पक्की सड़कें होने या gov. नोकरी होने से कोई आगे नही बड़ा जाता है ,अगर सारे लोग मंदिर नही जायेंगे तो या हमारे हिंदुस्तान मे सब मज्जिद होंगे, भले ही हमारे पास जॉब नही है लेकिन , हम मंदिर जाते है , कितनी शांति मिलती है मंदिर मैं , सारे दुख मिट जाते है 🙏🙏 पैसा ही सब कुछ नही है
बिल्कुल सही कहा जब वहा पर मस्जिदे होगी तब पता चले पेसो के बलबूते पर जो नोकरिया हासिल की है वो सब बाद में पता चलेगा जैसा 1990 में कश्मीर में हुआ था अभी पेसो का जुनून चढ़ा हुआ है भाई
गाँव मे मंदिर नहीं है तो पाखंडी पुजारी पंडित ब्राह्मण भी नहीं होगा, गाँव मे अंधविश्वास नहीं है तो लोग क्या बिना ब्राह्मण के जन्म, शादी, मरण के कर्म कांड कैसे करते है।
tum jhuth boli rahi ho dear churu me iss name se 2 village h ek रूपलीसर ke pass h jisme mandir h or ek yeh h iss gaav me nahi h mandir masjid iss gaav me मुस्लिम भी है लेकिन मस्जिद नही वो भी दिखावा नहीं करते
BC chamar b insaan hi hote h Phle ye samjne ki kosis kr chutiye ki hardwork krne se sab kuch hasil kar sakte h yha par mandir ka virodh nhi kiya ja rha h ye unka personal issue h jab saare job me h ache rh rhe h to aur kya chahiye life me bs
नही ब्राह्मण राजपूत मुस्लिम सब है यहां मुस्लिम भी 5 समय की नमाज नही पढ़ते यहां सबसे ज्यादा राजपूत है फिर दलित हिंदू फिर मुस्लिम और ब्राह्मण यह शुरू राजपूतों ने किया था
Mandir Jane se andhwishwas nhi hota h ,agr Mandir nhi hoga to kiya hoga Majid 😡apne hi bhagwan or apne hi dharm ko andhwishwas kahte h ye log nhi hai jarur राक्षस परवती ke honge
बहुत ही सराहनीय गांव, कर्म ही आस्था, कर्म ही पूजा ।
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बहुत ही उत्कृष्ट उदाहरण है। कर्म ही पूजा है।
सबका मंगल हो..
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काश पूरा देश ये बात सीख जाए।
Great, feeling proud 😊🙏💪❤❤❤
salute village person
Great people
Educate people
Very nice soch h en logo ki
I am from dhanuri ( jhunjhunu ) 👍👍👍
Nice village
Nic great work
Very nice
Great
Shi bat h 😚😚😚😚
जूतिया गांव है पूजा पाठ करने से कोई अंधविश्वासी नहीं हो जाता बहुत ज्यादा पैसे हो जाने पर लोगों का असली रूप निकल कर सामने आता है
इस गांव के सभी सरकारी कर्मचारियों को अवश्य ही आरक्षण का भरपूर लाभ मिला होगा बाकी मंदिर की बात करे तो इनका डीएनए टेस्ट कराने पर सब पता चल जाएगा
जय हिंद
पक्की सड़कें होने या gov. नोकरी होने से कोई आगे नही बड़ा जाता है ,अगर सारे लोग मंदिर नही जायेंगे तो या हमारे हिंदुस्तान मे सब मज्जिद होंगे, भले ही हमारे पास जॉब नही है लेकिन , हम मंदिर जाते है , कितनी शांति मिलती है मंदिर मैं , सारे दुख मिट जाते है 🙏🙏 पैसा ही सब कुछ नही है
बिल्कुल सही कहा जब वहा पर मस्जिदे होगी तब पता चले पेसो के बलबूते पर जो नोकरिया हासिल की है वो सब बाद में पता चलेगा जैसा 1990 में कश्मीर में हुआ था अभी पेसो का जुनून चढ़ा हुआ है भाई
क्यों मुर्ख बना रहे हो लांबा की ढाणी नाम का कोई गांव नहीं है चुरु जिले में
2 gaav है इस नाम का में इस गांव से हु और यह सच में है भाई
Jai Ho
Nice vellege
Work is worship
वह गांव ही किस काम का जहां मंदिर ना हो राम का
गाँव मे मंदिर नहीं है तो पाखंडी पुजारी पंडित ब्राह्मण भी नहीं होगा, गाँव मे अंधविश्वास नहीं है तो लोग क्या बिना ब्राह्मण के जन्म, शादी, मरण के कर्म कांड कैसे करते है।
कर्म ही पूजा है पूजा दिल में होनी चाहिए मंदिर में नहीं
❤❤❤very nice ser
अगर सभी शिक्षित है तो कोई जातिगत भेदभाव तो नही है ना ?????
Jhuti bat h
Karma is faith
Jhut hai yeh me isi gav ki hu is gav me mandir hai
😁😁😁😁😁
Kaunsi caste ka gaon hai
@@anitkumaryadav2009 rajput bhi or bham bhi hai or bhi bahut sari jaat hai I Gav me
tum jhuth boli rahi ho dear churu me iss name se 2 village h ek रूपलीसर ke pass h jisme mandir h or ek yeh h iss gaav me nahi h mandir masjid iss gaav me मुस्लिम भी है लेकिन मस्जिद नही वो भी दिखावा नहीं करते
जय विज्ञान मिटे अज्ञान फैलें ज्ञान
Aana Mandir go ke karno hai aato Aap hi madir hai aato Bhagwan n hi Joni man
Yah gav padha likha hai or uske vichar andhabhakto ki tarah nahi hai
🤨🤨
100%
Bakwas h ye pooja bhi ek karm hi h ye kuch samay baad pata chalega q ki jaise inhone yog ko apna liya h to smay k sath dham ko bhi man lenge
Mandir se in logon ko nafrat hai par jab yahan masjid banegi tab ye log kuchh bhi nahi kar payenge
chamara ke h sab logta h
Ha
BC chamar b insaan hi hote h Phle ye samjne ki kosis kr chutiye ki hardwork krne se sab kuch hasil kar sakte h yha par mandir ka virodh nhi kiya ja rha h ye unka personal issue h jab saare job me h ache rh rhe h to aur kya chahiye life me bs
Pahchan bna li
Upne aap jati ka name bta dete h log . Education enni logo ka h aane vale time me
नही ब्राह्मण राजपूत मुस्लिम सब है यहां मुस्लिम भी 5 समय की नमाज नही पढ़ते यहां सबसे ज्यादा राजपूत है फिर दलित हिंदू फिर मुस्लिम और ब्राह्मण यह शुरू राजपूतों ने किया था
Mandir Jane se andhwishwas nhi hota h ,agr Mandir nhi hoga to kiya hoga Majid 😡apne hi bhagwan or apne hi dharm ko andhwishwas kahte h ye log nhi hai jarur राक्षस परवती ke honge
Great