महाराज गंधर्व सेन बिल्कुल सही बोल रहे थे हर कमी हर इंसान में होती है अगर बात बात पर गम नहीं होते तो यहां पर अलाउद्दीन मौका देखकर सही रणनीति बनाकर ही युद्ध करना चाहिए ऐसा नहीं रहना चाहिए हिंदू राजाओं को जैसे सतयुग में रहे क्योंकि उन रक्षक और अफ़गानों के साथ ऐसा ही मौका देखकर ही वार करना चाहिए क्योंकि उसे समय के राजाओं में एकता नहीं थी इसी का फायदा कौन शासक अफगान उठाते थे इसी का हमारे राजा और रानियां को और प्रजा सभी को हिंदू धर्म को ठेस पहुंची
महाराज गंधर्व सेन बिल्कुल सही बोल रहे थे हर कमी हर इंसान में होती है अगर बात बात पर गम नहीं होते तो यहां पर अलाउद्दीन मौका देखकर सही रणनीति बनाकर ही युद्ध करना चाहिए ऐसा नहीं रहना चाहिए हिंदू राजाओं को जैसे सतयुग में रहे क्योंकि उन रक्षक और अफ़गानों के साथ ऐसा ही मौका देखकर ही वार करना चाहिए क्योंकि उसे समय के राजाओं में एकता नहीं थी इसी का फायदा कौन शासक अफगान उठाते थे इसी का हमारे राजा और रानियां को और प्रजा सभी को हिंदू धर्म को ठेस पहुंची