ज्ञानी और अज्ञानी की पहचान क्या है||दुख आत्मा को होता है या शरीर को ||बीजक साखी 272||Abhilash saheb
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- Опубликовано: 29 ноя 2024
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#आत्मा का स्वरूप क्या है
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सतगुरु देव जी की जय हो सतगुरु जी के चरणों में सादर नमन करते हुए साहेब बन्दगी साहैब जी
Saprem saheb bandgi saheb 3🎉🎉🎉
सतगुरु देव कि जय साहेब बंदगी साहेब जी को
Saheb bandgi sahebji
Birdichand chirania
Saheb bandgi ttryebar sahebjiko
Saheb bandgi sarkarke
20:26
सतलोक में अखंड मुक्ति नहीं है। लेकिन कलयुग में अखंड मुक्ति का ज्ञान आया है। जो सतलोक से न्यारा है। इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है।
आप गुरुदेव जी के प्रवचन ध्यान से सुने।। अधजल गगरी छलकत जाए, ऐसा न करें।।।
@@dharamdas356 आपके गुरु देव सतलोक का टिकट काटते हैं और सतलोक भागवत प्रमाण से प्राकृतिक प्रलय में लय हो जाएगा। ऐसी यात्रा का कोई फायदा नहीं है।
गायानी को पागल दुनीया समजती हय ओर गयानी दुनीया को पागल समजता हय यही अंतर हय मेर घरवाले मेरा समाज मुजे पागल समजते हय कयु के वो अंजान हय सत को नही जानते ओर भी गहेरे सत रहस्य गुप्त हम जानते हय सत जानता हय वो करम बंधन से मुक्त हय नही जानता वो बंधन मे हय सत तो सत ही हय
Saheb bandgi sahebji