to this song ,no other singers could have had done this song more better than kabban Mirza.
Kya kahen kuchh kehne layak nahi reh gaye hum. Jab bhi ye geet sunate hain toh na jaane kis jahan main pahunch jate hain. Likhane wale. Gane wale sangeetkaar. Aur jin par ye geet picturized huye sab ke sab es anokhi duniya ke nayab anmol ratan hain.
Something happen in my heart whenever I listen to this song.😇
Nida Fazali Saheb a morden day Ghalib.
Deep Respect to Fazali saheb, khayyam saheb and Kabban mirza saheb.🙏
hi......we have a same liking
Wow! This is hauntingly beautiful, what a voice. Can't stop listening to this. Why do I feel like crying?
❤❤.kabban Mirza ji ki gaane poore sarir ki rooh ko taaza kar dete hai ❤❤
Feel sorry for the 61 who disliked this gem.
कब्बन मिर्जा साहब ने दिलो दिमाग की तारे हिलादी और समुन्द्र की गहराईयो मे उतार दिया
Khayyam saab we will love u and miss u, god give your soul rest in piece.
Shh..........!.no comment please.
LEGENDS ARE ON WORK.
Iske baad koi khwahish baaki nahi.
Iske baad sukun sirf maut mein hai.
Yes
Bhohath khoob bole rajeev bhai bilkul sahi kaha
Waha bro bahut khoob
hum khawb furoshoun se koi khawb khareede
kuch aur nahi , waada e taabeer ke badle
Mashallah Rajiv
So nice and beautiful song sch baat to ye hai k ese gane kbhi kbhi he bnte hai mere paas is gane ki tareef krne k liye alfaz nhi hai is gane k alfaz ,sangeet or gaiki bahut ucch quality ki hai Jo hr Kisi k bss ki baat nhi hai ese gane hmesha k liye Amar ho jate hai jese k ye geet hmesha k liye Amar hi gya hai Allah aap sbko jannatul firdous mai aala mqam ata kre aameen summa aameen
वास्तव में ही आवाज में भगवान है सीपी जैन साहब ने जो कब्बन मिर्जा के बारे में जानकारी दी thanks
Aah. Forgotten radio anovncer & singer kabban mirza.
Nida fazli
Kabban mirza
Khayyam......... Great combination... I have No words describe beauty of this song...
Badi mushkil se mane they film me gana gane k liye . Kabban mirza sahab. Misaal qayim ker di is song ne. Bahut sukoon milta hai isko sunker
This is truly divine and such a ghazal is written once in a millennium.
Ek buland-damdaar aawaj ki me love song sun na is just superb..The way he says 'meri jane ja' wording was very awesome..
Kabban Sahab was a Great..!
हिंदुस्तान में इससे अच्छा आवाज कोई नहीं हो सकता है बशर्ते इसलिए कुछ भी गाना गाया है
बिलकुल agree boss
Lakho hindustan ke gane ka baap hai baap.kiya awaj aur gazal hai.dill ko chir ke ander jati hai ❤️❤️❤️
Kabban Mirza (born 1937 or 1938)[1] is known for singing a couple of melodious songs in Hindi cinema. Not much is known about Mirza's life and his whereabouts, though it is known that he belonged to Uttar Pradesh. His singing was featured in the film Razia Sultan, directed by Kamal Amrohi (1983).[2] Two of his songs are "Aayee Zanjeer Ki Jhankar" and "Tera Hijr Mera Naseeb Hai".[3] He also sang a song, entitled "Is Pyar Ki Basti Mein" for the movie, Sheeba, though he was not given credit for it.[1]
Kabban Mirza used to work as a radio announcer with Vividh Bharti, All India Radio station, Mumbai. He used to do the popular Hindi old song programme at 10.00 pm, named Chaya Geet on Vivid Bharti. You can still remember his heavy & different voice saying - Chaya Geet sunanewalo ko Kabban Mirza ka adab " ! (Kamal Amrohi selected him over a lot of popular singers of that era. According to him, Kabban Mirza's voice suited the character portrayed by Dharmendra. We can see the quality of his voice as the music director for this film was the renowned music director Khayyam .
Mirza later suffered from Cancer of the larynx.[1] His last years of life went unnoticed affected with cancer with his family in mainly Muslim dominated area , Mumbra , outskirt of Thane city near Mumbai. The government paid for his treatment. He was entitled to a pension after long years of service. He had five children. His son M. Imtiyaz served as a broadcaster with Radio Asia. While no concrete information of his death exists in the internet, a website refers to him as the "Late Kabban Mirza".[4]
उनके बारे में इस दुर्लभ जानकारी के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया भाई।
Shukriya Bhai Jan 06.03.2021
@@kailashbanwasi1945 I love this beautiful voice.
Our film industry could not take benefit of this golden voice.ye bade dukhki baat Hai.
Bahut sahi January dene ke liye aap ka Bahut shukriya ...
Main ko akashwani (near aaj ke sachiwalya) ke pass dekh chuka hun..unka rang kafi dark that,shayad is wajah unki awaz ka selection ek African ghulaam(dharamji) ke liye Kiya gaya..
Khabban mirza ji ki awaz mein yeh geet yoon lagta hai jese swarg se devtao ke kanth se nikal sidha meri rag rag se hote hue dil mein sama jata hai esa lagta jese main swarg mein hoon .. Behad khoobsurat yeh geet aur iska sanget hai jab bhi sunta hoon har baar dil ko choo jata hai yoon lagta hai baar baar sunta rahu har baar bass sunta hi rahu..Kohinoor hera ki chamak bhi iss geet ke aage finki pard jati hai.. Khabban mirz ji aur khyaam sahab ji ka bahut bahut shukrya jo unhone hame ek amrit se bhi meethi awaz mein yeh behad khoobsurat amar sangeet hame sunne ko dya.. Main aapko sada abhari rahunga is masterpiece ke lye.. ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤bahut geet sune par itni zyada gahrai tak chuu jane wala geet bass yahi hai.. Yeh awaz andar tak hila deti hai mujhe har baar.. ❤❤❤😢😢❤❤❤amar awaz mein amar geet😢😢😢❤❤❤❤❤
THE CREATOR OF THIS HAUNTINGLY BEAUTIFUL KABBAN MIRZA SONG KHAYAMSAAB DIED RECENTLY MUSIC LOVERS WILL REMEMBER KHAYAMSAAB AND HIS SONG FOR A LONG TIME THKS FOR THIS WONDERFUL UPLOAD
Khoobsurat wadian ,alaukiķ nazarey ,pyar ka pavittra ehsas sab gholkar amrit sangeet banate hain .hum jane kahan chale jate hain. ek pal mein anant jeewan jee aatey hain.thank you khayyam sahab very very thank you!