दहेज के लिए जहां नव विवाहिताओं को जिंदा जला दिया जाता है। वहीं संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में हो रही हैं दहेज मुक्त शादियां। 4 जून 2023 को कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर स्थित सभी आश्रमों में सैकड़ों दहेज मुक्त विवाह हुए। अब दहेज रूपी दानव की भेंट नहीं चढ़ेगी बेटियां। संत रामपाल जी महाराज का सपना दहेज मुक्त हो भारत अपना।
नर-नारायण देहि पाय कर, फेर चौरासी जांही। उस दिन की मोहे डरनी लागे, लज्जा रह के नांही।। हमें नर शरीर मिला है। यदि मनुष्य शरीर प्राप्त करके सत्य भक्ति नहीं कर के हम चौरासी लाख योनियों वाले चक्र में जा रहे हैं तो धिक्कार है हमारे मानव जीवन को।
भारतवर्ष में संत रामपाल जी महाराज के करोड़ों अनुयाई हैं। हम दावे के साथ कह रहे हैं कि यदि संत रामपाल जी महाराज के सत्संग विचार भारत की जनता सुन लेगी तो भारत की धरती स्वर्ग बन जाएगी। इनके विचारों से प्रभावित होकर हम सब अनुयाई सामान्य तथा सभ्य व सुखी जीवन जी रहे हैं।
पूर्ण संत के सत्संग में प्रमाण सहित तत्वज्ञान की जानकारी मिलती है। साथ ही कर्त्तव्य (जो कर्म करने चाहिए) व अकर्त्तव्य (जो कर्म नहीं करने चाहिए) की जानकारी मिलती है। जिससे समाज सुधार व मानवता को गति मिलती है। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत हैं, उनके सत्संग अवश्य सुनें।
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है। - पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर" पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग वचन सुनकर उनसे निःशुल्क जुड़ें ताकि हमारी तरह आप भी सुखी हों, उनसे जुड़ने के बाद शरीर के सभी प्रकार के रोग नष्ट होंगे। सभी प्रकार के नशे छूट जाऐंगे। जीवन यापन के लिए थोड़ी कमाई से ही काम चल जाएगा। निर्धनता खत्म हो जाएगी।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज सत्संग में शास्त्रों के गूढ़ रहस्यों को उजागर करते हैं। तथा सम्पूर्ण ज्ञान एवं सृष्टि रचना की जानकारी प्रमाण सहित बताते हैं।
एक अनेक ह्वै गए, पुनः अनेक हों एक। हंस चलै सतलोक सब, सत्यनाम की टेक।। परमात्मा से लाभ लेने के लिए एक ‘‘मानव‘‘ धर्म से अनेक पंथ (धार्मिक समुदाय) बन गए हैं, वे सब पुनः एक हो जाएंगे। सब हंस (निर्विकार भक्त) आत्माऐं सत्य नाम की शक्ति से सतलोक चले जाएंगे।
संत गरीबदास जी को भी सतगुरू कबीर परमेश्वर जी मिले थे। अपनी वाणी में लिखा है :- गरीब, अलल पंख अनुराग है, सुन मण्डल रह थीर। दास गरीब उधारिया, सतगुरू मिले कबीर।।
💦हजार वर्ष तप करने का जो फल प्राप्त होता है उससे अधिक फल तत्वदर्शी संत का एक पल का सत्संग मिल जाए उससे होता है। कबीर साहेब जी कहते हैं - सत्संग की आधी घड़ी, तप के वर्ष हजार l तो भी बराबर है नहीं, कहै कबीर विचार ll
संत रामपाल जी महाराज के अनमोल प्रवचन सुनने से प्राणी को सत्यज्ञान जो वेदों और शास्त्रों मे वर्णित है उसके बारे में ज्ञात कराया जाता है तथा पूर्ण परमात्मा कौन है?, कैसा है?, कहाँ रहता है?, कैसे मिलता है? इसकी जानकारी भी विस्तार से मिलती है।
कबीर, जिव्हा तो वोहे भली, जो रटै हरिनाम। ना तो काट के फैंक दियो, मुख में भलो ना चाम।। जैसे जीभ शरीर का बहुत महत्वपूर्ण अंग है। यदि परमात्मा का गुणगान तथा नाम-जाप के लिए प्रयोग नहीं किया जाता है तो व्यर्थ है।
तत्वज्ञान युक्त सत्संग सुनने से सतभक्ति मार्ग का ज्ञान होता है। यदि एक आत्मा को भी सतभक्ति मार्ग पर लगाकर उसका आत्म कल्याण करवा दिया जाए तो करोड़ अवश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता है। ”आत्म प्राण उद्धार ही, ऐसा धर्म नहीं और। कोटि अश्वमेघ यज्ञ, सकल समाना भौर।।“ जीवात्मा के उद्धार के लिए किए गए कार्य अर्थात् सेवा से श्रेष्ठ कोई भी कार्य नहीं है, जो वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज कर रहे हैं।
कबीर, गुरु बड़े हैं गोविन्द से, मन में देख विचार। हरि सुमरे सो वारि है, गुरु सुमरे होय पार।। कोटि कोटि सिजदा करूं, कोटि कोटि प्रणाम। चरण कमल में राखियो, मैं बांदी जाम गुलाम।। कबीर, यह तन जावेगा, सके तो ठाहर लाए। एक सेवा कर सतगुरु की, और गोविंद के गुण गाए।।
ऐसा निर्मल ज्ञान है निर्मल करे शरीर और ज्ञान मांडलिक है ज्ञान कबीर तारणहार आ गया जी मुक्ति का मार्ग बढ़कर भवसागर पार लगा जीने की राह ज्ञान गंगा पुस्तक पढ़े रामपाल महाराज जी का मुक्ति का मार्ग मिल जाएगा
स्वामी रामानंद जी के गुरु परमात्मा कबीर जी ने ढ़ाई वर्ष की आयु में गंगा घाट पर लीलामय तरीके से स्वामी रामानंद जी को इसलिए गुरु बनाया ताकि आने वाली पीढ़ियों में कोई यह ना कहे की कबीर जी का कौन सा कोई गुरु था
संत रामपाल जी महाराज के आध्यात्मिक सत्संग सुनने से मनुष्य को ज्ञात होता है कि उसके जीवन का मूल उद्देश्य क्या है, सत भक्ति की विधि क्या है, किस परमात्मा की भक्ति करने से उसका जीवन सफल होगा तथा उसे क्या कर्म करना चाहिए और क्या नहीं।
जिस दिन हम सच्चे संत के सत्संग में जाते हैं उस दिन यदि हमारे भाग्य में मृत्यु भी लिखी हो तो भी परमात्मा उस मृत्यु को टाल देता है। कबीर साहेब जी कहते हैं संत शरण में आने से, आई टले बला। जो मस्तक में सूली हो, वह कांटे में टल जा।।
कबीर साहेब अविनाशी हैं। सशरीर प्रकट होते हैं, सशरीर चले जाते हैं - प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 93 मंत्र 2, मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3 गरीब, पानी से पैदा नहीं, श्वासा नहीं शरीर | अन्न आहार करता नहीं, ताका नाम कबीर ||
जब पृथ्वी पर पापीयों का एक छत्र साम्राज्य हो जाता है। तब भगवान पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। वर्तमान में परमात्मा संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में अवतरित हुए हैं। जिनका 17 फरवरी को बोध दिवस है। इसी उपलक्ष्य में देशभर के 9 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सामूहिक दहेज मुक्त विवाह, रक्तदान शिविर, निःशुल्क नामदीक्षा तथा अखंड पाठ का आयोजन किया जा रहा है
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 96 मन्त्र 17 यह उधृत है कि पूर्ण परमेश्वर शिशु रूप में प्रकट होकर अपनी प्यारी आत्माओं को अपना तत्वज्ञान प्रचार कविर्गीर्भि यानी कबीर वाणी से पूर्ण परमेश्वर करते हैं। ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 शिशुम् जज्ञानम् हर्य तम् मृजन्ति शुम्भन्ति वह्निमरूतः गणेन। कविर्गीर्भि काव्येना कविर् सन्त् सोमः पवित्राम् अत्येति रेभन्।।17।। भावार्थ - वेद बोलने वाला ब्रह्म कह रहा है कि विलक्षण मनुष्य के बच्चे के रूप में प्रकट होकर पूर्ण परमात्मा कविर्देव अपने वास्तविक ज्ञान को अपनी कविर्गिभिः अर्थात कबीर वाणी द्वारा निर्मल ज्ञान अपने हंसात्माओं अर्थात् पुण्यात्मा अनुयायियों को कवि रूप में कविताओं, लोकोक्तियों के द्वारा सम्बोधन करके अर्थात उच्चारण करके वर्णन करता है। वह स्वयं सतपुरुष कबीर ही होता है।
चौरासी लाख योनियों में जन्म-मरण का कष्ट भोगकर एक मनुष्य जन्म प्राप्त होता है। मनुष्य जन्म का मुख्य उद्देश्य शास्त्रों के अनुसार साधना करके मोक्ष प्राप्त करना है। लेकिन पाप कर्मों की पीड़ा भक्ति में बाधा डालती है। जाने-अनजाने आज लोग नशा, मांसाहार, व्यभिचार आदि पापों में लिप्त हो रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तक जीने की राह हर घर में रखने योग्य है। इस पवित्र ग्रंथ को पढ़ने से लोगों को मानव जीवन के मूल्य का एहसास होगा और वे इस लोक और परलोक दोनों में खुश रहेंगे।
सत्संग_से_ही_सुख_है Sant Rampal Ji Maharaj 💦 पूर्ण संत के सत्संग में प्रमाण सहित तत्वज्ञान की जानकारी मिलती है। साथ ही कर्त्तव्य (जो कर्म करने चाहिए) व अकर्त्तव्य (जो कर्म नहीं करने चाहिए) की जानकारी मिलती है। जिससे समाज सुधार व मानवता को गति मिलती है। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत हैं, उनके सत्संग अवश्य सुनें। #
🍀संत रामपाल जी महाराज ने तो गिरते भक्ति स्तर को फिर से एक नवीन रोशनी दी है। भक्त समाज को दोबारा पवित्र वेद, पवित्र गीता की तरफ मोड़ा है व सही मायने में हिन्दू धर्म का पुनरुथान किया है।
संत रामपाल जी महाराज ने सतभक्ति साधना के साथ परमार्थ करने को श्रेष्ठ बताया है। इसी कारण उनके अनुयायी आए दिन जरूरत मंदों की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं। संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी जरूरत मंद लोगों के लिए रक्तदान सेवा में लगे हुए हैं
समाज में व्यापक कुरीतियों और बढ़ रहे सामाजिक अपराधों से छुटकारा पाने के लिए हमें तत्वज्ञान की आवश्यकता है और ऐसा ही ज्ञान देने वाले जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
काल लोक में गलत साधना से सभी जीव दुःखी हैं। संत रामपाल जी महाराज जी ने सभी धर्मों के शास्त्रों से सही भक्ति विधि बताकर मानव समाज पर बहुत बड़ा उपकार का काम किया है।
संत रामपाल जी महाराज पूर्ण गुरु हैं। पूर्ण संत के सत्संग से सभी विकार समाप्त होते हैं तथा मोक्ष मिलता है। इसी कारण संत रामपाल जी महाराज के सभी अनुयायी बुराइयों/विकारों से दूर हैं।
सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
🎯अपने निज घर सतलोक से परिचित करवाया संत रामपाल जी महाराज जी ने अपने निज घर अमर लोक (सतलोक) को भूल चुकी सभी आत्माओं को सैंकड़ों प्रमाण देकर सतलोक के स्थायी सुखों से परिचित करवाया जिससे जनता को एक ऐसे लोक का पता चला जहां जाने के बाद जन्म व मृत्यु नहीं होती।
सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर" पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
संत रामपाल जी महाराज जी सत्संग में मोक्ष का रास्ता बताते हैं जो चारों वेद, छह शास्त्र, 18 पुराण से प्रमाणित है। सत्संग ही मोक्ष का द्वार है जहां पर लोग सत्य ज्ञान प्राप्त करते हैं और सत भक्ति करके सतलोक चले जाते हैं। है सत्संग मोक्ष की धारा, कोई समझे राम का प्यारा।।
गुरु बिन माला फेरते गुरु बिन देते दान यह दोनों निष्फल है चाहे पूछो वेद पुराण
सद्गुरु आए दया करी ऐसे दिन दयाल। बन्दीछौड़ ब्रिदताश का जठराग्नि प्रतिपाल।।
Sat guru ji devji ki Jay koti koti dandawat pranam parmatma 🙏 🙏🙏🙏
दहेज के लिए जहां नव विवाहिताओं को जिंदा जला दिया जाता है।
वहीं संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में हो रही हैं दहेज मुक्त शादियां।
4 जून 2023 को कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर स्थित सभी आश्रमों में सैकड़ों दहेज मुक्त विवाह हुए।
अब दहेज रूपी दानव की भेंट नहीं चढ़ेगी बेटियां।
संत रामपाल जी महाराज का सपना दहेज मुक्त हो भारत अपना।
अद्भुत नजारा है 🙏🏻🙏🏻
संत रामपाल जी महाराज जी सत्संग में मोक्ष का रास्ता बताते हैं जो चारों वेद, छह शास्त्र, 18 पुराण से प्रमाणित है।
नर-नारायण देहि पाय कर, फेर चौरासी जांही।
उस दिन की मोहे डरनी लागे, लज्जा रह के नांही।।
हमें नर शरीर मिला है। यदि मनुष्य शरीर प्राप्त करके सत्य भक्ति नहीं कर के हम चौरासी लाख योनियों वाले चक्र में जा रहे हैं तो धिक्कार है हमारे मानव जीवन को।
True spiritual knowledge
साचा शब्द कबीर का,सुन सुन लागे आग ।
अज्ञानी सौ जल जल मरै ,ज्ञानी जाय जाग ।
भारतवर्ष में संत रामपाल जी महाराज के करोड़ों अनुयाई हैं। हम दावे के साथ कह रहे हैं कि यदि संत रामपाल जी महाराज के सत्संग विचार भारत की जनता सुन लेगी तो भारत की धरती स्वर्ग बन जाएगी। इनके विचारों से प्रभावित होकर हम सब अनुयाई सामान्य तथा सभ्य व सुखी जीवन जी रहे हैं।
राम बुलावा भेजिया , दिया कबीरा रोय | जो सुख साधू संग में , सो बैकुंठ मे न होय ||
Nice spiritual palace sojat(pali) satlok ashram. Daya bhagwan kavir ji ki. Sat saheb ji Jay bandichhod ji ki.
Very nice video Malik ji Ki sant Rampal Ji parmatma Ki Jay ho
पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है। - ऋग्वेद
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
पूर्ण संत के सत्संग में प्रमाण सहित तत्वज्ञान की जानकारी मिलती है। साथ ही कर्त्तव्य (जो कर्म करने चाहिए) व अकर्त्तव्य (जो कर्म नहीं करने चाहिए) की जानकारी मिलती है। जिससे समाज सुधार व मानवता को गति मिलती है।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत हैं, उनके सत्संग अवश्य सुनें।
❤😊😮😢🎉
वेरी नाइस संतसग 🙏🏾👌👌
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर"
पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
सत्संग की आधी घड़ी तप के वर्ष हजार तो भी बराबर है नहीं कहे कबीर विचार।।
Param pita parmatma puran brahm bandi chodd satguru rampal ji maharaj ki jai ho 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏
संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग वचन सुनकर उनसे निःशुल्क जुड़ें ताकि हमारी तरह आप भी सुखी हों, उनसे जुड़ने के बाद शरीर के सभी प्रकार के रोग नष्ट होंगे। सभी प्रकार के नशे छूट जाऐंगे। जीवन यापन के लिए थोड़ी कमाई से ही काम चल जाएगा। निर्धनता खत्म हो जाएगी।
ऐसा निर्मल ज्ञान है जो निर्मल करे शरीर।
और ज्ञान मंडलीक है, चकवे ज्ञान कबीर।।
सिर सौंपा गुरूदेव को, सफल हुआ यह शीश।
नित्यानंद इस शीश पर, आप बसै जगदीश।।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज सत्संग में शास्त्रों के गूढ़ रहस्यों को उजागर करते हैं। तथा सम्पूर्ण ज्ञान एवं सृष्टि रचना की जानकारी प्रमाण सहित बताते हैं।
Stlookaasrmbraalaaseedhaaprsaard
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब के कृपा पात्र संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य मैं पूरे विश्व मैं कबीर साहेब का प्रकट दिवस मनाया गया
संत मिलन कूं चालिए, तज माया अभिमान।
ज्यो -ज्यो पग आगे धरे, सौ-सौ यज्ञ समान।।
एक अनेक ह्वै गए, पुनः अनेक हों एक।
हंस चलै सतलोक सब, सत्यनाम की टेक।।
परमात्मा से लाभ लेने के लिए एक ‘‘मानव‘‘ धर्म से अनेक पंथ (धार्मिक समुदाय) बन गए हैं, वे सब पुनः एक हो जाएंगे। सब हंस (निर्विकार भक्त) आत्माऐं सत्य नाम की शक्ति से सतलोक चले जाएंगे।
संत रामपाल जी महाराज के आश्रम में सतलोक जैसा नजारा है पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज जी एकमात्र पूर्ण गुरु है
संत रामपाल जी महाराज की दी गई शिक्षा से हो रहा है दहेज का खात्मा।
संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान करेगा दहेज मुक्त भारत का निर्माण।
संत गरीबदास जी को भी सतगुरू कबीर परमेश्वर जी मिले थे। अपनी वाणी में लिखा है :-
गरीब, अलल पंख अनुराग है, सुन मण्डल रह थीर। दास गरीब उधारिया, सतगुरू मिले कबीर।।
उत्तर दक्षिण पूर्व पश्चिम क्यों फिरता दाणे दाणे नूं।
सर्व कला सतगुरु साहेब की हरि आए हरियाणे नूं।।
💦हजार वर्ष तप करने का जो फल प्राप्त होता है उससे अधिक फल तत्वदर्शी संत का एक पल का सत्संग मिल जाए उससे होता है।
कबीर साहेब जी कहते हैं -
सत्संग की आधी घड़ी, तप के वर्ष हजार l
तो भी बराबर है नहीं, कहै कबीर विचार ll
अनमोल ज्ञान कि गंगा सतलोक आश्रम सोजत में।
हे परमात्मा~
चाह नहीं मेरी कि, पूरा पथ जान सकूं,🥺
दे प्रकाश इतना कि, अगला हर कदम पहचान सकूं
💖🤲🏻💖
ANMOL SATSANG PARMATMA KA BANDI CHHOD SATGURU RAMPAL JI MAHARAJ KI JAY HO 💐
Kaber dukh me sumiran sab kare sukh me kare n koi jo sukh me sumiran kare to dukh kahe ko hoi
संत रामपाल जी महाराज के अनमोल प्रवचन सुनने से प्राणी को सत्यज्ञान जो वेदों और शास्त्रों मे वर्णित है उसके बारे में ज्ञात कराया जाता है तथा पूर्ण परमात्मा कौन है?, कैसा है?, कहाँ रहता है?, कैसे मिलता है? इसकी जानकारी भी विस्तार से मिलती है।
भूत-प्रेत, पित्तर-भैरव-बेताल जैसी आत्माऐं सतभक्ति करने वाले परिवार के आसपास नहीं आती। देवता उस भक्त परिवार की सुरक्षा करते हैं।
कबीर, जिव्हा तो वोहे भली, जो रटै हरिनाम।
ना तो काट के फैंक दियो, मुख में भलो ना चाम।।
जैसे जीभ शरीर का बहुत महत्वपूर्ण अंग है। यदि परमात्मा का गुणगान तथा नाम-जाप के लिए प्रयोग नहीं किया जाता है तो व्यर्थ है।
बंदी छोड़ जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की जय हो
Kabir ji is god 😊❤
बहुत ही अनमोल ज्ञान है
तत्वज्ञान युक्त सत्संग सुनने से सतभक्ति मार्ग का ज्ञान होता है। यदि एक आत्मा को भी सतभक्ति मार्ग पर लगाकर उसका आत्म कल्याण करवा दिया जाए तो करोड़ अवश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता है।
”आत्म प्राण उद्धार ही, ऐसा धर्म नहीं और।
कोटि अश्वमेघ यज्ञ, सकल समाना भौर।।“
जीवात्मा के उद्धार के लिए किए गए कार्य अर्थात् सेवा से श्रेष्ठ कोई भी कार्य नहीं है, जो वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज कर रहे हैं।
बोलो सतगुरू देव की जय
🙏🙏🌹 कबीर; सतयुग में सत्सुक्रत कर टेरा, त्रेता में नाम मुनिन्दर मेरा। द्वापर में करुणामय कहाया, कलयुग में नाम कबीर धराया।।
सतसब
कबीर, गुरु बड़े हैं गोविन्द से, मन में देख विचार।
हरि सुमरे सो वारि है, गुरु सुमरे होय पार।।
कोटि कोटि सिजदा करूं, कोटि कोटि प्रणाम।
चरण कमल में राखियो, मैं बांदी जाम गुलाम।।
कबीर, यह तन जावेगा, सके तो ठाहर लाए।
एक सेवा कर सतगुरु की, और गोविंद के गुण गाए।।
❤🎉😢😮😊kkmmoiklikoikklkmokmlokm..kpkmll
वर्तमान समय मे पूर्ण गुरू संत रामपाल महाराज जी ही है अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढे पुस्तक "ज्ञान गंगा"
कबीर,हर सुमरै सौ हंस कहावै,कामी क्रोधी काग रे। भंवरा ना भरमै विष के बन में,चल बेगम पुर बाग रे।।
ऐसा निर्मल ज्ञान है निर्मल करे शरीर और ज्ञान मांडलिक है ज्ञान कबीर तारणहार आ गया जी मुक्ति का मार्ग बढ़कर भवसागर पार लगा जीने की राह ज्ञान गंगा पुस्तक पढ़े रामपाल महाराज जी का मुक्ति का मार्ग मिल जाएगा
स्वामी रामानंद जी के गुरु
परमात्मा कबीर जी ने ढ़ाई वर्ष की आयु में गंगा घाट पर लीलामय तरीके से स्वामी रामानंद जी को इसलिए गुरु बनाया ताकि आने वाली पीढ़ियों में कोई यह ना कहे की कबीर जी का कौन सा कोई गुरु था
Jai Ho bandi chhod ki
संत रामपाल जी महाराज के आध्यात्मिक सत्संग सुनने से मनुष्य को ज्ञात होता है कि उसके जीवन का मूल उद्देश्य क्या है, सत भक्ति की विधि क्या है, किस परमात्मा की भक्ति करने से उसका जीवन सफल होगा तथा उसे क्या कर्म करना चाहिए और क्या नहीं।
जिस दिन हम सच्चे संत के सत्संग में जाते हैं उस दिन यदि हमारे भाग्य में मृत्यु भी लिखी हो तो भी परमात्मा उस मृत्यु को टाल देता है।
कबीर साहेब जी कहते हैं
संत शरण में आने से, आई टले बला।
जो मस्तक में सूली हो, वह कांटे में टल जा।।
वेदों में प्रमाण हैं कबीर देव भगवान हैं 🙏🙏
😀😀
कबीरा साधु दर्शन राम के, मुख पर बसे सुहाग।
दर्श उन्हीं के होते हैं, जिनके पूर्ण भाग।
🙏🙏🙇🙇🙇
पूर्ण संत वही होता है जो सच्चे मंत्रों को देता संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत पूरी पृथ्वी पर है
True spiritual knowledge
साचा शब्द कबीर का,सुन सुन लागे आग ।
अज्ञानी सौ जल जल मरै ,ज्ञानी जाय जाग ।कबीर,हर सुमरै सौ हंस कहावै,कामी क्रोधी काग रे। भंवरा ना भरमै विष के बन में,चल बेगम पुर बाग रे।।
कबीर साहेब अविनाशी हैं। सशरीर प्रकट होते हैं, सशरीर चले जाते हैं - प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 93 मंत्र 2, मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3
गरीब, पानी से पैदा नहीं, श्वासा नहीं शरीर |
अन्न आहार करता नहीं, ताका नाम कबीर ||
जब पृथ्वी पर पापीयों का एक छत्र साम्राज्य हो जाता है। तब भगवान पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। वर्तमान में परमात्मा संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में अवतरित हुए हैं। जिनका 17 फरवरी को बोध दिवस है। इसी उपलक्ष्य में देशभर के 9 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सामूहिक दहेज मुक्त विवाह, रक्तदान शिविर, निःशुल्क नामदीक्षा तथा अखंड पाठ का आयोजन किया जा रहा है
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 96 मन्त्र 17
यह उधृत है कि पूर्ण परमेश्वर शिशु रूप में प्रकट होकर अपनी प्यारी आत्माओं को अपना तत्वज्ञान प्रचार कविर्गीर्भि यानी कबीर वाणी से पूर्ण परमेश्वर करते हैं।
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17
शिशुम् जज्ञानम् हर्य तम् मृजन्ति शुम्भन्ति वह्निमरूतः गणेन।
कविर्गीर्भि काव्येना कविर् सन्त् सोमः पवित्राम् अत्येति रेभन्।।17।।
भावार्थ - वेद बोलने वाला ब्रह्म कह रहा है कि विलक्षण मनुष्य के बच्चे के रूप में प्रकट होकर पूर्ण परमात्मा कविर्देव अपने वास्तविक ज्ञान को अपनी कविर्गिभिः अर्थात कबीर वाणी द्वारा निर्मल ज्ञान अपने हंसात्माओं अर्थात् पुण्यात्मा अनुयायियों को कवि रूप में कविताओं, लोकोक्तियों के द्वारा सम्बोधन करके अर्थात उच्चारण करके वर्णन करता है। वह स्वयं सतपुरुष कबीर ही होता है।
Manush janm durlabh hai mile na barmbar,
Jaise patta tot gire bahuri na lagta dari
कबीर गुरु गोविन्द कर जानिए रहिए शब्द समाय।
मिले तो दंडवत बंदगी नहीं पल पल ध्यान लगाय।।
कबीरा साधु दर्शन राम के, मुख पर बसे सुहाग।
दर्श उन्हीं के होते हैं, जिनके पूर्ण भाग।
Satguru dev bhgwan ki jai ho 🙏🙏
आस्था का अद्भुत समागम!
अनमोल ज्ञान✅✅✅
ko lo ki lkn kon.soowl❤😊🎉😢😮
❤🎉😢😮😊kmmm lo lmmmllmmll
पूर्ण संत तीन बार नाम दीक्षा हैं
चौरासी लाख योनियों में जन्म-मरण का कष्ट भोगकर एक मनुष्य जन्म प्राप्त होता है। मनुष्य जन्म का मुख्य उद्देश्य शास्त्रों के अनुसार साधना करके मोक्ष प्राप्त करना है। लेकिन पाप कर्मों की पीड़ा भक्ति में बाधा डालती है। जाने-अनजाने आज लोग नशा, मांसाहार, व्यभिचार आदि पापों में लिप्त हो रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तक जीने की राह हर घर में रखने योग्य है। इस पवित्र ग्रंथ को पढ़ने से लोगों को मानव जीवन के मूल्य का एहसास होगा और वे इस लोक और परलोक दोनों में खुश रहेंगे।
Awesome post
सत्संग_से_ही_सुख_है
Sant Rampal Ji Maharaj
💦 पूर्ण संत के सत्संग में प्रमाण सहित तत्वज्ञान की जानकारी मिलती है। साथ ही कर्त्तव्य (जो कर्म करने चाहिए) व अकर्त्तव्य (जो कर्म नहीं करने चाहिए) की जानकारी मिलती है। जिससे समाज सुधार व मानवता को गति मिलती है।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत हैं, उनके सत्संग अवश्य सुनें।
#
Sat saheb ji
Great spiritual knowledge
Original spirituality
जय बोलो बंदी छोड़ की ❤❤❤❤
Very nice Bhandara
🍀संत रामपाल जी महाराज ने तो गिरते भक्ति स्तर को फिर से एक नवीन रोशनी दी है। भक्त समाज को दोबारा पवित्र वेद, पवित्र गीता की तरफ मोड़ा है व सही मायने में हिन्दू धर्म का पुनरुथान किया है।
जल थल पृथ्वी गगन में , बाहर भीतर एक ।
पूर्ण ब्रह्म कबीर हैं , अविगत पुरूष अलेख ।।
सत भक्ति ज्ञान प्राप्त करने के लिए अवश्य सुने साधना चैनल पर शाम 7. 30 से 8. 30 तक
संत रामपाल जी महाराज ने सतभक्ति साधना के साथ परमार्थ करने को श्रेष्ठ बताया है। इसी कारण उनके अनुयायी आए दिन जरूरत मंदों की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं। संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी जरूरत मंद लोगों के लिए रक्तदान सेवा में लगे हुए हैं
संत रामपाल जी महाराज जी के विचारों से समाज में सुधार आएगा।
देश के लड़के-लड़की अपनी संस्कृति पर लौटेंगे। भारत देश में अमन होगा।❤
मेरी जिंदगी का आसरा मेरा सहारा 😭💞❤️
My father 🤝📿🌎👑💞
🫀📿🌎👑
समाज में व्यापक कुरीतियों और बढ़ रहे सामाजिक अपराधों से छुटकारा पाने के लिए हमें तत्वज्ञान की आवश्यकता है और ऐसा ही ज्ञान देने वाले जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
Great
Jai ho bandi chor ki
सत साहेब। जय बंदी छोड़ की
संत रामपाल जी महाराज 1:12
अनमोल वचन
Sat saheb ji Prabhu ji koti koti dandwat pranam Malik daya karana 😢🌹🌹
Nice
Very nice post ji 🙏🙏🙏
जननी जण तो भक्त जण, कां दाता कां शूर,
नहीं तो रहेजे बांझणी, मत गुमावीस नूर,
🙏🙇
Das kaa koti koti naman aur dandwat parnaam Malik Tatwadarshi Sant Rampal ji Maharaj ke charnkamlon mein.
Satlok Aashram Sojat Is Very Beautiful Place.🥰🥰🕊️🕊️
काल लोक में गलत साधना से सभी जीव दुःखी हैं। संत रामपाल जी महाराज जी ने सभी धर्मों के शास्त्रों से सही भक्ति विधि बताकर मानव समाज पर बहुत बड़ा उपकार का काम किया है।
संत रामपाल जी महाराज पूर्ण गुरु हैं। पूर्ण संत के सत्संग से सभी विकार समाप्त होते हैं तथा मोक्ष मिलता है।
इसी कारण संत रामपाल जी महाराज के सभी अनुयायी बुराइयों/विकारों से दूर हैं।
सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
🎯अपने निज घर सतलोक से परिचित करवाया
संत रामपाल जी महाराज जी ने अपने निज घर अमर लोक (सतलोक) को भूल चुकी सभी आत्माओं को सैंकड़ों प्रमाण देकर सतलोक के स्थायी सुखों से परिचित करवाया जिससे जनता को एक ऐसे लोक का पता चला जहां जाने के बाद जन्म व मृत्यु नहीं होती।
🙏🌹saty saheb ji 🙏 🙏
ऐसा निर्मल ज्ञान है जो निर्मल करे शरीर ।
और ज्ञान मंडलीक है चकवे ज्ञान कबीर ।।
संत रामपाल जी महाराज की दी गई शिक्षा से हो रहा है दहेज का खात्मा।
संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान करेगा दहेज मुक्त भारत का निर्माण।
सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर"
पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
संत मिलन को चालिए, तज माया अभिमान।
जो जो पग आगे धरे, कोटि यज्ञ समान।।
😊😢😮🎉❤❤😊😊😊😊😊😊😊😢😮❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
संत रामपाल जी महाराज जी सत्संग में मोक्ष का रास्ता बताते हैं जो चारों वेद, छह शास्त्र, 18 पुराण से प्रमाणित है। सत्संग ही मोक्ष का द्वार है जहां पर लोग सत्य ज्ञान प्राप्त करते हैं और सत भक्ति करके सतलोक चले जाते हैं।
है सत्संग मोक्ष की धारा, कोई समझे राम का प्यारा।।