R j group आपको धन्यवाद जो आपने सारी दादू की रचना डाला हम बस रामायण कृष्णा के गीत ही सुने थे दादू ने जितनी रचना अलौकिक आनंद मय सब एक से बढ़कर एक सादर प्रणाम दादू धन्यवाद आपका जयसियाराम
Ramji kee kripa se aaj LUV KUSHKand se Ramayan Shravan sampann hua.Sabhi Kand shravan se man kee sheetalta v anokha anubhav hua. Shat shat naman aapko.Aap per jo ishwar kee kripa hai uska kuch ansh hame bhi prapt hua aapkee ati sunder prastuti.
तुलसी दास जी ने लव कुश काण्ड नहीं लिखा| रामायण और राम चरित मानस में बहुत अंतर है| जिन्होंने लव कुश काण्ड को नहीं जाना, उन्होंने सीता राम की गूढ़ कथा को ना ही जाना और ना समझा है| जब तुलसी ने अपने द्वारा लिखित काव्य को अपने गुरु और नियोक्ता राजा टोडर मल जी को सौंपा, तब टोडर मल जी ने उनसे पूछा की आपने लव कुश काण्ड का अनुवाद क्यों नहीं किया? तुलसी दास जी ने जवाब दिया की, यदि वह लव कुश काण्ड को अनुवादित करते, तब जन मानस का विशवास भगवान् पर से उठ जाता| टोडर मल जी ने इस पर तुलसी दास जी से पूछा की, जब आपको उनपर इतना कम विशवास है, तब आप उन्हें भगवान् कैसे मानते हैं? तुलसी निरुत्तर थे| इसी कारण तुलसी दास जी के गुरु और नियोक्ता ने उन्हें रामायण का महामंत्र प्रदान करने से मन कर दिया और उनकी लेखनी को रामायण की उपाधी से वंचित कर, रामचरितमानस का नाम प्रदान किया; यह भी, इस शर्त पर, की पथभ्रष्ट ब्राह्मण पक्ष द्वारा रामचंद्र जी पर लगाए झूठे लांछन वाले अंश को तुलसी दास जी मानस से पृथक और नष्ट करें; तुलसी ने ऐसा करना स्वीकारा और इसके उपरान्त उनके काव्य को रामचरितमानस के नाम से स्वीकारा गया| आज हम इस दुखदायी तथ्य से अवगत हैं की तुलसी दास जी ने अपने गुरु को दिया वचन का पूर्ण निर्वाहन नहीं किया| उन्होंने रामचरितमानस से अनर्गल लांछन वाले अंश को पृथक जरूर किया, पर उसे नष्ट नहीं किया, अपितु क्षेपक रामायण के नाम से अपने जाती-बंधुओं में गुप्त रूप से प्रचारित किया; शम्भुक के विषय में तुलसीकृत झूठा विवरण इसी तुलसीकृत क्षेपक रामायण में उपलब्ध है| ज्ञातव्य है की राजा टोडर मल ने अपने दो ख़ास मुनीमों को रामायण अनुवाद का कार्य सौंपा था: प्रथम, बादशाह अकबर के पठन-पाठन हेतु फारसी अनुवाद का कार्य नकीब खान को सौंपा था और जन मानस के लिए अवधी अनुवाद का कार्य अपने वरिष्ठम मुनीम तुलसी दास जी को सौंपा| नकीब खान ने वाल्मीकि रामायण का अक्षरशः अनुवाद किया और उनके इस अनुवादकृत्य को फारसी रामायण की उपाधी दी गयी| तुलसी दास जी ने अपने जाती समाज के संस्कार अनुसार मूल ग्रन्थ से कई विषयों पर मतांतर और अतिरिक्त विश्लेषण से अपनी लेखनी को संवारा| अनुवाद कार्य में, खासकर भावार्थ अनुवाद में ऐसा अक्सर होता है; इसीलिए यह स्वीकारा जाता है की अनुवाद में मूल लेखक के अलावा अनुवादक की प्रेरणाओं का भी दर्शन मिलता है| मूल तो लोमश रामायण है, जो हम मनुष्यों को भुशुण्डी रामायण के नाम से प्राप्त है, इसमें रामचंद्र जी के निर्मल स्वरुप का वर्णन और व्याख्या है| वाल्मीकि रामायण में लंकाकांड की विशेष और नई व्याख्या है; निश्चय ही, यह वाल्मीकि जी के अंगुलिमाल स्वरूप चेतना का दर्शन कराता है| इसी तरह तुलसीकृत भावार्थ रामचरितमानस, उनके संस्कारों से प्रभावित है और उन्हें दर्शाता भी है|
जय श्री राम साधुवाद आप सभी को ओर चरण स्पर्श आप रविन्द्र जैन जी को जिन्होंने हमको इतने अच्छे से श्री राम चरित्र का गान करके हमको कथा श्रवण करवाई मैने पूरी कथा सुनी आनंद की अनुभूति हुई और श्री राम चरण में मन लग गया जय श्री राम
No words...Jeevan mein aisa bhakti ras pakar dhanya ho gaya jeevan.. yeh sirf Ravinder Jain jee ki vani se hi sambhav tha...shayad ishwar ne unhe madhyam banaya tha 🙏🙏
Ramayan sunkar aisa laga jaise hum bhagwan ki leela apni aankho se dekh rahe hai agar ram ki traha hum bhi maryada ka paalan kare to ek bar phir akhand Bharat banega agar Ramayana sachh me nahi thi to bhi yeh hamare desh ki mahima batati hai ki jab dunia ki insaan ka matlab nahi pata tha uss samaya hamara desh maryada ke saath jeeta tha koti koti dhanyavad Ramayana hame jeevan jeena sikhati hai yeh batati hai ki hamare desh me sabka kitana samman tha
आधुनिक काल के कलयुग के संत कवि श्री श्री रविन्द्र जी जैन के द्वारा रचित यह भक्ति एवम् तथ्य पूर्ण गायन अद्भुत आनन्द और भक्ति दायक है। संत शिरोमणि श्री तुलसी दास जी द्वारा जिस कथा को उत्तर काण्ड की नवका में छोड़ा गया था उसे पूर्णाहुति तक पहुंचा कर आपने मुझ जैसे अज्ञानी जिज्ञासुओं पर जो कृपा की है उसके लिए श्री रवीन्द्र जैन जी को कोटि कोटि नमन।
तुलसी संत शिरोमणी नहीं हैं| तुलसी दास ब्राह्मण शिरोमणी हैं| शब्दों के दुरूपयोग से भ्रांतियां उत्पन्न होती हैं| भ्रांतियों से कलह की उत्पत्ती और संचालन होता है|
@@NamitVerma1 तुलसी दास जी संत शिरोमणि ही हैं, वे तो स्वयं ही व्यवस्था और कुरीतियों के शिकार हुए थे। काव्य समसामयिक वातावरण का द्योतक होता है इसीलिए साहित्य को समाज का दर्पण कहा जाता है।
जय सियाराम रविंद्र जैन आप की आवाज में मां सरस्वती का वास है आप धन्य है आप पर मां सरस्वती की कृपा है मैंने सभी कांडों का श्रवण किया मुझे बहुत अच्छा लगा जय श्री राम
Kaise Saha Seeta tumne itna apman, Per jhuki nahi tum ,Prem ke aage nij samman jeetaya, Man ne toh kaha hoga ,ruk jao pati prem hetu, Par Janaknandini ka astitva toh swabhiman se hai, Dhanya ho tum Vasudhakumari,jo chal di tum RamSabha se ,janha stree samman nahi , Anyatha ye sansar tumahara udhaharan dekar,maangta na jaane kitni Seetaon se punah punah Agnipariksha 🙏
Finally after finding this for 4-5 months I finally found it... It's my favourite part of Ramayan by Jain sir.. and listening to this part from 2011 continuously... Lost it when I lost my phone and forgot the name of sir and couldn't find it...
Jai shree ram 🌹 what a voice to listen ,its so marvelous fenomila,fabulous ❤ n soooooo soothing i love this beautiful Ramayan verses never had before ,jai shree Ram 🌹 🙏🌹
Humne Ishwar ko nahi dekha,Per Jisko Ravindra ji k swar me ishwar na dikhe..toh phir kanha dikhenge.Dhanya hain aap Ravindra ji
R j group आपको धन्यवाद जो आपने सारी दादू की रचना डाला हम बस रामायण कृष्णा के गीत ही सुने थे दादू ने जितनी रचना अलौकिक आनंद मय सब एक से बढ़कर एक सादर प्रणाम दादू धन्यवाद आपका जयसियाराम
मेरी आत्मा का बार बार इस अमृत रस को ग्रहण करने का बार बार मन करता है❤❤ |
Ravindra jain ji par maa saraswati ki kripa hai, tabhi to aap jo gaa den wahi amar ho jaata hai...
❤❤❤ !! श्रीराम जयराम जय जय राम. !! 🌺🌺🌺🙏🙏......
जय श्री रामचंद्र की जय पवनसुत हनुमान की जय 🙏🙏🙏 धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद 🙏
Ramji kee kripa se aaj LUV KUSHKand se Ramayan Shravan sampann hua.Sabhi Kand shravan se man kee sheetalta v anokha anubhav hua.
Shat shat naman aapko.Aap per jo ishwar kee kripa hai uska kuch ansh hame bhi prapt hua aapkee ati sunder prastuti.
आज के इन कवि श्री श्री तुलसदास रूपी श्री श्री रविन्द्र जैन जी को कोटि कोटि वंदन
तुलसी दास जी ने लव कुश काण्ड नहीं लिखा|
रामायण और राम चरित मानस में बहुत अंतर है|
जिन्होंने लव कुश काण्ड को नहीं जाना,
उन्होंने सीता राम की गूढ़ कथा
को ना ही जाना और ना समझा है|
जब तुलसी ने अपने द्वारा लिखित काव्य को
अपने गुरु और नियोक्ता राजा टोडर मल जी को सौंपा,
तब टोडर मल जी ने उनसे पूछा की
आपने लव कुश काण्ड का अनुवाद क्यों नहीं किया?
तुलसी दास जी ने जवाब दिया की,
यदि वह लव कुश काण्ड को अनुवादित करते,
तब जन मानस का विशवास भगवान् पर से उठ जाता|
टोडर मल जी ने इस पर तुलसी दास जी से पूछा की,
जब आपको उनपर इतना कम विशवास है,
तब आप उन्हें भगवान् कैसे मानते हैं?
तुलसी निरुत्तर थे|
इसी कारण तुलसी दास जी के गुरु और नियोक्ता ने
उन्हें रामायण का महामंत्र प्रदान करने से मन कर दिया
और उनकी लेखनी को रामायण की उपाधी से वंचित कर,
रामचरितमानस का नाम प्रदान किया;
यह भी, इस शर्त पर, की पथभ्रष्ट ब्राह्मण पक्ष द्वारा
रामचंद्र जी पर लगाए झूठे लांछन वाले अंश को
तुलसी दास जी मानस से पृथक और नष्ट करें;
तुलसी ने ऐसा करना स्वीकारा और इसके उपरान्त
उनके काव्य को रामचरितमानस के नाम से स्वीकारा गया|
आज हम इस दुखदायी तथ्य से अवगत हैं
की तुलसी दास जी ने अपने गुरु को दिया वचन
का पूर्ण निर्वाहन नहीं किया|
उन्होंने रामचरितमानस से
अनर्गल लांछन वाले अंश को पृथक जरूर किया,
पर उसे नष्ट नहीं किया,
अपितु क्षेपक रामायण के नाम से
अपने जाती-बंधुओं में गुप्त रूप से प्रचारित किया;
शम्भुक के विषय में तुलसीकृत झूठा विवरण
इसी तुलसीकृत क्षेपक रामायण में उपलब्ध है|
ज्ञातव्य है की राजा टोडर मल ने
अपने दो ख़ास मुनीमों को
रामायण अनुवाद का कार्य सौंपा था:
प्रथम, बादशाह अकबर के पठन-पाठन हेतु
फारसी अनुवाद का कार्य नकीब खान को सौंपा था
और जन मानस के लिए अवधी अनुवाद का कार्य
अपने वरिष्ठम मुनीम तुलसी दास जी को सौंपा|
नकीब खान ने वाल्मीकि रामायण का
अक्षरशः अनुवाद किया और
उनके इस अनुवादकृत्य को
फारसी रामायण की उपाधी दी गयी|
तुलसी दास जी ने
अपने जाती समाज के संस्कार अनुसार
मूल ग्रन्थ से कई विषयों पर मतांतर और
अतिरिक्त विश्लेषण से अपनी लेखनी को संवारा|
अनुवाद कार्य में,
खासकर भावार्थ अनुवाद में ऐसा अक्सर होता है;
इसीलिए यह स्वीकारा जाता है की
अनुवाद में मूल लेखक के अलावा
अनुवादक की प्रेरणाओं का भी दर्शन मिलता है|
मूल तो लोमश रामायण है,
जो हम मनुष्यों को
भुशुण्डी रामायण के नाम से प्राप्त है,
इसमें रामचंद्र जी के निर्मल स्वरुप
का वर्णन और व्याख्या है|
वाल्मीकि रामायण में
लंकाकांड की विशेष और नई व्याख्या है;
निश्चय ही, यह वाल्मीकि जी के
अंगुलिमाल स्वरूप चेतना का दर्शन कराता है|
इसी तरह तुलसीकृत भावार्थ रामचरितमानस,
उनके संस्कारों से प्रभावित है और उन्हें दर्शाता भी है|
अयोध्या कांड, अरण्य कांड , सुंदर कांड, लव कुश कांड देख चुका हूं , श्री रविन्द्र जैन जी ने रामायण को जनमानस में अमर बना दिया।।
बार बार रविन्द्र रामायण suniya
Apke darshan to nahi ho paye per apka shrawan hi darshan prapti ke samaan hai🙏🙏🙏
राम कथा का और कोई विकल्प नहीं है लेकिन आपने जिस प्रकार से प्रस्तुत की है उसके लिए भी कोई शब्द नहीं हैं आपको बहुत बहुत धन्यवाद,साधुवाद और बधाई
🙏🌺🌺
Ye mne 7 sal phle suna tha....aur mujhse dlt ho gya .. aur ab Mila h.....bhooot sundr....
Excellent & marvelous prastuti Shree Ravindra Ji Jain.,.
जय श्री राम
जय हो बाबा Ravindra jain जी की
जय श्री राम साधुवाद आप सभी को ओर चरण स्पर्श आप रविन्द्र जैन जी को जिन्होंने हमको इतने अच्छे से श्री राम चरित्र का गान करके हमको कथा श्रवण करवाई मैने पूरी कथा सुनी आनंद की अनुभूति हुई और श्री राम चरण में मन लग गया जय श्री राम
जय श्री सीताराम राम राम जी
🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏
No words...Jeevan mein aisa bhakti ras pakar dhanya ho gaya jeevan.. yeh sirf Ravinder Jain jee ki vani se hi sambhav tha...shayad ishwar ne unhe madhyam banaya tha 🙏🙏
रवींद्र जैन की का आभार प्रगट करता हूं
Ramayan sunkar aisa laga jaise hum bhagwan ki leela apni aankho se dekh rahe hai agar ram ki traha hum bhi maryada ka paalan kare to ek bar phir akhand Bharat banega agar Ramayana sachh me nahi thi to bhi yeh hamare desh ki mahima batati hai ki jab dunia ki insaan ka matlab nahi pata tha uss samaya hamara desh maryada ke saath jeeta tha koti koti dhanyavad Ramayana hame jeevan jeena sikhati hai yeh batati hai ki hamare desh me sabka kitana samman tha
Thanking
@@RajeshChauhan-dk8xm jai Sri ram
आधुनिक काल के कलयुग के संत कवि श्री श्री रविन्द्र जी जैन के द्वारा रचित यह भक्ति एवम् तथ्य पूर्ण गायन अद्भुत आनन्द और भक्ति दायक है। संत शिरोमणि श्री तुलसी दास जी द्वारा जिस कथा को उत्तर काण्ड की नवका में छोड़ा गया था उसे पूर्णाहुति तक पहुंचा कर आपने मुझ जैसे अज्ञानी जिज्ञासुओं पर जो कृपा की है उसके लिए श्री रवीन्द्र जैन जी को कोटि कोटि नमन।
तुलसी संत शिरोमणी नहीं हैं|
तुलसी दास ब्राह्मण शिरोमणी हैं|
शब्दों के दुरूपयोग से भ्रांतियां उत्पन्न होती हैं|
भ्रांतियों से कलह की उत्पत्ती और संचालन होता है|
@@NamitVerma1 तुलसी दास जी संत शिरोमणि ही हैं, वे तो स्वयं ही व्यवस्था और कुरीतियों के शिकार हुए थे। काव्य समसामयिक वातावरण का द्योतक होता है इसीलिए साहित्य को समाज का दर्पण कहा जाता है।
जय सियाराम रविंद्र जैन आप की आवाज में मां सरस्वती का वास है आप धन्य है आप पर मां सरस्वती की कृपा है मैंने सभी कांडों का श्रवण किया मुझे बहुत अच्छा लगा जय श्री राम
Shi kha apne
Ram Ram ji
🙏🙏
जय मेरे राम जय मेरे प्रभू जय मेरे नाथ जय मेरे ये कल्याण ईशवर
अति सुंदर । अधिक कहना सूर्य को दिया दिखाने समान होगा । प्रणाम। राम राम ।
Bahut sunder jai shree ram
अप्रतिम स्वर.
Kaise Saha Seeta tumne itna apman,
Per jhuki nahi tum ,Prem ke aage nij samman jeetaya,
Man ne toh kaha hoga ,ruk jao pati prem hetu,
Par Janaknandini ka astitva toh swabhiman se hai,
Dhanya ho tum Vasudhakumari,jo chal di tum RamSabha se ,janha stree samman nahi ,
Anyatha ye sansar tumahara udhaharan dekar,maangta na jaane kitni Seetaon se punah punah Agnipariksha 🙏
आप धन्य हो जैन जी काश हमें भी आपके साथ सत्संग करने का सोभागय मिलता राम जी जरूर कृपा करें जय श्री राम
Dhnya hai aap Ravindra ji , aisi ktha aj tk Na to Kisi ne khi, or Na hi kah payega .Jai Shri Ram.
Jai shree Ram...
Finally after finding this for 4-5 months I finally found it... It's my favourite part of Ramayan by Jain sir.. and listening to this part from 2011 continuously... Lost it when I lost my phone and forgot the name of sir and couldn't find it...
अति उत्तम प्रसंग
wah behtrin sur h sir
aisa aaj ke time me possible nhi h ..
👍👍👍👍👍👍👍👍
Bhagwan ram ki kripa hai aap pe nhi to ye sur is dharti pe khi nhi mil skte ....
ati manohar ,hradaysparshi , ...
जय श्री राम 🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🌺🌺🙏
🙏अद्भुत अद्भुतम अद्भुताष
जय श्रीराम जय श्रीराम जयश्रीराम
जयश्रीराम जयश्रीराम जयश्रीराम
जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ ऊँ
Wow adbhut avismarniy shandar jabardast
अतुलनीय अकल्पनीय स्वर रविन्द्र जैन जी ने असली रामायण का अनुभव कराया आपको बारम्बार प्रणाम है जय श्री राम
JAI SHREE RAM JI...JAI RAVINDRA JAIN JI 🙏🙏
जय श्री राम ❤
Jai shree ram jai hanuman
जयश्रीराम
JAI SHRI RAM🙏 JAI SHRI RAM🙏 JAI SHRI RAM🙏 JAI SHRI RAM🙏 JAI SHRI RAM🙏 JAI SHRI RAM🙏 JAI SHRI RAM🙏 JAI SHRI RAM🙏 JAI SHRI RAM🙏 JAI SHRI RAM🙏
जय हो बाबा Ravindra jain जी की
सीताराम की जय
Ye lockdown dukhad rhii bahot
Par desh me bhakti kii nadiya bahaiiii
My heart sweet katha ,🌄🌄जय जय श्री राम🌄🌄
राम लछमन जानकी जय बोलो बाल्मीकि भगवान् की
Koi upma nhi is Ramayan ki,jai ho.
जय श्री राम 🙏🙏
Jai Shree Ram 🙏
जय श्रीराम जय जय राम
जय श्रीराम जी
Adbhut Katha or adbhut hai aap Ravindra Jain ji. Jai Shri ram
Jai shree ram Jai shree ram Jai shree ram
Jay shri Ram
Ati sunder
Apratim
Adhbhut
❤Jay Siya Ram❤🕉️🙏🌹🌷🥀👌
Jai shree Ram .
Jai Sita Ram.
jai ❤❤sri ram
Jai shree ram 🌹 what a voice to listen ,its so marvelous fenomila,fabulous ❤ n soooooo soothing i love this beautiful Ramayan verses never had before ,jai shree Ram 🌹 🙏🌹
Yeah . ::
जय श्री राम
jai ❤❤sita ram ji
Devi sita ji ke charno me pranam Shri Ram ji ke charno me pranam
Jay maha dev
Jay jay siyaramji SARKAR jay Hanumanji SARKAR mukti ka ek hi marg jindgi ka sabse bada satya ram siyaram
I have no word jai siya ram
Jai shree ram💖💜💕🌺🌷
I have been mesmerized listening this katha
Xcg clg C8C8 yo9
Yay yuy
Yy
Y
Yuva
Jai siyaram🙏🙏🙏🙏🙏
Jaya jaya ho🎉
Jay shri RAM🙏🙏 Jay veer hanuman ji
Very nice katha
Jai Shriram
Jay sri ram jai jai lakshman
Ram.ram.khen.se.sakl.pap.ktijat.jaise.rabi.ke.ugan.se.andhkar.mitjaat.jaishri.ram.ram.ram.ram.ram.ramram1
Ati ATI sundr
Dhanya ravindra dadu Dhanya tamara prabhu sree raam sheervati bhagvati siya
🚩🚩🙏🙏🙏 जय हो जय जय श्रीराम
सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम
Jai shree ram
Jay ma parwati Jay ma seeta Jay love kush
Jai shri ram 🙏
Jai shree Ram Sheeta Jaii shree Hanuman
एक मन्दिर श्री बाबा Ravindra jain जी का भी बनाया जाए
Wah adbhut jai siyaram ji
जय श्रीराम जी
Jay shree Krishna
Jay shree ram har har mahadev
Thanku so much sir
Aap aur ramanand ji hamare liye tulsidas ji ke samaan hai
Wah ! Adbhut ! Shandar ati sundar
Jai siyaram koti koti namen
Jay ramand sagar
Om namah shivaya
Hari Anant Hari Katha ananta
Beautiful
Jai Siya Ram 🏹🏹🏹
Very Nice katha🙏🙏🙏🙏👏
Jay Shri ram
Jai ho prabhu
Jai Sri ram
Jai siri Ram
Jai sri ram
jay shree Rammmmm
Ati sunder
जय श्री राम
जय सियाराम
Apratim
Jai shree ram 🌹🙏🌹🙏🌹🙏🚩
Jai shree ram agar ap hai to sunte kyu nhi ho 😥😥
Vo sabki sunte hai dukh unhone bhi jhele hai nirasha mat laiye jald hi acha hoga ye sab vidhi ka vidhan hai