शक्ति का त्रिशूल जो आज भी स्थिर है उत्तरकाशी उत्तराखण्ड में।Shakti Trishul in Uttarkashi Uttarakhand
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- Опубликовано: 9 окт 2024
- देवभूमि के हर कण में भगवान का वास है। यहां की धरती में कई मंदिर और शक्ति पीठ है जहां साल भर लोगों का तांता लगा रहता है। ऐसा ही एक प्राचीन शक्ति मंदिर है उत्तरकाशी में। जिसके द्वार वैसे तो साल भर भक्तों के लिए खुले रहते हैं। लेकिन नवरात्र और दशहरे के मौके पर श्रद्धालु यहां भारी तादात में पहुंचते है। अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए भक्त इन दिनों यहां रात भर जागरण भी करते हैं। माना जाता है कि इन दिनों मां जो भी मुराद करो वो पूरी करती है। इस मंदिर में मां दुर्गा शक्ति स्तंभ (त्रिशूल) के रूप में विराजमान हैं। जो इस मंदिर में सबसे रोचक शक्ति स्तंभ है। इस शक्ति स्तंभ अंगुली से छूने से हिल जाता है, लेकिन जैसे ही आप इस स्तंभ पर जोर लगाकर हिलाने की कोशिश करेंगे यह नहीं हिलता।
गंगोत्री और यमुनोत्री आने वाले यात्रियों के लिए यह शक्ति स्तंभ आकर्षण और श्रद्धा का केंद्र होता है।इस शक्ति मंदिर का वर्णन स्कंद पुराण के केदारखंड में मिलता है। यह सिद्धपीठ पुराणों में राजराजेश्वरी माता शक्ति के नाम से जानी गया है। कहा जाता है कि अनादि काल में देवासुर संग्राम हुआ। जिसमें देवता और असुरों के बीच महासंग्राम हुआ था। इस दौरान जब देवता हारने लगे तब उन्होंने अपनी रक्षा के लिए मां दुर्गा की उपासना की। जिसके बाद दुर्गा ने शक्ति का रूप धारण कर असुरों का वध कर दिया। इसके बाद यह दिव्य शक्ति के रूप में विश्वनाथ मंदिर के निकट विराजमान हो गई। अनंत पाताल लोक में भगवान शेषनाग के मस्तिक में शक्ति स्तंभ के रूप में विराजमान हो गई।
बड़े बड़े वैज्ञानिक भी आज तक ये पता नहीं लगा सके है कि यह शक्ति स्तंभ किस धातु का बना हुआ है। इस शक्ति स्तंभ के गर्भ गृह में गोलाकार कलश है। जो अष्टधातु का बना हुआ है। इस स्तंभ पर अंकित लिपि के मुताबिक ये कलश 13वीं शताब्दी में बनाया गया था। इसकी स्थापना राजा गणेश ने गंगोत्री के पास सुमेरू पर्वत पर तपस्या करने से पहले किया था। ये शक्ति स्तंभ छह मीटर ऊंचा और 90 सेंटीमीटर परिधि वाला है। यात्रा काल में गंगोत्री यमुनोत्री के दर्शन करने वाले यात्री यहां इस शक्ति मंदिर के दर्शन करने जरुर पहुंचते है। अगर आप भी यहां दर्शन करने जाना चाहते है तो बता दे कि ऋषिकेश से सड़क मार्ग होते हुए 180 किलोमीटर चलकर आप उत्तरकाशी पहुंच जाएंगे। जिसके बाद उत्तरकाशी बस स्टैंड से तीन सौ मीटर दूर शक्ति मंदिर स्थित है।
Team BNWorld
सुप्रसिद्ध उत्तरकाशी के पौराणिक महत्व को बताने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं
🙏🚩🌷
Good
Superb
Nice sir 👍
Jai bhole nath ❤️🙏🏿
Nice
Thanks
देर आए दुरुस्त आए चलो खुशी हुई अपने शहर का कोई यूट्यूब पर अच्छा काम कर रहा है, जय काशी विश्वनाथ की बम बम भोले उत्तरकाशी की बहुत याद आ रही है विकी भाई मेरी तरफ से आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं आपके चैनल के लिए
आप सभी की दुआएं चाहिए जिससे हम आपके लिए ओर भी बहुत से कंटेंट लेकर आएंगे।
Neel Sir Come To Uttarkashi leave USA.
This video is vary nice👍👏 vikki bhai
Nice video keep sharing amazing videos like this......please make one video on harshil 🙏Har Har Mahadev
हर्षिल पे भी जल्द ही वीडियो आने वाली है हर्षिल पर पहले ही वीडियो आ जाती पर लॉक डाउन होने के कारण थोड़ी देर हो गयी थी।
Har Mahadav 🙏🙏uttar kasi m ham log 1984 m vahi the hamne bisv nath mandir jate the mere husband state bank of India m the ham log bherab🙏🙏 chok mahima nand k makan m rehrte the
Bhut shandaar
Thank You
Sabhi ka Dhanyawad
Very good bhaiya
Very nice
Nice bhai ji
Jai baba काशी विश्वनाथ 🙏🙏 bhut sundar
Har har mahadev Jay kashi vishwanath 🙏
सुंदर
Jay kashi veswnath
Bahot hi Sunder video hai ek pancha Kosi par bhi banaye
Ji jarur.
पंचकोशी पे भी जरूर वीडियो आएगी पर उस पर थोड़ा समय लगेगा।
Jay kashi vishwanath ❤️🙏
Ek video hamare devta shree kalig naag pe bhi banao iski bhi bhut history hain
Ji Jaruru Kuch dino me suru karte hai.
Very nice