भगवद गीता explanation of self-realization | Krishna | Arjun |Sanatan Dharma (Hinduism) explanation

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  • Опубликовано: 12 сен 2024
  • भगवद गीता explanation of Mind Control | Shree Krishna | Arjun |Sanatan Dharma (Hinduism) explanation | Neash Vashishth
    सनातन धर्म (हिंदू धर्म) में, सबसे आशाजनक ग्रंथ वेद (Vedas) हैं और वेदों में अद्वैत वेदांत ने भगवान की अवधारणा को विस्तार से परिभाषित किया है।
    अद्वैत वेदांत के अनुसार, ब्रह्म सच्चा आत्म, चेतना (consciousness), जागरूकता और एकमात्र वास्तविकता (सत्) है।
    गीता के अंदर वेदांत का सार है|गीता के अंदर भगवान श्री कृष्ण अर्जुन को भौतिक दुनिया से लेकर आध्यात्मिक दुनिया का ज्ञान देते हैं।
    गीता की शुरुआत कर्म योग से होती है या उसके बाद ध्यान योग, ज्ञान योग और भक्ति योग पर भी बात हुई है!
    ऐसे कई ऋषि हुए हैं जिन्होंने ब्रह्मांड के साथ एकता का अनुभव किया है और इस अनुभव को आत्मबोध (Self Realization) कहा जाता है।
    मैं कौन हूं (Who am I?) यह हमारे वास्तविक स्वरूप तक पहुंचने की सबसे सरल जांच (method) है|
    People like J Krishnamurti, ‪@Sandeepmaheshwarispirituality‬explained about psychological structure of Mind in detail.
    हमने इस वीडियो में गीता को बहुत ही सरल और रोचक तरीके से समझने की कोशिश की है|
    ये तो गीता को समझने की सिर्फ शुरुआत है, आगे आने वाले वीडियो में हम गीता के बाकी विषयों पर अपनी चर्चा जारी रखेंग|
    #Geeta #KarmYoga #bhagavadgita #whoisgod #advaita #whoami #aum #spirituality

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