फिल्म 'बटवारा' के गीत को मनचला जी ने इतना बेहतरीन गाया है और इतनी बढ़िया भावभंगिमा दर्शाया कि कविता कृष्णमूर्ति को भी पीछे कर दिया | 🎉न देवो विद्यते काष्ठे, न पाषाणे न मुण्मये | भावेषु विद्यते देव:, तस्माद्भावो हि कारणम् || ईश्वर लकड़ी,पत्थर और मिट्टी में नहीं भाव में है | इसलिए ईश्वरत्व का भाव ही कारण है |
अति सुंदर और हृदय स्पर्शी गायन भैया जी शुभ संध्या जय श्री राम ❤❤
फिल्म 'बटवारा' के गीत को मनचला जी ने इतना बेहतरीन गाया है और इतनी बढ़िया भावभंगिमा दर्शाया कि कविता कृष्णमूर्ति को भी पीछे कर दिया |
🎉न देवो विद्यते काष्ठे, न पाषाणे न मुण्मये |
भावेषु विद्यते देव:, तस्माद्भावो हि कारणम् ||
ईश्वर लकड़ी,पत्थर और मिट्टी में नहीं भाव में है | इसलिए ईश्वरत्व का भाव ही कारण है |
Jai ho
गुरुदेव जी के श्री चरणों में बारंबार प्रणाम करता हू
माँ की ममता की छमता की कभी न समता हो सकती