‪@Vaishnava2568‬

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  • Опубликовано: 4 окт 2024
  • फ्रंट व्हील ड्राइव कारों में अगले पहियों पर दो लाइव एक्सल होते हैं जिनके बाहरी सिरों (पहियों की तरफ)सैपा ज्वाइंट (Rezppa Joints) तथा अंदर के सिरों (ट्रान्स एक्सल की तरफ)ट्यूलिप ज्वाइंट (Tulip 🌷 joints) होते हैं। यही ज्वाइंट कांस्टैंट वैलोसिटी ज्वाइंट्स कहलाते हैं ।सैपा ज्वाइंट के आउटर रेस के अंदर छह बाल्स इनर रेस तथा आउटर रेस के खांचों के बीच आगे पीछे चल सकते हैं ये छः बाल्स एक कैज द्वारा अपने अपने खांचों में कैद होती हैं एक्सल शाफ़्ट, आउटर रेस,इनर रेस तथा स्ट्ब एक्सल शाफ़्ट की सेंटर लाइन एक सीध में होती है।बाल्स इनर रेस तथा आउटर रेस के मध्य घर्षण होता है इन्हें क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए,आयु काल बढ़ाने के लिए ग्रीस भरी जाती है और गंदगी को रोकने के लिए डस्ट बूट लगाए जाते हैं। क्यों कि इनमें सड़कों की धूल, कीचड़, अन्य गंदगी, तापमान का प्रभाव, पानी तथा पहिए की अप डाउन मूवमेंट स्टीयरिंग लिंकेज द्वारा लैफ्ट राइट मूवमेंट के कारण डस्ट बूट निर्धारित समय के बाद, लापरवाही के कारण कट फट जाते हैं और ग्रीस पिघल कर ब्रैक पार्ट्स (कैलीपर्स,डिस्क) पर पड़ कर ब्रैक फेल कर सकते हैं और स्टीयरिंग सिस्टम फेल हो सकता है। इस लिए समय समय पर इन्हें चैक करते रहो, निर्माता कंपनी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार समय पर ग्रीसिंग करते रहना चाहिए। क्षतिग्रस्त डस्ट बूट को तत्काल बदल देना चाहिए अन्यथा कंट्रोल सिस्टम फेल हो जाने के कारण भयंकर दुर्घटना हो सकती है।

Комментарии • 2

  • @surandersuranderdev8257
    @surandersuranderdev8257 3 месяца назад

    सर जी राम राम

    • @Vaishnava2568
      @Vaishnava2568  3 месяца назад

      जय जय सियाराम।आप हमेशा सबसे पहले वीडियो देख कर लाईक और कंमैंट करते हैं। आपके प्यार और सम्मान के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।