दोनों कलाकारों की ओर से बेहतरीन प्रसंग | एक प्रसंग और मिला | राम जी जब वन से अवध लौटे तो सभी नगरवासियों की मिलने की आतुरता देखकर - प्रेमातुर सब लोग निहारी |कौतुक कीन्ह कृपाल खरारी || अमित रूप प्रगटे तेहि काला |जथा जोग मिले सबहि कृपाला || छन महिं सबहि मिले भगवाना |उमा मरम यह काहुं न जाना ||
दोनों कलाकारों की ओर से बेहतरीन प्रसंग |
एक प्रसंग और मिला | राम जी जब वन से अवध लौटे तो सभी नगरवासियों की मिलने की आतुरता देखकर -
प्रेमातुर सब लोग निहारी |कौतुक कीन्ह कृपाल खरारी ||
अमित रूप प्रगटे तेहि काला |जथा जोग मिले सबहि कृपाला ||
छन महिं सबहि मिले भगवाना |उमा मरम यह काहुं न जाना ||