मेरी माँ जब संकट चौथ व्रत की 4 कहानियाँ (मुल्तानी/सरायकी) सुनाते हुए रो पड़ी।

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  • Опубликовано: 7 сен 2024
  • संकट चौथ व्रत गणपति भगवान को समर्पित है क्योंकि गणेश जी हमारे समस्त संकटों को हरते हैं। इस व्रत में कहानियां सुनी जाती हैं जिसमें गणेश जी आकर दुखों का नाश करते हैं। यह कहानियां सरायकी/मुल्तानी में हैं जिसमें हमारी माता श्रीमती जेसी बाई अपने बचपन से ही कहती सुनती आ रही हैं। यह कहानियां उन्होंने अपनी माँ और सास से सुनी, आज 82 साल
    की उम्र में भी वो उसी उत्साह के साथ कहानियां कहती हैं।

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