एक युवक, जो ड्रग्स और शराब की लत में बर्बाद हो चुका था, ने बताया कि उसने अपनी नौकरी, परिवार और खुद पर से विश्वास खो दिया था। उसकी हालत इतनी खराब थी कि परिवार ने उसे घर से निकाल दिया। संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा लेने और नाम सुमिरन करने के बाद, उसने न केवल अपनी लत छोड़ी, बल्कि अब वह एक सफल व्यवसायी भी है। भक्त के शब्द: "मुझे लगा था कि मेरा जीवन खत्म हो गया है। लेकिन गुरुजी ने मुझे एक नई शुरुआत दी। अब मेरा परिवार मुझ पर गर्व करता है और मैं एक अच्छा जीवन जी रहा हूं।"
सत साहेब बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज भगवान जी की सदा जय-जयकार हो दास को आपके चरणों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम वंदन है मालिक सत साहेब
एक युवक, जो ड्रग्स और शराब की लत में बर्बाद हो चुका था, ने बताया कि उसने अपनी नौकरी, परिवार और खुद पर से विश्वास खो दिया था। उसकी हालत इतनी खराब थी कि परिवार ने उसे घर से निकाल दिया। संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा लेने और नाम सुमिरन करने के बाद, उसने न केवल अपनी लत छोड़ी, बल्कि अब वह एक सफल व्यवसायी भी है।
भक्त के शब्द:
"मुझे लगा था कि मेरा जीवन खत्म हो गया है। लेकिन गुरुजी ने मुझे एक नई शुरुआत दी। अब मेरा परिवार मुझ पर गर्व करता है और मैं एक अच्छा जीवन जी रहा हूं।"
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी है
सत साहेब जी
Bhagvan ki dya
Sat guru rampal maharaj ji Kabir rup mai aai hai