.... वेदों के अनुसार एक ईश्वर की शरणागति ही सत्य धर्म है। अन्य की पूजा का प्रचलन बाद में हुआ। जिसके कारण कालांतर में ईश्वर की पूजा को अन्य की पूजा से हस्तांतरित कर दिया गया और सबने अपने अपने इष्ट देवों को स्वयं परमेश्वर बताना आरंभ कर दिया। जिससे ईश्वर के बारे में विभिन्न प्रकार के भ्रमों और विसंगतियों का जन्म हुआ। वो परमपिता परमेश्वर वेदों के अनुसार एकमात्र सत्य और सनातन है। वो अजन्मा और अविनाशी है। सम्पूर्ण सृष्टि उसकी ही महिमा से विद्यमान और आनंदित है। सभी दिशाओं में और सब लोकों में उसी की महिमा है!
मैंने आपको कुरान पढ़ने के लिए कहा था वेद पुराण नहीं, सबको पता है सनातन में क्या है, ऐसा कैसा हस्तांतरण कि दूसरे के ईश्वर को, इष्ट को पूजने को कुफ्र बता दो ,और इष्ट के आलयों को तोड़ने का हुक्म जारी कर दो वो भी ग्रन्थों में लिखकर,आप सनातनी मान्यता को माने, लेकिन ऐसा मत कहिए कि अब्राहमिक धर्म भी वही मानते हैं ।आप सनातन के पुर्व आग्रह से ग्रसित हैं,मैं नहीं मैं प्रमाणित बातें करता हूं आप पढ़ें तो सही।
@@Chauhanartcraft सबसे बड़ा पूर्वाग्रह तो ये है कि आप अपने ईश्वर को दूसरे के ईश्वर से अलग मानते हैं। एक ईश्वर की अवधारणा सभी धर्मों में लगभग समान है। कम से कम ये तो कहा ही जा सकता है कि सबका स्वामी एक ही है और अनेक नहीं हैं। अनेक नहीं है तो कैसी तुलना और कैसी प्रतिस्पर्धा। क्या आप नहीं मानते कि सभी लोकों का स्वामी और रचयिता एक ही है और वो सभी का है। और वही उपास्य है।
According to the book, Autobiography of a Yogi by Paramahansa Yogananda:: Kali Yuga started about AD 500. The iron age of 1200 years duration ended about AD 1700. That year ushered in Dwapara Yuga, a period of 2400 years of electrical, atomic energy developments: the age of telegraphy, radio, airplanes, and other space annihilators. The 3600 year period of Treta Yuga will start in AD 4100.
@@TheoSophii जब पूजा करते हैं तो विनती करते हैं, विश्व का कल्याण हो,जब नमाज पढ़ते हैं तो कहते हैं, अल्लाह सबसे बड़ा है, बाकी कोई नहीं और सिर्फ वही मावूद है, अल्लाह के सिवा किसी की पूजा हराम है,शिर्क है और शिर्क की कोई मांफी नहीं, पढ़ा तो करें भाई,फर्क नज़र आएगा,एक पुस्तक है all' religions are not the same,by Sanjay Dixit, अगर इसपर भरोसा नहीं तो कूरआन का अंग्रेजी अनुवाद पढ़ें,हिन्दी नहीं क्यों कि उसमें शहद लपेटा गया है। धन्यवाद वाद, सलीके से प्रश्न पूछने के लिए।
@@Chauhanartcraft कोई अंतर नहीं है। दोनों में भगवान की महिमा और भगवान से कृपा की प्रार्थना होती है। ईश्वर एक और अप्रतिम है ऐसा शास्त्रों में भी है। एक धर्म विशेष के प्रति पूर्वाग्रह आपको शोभा नहीं देता गुरुजी।
Jai shree krishna 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
JAY ⚫❗⚫ JAGANNATH
।।जय श्री जगन्नाथ स्वामी जय श्री कल्की अवतार भगवान की।।
🙏Jai ShreeMadhava🙏
जय सत्य सनातन धर्म
Joy Guru
Joy shree krishna
Beauty of bharat
Jai Shri Hari ji ke🙏 1:23
जय श्री राम जि की
sc/st ko achoot banane wali kitaab aur hajaron saal unka shoshan karne wale manuwadi kv sach bol hi nhi sakte.
Jay shree Ram Jay shree Krishna Jay shree Ram Jay bajarang Bali
DHIRENDRA SASTRIJI HI KALKI BHAGABAN HAI 🙏🚩🙏👍🙏🚩🙏🚩🙏👍
😂😂 devdatt ghoda kaha hai fir
@@saujanyarathod3425 mil jayagi jaldi
Kuch bhi
Jai Ma Durga.
Jay shree hari...........
sc/st ko achoot banane wali kitaab aur hajaron saal unka shoshan karne wale manuwadi kv sach bol hi nhi sakte.
Thanks Muslim brother
.... वेदों के अनुसार एक ईश्वर की शरणागति ही सत्य धर्म है। अन्य की पूजा का प्रचलन बाद में हुआ। जिसके कारण कालांतर में ईश्वर की पूजा को अन्य की पूजा से हस्तांतरित कर दिया गया और सबने अपने अपने इष्ट देवों को स्वयं परमेश्वर बताना आरंभ कर दिया। जिससे ईश्वर के बारे में विभिन्न प्रकार के भ्रमों और विसंगतियों का जन्म हुआ। वो परमपिता परमेश्वर वेदों के अनुसार एकमात्र सत्य और सनातन है। वो अजन्मा और अविनाशी है। सम्पूर्ण सृष्टि उसकी ही महिमा से विद्यमान और आनंदित है।
सभी दिशाओं में और सब लोकों में उसी की महिमा है!
मैंने आपको कुरान पढ़ने के लिए कहा था वेद पुराण नहीं, सबको पता है सनातन में क्या है, ऐसा कैसा हस्तांतरण कि दूसरे के ईश्वर को, इष्ट को पूजने को कुफ्र बता दो ,और इष्ट के आलयों को तोड़ने का हुक्म जारी कर दो वो भी ग्रन्थों में लिखकर,आप सनातनी मान्यता को माने, लेकिन ऐसा मत कहिए कि अब्राहमिक धर्म भी वही मानते हैं ।आप सनातन के पुर्व आग्रह से ग्रसित हैं,मैं नहीं मैं प्रमाणित बातें करता हूं आप पढ़ें तो सही।
@@Chauhanartcraft सबसे बड़ा पूर्वाग्रह तो ये है कि आप अपने ईश्वर को दूसरे के ईश्वर से अलग मानते हैं। एक ईश्वर की अवधारणा सभी धर्मों में लगभग समान है। कम से कम ये तो कहा ही जा सकता है कि सबका स्वामी एक ही है और अनेक नहीं हैं। अनेक नहीं है तो कैसी तुलना और कैसी प्रतिस्पर्धा। क्या आप नहीं मानते कि सभी लोकों का स्वामी और रचयिता एक ही है और वो सभी का है। और वही उपास्य है।
According to the book, Autobiography of a Yogi by Paramahansa Yogananda:: Kali Yuga started about AD 500. The iron age of 1200 years duration ended about AD 1700. That year ushered in Dwapara Yuga, a period of 2400 years of electrical, atomic energy developments: the age of telegraphy, radio, airplanes, and other space annihilators. The 3600 year period of Treta Yuga will start in AD 4100.
Gair hinduon ko Mandir Mein Pravesh varjit Jay Shri Ram Jay Kalika Avatar
ऐसा किस शास्त्र में लिखा है स्वामीजी
sc/st ko achoot banane wali kitaab aur hajaron saal unka shoshan karne wale manuwadi kv sach bol hi nhi sakte.
मैडम पूजा कर रहीं थीं या नमाज पढ़ने लगी थी।
पूजा और नमाज में क्या अंतर है गुरुजी
@@TheoSophii जब पूजा करते हैं तो विनती करते हैं, विश्व का कल्याण हो,जब नमाज पढ़ते हैं तो कहते हैं, अल्लाह सबसे बड़ा है, बाकी कोई नहीं और सिर्फ वही मावूद है, अल्लाह के सिवा किसी की पूजा हराम है,शिर्क है और शिर्क की कोई मांफी नहीं, पढ़ा तो करें भाई,फर्क नज़र आएगा,एक पुस्तक है all' religions are not the same,by Sanjay Dixit, अगर इसपर भरोसा नहीं तो कूरआन का अंग्रेजी अनुवाद पढ़ें,हिन्दी नहीं क्यों कि उसमें शहद लपेटा गया है। धन्यवाद वाद, सलीके से प्रश्न पूछने के लिए।
@@Chauhanartcraft कोई अंतर नहीं है। दोनों में भगवान की महिमा और भगवान से कृपा की प्रार्थना होती है। ईश्वर एक और अप्रतिम है ऐसा शास्त्रों में भी है। एक धर्म विशेष के प्रति पूर्वाग्रह आपको शोभा नहीं देता गुरुजी।
पैसा के लिए कितना गिर जाएगा इंसान आज देख लिए अरे कमाना ही है तो कोई मेहनत का काम कर लो कियूओं तुमको और कोई काम नही मिला है किया
क्या समस्या है।
SANATAN DHARM KE HAGWAT KATHA MEIN VARNIT HAI....
Sambhal ka Musalman Shrik ziyada karta hai
Fir yo Hindu kyo nahi ban jata,
Sb kuch up m hoga kuch nhi hoga ehsa sbhi avtar up m he keu en up ka bhaiyo na suru sa babkof bnya hua gotkha khna khi ka
😂😂😂
UP में विलेन भी बड़े बड़े होते हैं
Sambhal ka Musalman Shrik ziyada karta hai