मोहन भागवत को RSS सरसंघ चालक पद से तुरंत हटा देना चाहिए,ये इस पद के लायक ही नहीं है,इन्होंने अपने कार्यकाल में rss का बेड़ा ग़र्क कर दिया,इनको तो किसी मस्जिद का मौलवी होना चाहिए
वर्तमान में हिंदूत्व के सम्बन्ध में जो उछाल आया है उसको श्री मोहन भागवत जी की अभिव्यक्ति अधिकतम हानि पहुंचाने में कामयाब होगी। हिंदू समुदाय को श्री मोहन भागवत के इस तरह के व्यक्तव्यों की भरपूर निंदा करने की अनिवार्य आवश्यकता है।
आखिरकार RSS ने मोहन भागवत जैसे व्यक्ति को RSS का सरसंघ चालक कैसे बना दिया,ये इस पद के लायक नहीं है,इनके मुस्लिम प्रेम की जांच होनी चाहिए,इनको इस पद से तुरंत हटा देना चाहिए जिससे RSS, हिंदुओ का और ज्यादा नुकसान नहीं हो,इनको तो किसी मस्जिद का मौलवी होना चाहिए
विजय सरदाना जी जय श्री राम 🙏🙏 मोहन भागवत जी को अपना संघ संभालना चाहिए या फिर रिटायर होकर घर बैठे,,देश को योगी जी से बड़ी उम्मीदें है,,योगी जी देश हिंदू धर्म और हिंदुओं के लिए बोहत जरूरी है,,,,
मोहन भागवत जी क्या हिन्दुओं के सर्वमान्य नेता हैं ? मैं नेता उन्हें इसलिए कह रहा हूँ कि उनके द्वारा वक्त-वक्त पर दी गई विवादास्पद बयान उन्हें नेतागीरी के ही श्रेणी में लाकर खङा करता है !
संघी देवबंदी एक ही है आर एस एस और मुस्लिम लीग का वालेंटियर आर्गेनाईजेशन एकदूसरे की मिरर इमेज कहे जाते थे। भागवत ने हिंदुत्व की नयी व्याख्या दी है, अब इस मिरर ईमेज होने का मायने ही बदल गया है। नया अर्थ है, संघ हो या लीग, एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं, अब बिछडे़ हुए भाई बन गये हैं। भागवत का मिरर ईमेज, नासिर कुंजडा़ (भारतीय डीएनए वाला)।
मुझे लगता है उनके अन्दर भी सेकुलर का भुत घुस गया है योगी जी से ही अब उम्मीद है ऐसा बात बोलकर उसके नजर में जो सदैव हिन्दू हित का झंडा लेकर आज तक ढोते रहें । अपना कद मोहन भागवत जी ने यह कमेंट करके गिरा लिया
There is nothing shoking about the anti Hindu stances of the RSS. KS Sudarshan who was Sarsanghchalak of RSS prior to Mohammad Bhagmat used to offer Namaz in the office of RSS in Nagpur. Once upon a time he insisted on visiting a mosque in Nagpur to offer Friday Namaz. Over the years, the founding principles of the Sangh has metamorphosed into pro-Muslim from pro-hindu possibly on the behest of national and international anti-hindu lobby comparising Panch Makkars, politicians, judiciary and presstitue.
मोहन भागवत इस भारत के ठेकेदार नहीं हैं। बिहार चुनाव के समय आरक्षण का मुद्दा हो चाहे हिन्दू मुस्लिम का डीएनए एक होने की बात करके बीजेपी को नुक्सान पहुंचा चुके हैं। ऐसे मुद्दे पर मुंह न खोलें तो अच्छा है।
मोहन भागवत जी को भी RSS के मागदर्शन मंडल में भेज देना चाहिए । उनका सोच पुराना हो चुका है । अब देश का हिंदू जग गया है और वो फिर से गहरी नींद में सोना नहीं चाहते । भागवत जी भी समय रहते जाग जाए तो उनके लिए सही रहेगा ।
सरदाना जी सादर प्रणाम, आप जैसे व्यक्तियों को आगे आकर संघ आख़िर मित्र मंडल या आजादी से पहले भुमिका निभा रहे हैं ऐसा सनातन संस्कृति को नहीं इनको सबका साथ चाहिए
भागवत जी मार्गदर्शक मंडल में आने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। योगी जी बतौर मुख्यमंत्री बहुत ही बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। वो लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहेंगे।
मित्रों आप लोगों को याद होगा 2004 कराची में जाकर के लाल कृष्ण आडवाणी जी जिन्ना के बारे में बहुत सॉफ्ट भाषण दिए थे और उसका रिएक्शन कितना हुआ था कि प्रधानमंत्री की दावेदारी थी और इस भाषण ने भारतीय जनता पार्टी को हवा दिया और लालकृष्ण आडवाणी भविष्य में कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाए ज्यादा गांधीगिरी अब हिंदुस्तान में नहीं चलेगी मानसिकता 75 वर्षों में खूब चली अब हिंदू जाग गया है अब आरएसएस प्रमुख हो या कोई भी नेता अगर कानून से ऊपर नहीं होता उसका भी अपना एक सिस्टम और एक अधिकार होता है बाकी तो हर हिंदू हर सनातनी को अपना फंडामेंटल राइट है दिख रहा है बोलने का लड़ने का करने का
मोहन भागवत जी ने जो statement दिया है मैं समझता हूँ यह स्ट्रेटिजिक statement है, वैसे मोहन भागवत जी थोड़े leftist विचारधाराओं से भी प्रभावित रहते हैं, लेकिन यह statement मन्दिरों को नकारने वाले नहीं हैं, यह सत्य हैं
अगर हिंदू आस्था के मुद्दे बीजेपी की प्राथमिकता में नहीं रहते तो बीजेपी और कांग्रेस में कोई फर्क नहीं रह जाएगा । क्योंकि भ्रष्टाचार और विकास के मुद्दे पर दोनों पार्टियों में केवल १९-२० का ही फर्क रहा है ।
जब हिंदू समाज अपने धर्म और आस्था के प्रति जागृत हो रहा है और देश भी नहीं दुनिया में सनातन धर्म मैं आस्था बढ़ रही है तवा आदरणीय भागवत का बयान बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है यह हमारा अधिकार है नेतागिरी नहीं
Mohan Bhagavat ji is not God. We can't take his statement as brahm vakya Fully disagree with him.. Thanks to Sardana ji for making video on this topic and providing us with guidance to think over it in different dimensions..
I think he is trying to help the centre to file its position on places of worship act. Centre lacks the courage to take a stand to abolish the places of worship act.
इस मे कोई शंका नही है कि, mohan भागवत बहुत बडे व्यक्ती है, परंतु kabhi kabhi galat स्टेटमेंट देते है, इस से हिंदु समाज मे भ्रम उत्पन्न है, परंतु इतना महान व्यक्ति, हम सामान्य व्यक्ती क्या प्रतिक्रिया दे!
मंदिर, मस्जिद एक साथ नहीं बन सकती दोनों अलग है, शेर और गाय एक साथ नहीं रह सकती, गाय को रोटी खिलाने वाला और गाय की बोटी खाना वाला एक साथ कैसे रह सकते है श्रीमान, प्राणियों मे सदभावना केसे हो सकती है यदि वो अलग विचारों के हो
As a hindu humne sochna hoga ki kya mohan bhagwat ya kisi aur neta ke bolne pe hum apni mandir ko chor denge , aisa nahi hona chaiye ,koi neta kuch bhi bole.
अपने देश में हर मोड़ पर एक्टिव राजनीति में सक्रिय भूमिका नहीं है पर जो मोहन भागवत जी एक संध प्रस्ट भुमि समतलीकरण में शामिल वो मुस्लिम समुदाय को रिझाने में लगी है कुछ भी हो हम राजनीति में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना होगा, कुछ सुगबुगाहट तेज हो वो सनातन संस्कृति को झटका दिया है या कुछ और है
मोहन भागवत को ऐसा बोलने से पहले खुद अपने आप को ही रिटायर कर लेना चाहिए क्योंकि आरएसएस में यह तो नहीं है कि आपको बेइज्जत करके निकल जाए इसलिए आप खुद निकल जाए
He is right. Governments and bureaucrats need to take the responsibility. Court, need to clean up and should punish and make things correct. Government officer, need to serve nation rather than filling there own house at the cost of own people.
नाम बडे और दर्शन छोटे, कुछ इसी प्रकार के व्यक्ति हैं मोहन भागवत जी। अपने नाम में मोहन भी है और भागवत भी, लेकिन भागवत कभी न पढी न ही कथा श्रवण की, ऊपर से मोहन (मथुरा) के विरोध में खडे है। मोहन भागवत जी अपने पद से तुरंत इस्तीफा दें या हिन्दू समाज द्वारा इन्हें उखाड़ फैंका जाए।
गलत जानकारी देते हो । आडवाणी ने ये कहा था कि जिन्ना पाकिस्तान को एक सेक्युलर देश बनाना चाहते थे । उनके इस कथन का अटल जी ने भी समर्थन किया था । तब भी आडवाणी के वक्तव्य को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया था
जो आ दमी इतिहास को भूल जाए और अपनी कहानी बताए उसे हिन्दुओ के उच पद मे बैठ ने का अधिक आरी नही है हिन्दू अभी जागरूक हुआ है अपने धर्म के प्रति ए लोग उसको फिर आ सहाय बनाने मे लगे है बांग्लादेश की बात नही करेंगे वहा वजुद बचाने नही जाएंगे
अब भागवत को रिटायर हो जा चाहिए, बहुत उम्र हो गई उनकी
मोहन भागवत पर उनकी आयु का असर दिखाई देता है।इनकी प्रेरणा से ही तो प्रधानमंत्री जी सबका साथ-सबका विश्वास का भ्रमजाल पाले हुए हैं।
मोहन भागवत को RSS सरसंघ चालक पद से तुरंत हटा देना चाहिए,ये इस पद के लायक ही नहीं है,इन्होंने अपने कार्यकाल में rss का बेड़ा ग़र्क कर दिया,इनको तो किसी मस्जिद का मौलवी होना चाहिए
मोहन भागवत आरएसएस के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का एजेंडा चला रहा है।
जब हिन्दू अपनी संस्कृति और आस्था के लिए जाग रहा हो उस समय भागवत जी का बयान आश्चर्य जनक है,
क्यों भाई अगर हिंदू के समर्थन में बयान देता तो आश्चर्यजनक होता।
Just stupid. There is no intellectual thinking of Bhagawat (param pujya)
अब देश केवल योगी आदित्यनाथ जी की ओर देख रहा है।
Shi kaha
Yogi Aditya Nath is today's mostly accepted Leader. He is the best C.M. of today in India!
@@Pingaksh669 he is criminal
जब ऊमर बढती तो सोचने की शक्ति कम हो जाती है।उदाहरण आडानी और मोहन भागवत। बाकी आपकी जानकारी सटीक है।
वर्तमान में हिंदूत्व के सम्बन्ध में जो उछाल आया है उसको श्री मोहन भागवत जी की अभिव्यक्ति अधिकतम हानि पहुंचाने में कामयाब होगी। हिंदू समुदाय को श्री मोहन भागवत के इस तरह के व्यक्तव्यों की भरपूर निंदा करने की अनिवार्य आवश्यकता है।
मुसलमान और राहुल गांधी की वजह से इनको सत्ता सहज में मिल रही है और इनको घमंड और भ्रम अपनी योग्यता पर हो रहा है।
आखिरकार RSS ने मोहन भागवत जैसे व्यक्ति को RSS का सरसंघ चालक कैसे बना दिया,ये इस पद के लायक नहीं है,इनके मुस्लिम प्रेम की जांच होनी चाहिए,इनको इस पद से तुरंत हटा देना चाहिए जिससे RSS, हिंदुओ का और ज्यादा नुकसान नहीं हो,इनको तो किसी मस्जिद का मौलवी होना चाहिए
मोहन भागवत नया गांधी बनता जा रहा है 😮😮
विजय सरदाना जी
जय श्री राम 🙏🙏
मोहन भागवत जी को अपना संघ संभालना चाहिए या फिर रिटायर होकर घर बैठे,,देश को योगी जी से बड़ी उम्मीदें है,,योगी जी देश हिंदू धर्म और हिंदुओं के लिए बोहत जरूरी है,,,,
मोहन भागवत जी को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए इससे हिन्दुत्व को बड़ी हानि हो सकती है,भागवत जी के कथन से प्रत्येक सनातनी को कष्ट हुआ है।
अन्य स्थानों पर दबाव बनाकर काशी एवं मथुरा का रास्ता साफ किया जा रहा है
यह चाणक्य नीति है
फिर भागवतजी को आराम करना चाहिए
आपकी बात को समर्थन
मोहन भागवत जी क्या हिन्दुओं के सर्वमान्य नेता हैं ? मैं नेता उन्हें इसलिए कह रहा हूँ कि उनके द्वारा वक्त-वक्त पर दी गई विवादास्पद बयान उन्हें नेतागीरी के ही श्रेणी में लाकर खङा करता है !
संघी देवबंदी एक ही है
आर एस एस और मुस्लिम लीग का वालेंटियर आर्गेनाईजेशन एकदूसरे की मिरर इमेज कहे जाते थे।
भागवत ने हिंदुत्व की नयी व्याख्या दी है, अब इस मिरर ईमेज होने का मायने ही बदल गया है।
नया अर्थ है, संघ हो या लीग, एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं, अब बिछडे़ हुए भाई बन गये हैं।
भागवत का मिरर ईमेज, नासिर कुंजडा़ (भारतीय डीएनए वाला)।
मुझे लगता है उनके अन्दर भी सेकुलर का भुत घुस गया है योगी जी से ही अब उम्मीद है ऐसा बात बोलकर उसके नजर में जो सदैव हिन्दू हित का झंडा लेकर आज तक ढोते रहें ।
अपना कद मोहन भागवत जी ने यह कमेंट करके गिरा लिया
It is really shocking that Shri Mohan Bhagwat ji against Hindu sentiments.
There is nothing shoking about the anti Hindu stances of the RSS. KS Sudarshan who was Sarsanghchalak of RSS prior to Mohammad Bhagmat used to offer Namaz in the office of RSS in Nagpur. Once upon a time he insisted on visiting a mosque in Nagpur to offer Friday Namaz. Over the years, the founding principles of the Sangh has metamorphosed into pro-Muslim from pro-hindu possibly on the behest of national and international anti-hindu lobby comparising Panch Makkars, politicians, judiciary and presstitue.
मोहन भागवत इस भारत के ठेकेदार नहीं हैं। बिहार चुनाव के समय आरक्षण का मुद्दा हो चाहे हिन्दू मुस्लिम का डीएनए एक होने की बात करके बीजेपी को नुक्सान पहुंचा चुके हैं। ऐसे मुद्दे पर मुंह न खोलें तो अच्छा है।
मोहन भागवत जी को भी RSS के मागदर्शन मंडल में भेज देना चाहिए । उनका सोच पुराना हो चुका है । अब देश का हिंदू जग गया है और वो फिर से गहरी नींद में सोना नहीं चाहते । भागवत जी भी समय रहते जाग जाए तो उनके लिए सही रहेगा ।
सरदाना जी सादर प्रणाम,
आप जैसे व्यक्तियों को आगे आकर संघ आख़िर मित्र मंडल या आजादी से पहले भुमिका निभा रहे हैं
ऐसा सनातन संस्कृति को नहीं इनको सबका साथ चाहिए
ये आदमी बीजेपी को डुबो देगा इसी की ईगो की वजह से 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी 240 पर ही सिमट गई थी
भागवत जी को तत्काल स्टीफा देना चाहिए
Mohan Bhagwat thoda pagla gya hai.
भागवत जी मार्गदर्शक मंडल में आने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। योगी जी बतौर मुख्यमंत्री बहुत ही बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। वो लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहेंगे।
नही सुलझेगा ! मुस्लिमो का.प्रतिनिधित्व करने वाले लोग कोई हल नही चाहेंगे.चाहे बीजेपी आर एस.एस साईड लाईन हो जाये या कर दिये जाये !
आदरणीय भागवत जी की पर्दे के पीछे जिगरी रिस्तेदारी है सनातनी हिन्दू भ्रम में न रहे भूत काल आइना है जय हिंद
भागवतजी का बयान स्वयंसेवक के लिए है
मोहन भागवत समलिंग का भी समर्थन करता है
बहुत गडबड लगती है कही यह ऊस पंक्तीमे तो आतानही जो बीचमे मैदान छोडता
मोहन भागवत जब से सर संघचालक बना है तब से संघ अपने उद्देश्य से भटक रहा है
I feel a sense of revulsion seeing MBs picture. What a lily-livered person
2024 के चुनाव मे नड्डा जी ने RSS को चिढ़ाया उसकी खुन्नस क्या अभी तक बरकरार है ? नड्डाजी ने 2024 के चुनाव का बेडा गर्क कर दिया ।
Mohan bhagvat ko adhikar kisne diya hai sanatan ka? Prashna ye hai
राम राम सा सरदाना जी 🙏🙏🌹🌹
Bhagwat sathiya gaya.
क्या भागवत जी राम और कृष्ण भक्त को लड़ा कर मुस्लिम तुष्टिकरण करना चाहते हैं?
भाईसहाब कुछलोगदोमुहेहोतेहैयाअपनेहीबोऐपेडकीजडेकाटनाईससेघटीयाक्याहोसक्ताहै
मित्रों आप लोगों को याद होगा 2004 कराची में जाकर के लाल कृष्ण आडवाणी जी जिन्ना के बारे में बहुत सॉफ्ट भाषण दिए थे और उसका रिएक्शन कितना हुआ था कि प्रधानमंत्री की दावेदारी थी और इस भाषण ने भारतीय जनता पार्टी को हवा दिया और लालकृष्ण आडवाणी भविष्य में कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाए ज्यादा गांधीगिरी अब हिंदुस्तान में नहीं चलेगी मानसिकता 75 वर्षों में खूब चली अब हिंदू जाग गया है अब आरएसएस प्रमुख हो या कोई भी नेता अगर कानून से ऊपर नहीं होता उसका भी अपना एक सिस्टम और एक अधिकार होता है बाकी तो हर हिंदू हर सनातनी को अपना फंडामेंटल राइट है दिख रहा है बोलने का लड़ने का करने का
भागवत जी को यह ज्ञान क्यों आया, क्या उनकी मन्शा हिन्दू नेता बनने की है और मुस्लिम तुष्टिकरण की है ।
MOHAN BHAGWAT JI GALAT KAR RAHE HAI AUR GALAT BOL RAHE HAI HAME SABHI MANDIR VAPIS CHAHIYE
हर कुछ दिन बाद इनको दौरा पड़ता है
मोहन भागवत थाली के बैगन है जो समय समय पर इधर से उधर लुढ़कते रहते है
भागवत जी इस समय ऐसा लगता है कि कंफ्यूज
सर संघचालक के पद के लिए संघ को पुनर्विचार करने की अति आवश्यकता है
मोहन भागवत जी ने जो statement दिया है मैं समझता हूँ यह स्ट्रेटिजिक statement है, वैसे मोहन भागवत जी थोड़े leftist विचारधाराओं से भी प्रभावित रहते हैं, लेकिन यह statement मन्दिरों को नकारने वाले नहीं हैं, यह सत्य हैं
हमारे आदरणीय भागवत जी तो मथुरा काशी का विरोध करने लगे हे
क्या मोहन भागवत जी ही सिर्फ हिंदू है क्या वही हिंदुओं के नेता है
अब ये महोदय मौलाना गांधी की राह पर चल पड़ें हैं।
इनकेज्ञान से प्रतीत होता है कि इन्होंने ही DNA की खोज की और मानव जीनोम का सीक्वेंस किया 🙄
You are right.... bhagwat has played politics
सन्त समाज दसियो साल हल नही निकाल सके जब जनता अपने अधिकार के लिए खडी हुई तब हल निकला
अगर हिंदू आस्था के मुद्दे बीजेपी की प्राथमिकता में नहीं रहते तो बीजेपी और कांग्रेस में कोई फर्क नहीं रह जाएगा ।
क्योंकि भ्रष्टाचार और विकास के मुद्दे पर दोनों पार्टियों में केवल १९-२० का ही फर्क रहा है ।
मोहन भागवत एक तरफा हिंदुवो को ग्यान पेला ना करे, उम्र हो गयी पद खाली करे.
जब हिंदू समाज अपने धर्म और आस्था के प्रति जागृत हो रहा है और देश भी नहीं दुनिया में सनातन धर्म मैं आस्था बढ़ रही है तवा आदरणीय भागवत का बयान बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है यह हमारा अधिकार है नेतागिरी नहीं
Mohan Bhagavat ji is not God. We can't take his statement as brahm vakya Fully disagree with him.. Thanks to Sardana ji for making video on this topic and providing us with guidance to think over it in different dimensions..
भाई साहब बीच का रास्ता कभी नहीं निकलेगा
यह जो जलन है साहिब, बहुत खराब है....
I think he is trying to help the centre to file its position on places of worship act. Centre lacks the courage to take a stand to abolish the places of worship act.
उम्र बढ़ने का असर सभी पर पड़ता है शाश्वत सत्य है
इस मे कोई शंका नही है कि, mohan भागवत बहुत बडे व्यक्ती है, परंतु kabhi kabhi galat स्टेटमेंट देते है, इस से हिंदु समाज मे भ्रम उत्पन्न है, परंतु इतना महान व्यक्ति, हम सामान्य व्यक्ती क्या प्रतिक्रिया दे!
Ab sathiya gaya hain, deoband zakar ghtnaa take diya.
हमें हमारे सभी मंदिर वापस लेना चाहिए
क्या अब समय आ गया है, भागवत को आरएसएस से निकला जाये
आर एस एस को इस बयान पर विचार करना चाहिए।
लगता hai है मानसिक संतुलन खो बैठे हैं !
💙💙💙jay jagannath puri dhama ki jay 💙💙💙JOGIJI NEXT PM OF BHARAT💙💙💙
इस कलियुग में मोहन नाम हिन्दू सनातन के लिए विनाशक तथा कालनेमी ही साबित हुए हैं चाहे ब्रिटिश यूपीए या नागपुर के हो
मंदिर, मस्जिद एक साथ नहीं बन सकती दोनों अलग है, शेर और गाय एक साथ नहीं रह सकती, गाय को रोटी खिलाने वाला और गाय की बोटी खाना वाला एक साथ कैसे रह सकते है श्रीमान, प्राणियों मे सदभावना केसे हो सकती है यदि वो अलग विचारों के हो
Yeh sabh to court ke matter hai Bhagwat ji ko dakhal nahi dena chahiye
As a hindu humne sochna hoga ki kya mohan bhagwat ya kisi aur neta ke bolne pe hum apni mandir ko chor denge , aisa nahi hona chaiye ,koi neta kuch bhi bole.
भागवत जी के बोल कभी कभी हिंदुओं को असहज करते हैं l
अपने देश में हर मोड़ पर एक्टिव राजनीति में सक्रिय भूमिका नहीं है पर जो मोहन भागवत जी एक संध प्रस्ट भुमि समतलीकरण में शामिल वो मुस्लिम समुदाय को रिझाने में लगी है
कुछ भी हो हम राजनीति में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना होगा,
कुछ सुगबुगाहट तेज हो वो सनातन संस्कृति को झटका दिया है या कुछ और है
बातचीत से कभी नहीं सुलझेगा
यह बयान उस स्थिति के कारण मुँह से निकला है कि हम जो चाहे कह सकते हैं क्योंकि हम संघ प्रमुख हैं
Bilkul sahi kaha aapne Ye jinna wali hi bat kar rhe hai
जय श्री राम
J P Nadda speech for RSS is right, now BJP is making India Proudest country in the world by party' s efforts and no need of RSS interference.
Bhagwatji ka time pura ho gaya ynhe retirement le lena chahiye
मोहन भागवत को ऐसा बोलने से पहले खुद अपने आप को ही रिटायर कर लेना चाहिए क्योंकि आरएसएस में यह तो नहीं है कि आपको बेइज्जत करके निकल जाए इसलिए आप खुद निकल जाए
लगता है भागवत की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है इनको RSS पद से हटा देना चाहिए
BJP Or RSS ke jitne bhi aadarniya padadhikari Or neta h un sabhi se prarthana h ke aap log sanatan pe soch kar bayan de, dhanyavaad 🙏🙏
योगी जो काम कर रहे है बिलकुल सही काम कर रहे है
हमें योगी जी से ही काफी आशाएं हैं l
He is right. Governments and bureaucrats need to take the responsibility.
Court, need to clean up and should punish and make things correct.
Government officer, need to serve nation rather than filling there own house at the cost of own people.
Mohan bhagwat ko resign kar dena chahiye
Whereas India was divided on Dharma grounds, we should not forget our Dharm nidhi.
यह महादेव व कृष्ण विरोधी मत को वहिष्कार करते हैं
Mohan Bhagwat ko Resign Dena chahie
Kashi and Mathura are equally important as Ayodhya is hence cannot be wished away by anyone.
भागवत बुद्धि से हीन हो गए है इनकी मानसा कुछ ग़लत है
Now M Bhagwan doesn't carry any (0) credibility between Sanatani Hindu's but is now known as "Vighna Santoshi " evil.
नाम बडे और दर्शन छोटे, कुछ इसी प्रकार के व्यक्ति हैं मोहन भागवत जी। अपने नाम में मोहन भी है और भागवत भी, लेकिन भागवत कभी न पढी न ही कथा श्रवण की, ऊपर से मोहन (मथुरा) के विरोध में खडे है। मोहन भागवत जी अपने पद से तुरंत इस्तीफा दें या हिन्दू समाज द्वारा इन्हें उखाड़ फैंका जाए।
आप को बतौर आर्थिक विशेषज्ञ टेलीविजन चर्चा में आते हैं
गलत जानकारी देते हो । आडवाणी ने ये कहा था कि जिन्ना पाकिस्तान को एक सेक्युलर देश बनाना चाहते थे । उनके इस कथन का अटल जी ने भी समर्थन किया था । तब भी आडवाणी के वक्तव्य को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया था
MASJID HATAO MANDIRA BANAO💜💜💜
All' these days three was hope that RSS will be trying to save the sanatana Dharma. But after the statement of RSS chief we lost hope Sir.
It’s not possible to resolve problems with other party silently
Aaj bhi h
Now Mohan Bhagwatji has become a spokesperson of the sickular brigade.
Jitan bhi aastha ke hai un sabhi ko aajad hona ati aavashyak hai koi kuchh Statment deta rahe
Mohan bhagwat ji ko ab RSS president ka pad chod dena chahiye.
Ye waqt sanatan ka hai ye bat Mohan Bhagwat ji nhi samjh rhe hai
जो आ दमी इतिहास को भूल जाए और अपनी कहानी बताए उसे हिन्दुओ के उच पद मे बैठ ने का अधिक आरी नही है हिन्दू अभी जागरूक हुआ है अपने धर्म के प्रति ए लोग उसको फिर आ सहाय बनाने मे लगे है बांग्लादेश की बात नही करेंगे वहा वजुद बचाने नही जाएंगे