व्यवहारिक जीवन में ईश्वर की आवश्यकता - आचार्या शीतल जी - 14.07.2024 - वानप्रस्थ साधक आश्रम,रोजड़
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- Опубликовано: 12 сен 2024
- ओ३म्
नमस्ते जी...
वानप्रस्थ साधक आश्रम, वैदिक ज्ञान, सिद्धांत, ध्यान, साधना और अध्यात्म को समर्पित संस्थान है ।
वानप्रस्थी साधक - साधिकाओं को साधना अनुकूल अवसर प्रदान करने के लिए,
आदर्श वैदिक आर्ष गुरुकुल का संचालन करने के लिए,
योग शिविर, ध्यान शिविर, ध्यान प्रशिक्षक प्रशिक्षण शिविर, संध्या शिविर, क्रियात्मक योगाभ्यास शिविर, आत्ममंथन शिविर, यज्ञ प्रशिक्षण शिविर, यज्ञ मन्त्रार्थ शिविर, दम्पती शिविर, महिला जागृति शिविर, किशोर निर्माण शिविर, किशोरी निर्माण शिविर, संस्कृत सम्भाषण शिविर, सूचना तकनीक शिविर, वैदिक दर्शनों के अध्ययन के लिए स्वाध्याय शिविर, संस्कृत भाषा व व्याकरण के लिए अध्ययन शिविर आदि के आयोजन करने के लिए,
वैदिक ग्रन्थों का प्रकाशन और वितरण करने के लिए,
धर्मार्थ चिकित्सालय का संचालन करने के लिए और
वर्ष भर सातों दिन, १२ घण्टें अनवरत यज्ञ करने के लिए हम कृतसंकल्प हैं ।
वानप्रस्थ साधक आश्रम
आर्यवन, रोजड़, सागपुर, साबरकांठा, गुजरात - 383307 vaanaprastharojad@gmail.com
दूरभाष - 9427059550
Aaderney Acharya ji sader namaste ji bhut bhut danyavad Acharya ji 🙏
आचार्य श्री जी सादर नमस्ते जी धन्यवाद
नमस्ते आचार्य🙏
Bahot hi accha pravachan tha
🙏
🙏dhanyavad.acharyaj.
मेरी पूजनीय आचार्या दीदी जी को चरण स्पर्श 🙏🙏 प्रणाम।
आचर्या जी सादर प्रणाम 🙏🙏🙏
नमस्ते आचायाॅ जी
नमस्ते आचार्याश्री, आपने बहुत ही महत्वपूर्ण विषय के उपर अति उत्तम विचार प्रकट किए और बहुत ही सुंदर शान्तमय समझाए। ऐसा मेरा भी विचार है। भुरिशह धन्यवाद।
जी
आचार्या जी सादर प्रणाम जी
Aum
नमस्ते आचार्या जी
🙏🙏🙏
नमस्ते आचार्या जी।🙏🙏