Wow...👌👌👌 बहुत ही जबरदस्त और ज्ञानवर्धक जानकारी दी आपने। हकीकत तो यह है कि बहुत कम लोगों को पता होता है कि श्वास एक तरफ इडा नाड़ी से चल रहा है या पिंगला नाड़ी से... आज के वीडियो में आपने खूबसूरती के साथ 100% जरूरी इन्फो दी और मेरा मानना है कि सभी लोग आपका यूट्यूब चेनल सब्सक्राइब करें और अपने आप को जानने की कोशिश करें। इसलिए कि ये फोगट में माहिती मिल रही है जब की ये सब शिखने के लिए कई लोग पैसा पे करते हैं तो आपको मेरी तरफ से खूब खुद धन्यवाद। God Bless You Thank You Universe 👌💯👍🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Aapne bilkul satya kaha apne swar par dhyaan lagane se swar 1 mint mai change ho jata hai aur sushmna nadi chalne Lahti hai Maine abhi iska pryog kiya aur aapke kathan ko satya paya ....dhanyawaad
Saans ko gahra karne ke liye aapko pranayam ki practice karni caahiye, aap har roj kapalbhati or anuloam viloam breathing exercises ki practice kare, aisa karne se dheere dheere aapki saans deep chalne lagegi
जब मैं ध्यान लगता हु तो मुझे ध्यान पहले तेज रोशनी दिखती फिर जैसे सिनिमा हॉल में फिल्म दिखाई देती वैसे ही आज्ञा चक्र पर में नकासी दिखाई देती है सोने की इतनी साफ दिखाए देती जैसे HD क्लियर मूवी से भी जायदा
Shukriya guru ji M morning 5 o clock dhyan me baithti thi lakin jb bhi dhayan me baithti muje bahut sardi lgti thi jiske karan m dhayan nhi lga pati thi appke vedio se meri prblm solve ho gyi
आप खुब पानी पिये, अपने आहार मे ठण्डी तासिर के खाध पदार्थो तथा सुपाच्य भोजन व फल आदि का सेवन करे । अनुलोम-विलोम, शीतली, सित्कारि, चंद्र भेदी प्राणायाम का नित्य अभ्यास करे । अधिकतर जब आप सोते या लेटते है तो बाई नासिका को ऊपर की और रख कर सोये यानि दाई करवट लेकर सोये इससे आपकी चंद्र नाडि जो शरीर को शीतलता देती है, वह चलेगी और शरीर की अति की गर्मी या जलन शान्त होगी ।
Sir Ji aap ko koti koti vandan aap ne dhyan ke bare me vistar se sushumna nadi ke dwara bahut hi badhiya trike se btaya h ab dhyan krne ka mn krta h 🙏🙏
Dhanyawad guruji aj tak Itna saral tarika kisine nahi samjha ya tha o Apne samjhaya. Ida , pingala our sushmana Nadi ke bareme Itha mahtwapurn Gyan Dene ke liye Dhanyawad Guruji ,
निरंतर षुसुमना नाडी चलती है । कहीं और ध्यान जाता नहीं, अंतर्मुखी बना रहेता हु, मौन न चाहते हुए भी रहेना पडता है, देह भान नहीं रहेता । क्या ये आध्यात्मिक उन्नति है या कुछ और ? कृपया आपकी प्रतिक्रिया देकर हमे उपकृत करे ।
निश्चित ही, ये सभी लक्षण आध्यात्मिक उन्नति के है, किन्तु जैसा की आपने कहा की ना चाहते हुए भी रहना पड़ता है, य़ह बात कुछ विपरित है क्यूंकि ऐसे लक्षण सहजता और प्रसन्नता से उत्पन्न होने चाहिए, लेकिन यदि कहीं कोई विवशता है तो ये एक प्रकार का असंतुलन भी हो सकता है ।
आप साहेबाका अनुभव युक्त उत्तर पढकर प्रसन्नता हुई । लगता है आप बेहद अर्थात अपरिमित शक्तियों के स्वामी हैं । नत सस्तक वंदन, नमन । संतुलित जिवन किसी अगोचर ढंग से प्राप्त होनेकी प्रसन्नता प्रभुकी देन समजता हु । पुनः अंतःकरणसे आभार आपका ।
Namaskar guruji, 🙏🙏 Agar humne 21 dino tak dhyan me koi iccha ki hai parmatma se pr vo abhi Puri nahi hui hai, to use 21 din bad rok de ya fir continue karna chahiye, aur kab tak . 🙏🙏
kyaa aap sushumna naadi jagrit karaney k baad kyaa kyaa kar sakatey hai isakey barey mai detail information ka video bana sakatey, kyouki zyadatar sabne eda, pingla aur sushumna ko kaisey jagrit kar sakatey hai iskey barey mai hi information di hai but kisi ne sushumna naadi jagran k baad kya kya kar sakatey hai isakey barey mai detail information kisiney nahi di.
सुषुम्ना अशुद्धियों के कारण बंद रहती है और प्राणायाम की मदद से हम इसे शुद्ध कर सकते हैं। इसके इलावा इसको जागृत करने के लिये दिर्ध श्वास प्र्श्वास यानि निरंतर लम्बी गहरी सांस लेने की आदत डालनी चाहिये । जल नेति, सूत्र नेति का अभ्यास, योग अभ्यास जैसे त्रिव गति से सुर्य नमस्कार, दौडना, व्यायाम करना आदि भी सुष्मना जाग्रति के लिये उतम है । और ध्यान में बैठने से पहले कुछ शुद्धि दायक प्राणायाम करें जैसे कि कपालभाति और नाड़ी शोधन। इन प्राणायाम के 10 या 15 मिनट के अभ्यास करने से सुषुम्ना का मार्ग खुल जाएगा और फिर ध्यान के लिए बैठ जाये और अब अंतर देखें, आपको पहले की तुलना में ध्यान अधिक प्रभावी और गहरा लगेगा ।
Excellent, sath hi me janana chahti hu ki Ye dono nadiya male female dono me ek hi name se jante he jese right se chalne wali ko dono me pingal hi bolte he.
इसके लिए आप निम्नलिखित बातों का ख्याल रखे :- जब हम ध्यान मे बैठते हैं तो उस समय हमे कमर सीधी करके बैठना चाहिए क्योंकि यदि हमारा शरीर यदि दाई और अगर झुका रहा तो पिंगला नाड़ी चलेगी और यदि बाइ और झुका रहा तो इडा नाड़ी चलेगी किन्तु यदि कमर सीधी रहीं तो सुषुम्ना चलनी शुरू हो जाती है, इसीलिए ध्यान मे सीधा बैठने का इतना महत्व है। दूसरी बात, ऐसी परिस्थितियां जिसमें जोखिम हो, रिस्क हो, वैसी परिस्थितियों मे भी सुषुम्ना सक्रीय हो जाती है, इसलिए अपने जीवन मे जितना आप दृढ़ निश्चय होकर पराक्रम करेगे उतनी आपकी सुषुम्ना नाड़ी सक्रीय रहेगी, क्योंकि चुनौती मे य़ह जागृति मे आ जाती है। तीसरी बात, आप ध्यान मे जब भी गहरे होगे, और जब भी आप का मन शांत होकर निर्विचार होगा, ठीक उसी समय सुषुम्ना जागृत हो उठेगी। तभी तो गहरे ध्यान मे अगर हम कोई प्रर्थना या संकल्प करे तो पूरा हो जाता है क्यूंकि उस समय सुषुम्ना सक्रीय रहती है। चौथी बात, सुषुम्ना अशुद्धियों के कारण बंद रहती है और प्राणायाम की मदद से हम इसे शुद्ध कर सकते हैं और जागृत कर सकते हैं, इसके इलावा इसको जागृत करने के लिये दिर्ध श्वास प्र्श्वास यानि निरंतर लम्बी गहरी सांस लेने की आदत डालनी चाहिये । जल नेति, सूत्र नेति का अभ्यास, योग अभ्यास जैसे त्रिव गति से सुर्य नमस्कार, दौडना, व्यायाम करना आदि भी सुष्मना जाग्रति के लिये उतम है । और ध्यान में बैठने से पहले कुछ शुद्धि दायक प्राणायाम करें जैसे कि कपालभाति और नाड़ी शोधन। इन प्राणायाम के 10 या 15 मिनट के अभ्यास करने से सुषुम्ना का मार्ग खुल जाएगा और फिर ध्यान के लिए बैठ जाये और अब अंतर देखें, आपको पहले की तुलना में ध्यान अधिक प्रभावी और गहरा लगेगा ।
Sirji pranaam. Meri jab se kundalini jagrit hona saru hue hai tab se mujhe fill hota hai mai adhiktar sushumna se he breath kar rahii huni. Tho Mera ye sawal hai ki hume phir esh baat pe jor dena chaye ki kaha se breath chale? Ya naturally jo ho raha hai wo hone de?
Sir mujme buri chiz hai ki me koi bhi naya kam shuru karti hu to me zyada din nhi kar pati mera man nhi lagta sirf 6&7 din me hi me nirash ho jati hu muje sabar nhi hai mera phir man nhi hota or man nhi lagta isliye mere ander bht udhh chalta hai
हिना जी आप सुबह शाम मेडिटेशन करे, अपने आप को प्यार, विश्वास करे, अच्छी पॉजिटिव बुक पढ़े, अपने आप को रात की नींद से पहले सवाल करे, थोड़े दिनों में आप बेहतर होने लगेंगे। धन्यवाद।
ऐसा आपके मन की चंचलता के कारण है, य़ह दर्शाता है की आपमे उत्तेजना की अधिकता और धैर्य की कमी है। ऐसी स्थिति को सही होने मे समय लगता है, जैसे जैसे व्यक्ति आयु बढ़ने के साथ प्रौढ होता है वैसे वैसे व्यक्ति मे समझ का और धैर्य का विकास होता है और तब ऐसी स्थिति नहीं होती जैसी आप बात कर रहे हैं। अगर आप ऐसी स्थिति को दूर करके धैर्य का विकास करना चाहते हैं तो नित्य प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास करे ।
@@Dhyankagyan777 guruji aapne sahi kaha mera man bht zyada chanchal hai kisi ek chiz pe tikta hi nhi hai.. vaise meri age 53 hai lekin phir bhi mujme dhariya nhi hai shayad humlogo ka samay bht kharab chal raha hai isliye bhi me kitni bhi koshish karu safal nhi hoti na dhyan me na pujapath me kahi bhi
Guruji pranam aapne Aditya name ke subscriber ko apna number diya h I am Sukhdev listen your videos and the videos of other guru's continue wants to talk to you once why I don't know but you gave me the answers of many onf my questions as I knew already but don't know the way of early rising and right way of utilising my morning time how will I get solutions? Plz enlighten me asap
सुबह जल्दी उठने के लिए आपको मेरा य़ह वीडियो देखना शायद सहायक रहेगा :- ruclips.net/video/8UxDevgPRZw/видео.html सुबह के समय को उपयुक्त रूप से इस्तेमाल करने मे आपको मेरा य़ह वीडियो सहायक हो सकता है :- ruclips.net/video/2Ed6sGWVEBE/видео.html
ऐसा मैंने तब करने को बोला है जब आप घर पर हो, अन्यथा जब आप ऑफिस आदि मे हो और तब आप अपना स्वर बदलना चाहते हो तो आप अपने चालू स्वर को अंगुली से बंद करके अपने नाक की दूसरी तरफ से यानि कि जो स्वर बंद है उसको खोलने के लिए 1 मिनट तक उस तरफ से जोर से साँस ले और छोडे, ऐसा करने से बंद स्वर खुल जाएगा।
जब आपका दाया स्वर चले यानि जब आपके राइट साइड के नथुने से खुल के साँस आ जा रहीं हो और बाया स्वर बंद हो या आंशिक रूप से ही खुला हो तो इसका मतलब आपकी पिंगला नाड़ी चल रहीं हैं। और जब आपका बाया स्वर चले यानि जब आपके लेफ्ट साइड के नथुने से खुल के साँस आ जा रहीं हो और दाया स्वर बंद हो या आंशिक रूप से ही खुला हो तो इसका मतलब आपकी इडा नाड़ी चल रही है। और जब नाक के दोनों नथुनों से खुल कर एक साथ साँस आ जा रहीं हो तो इसका मतलब आपकी सुषुम्ना नाड़ी चल रही है।
सुषुम्ना अशुद्धियों के कारण बंद रहती है और प्राणायाम की मदद से हम इसे शुद्ध कर सकते हैं। इसके इलावा इसको जागृत करने के लिये दिर्ध श्वास प्र्श्वास यानि निरंतर लम्बी गहरी सांस लेने की आदत डालनी चाहिये । जल नेति, सूत्र नेति का अभ्यास, योग अभ्यास जैसे त्रिव गति से सुर्य नमस्कार, दौडना, व्यायाम करना आदि भी सुष्मना जाग्रति के लिये उतम है । और ध्यान में बैठने से पहले कुछ शुद्धि दायक प्राणायाम करें जैसे कि कपालभाति और नाड़ी शोधन। इन प्राणायाम के 10 या 15 मिनट के अभ्यास करने से सुषुम्ना का मार्ग खुल जाएगा और फिर ध्यान के लिए बैठ जाये और अब अंतर देखें, आपको पहले की तुलना में ध्यान अधिक प्रभावी और गहरा लगेगा ।
अगर आपकी इड़ा नाड़ी ज्यादा चलती है और आप इसको बैलेंस करना चाहते है तो आप ठण्डी तासीर के खाद्य पद्धार्थ कम खाए और गर्म तासीर के खाद्य पदार्थ ज्यादा ले, जब भी लेटे तो अपनी बाइ करवट लेटे ताकि दाई नाक ऊपर आ जाये, ऐसा करने से इडा नीचे दबकर बंद हो जायेगी और दाई यानि पिंगला चल पड़ेगी अनुलोम विलोम प्राणायाम का नित्य 10 मिनट प्रात काल अभ्यास करे। मेहनत वाले शारीरिक श्रम वाले कार्य करे, एक्सर्साइज करे, इससे आपको लाभ होगा।
गुरु जी प्रणाम..... गुरु जी मेरी तो हमेशा पिंगला नाड़ी ही चलती रहती है मुझे जबसे नाड़ी के बारे में पता चला है कई साल से ऐसा ही है राईट साईड से ही हमेशा सांस चलती रहती है ऐसा क्यों हो रहा है मेरे साथ
❤❤❤❤
🙏 ઓમ નમઃ શિવાય 🙏 ખુબ સરસ ધ્યાન સમજણ આપી ધન્યવાદ 🙏
गुरु जी को सादर प्रणाम। बहुत अच्छी जानकारी। कुछ जानकारियां सुष्मना के बारे में मुझे नहीं थी, जो आप द्वारा ज्ञान दिया गया। आपको सादर प्रणाम।
Bahut Sundar jankari
Very very thanks 🙏🙏🙏
प्रणाम गुरूदेव, आपने एकदम सटीक मार्गदर्शन किया है l बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏 🙏 🙏
बहुत ही ज्ञान वर्धक वीडियो के लिए बहुत बहुत धन्यवाद धन्यवाद ।👍
YFG gg gccggcgcgccgcgcgyccchggggg😅😚😅😅😅😅😚😅😚😚😚😛🥰🥰😚😛😘😅😚😅😝🥰😘😓😓😓😓😓😓😓😓😓😞😥☺️☺️☺️☺️🛌🤼🤼🤼🏃🛌🤷
Hu Ghar hui us in gu to be honest and prosperity to happy
Bahot bahot dhanyawad 🙏
Thanks for the information. God bless you 🙏
Dhanyvad
Very nice
bahot bahot dhanyvad sir
धन्यवाद जी
Wow...👌👌👌
बहुत ही जबरदस्त और ज्ञानवर्धक जानकारी दी आपने।
हकीकत तो यह है कि बहुत कम लोगों को पता होता है कि श्वास एक तरफ इडा नाड़ी से चल रहा है या पिंगला नाड़ी से... आज के वीडियो में आपने खूबसूरती के साथ 100% जरूरी इन्फो दी और मेरा मानना है कि सभी लोग आपका यूट्यूब चेनल सब्सक्राइब करें और अपने आप को जानने की कोशिश करें।
इसलिए कि ये फोगट में माहिती मिल रही है जब की ये सब शिखने के लिए कई लोग पैसा पे करते हैं तो आपको मेरी तरफ से खूब खुद धन्यवाद।
God Bless You
Thank You Universe
👌💯👍🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Aapne bilkul satya kaha apne swar par dhyaan lagane se swar 1 mint mai change ho jata hai aur sushmna nadi chalne Lahti hai Maine abhi iska pryog kiya aur aapke kathan ko satya paya ....dhanyawaad
बहुत ही बढ़िया सुपर शानदार बहुत-बहुत धन्यवाद
Bhut badhiya jankaari 🙏
Bhai thank you bhai gahre svas nhi lai patai es Kai liye kya krai 🙏
Saans ko gahra karne ke liye aapko pranayam ki practice karni caahiye, aap har roj kapalbhati or anuloam viloam breathing exercises ki practice kare, aisa karne se dheere dheere aapki saans deep chalne lagegi
अति महत्वपूर्ण जानकारी स्वामी जी 🙏प्रणाम योगिराज
जब मैं ध्यान लगता हु तो मुझे ध्यान पहले तेज रोशनी दिखती फिर जैसे सिनिमा हॉल में फिल्म दिखाई देती वैसे ही आज्ञा चक्र पर में नकासी दिखाई देती है सोने की इतनी साफ दिखाए देती जैसे HD क्लियर मूवी से भी जायदा
Sushumna Nadi plays most important role in your spiritual development
Very beautiful information 🥰
Guruji aapne bahut achi jankari dee. Mein aapka abhari hun.
Guruji susmna Nadi m shub kaam kr skte h kya jese intrwive or study
Kar sakte hai but jo best kaam kiya ja sakta hai susmna nadi ke dauran woh hai meditation
Dhanyawad guruji, lekin intrwive or exam m konsi Nadi ka upgyog kre
Exam ke dauran mind ka hume use karna hota hai isliye mind releated nadi yani ida nadi us time chale toh accha hai
🙏🙏
Shukriya guru ji
M morning 5 o clock dhyan me baithti thi lakin jb bhi dhayan me baithti muje bahut sardi lgti thi jiske karan m dhayan nhi lga pati thi appke vedio se meri prblm solve ho gyi
Thxx
Namaste Sir
Dhyan or mantra jap m kya shresth h
Dhyan
Sarir main jalan ho toh kya karen
आप खुब पानी पिये, अपने आहार मे ठण्डी तासिर के खाध पदार्थो तथा सुपाच्य भोजन व फल आदि का सेवन करे । अनुलोम-विलोम, शीतली, सित्कारि, चंद्र भेदी प्राणायाम का नित्य अभ्यास करे । अधिकतर जब आप सोते या लेटते है तो बाई नासिका को ऊपर की और रख कर सोये यानि दाई करवट लेकर सोये इससे आपकी चंद्र नाडि जो शरीर को शीतलता देती है, वह चलेगी और शरीर की अति की गर्मी या जलन शान्त होगी ।
Bahoot bahoot prem aur naman guru shakti ko 🙏🙏🙏🌹🌹🌹❤❤❤🥀💌
प्रणाम।
Very very good thankyou Om Namah Shivaya
Thank u ❤🙏🌹
Very good instructions
सुन्दर
Sir Ji aap ko koti koti vandan aap ne dhyan ke bare me vistar se sushumna nadi ke dwara bahut hi badhiya trike se btaya h ab dhyan krne ka mn krta h 🙏🙏
Thanks a lot
Bahot badhiya apne Nadi kr bare me bataya hai dhanyawad
Thanks guru g maine esa hi kiya or ho gya
Dhanyawad guruji aj tak Itna saral tarika kisine nahi samjha ya tha o Apne samjhaya.
Ida , pingala our sushmana Nadi ke bareme Itha mahtwapurn Gyan Dene ke liye Dhanyawad Guruji ,
थैंक्यू सर आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जी सर आप ने हमे इगंला पिंगला ओर सुषुम्ना नाड़ी के बारे मे विस्तार से बताया सर आपका बहुत-बहुत स्वागत है
निरंतर षुसुमना नाडी चलती है । कहीं और ध्यान जाता नहीं, अंतर्मुखी बना रहेता हु,
मौन न चाहते हुए भी रहेना पडता है, देह भान नहीं रहेता । क्या ये आध्यात्मिक उन्नति है या कुछ और ? कृपया आपकी प्रतिक्रिया देकर
हमे उपकृत करे ।
निश्चित ही, ये सभी लक्षण आध्यात्मिक उन्नति के है, किन्तु जैसा की आपने कहा की ना चाहते हुए भी रहना पड़ता है, य़ह बात कुछ विपरित है क्यूंकि ऐसे लक्षण सहजता और प्रसन्नता से उत्पन्न होने चाहिए, लेकिन यदि कहीं कोई विवशता है तो ये एक प्रकार का असंतुलन भी हो सकता है ।
आप साहेबाका अनुभव युक्त उत्तर पढकर प्रसन्नता हुई । लगता है आप बेहद अर्थात अपरिमित शक्तियों के स्वामी हैं । नत सस्तक
वंदन, नमन । संतुलित जिवन किसी अगोचर ढंग से प्राप्त होनेकी प्रसन्नता प्रभुकी देन समजता हु । पुनः अंतःकरणसे आभार आपका ।
Sabse best video tha mere liye🙏🙏
Thanks very nice video
👍
Very nice presentation
अद्भुत...
Very 👍
Namaskar guruji, 🙏🙏
Agar humne 21 dino tak dhyan me koi iccha ki hai parmatma se pr vo abhi Puri nahi hui hai, to use 21 din bad rok de ya fir continue karna chahiye, aur kab tak . 🙏🙏
बेहतर तो यही है की जारी रखे और तब तक जारी रखे जब तक इच्छा पूरी ना हो जाये।
@@Dhyankagyan777 Thank you Guruji 🙏
Bahut dhanyvad!!🙏
Good
thank you so so much sir
Naman Aapko Vashishth Guru Ji
Excellent👏👏👏 video Sir
🕉🙏 धन्यवाद 🙏🕉
Saheb bandagi saheb guru ji 🙏🙏🙏
ThankyouVeryMuch
kyaa aap sushumna naadi jagrit karaney k baad kyaa kyaa kar sakatey hai isakey barey mai detail information ka video bana sakatey, kyouki zyadatar sabne eda, pingla aur sushumna ko kaisey jagrit kar sakatey hai iskey barey mai hi information di hai but kisi ne sushumna naadi jagran k baad kya kya kar sakatey hai isakey barey mai detail information kisiney nahi di.
Ok, i will try to make a video on it
Nice
Apka Ati Dhanywad
Thank you so much Sir 😊🙏🏻
Aapane Jo jankari batai
Thanks for this video.
Very nice thanks guru ji
Dhanyavaad bhaisahab me bohot kam hi video pr reply krti hu lekin apke video ko dekh kr ruka nhi gaya bohot hi achha gyan dia apne
Good explanation 🙏
Dono nadi chlane ke trick btao
सुषुम्ना अशुद्धियों के कारण बंद रहती है और प्राणायाम की मदद से हम इसे शुद्ध कर सकते हैं। इसके इलावा इसको जागृत करने के लिये दिर्ध श्वास प्र्श्वास यानि निरंतर लम्बी गहरी सांस लेने की आदत डालनी चाहिये । जल नेति, सूत्र नेति का अभ्यास, योग अभ्यास जैसे त्रिव गति से सुर्य नमस्कार, दौडना, व्यायाम करना आदि भी सुष्मना जाग्रति के लिये उतम है ।
और ध्यान में बैठने से पहले कुछ शुद्धि दायक प्राणायाम करें जैसे कि कपालभाति और नाड़ी शोधन। इन प्राणायाम के 10 या 15 मिनट के अभ्यास करने से सुषुम्ना का मार्ग खुल जाएगा और फिर ध्यान के लिए बैठ जाये और अब अंतर देखें, आपको पहले की तुलना में ध्यान अधिक प्रभावी और गहरा लगेगा ।
Thanks guruji
In this way can we open our sahastrar chakra too. Pl make video on that too.
Very well explained , Infact was doing it but did not know that the benefits were due to the concentration on breath. Thanks.
और सांस ही न चले तो 😂😂😂😂😂😂
Guruji padmasana mein baithne se per shunya pad jaatein hai kripya koi upay bataye
Thank you.. 👍
Sat chit annand swarup.
Har har mahadev
Guru mantra ko kese upyog kare?
Please batayiye, mere liye yeh bahot important he🙏
आप को अपने प्रश्न का उतर मेरे इस वीडियो मे मिल सकता है :-
ruclips.net/video/VyOG3wai47k/видео.html
Excellent, sath hi me janana chahti hu ki Ye dono nadiya male female dono me ek hi name se jante he jese right se chalne wali ko dono me pingal hi bolte he.
जी हाँ, चाहें मेल हो या फीमेल, दोनों मे ही राइट साइड की नाड़ी को पिंगला और लेफ्ट साईड की नाड़ी को इड़ा बोलते है।
How can we always remain at Sushumana Nadi .Pl guide
इसके लिए आप निम्नलिखित बातों का ख्याल रखे :-
जब हम ध्यान मे बैठते हैं तो उस समय हमे कमर सीधी करके बैठना चाहिए क्योंकि यदि हमारा शरीर यदि दाई और अगर झुका रहा तो पिंगला नाड़ी चलेगी और यदि बाइ और झुका रहा तो इडा नाड़ी चलेगी किन्तु यदि कमर सीधी रहीं तो सुषुम्ना चलनी शुरू हो जाती है, इसीलिए ध्यान मे सीधा बैठने का इतना महत्व है।
दूसरी बात, ऐसी परिस्थितियां जिसमें जोखिम हो, रिस्क हो, वैसी परिस्थितियों मे भी सुषुम्ना सक्रीय हो जाती है, इसलिए अपने जीवन मे जितना आप दृढ़ निश्चय होकर पराक्रम करेगे उतनी आपकी सुषुम्ना नाड़ी सक्रीय रहेगी, क्योंकि चुनौती मे य़ह जागृति मे आ जाती है।
तीसरी बात, आप ध्यान मे जब भी गहरे होगे, और जब भी आप का मन शांत होकर निर्विचार होगा, ठीक उसी समय सुषुम्ना जागृत हो उठेगी। तभी तो गहरे ध्यान मे अगर हम कोई प्रर्थना या संकल्प करे तो पूरा हो जाता है क्यूंकि उस समय सुषुम्ना सक्रीय रहती है।
चौथी बात, सुषुम्ना अशुद्धियों के कारण बंद रहती है और प्राणायाम की मदद से हम इसे शुद्ध कर सकते हैं और जागृत कर सकते हैं, इसके इलावा इसको जागृत करने के लिये दिर्ध श्वास प्र्श्वास यानि निरंतर लम्बी गहरी सांस लेने की आदत डालनी चाहिये । जल नेति, सूत्र नेति का अभ्यास, योग अभ्यास जैसे त्रिव गति से सुर्य नमस्कार, दौडना, व्यायाम करना आदि भी सुष्मना जाग्रति के लिये उतम है ।
और ध्यान में बैठने से पहले कुछ शुद्धि दायक प्राणायाम करें जैसे कि कपालभाति और नाड़ी शोधन। इन प्राणायाम के 10 या 15 मिनट के अभ्यास करने से सुषुम्ना का मार्ग खुल जाएगा और फिर ध्यान के लिए बैठ जाये और अब अंतर देखें, आपको पहले की तुलना में ध्यान अधिक प्रभावी और गहरा लगेगा ।
@@Dhyankagyan777 bahut bahut dhanyawaad apka 🙏
Sirji pranaam. Meri jab se kundalini jagrit hona saru hue hai tab se mujhe fill hota hai mai adhiktar sushumna se he breath kar rahii huni. Tho Mera ye sawal hai ki hume phir esh baat pe jor dena chaye ki kaha se breath chale? Ya naturally jo ho raha hai wo hone de?
सुक्ष्म मन
Jai Ho🙏🏻🙏🙏🙏🌹🌹🌹
Sir mujme buri chiz hai ki me koi bhi naya kam shuru karti hu to me zyada din nhi kar pati mera man nhi lagta sirf 6&7 din me hi me nirash ho jati hu muje sabar nhi hai mera phir man nhi hota or man nhi lagta isliye mere ander bht udhh chalta hai
हिना जी आप सुबह शाम मेडिटेशन करे,
अपने आप को प्यार, विश्वास करे,
अच्छी पॉजिटिव बुक पढ़े,
अपने आप को रात की नींद से पहले सवाल करे, थोड़े दिनों में आप बेहतर होने लगेंगे।
धन्यवाद।
ऐसा आपके मन की चंचलता के कारण है, य़ह दर्शाता है की आपमे उत्तेजना की अधिकता और धैर्य की कमी है।
ऐसी स्थिति को सही होने मे समय लगता है, जैसे जैसे व्यक्ति आयु बढ़ने के साथ प्रौढ होता है वैसे वैसे व्यक्ति मे समझ का और धैर्य का विकास होता है और तब ऐसी स्थिति नहीं होती जैसी आप बात कर रहे हैं।
अगर आप ऐसी स्थिति को दूर करके धैर्य का विकास करना चाहते हैं तो नित्य प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास करे ।
@@Dhyankagyan777 guruji aapne sahi kaha mera man bht zyada chanchal hai kisi ek chiz pe tikta hi nhi hai.. vaise meri age 53 hai lekin phir bhi mujme dhariya nhi hai shayad humlogo ka samay bht kharab chal raha hai isliye bhi me kitni bhi koshish karu safal nhi hoti na dhyan me na pujapath me kahi bhi
Bajrasan badhaiyan se karne se thick ho jayegi i
Thanks
Guruji pranam aapne Aditya name ke subscriber ko apna number diya h I am Sukhdev listen your videos and the videos of other guru's continue wants to talk to you once why I don't know but you gave me the answers of many onf my questions as I knew already but don't know the way of early rising and right way of utilising my morning time how will I get solutions? Plz enlighten me asap
सुबह जल्दी उठने के लिए आपको मेरा य़ह वीडियो देखना शायद सहायक रहेगा :-
ruclips.net/video/8UxDevgPRZw/видео.html
सुबह के समय को उपयुक्त रूप से इस्तेमाल करने मे आपको मेरा य़ह वीडियो सहायक हो सकता है :-
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Thank u so much for this
Nadi charcha karne ke liye dhanay vad
Sir jee log kam per bhi jate hai..karvate badlne ka time kab milega..office Mai????
ऐसा मैंने तब करने को बोला है जब आप घर पर हो, अन्यथा जब आप ऑफिस आदि मे हो और तब आप अपना स्वर बदलना चाहते हो तो आप अपने चालू स्वर को अंगुली से बंद करके अपने नाक की दूसरी तरफ से यानि कि जो स्वर बंद है उसको खोलने के लिए 1 मिनट तक उस तरफ से जोर से साँस ले और छोडे, ऐसा करने से बंद स्वर खुल जाएगा।
Thankyou sir 🙏🙏🙏🙏🌹🌹
Very very good very power full 👍🙏
बिना सुसुम्ना चले ध्यान करना संभव नही है
Left nostril is colder one
Yes
Sir agar man shant hoga to susupana nadi hi chalegi na?
Vah hamare liye setting baithati hai
Sir shushmna kitni der ke liye jagrit rehti hai
य़ह व्यक्ति व्यक्ति पर निर्भर करता है किन्तु सामान्यत लगभग एक एक घन्टा इडा पिंगला और संधिकाल में 2 से 5 मिनट सुषुम्ना स्वर चलता है।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐💐
Kese pta lgaye konsi Nadi chl rhi h
जब आपका दाया स्वर चले यानि जब आपके राइट साइड के नथुने से खुल के साँस आ जा रहीं हो और बाया स्वर बंद हो या आंशिक रूप से ही खुला हो तो इसका मतलब आपकी पिंगला नाड़ी चल रहीं हैं।
और जब आपका बाया स्वर चले यानि जब आपके लेफ्ट साइड के नथुने से खुल के साँस आ जा रहीं हो और दाया स्वर बंद हो या आंशिक रूप से ही खुला हो तो इसका मतलब आपकी इडा नाड़ी चल रही है।
और जब नाक के दोनों नथुनों से खुल कर एक साथ साँस आ जा रहीं हो तो इसका मतलब आपकी सुषुम्ना नाड़ी चल रही है।
How to activate susmana
सुषुम्ना अशुद्धियों के कारण बंद रहती है और प्राणायाम की मदद से हम इसे शुद्ध कर सकते हैं। इसके इलावा इसको जागृत करने के लिये दिर्ध श्वास प्र्श्वास यानि निरंतर लम्बी गहरी सांस लेने की आदत डालनी चाहिये । जल नेति, सूत्र नेति का अभ्यास, योग अभ्यास जैसे त्रिव गति से सुर्य नमस्कार, दौडना, व्यायाम करना आदि भी सुष्मना जाग्रति के लिये उतम है ।
और ध्यान में बैठने से पहले कुछ शुद्धि दायक प्राणायाम करें जैसे कि कपालभाति और नाड़ी शोधन। इन प्राणायाम के 10 या 15 मिनट के अभ्यास करने से सुषुम्ना का मार्ग खुल जाएगा और फिर ध्यान के लिए बैठ जाये और अब अंतर देखें, आपको पहले की तुलना में ध्यान अधिक प्रभावी और गहरा लगेगा ।
Fully science base
Meri hamesa ida hi chalti rhti hai kbhi kabhi pingala chalti hai kese balance kre
अगर आपकी इड़ा नाड़ी ज्यादा चलती है और आप इसको बैलेंस करना चाहते है तो आप ठण्डी तासीर के खाद्य पद्धार्थ कम खाए और गर्म तासीर के खाद्य पदार्थ ज्यादा ले, जब भी लेटे तो अपनी बाइ करवट लेटे ताकि दाई नाक ऊपर आ जाये, ऐसा करने से इडा नीचे दबकर बंद हो जायेगी और दाई यानि पिंगला चल पड़ेगी
अनुलोम विलोम प्राणायाम का नित्य 10 मिनट प्रात काल अभ्यास करे। मेहनत वाले शारीरिक श्रम वाले कार्य करे, एक्सर्साइज करे, इससे आपको लाभ होगा।
गुरु जी प्रणाम.....
गुरु जी मेरी तो हमेशा पिंगला नाड़ी ही चलती रहती है
मुझे जबसे नाड़ी के बारे में पता चला है
कई साल से ऐसा ही है
राईट साईड से ही हमेशा सांस चलती रहती है
ऐसा क्यों हो रहा है मेरे साथ
सर.. मैं 15 दिन से रोज 55 मिनट ध्यान कर्ता हु..मेरी 24 घंटे दोनो नदी चहती हे...
puri duniya k dharrmo mai susmna nass ko mana hai
attama ke surat es nass se ho he aage jati hai bhagwaan ke traf