हमारे एक श्रोता Hain Shaikr Hussain इन्होंने आपत्ति प्रगट करते हुए कहा है कि - मोहम्मद रफ़ी साहब से बेहतर कोई सिंगर है क्या ? अथवा - दिलीप कुमार से अच्छा कोई एक्टर है क्या ? जहां तक बात रफी साहब की कि जाए - रफी साहब ने तो किशोर कुमार के लिये प्लेबैक किया है । ■ मन मोरा बावरा ■ अजब है दास्तां तेरी ऐ ज़िन्दगी ■ अपनी आदत है सबको सलाम करना - ये मुख्य गीत हैं । लेकिन योडलिंग की अगर बात की जाए तो ये काम सिर्फ किशोर कुमार ही कर सकते थे। और उन्होंने किया भी । फिल्म - आगरा रोड" इसमें रफी साहब ने तार सप्तक और मंद सप्तक के सुरों पर आवाज का जो जादू बिखेरा है - निश्चय ही अद्भुत अद्वितीय है। रफी साहब की क्लासिकल गायिकी और वोईस कल्चर की बेहतर पहचान है । लेकिन इसे आप न तो " अल्पाईन याॅडलिंग " कह सकते हैं न ही इसे " काऊबाय योडल " ही कहा जा सकता है । क्योंकि - याॅडलिंग एक अलग जाॅब है । एक क्रियेटिविटी है । " अल्पाईन याॅडलिंग " हो या काऊबाय योडल " याॅडलिंग की समयावधि बड़ी होनी चाहिये । किशोर कुमार ने सही मायनों में " अल्पाईन याॅडलिंग " और " काऊबाय योडल " पर कड़ी मेहनत करके इसे सही रूप में बाॅलिवुड इंडस्ट्री को दिया । रिपोर्टर राजू- इस फिल्म के गीत - " चल्ले हो कहां कहो कोई दास्तां कहो अइसा भी क्या "? इस गीत में रफी साहब ने जो अल्पाईन याॅडलिंग की है - वो किशोर कुमार की ही बताई गई है। रफी साहब, किशोर कुमार, मन्ना डे साहब, मुकेश जी- ये सभी गायक परफेक्शन के लिये कोई समझौता नहीं करते थे । अगर किशोर कुमार को क्लासिकल नहीं आता था तो वे गाने के लिये साफ मना कर देते थे । वो गीत रफी साहब से गवाने के लिये खुद किशोर कुमार जोर देते थे । सिर्फ रफी साहब ही नहीं मन्ना डे, महेन्द्र कपूर साहब ने भी किशोर कुमार के लिये प्लेबैक किया है। बात परफेक्शन की ही थी । जब फिरोज खान साहब ने ज़िद पकड़ ली कि- रफी साहब ही गाएंगे और याॅडलिंग भी करेंगे । तब तक 1961 की फिल्म झुमरू के याॅडलिंग गीतों ने किशोर कुमार को एक बेहतरीन याॅडलर के रूप में स्थापित कर दिया था । परफेक्शन के लिये कोई समझौता नहीं करने वाले रफी साहब याॅडलिंग के लिये किशोर कुमार से मिले । उनसे याॅडलिंग सीखी तब रेकार्ड किया। उसके बाद तो रफी साहब ने याॅडलिंग नहीं की। फिल्म प्यार का मौसम में किशोर कुमार और रफी साहब दोनों ने एक ही गीत को अलग अलग कैरेक्टर के लिये गाया है। किशोर कुमार ने भारत भूषण के लिये याॅडलिंग के साथ गाया है। लेकिन शशि कपूर के लिये गाया रफी साहब का गीत बिना याॅडलिंग के ही है । दरअसल- याॅडलिंग कहां की जाए ? कितनी लेन्थ होनी चाहिए? सम पर आने के लिये क्या करना होगा ? ये सब किशोर कुमार ही कर सकते थे। ■■ अब - बात दिलीप कुमार साहब की की जाए - तो? दिलीप कुमार साहब फिल्म इन्डस्ट्री के ट्रेजेडी किंग माने जाते थे। अमिताभ बच्चन जैसे महानायक ने भी दिलीप कुमार की नकल की है । और NARAD TV पर अभी तक दिलीप कुमार साहब पर ऐसा कोई एपिसोड नहीं बनाया जिसमें उनकी तौहीन की गई हो ? रफी साहब को नीचा दिखाने की, या उनकी तौहीन करने जैसी कोई बात हमारे किसी एपिसोड में आपको नहीं मिलेगी । याॅडलिंग के लिये किशोर कुमार की मदद लेने की बात पर हम एक ही बात अवश्य स्पष्ट करना चाहते हैं कि - ये रफी साहब और किशोर कुमार- दोनों की महानता ही थी । संगीत के प्रति उनकी दीवानगी और समर्पण का भाव था। एक दूसरे की सच्ची मदद करना उनका ध्येय था । वरना - खुद भी एक अच्छे गायक होने के बावजूद किशोर कुमार अपने खुद के प्लेबैक के लिये रफी साहब का नाम नहीं सुझाते! और रफी साहब की महानता ही थी कि - याॅडलिंग के परफेक्शन के लिये कोई समझौता नहीं करते हुए उन्होंने किशोर कुमार की मदद ली। ये कहानी इफ्तेखार साहब की बताई हुई कहानी है । इफ्तेखार - जो किशोर कुमार के अभिन्न मित्र थे। ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों के समय दोनों ने कई फिल्में साथ साथ की । फिल्म " नौकरी " में किशोर कुमार ने संगीतकार सलिल चौधरी से रिक्वेस्ट कर एक गीत इफ्तेखार से भी गवाया। आज अगर इफ्तेखार साहब ने ये बातें समीर मेमन को नहीं बताई होतीं तो- कौन जानता था कि - फिल्म " नौकरी " का गीत - " इक छोटी सी नौकरी का तलबगार हूं मैं-" ये गीत किशोर कुमार के साथ इफ्तेखार ने भी अपनी आवाज में गाया है ? किसे मालूम होता कि - परफेक्शन के लिये कोई समझौता नहीं करने वाले रफी साहब याॅडलिंग के लिये किशोर कुमार की मदद लेने गए ? सभी श्रोताओं से करबद्ध क्षमायाचना सहित निवेदन है कि- आप लोग गौर से इन गीतों को सुनें । तथा रफी साहब, किशोर दा, इफ्तेखार जैसे महान कलाकारों के सच्चे योगदान की सराहना करें । धन्यवाद । ■■ अनुराग सूर्यवंशी Naarad TV
ऐसी बातें मत करो दोस्त मोहम्मद रफी का नाम इज्ज़त से लिया जाता है "रफी साहब" किशोर कुमार को इज्ज़त देते हुए "किशोरदा" कहते हैं इन दोनों शक्षीयतों की कभी comparison नहीं करनी चाहिए singers की list ये टॉप पर आते हैं दोनों ही आज भी सभी के दिलों पर राज करते हैं किशोरदा was a Multi Talented personality (Singer actor, director, yodeler comedian etc.) Rafi sahab was a Matchless Classical Singer इन लोगों की तूलना कैसे कि जा सकती है ?
Arre Bhai mere , Ye Sanu, Rathod aur Siupriyo ke saath Abhijit Bhattacharya ko bhi add kar do, tab bhi ye chaaron dummy Kishore hain Sameer Meman ki tarah. Humlogon ke yahan Durga Puja mein Kishore Kumar Night Ya Musical Stage Program hota hai usme duplicate/dummy Kishore Kumar singers bhi Kishore Da ke Yodeling songs gaa hi dete hain. But khud ke songs mein Inka Yodeling nahi hota Bollywood ke bhi saare Kishore dummy singers ne ek bhi apna khud ka aaj tak Yodeling song nahi gaa sake. Kyunki. Sanu, Abhijeet, Vinod Rathod, Babul Supriyo etc bhi dummy Kishore singer hain. Ye chaaron pahle Kishore Kumar Night mein stage program mein bhi Kishore Da ke songs gaakar performance dete they. Inki apni koi merit nahi hai. Inhi ki tarah Sabbir Kumar, Md. Aziz, Bipin Sachdeva etc bhi dummy Rafi singer hain. Thanks.
ये बंदा भी किशोर का दूसरा रूप है इनकी आवाज भी बहुत सुरीली थी बहुत मेहनत करने वाले लगते हैं गायकी में । इनकी आवाज सुन के बहुत खुशी हुई भाई । मां सरस्वती देवी इन पर मेहर करे खुशी दे तरक्की दे गला ओर सेहत ठीक रखे ।👍👍👌👌
Apne liye gaaye apne khud ke gaaye kis song mein Yodeling kiya hai. Kaisi gappbaazi karta ho Bhai. Bollywood ke hi nahi balki India ke saare film industry ka aaj tak ek hi Yodeling singer huwa hai. One & only Kishore Kumar.
Kishore Da ne kbhi ghazal ya qawwali ya classical ya thumri ya tappa nhi gaya. Ab aap kahoge "Wada Tera Wada" qawwali hai to main aapko batana chahta hun ki ye qawwali pattern pe bana hua ek simple sa song hai. Qawwali kehte hain "Ishq Ishq" ko, "chandi ka badan" ko etc. I mean jisme qawwali ki subtle baaten hoti hain, tayari hoti hai, murkiyan hoti hai. Sirf us pattern me bane hue gane ko qawwali nhi kehte. Sad songs me bhi kishore da ke wo feel nhi tha jo "Hui sham unka khayal aagya" , "Babul ki duaen leti jaa" me hai. All these comes with training jo ki kishore da ne nhi li isliye no perfection at all except simple comedy songs.
Allah ke waste aap hi bataya kare saare kisse ,aapse sunne mein acha lagta hai aur interesting lagta hai 💖💖💖💖💖💖 Aur koi kisse batata hai to maza Nahi aata aur Sameer memon gake kisse batate hai to bilkul maza nahi aata , Allah ke waste asli gana sunaya kare please 💖 Mera ye bolne ka hargiz irada Nahi ki Sameer memon Sahab ache se nahi batate .. wo bhi bahut ache se batate aur entertain bhi karte hai lekin mujhe aapse sunne mein jyada acha lagta hai 💖 💖💖💖💖
Begunah ke music director bhi shankar Jaikishan the. Iss film me Jaikishan ji ek chota sa role kiya tha. Ye film Hollywood ki carbon copy pai gayi thi isliye ban hui thi. Maaf karna aap shankar Jaikishan ka naam tak lene se bachte dikh rahe he. Jindagi ek safar hai suhana film andaz ko bhi aap mention nahi kar rahe hai jo ki 1970 me filmfare award winner tha. It was considered by kishor himself one of the best yodling song.
शंकर जयकिशन का नाम लेने में बचने जैसा कुछ नहीं है । बेगुनाह फिल्म के गीत और याॅडलिंग की बात करते उनका नाम लेने में अवश्य ही चूक हो गई है । मैं हृदय से क्षमां प्रार्थी हूं । और आपकी सजगता को सलाम करता हूं ।
Sir it is very heartening that you seems to be unaware the contribution and domoniace shankar Jaikishan established on Bollywood film music . Film fare awards starded in 1956 and till the untimely death of Jaikishan ji in 1971 the musical duo remain finalist in every year and begged 9 film fare award out of 16 it includes two hat tricks. None other could reach near sj in those time. When their competitor used to charge 20 thousand for a movie they charged 5 lacs per film. It was time when Rajendra kumar used to charge 60 thausand and dharmendra 30,000 per film. Lata, rafi shaileder used to charge 10000 rupees for each song and Mukesh sahir, shakeel , Rajendra krishan 6000 each song. I am trying to give you a fair idea about SJ how colossal figure they were. Kindly listen ameen sayani binaca geetmala for first 25 years you will start thinking my way. Can you believe sir in 1959 binaca geetmala programme had 18 song composed by shankar Jaikishan out of top 20 hit song of that year and remaing 2 were by Naushad mugal e azam. This was the jalwa of this musical duo, please don't do this. I may not have great knowledge like you but sir maaf karna I know enough about Shankar Jaikishan ji. I can write whole night for their work, they were indeed 50 years ahead of their tome.any programme you cover on golden era of Bollywood their presence ought to be their, they can't be ignored in any aspect I can bet you on that.i will fight to the finish for their legitimate credit Please believe you me sir ji .
नरेश जी, नमस्कार। वन्देमातरम्। ये एपिसोड शंकर जयकिशन पर नहीं है । योडलिंग का एक संक्षिप्त परिचय कराने की कोशिश की गई है । किशोर कुमार ने याॅडलिंग के लिये किन कन सिंगरों से प्रेरणा ली ? शंकर जयकिशन ने " नई दिल्ली " करोड़पति " जैसी फिल्मों में किशोर कुमार की याॅडलिंग की इस प्रतिभा को यूज किया है । नखरे वाली- यह गीत शंकर जयकिशन के संगीत से सजा हुआ बेहद हिट हुआ था। शंकर जयकिशन ने अपने पूरे केरियर में किशोर कुमार से कुल 12/14 गाने ही गवाए। जिनमें " नखरे वाली " ज़िन्दगी एक सफर है सुहाना" प्रमुख तौर पर याॅडलिंग सांग्स में फेमस हुए । आपके काॅमेन्ट का शुक्रिया।
शंकर जयकिशन एक फिल्म का क्या पैसा लेते थे ? शैलेन्द्र/ हसरत जयपुरी की फीस क्या थी ? मुकेश जी का बजट क्या था ? - -- - इन सब बातों का इस विशेष एपिसोड से कोई लेना देना नहीं है। ये एपिसोड विशेष रूप से " याॅडलिंग स्पेशल " है । याॅडलिंग का एक संक्षिप्त इतिहास बताया गया है। अगले एपिसोड में - रफी साहब ने एक गीत की याॅडलिंग के लिये किशोर कुमार की मदद ली ! जबकि रफी साहब एक मंझे हुए क्लासिकल सिंगर थे । किशोर कुमार के लिये प्लेबैक भी किया है। पर चूंकि - याॅडलिंग ( जाॅडलेन, यूडलिंग काऊबाय योडल) एक अलग ही जाॅब है । जिन गीतों में आप यूडलिंग सुन रहे हैं - वो किशोर कुमार की अपनी इनडिविज्वल क्रियेटिविटी है । याॅडलिंग ( यूडलिंग ) कहां करनी है ? कितनी लेन्थ होनी चाहिये ? किस रिदम पर है ? ऑफ्टर बीट / ऑन बीट उसकी टाईमिंग क्या है ? ये सब बातें मायने रखती हैं ! किशोर कुमार ने इस पर बड़ी मेहनत की है। सन् 1948 में आई फिल्म " ज़िद्दी " में इनका पहला गाना - मरने की दुआंए क्यों मांगू - देव साहब के चेहरे पर फिल्माया गया था। 1948 के बाद सन 1955 में किशोर कुमार ने यूडलिंग की शुरूआत की। अब 7 सालों के बाद किशोर कुमार की यह प्रतिभा सामने आई - तो ये कोई छोटी मोटी बात नहीं है सर! पूरे सात सालों तक किशोर कुमार ने याॅडलिंग का गहरा अध्ययन किया- तब जाकर 1955 में - काली काली तारों वाली रात जवां है आ जा " ये गाना हिट हुआ ! कोई " सो - उठकर " किशोर कुमार ने याॅडलिंग करनी शुरू कर दी हो - ये तो हो ही नहीं सकता! इस एपिसोड पर आप सिर्फ यूडलिंग के गानों पर ही ध्यान केन्द्रित करें । और अगले एपिसोड में याॅडलिंग पर रफी साहब और किशोर कुमार का एक बढ़िया किस्सा सुनने देखने को तैयार रहें । आपके काॅमेन्ट का शुक्रिया।
old books puran , older language Sanskrit,all over world know this part, but Islam create story,adam fast human in world. ( only argument) Kishore Kumar yodeling fast singer in India.
Your biased against shankar Jaikishan can't be ignored easily . You yourself had agreed the uses of alpine yodling in film New Delhi 1956 but you choose to ignore shankar Jaikishan contributions again where as you mentioned every other music composer name in your programme.
यूट्यूब चैनलों पर काॅपी राईट एक्ट तथा राॅयल्टी के नियमों के अंतर्गत गीतों को पूरा सुनाने में असमर्थ हैं । साथ ही ज्यादा गीत डालने से वीडियो लंबा हो जाता है। " मैजिक ऑफ याॅडलिंग " इस पर बहुत जल्द हम एक या दो एपिसोड बनाने वाले हैं । उसमें किशोर कुमार के याॅडलिंग गीतों पर विस्तार से बताया जाएगा ।
Plz get your facts checked. Don't think that all the viewers are fools. Firoz Khan Ji aur Goldie Anand ki ke liye Rafi Sahab yoodeling kr chuke hain. 2nd thing it was Rafi Sahab who brought yoodeling to our industry. 3rd Rafi Sahab was not dependent on yoodeling 'coz he was the only singer in the entire industry till now who was perfect in all genres but kishore da wasn't. Jo cheez seekhne se aati hai wo bina seekhe nhi aati. Aap kishore da ko gifted bol skte ho lekin he was not versatile. That's why he picked up yoodeling as his main weapon but Rafi Sahab was having more than enough to sing.
Bhai tum bas kishor kumar ke bare hi bta rhe ho tumhari nazro main kishor ji ke alaba aur koi singer accha nhi iska matlab... haq bat kro bhai jati bad mat kro ok
Mai kishor da ka fann hu par ye yardleing wale jo songs h unke ye sub bakwas lagte h yaar sirf shoor h . Mujhe kishor da ke is types ke sonsg psnd h . Aa chal ke tujhe mai leke chalu ek ayse gagn ke tale . Mera jiwan kora kagaz . Manzile apni jaga hai raste apni jaga . Zindagi ke safar me guzar jate h jo makaam . Apne pyar ke sapne sach hui . O sathe re tere bina bhi kya jina .. Aur is types ke sabhi songs
Z king जी - नमस्कार। आपके काॅमेन्ट का शुक्रिया। लेकिन किशोर कुमार के याॅडलिंग गीतों पर आपके विचार पढ़कर आश्चर्य हुआ ! आपका काॅमेन्ट पढ़कर मुझे मेरे मौसा जी की याद आ गई । उनको भी किशोर कुमार की याॅडलिंग बिल्कुल भी पसंद नहीं थी । कोई बात नहीं सर । आपको किशोर कुमार के कुछ गीत अच्छे तो लगते हैं । बस । और क्या चाहिये ।
■ कुमार शानू व्यक्तिगत रूप से अच्छे सिंगर हैं । पर किशोर कुमार के कंपेरिजन में बेहद कमजोर हैं । किशोर कुमार का वोईस कल्चर, बेस, साऊन्ड का वेरियेशन, ब्रीदिंग आदि के मुकाबले कुमार शानू का कोई मेल नहीं है ।
@@samirmemon2267 Kumar Sanu ek lajawab singer hain lekin Jab voh apne style mein gaate hain. Shabdon ko melodic karna aur ehsaas ke saath gaana Alankarit karna woh bahut accha jaante hain. Unke gaane ka andaaz befikrana hai joki lajawab hai. Unki awaz Thodi nasal hai joki unki khasiyat hai. Magar Kishore Da ki copy karte hue woh bakwas gaate hain. Ye to unhone Apna style banaya kuch Rafi sahab ki Thhahraaw wali gaayki seekhi shabdon ko kahne ka dhang seekha kuch Mukesh ji se Dard Bhara Andaz Seekha tab jaake unhone Apna style paaya aur woh kamyab hue. Usse pahle Kishore Da ke geeton ko copy karte hue woh besure nazar aaye. Jadugar movie mein Amitabh par bilkul nahin jame.
@@samirmemon2267 waise aap yodelling bahut acchi karte hain.90% correct. Jahan tak gaayki ka sawal hai to Kishore Da Se kaafi kam. Shayad Aapko achha na lage. Lekin mujhe aisa laga.
Tumhare kishor da ne ek do gane gaye hone emotionally baki sare gane chachore gaye hain bat krni hai rafi sahab ki kro wo khud main ek ajooba the har gane ko haste haste ga dete the fir chahe wo romantic ho ya emotionally ho
योडलिंग कोई गायकी नही है जब कोई गायक आवाज को हाई नोट पर नही ले जा नही सकता तो वहां एक नई आवाज बन जाती है उसे ही फैशन में योडलिंग कहते है यदि कोई दूसरी बात है तो बताए ।
Jara us song ka name bataiye.. Kuch sacchaiyan logo ko hajam nahi hoti.. Agar rafi saab ne yodelling shuru ki thi to us song ka name bataiye... Aur ye prachar nahi hain.. Sangeet premiyon ke liye ek khash tohfa hai..
नहीं सर ! याॅडलिंग रफी साहब ने नहीं शुरू की थी । आपकी जानकारी गलत है । रफी साहब ने 1962 में यॉडलिंग की थी - उससे पहले का पूरा इतिहास हमने बताया है । रफी साहब को याॅडलिंग के लिये किशोर कुमार की मदद लेनी पड़ी थी। ये हमारे अगले एपिसोड में आप देखेंगे । रफी साहब ने इक्का दुक्के गानों में ही यूडलिंग की है। योडलिंग कहां करनी है ? किस तरह से करनी है ? और उसकी ताल और लय के हिसाब से याॅडलिंग को सैट करना पड़ता है । ये सिर्फ किशोर कुमार ही कर सकते थे। आप अगले एपिसोड में रफी साहब और किशोर कुमार का एक वाकया जरूर देखें । आपके काॅमेन्ट का शुक्रिया।
Shakir Hussain come-on we all are waiting for your reply. I heard in one interview Pyarelal saying kishore Kumar brought yodeling in Indian film industry and no one could do better yodeling then kishore Kumar.
हमारे एक श्रोता Hain Shaikr Hussain
इन्होंने आपत्ति प्रगट करते हुए कहा है कि -
मोहम्मद रफ़ी साहब से बेहतर कोई सिंगर है क्या ?
अथवा - दिलीप कुमार से अच्छा कोई एक्टर है क्या ?
जहां तक बात रफी साहब की कि जाए - रफी साहब ने तो किशोर कुमार के लिये प्लेबैक किया है ।
■ मन मोरा बावरा ■ अजब है दास्तां तेरी ऐ ज़िन्दगी ■ अपनी आदत है सबको सलाम करना -
ये मुख्य गीत हैं । लेकिन योडलिंग की अगर बात की जाए तो ये काम सिर्फ किशोर कुमार ही कर सकते थे। और उन्होंने किया भी ।
फिल्म - आगरा रोड"
इसमें रफी साहब ने तार सप्तक और मंद सप्तक के सुरों पर आवाज का जो जादू बिखेरा है - निश्चय ही अद्भुत अद्वितीय है। रफी साहब की क्लासिकल गायिकी और वोईस कल्चर की बेहतर पहचान है । लेकिन इसे आप
न तो " अल्पाईन याॅडलिंग " कह सकते हैं न ही इसे " काऊबाय योडल " ही कहा जा सकता है ।
क्योंकि -
याॅडलिंग एक अलग जाॅब है । एक क्रियेटिविटी है । " अल्पाईन याॅडलिंग " हो या काऊबाय योडल "
याॅडलिंग की समयावधि बड़ी होनी चाहिये ।
किशोर कुमार ने सही मायनों में " अल्पाईन याॅडलिंग " और " काऊबाय योडल " पर कड़ी मेहनत करके इसे सही रूप में बाॅलिवुड इंडस्ट्री को दिया ।
रिपोर्टर राजू- इस फिल्म के गीत -
" चल्ले हो कहां कहो कोई दास्तां कहो अइसा भी क्या "?
इस गीत में रफी साहब ने जो अल्पाईन याॅडलिंग की है - वो किशोर कुमार की ही बताई गई है।
रफी साहब, किशोर कुमार, मन्ना डे साहब, मुकेश जी- ये सभी गायक परफेक्शन के लिये कोई समझौता नहीं करते थे ।
अगर किशोर कुमार को क्लासिकल नहीं आता था तो वे गाने के लिये साफ मना कर देते थे । वो गीत रफी साहब से गवाने के लिये खुद किशोर कुमार जोर देते थे ।
सिर्फ रफी साहब ही नहीं मन्ना डे, महेन्द्र कपूर साहब ने भी किशोर कुमार के लिये प्लेबैक किया है।
बात परफेक्शन की ही थी । जब फिरोज खान साहब ने ज़िद पकड़ ली कि-
रफी साहब ही गाएंगे और याॅडलिंग भी करेंगे । तब तक 1961 की फिल्म झुमरू के याॅडलिंग गीतों ने किशोर कुमार को एक बेहतरीन याॅडलर के रूप में स्थापित कर दिया था ।
परफेक्शन के लिये कोई समझौता नहीं करने वाले रफी साहब याॅडलिंग के लिये किशोर कुमार से मिले । उनसे याॅडलिंग सीखी तब रेकार्ड किया।
उसके बाद तो रफी साहब ने याॅडलिंग नहीं की। फिल्म प्यार का मौसम में किशोर कुमार और रफी साहब दोनों ने एक ही गीत को अलग अलग कैरेक्टर के लिये गाया है।
किशोर कुमार ने भारत भूषण के लिये याॅडलिंग के साथ गाया है। लेकिन शशि कपूर के लिये गाया रफी साहब का गीत बिना याॅडलिंग के ही है ।
दरअसल- याॅडलिंग कहां की जाए ? कितनी लेन्थ होनी चाहिए? सम पर आने के लिये क्या करना होगा ? ये सब किशोर कुमार ही कर सकते थे।
■■ अब - बात दिलीप कुमार साहब की की जाए - तो?
दिलीप कुमार साहब फिल्म इन्डस्ट्री के ट्रेजेडी किंग माने जाते थे। अमिताभ बच्चन जैसे महानायक ने भी दिलीप कुमार की नकल की है ।
और NARAD TV पर अभी तक दिलीप कुमार साहब पर ऐसा कोई एपिसोड नहीं बनाया जिसमें उनकी तौहीन की गई हो ?
रफी साहब को नीचा दिखाने की, या उनकी तौहीन करने जैसी कोई बात हमारे किसी एपिसोड में आपको नहीं मिलेगी ।
याॅडलिंग के लिये किशोर कुमार की मदद लेने की बात पर हम एक ही बात अवश्य स्पष्ट करना चाहते हैं कि -
ये रफी साहब और किशोर कुमार- दोनों की महानता ही थी । संगीत के प्रति उनकी दीवानगी और समर्पण का भाव था। एक दूसरे की सच्ची मदद करना उनका ध्येय था ।
वरना -
खुद भी एक अच्छे गायक होने के बावजूद किशोर कुमार अपने खुद के प्लेबैक के लिये रफी साहब का नाम नहीं सुझाते! और रफी साहब की महानता ही थी कि -
याॅडलिंग के परफेक्शन के लिये कोई समझौता नहीं करते हुए उन्होंने किशोर कुमार की मदद ली।
ये कहानी इफ्तेखार साहब की बताई हुई कहानी है ।
इफ्तेखार -
जो किशोर कुमार के अभिन्न मित्र थे। ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों के समय दोनों ने कई फिल्में साथ साथ की ।
फिल्म " नौकरी " में किशोर कुमार ने संगीतकार सलिल चौधरी से रिक्वेस्ट कर एक गीत इफ्तेखार से भी गवाया। आज
अगर इफ्तेखार साहब ने ये बातें समीर मेमन को नहीं बताई होतीं तो-
कौन जानता था कि -
फिल्म " नौकरी " का गीत -
" इक छोटी सी नौकरी का तलबगार हूं मैं-"
ये गीत किशोर कुमार के साथ इफ्तेखार ने भी अपनी आवाज में गाया है ?
किसे मालूम होता कि -
परफेक्शन के लिये कोई समझौता नहीं करने वाले रफी साहब याॅडलिंग के लिये किशोर कुमार की मदद लेने गए ?
सभी श्रोताओं से करबद्ध क्षमायाचना सहित निवेदन है कि-
आप लोग गौर से इन गीतों को सुनें । तथा रफी साहब, किशोर दा, इफ्तेखार जैसे महान कलाकारों के सच्चे योगदान की सराहना करें ।
धन्यवाद ।
■■ अनुराग सूर्यवंशी Naarad TV
ऐसी बातें मत करो दोस्त
मोहम्मद रफी का नाम इज्ज़त से लिया जाता है "रफी साहब"
किशोर कुमार को इज्ज़त देते हुए "किशोरदा" कहते हैं
इन दोनों शक्षीयतों की कभी comparison नहीं करनी चाहिए
singers की list ये टॉप पर आते हैं
दोनों ही आज भी सभी के दिलों पर राज करते हैं
किशोरदा was a Multi Talented personality (Singer actor, director, yodeler comedian etc.)
Rafi sahab was a Matchless Classical Singer
इन लोगों की तूलना कैसे कि जा सकती है ?
एक झूठ को सौ बार बोला जाए तो वो सच लगने लगता है यूडलिंग के सम्बन्ध में ये झूठ बार बार बोला जा रहा है
इनको एक समीर मेमन मिल गए हैं वो जो कहेंगे सच ही कहेंगे बिना किसी साक्ष्य तथ्य के नारद टीवी झूठ प्रसारित करता है
रफ़ी साहब को किसी की मदद की ज़रूरत कभी नहीं पड़ी ये सरासर झूठ है उनकी प्रतिभा के साथ अन्याय है
@@Irshad_Janab_Khalili tu burbak hai।Kishore da is legend।
Awesome👌👏
Shree Kishor Kumar G Agar is Duniya Me Nahi Hote To Ye Duniya Besuri Hoti
King Kishore!
जय किशोर दा
Best yodeling singers
Kishore da
Kumar Sanu da
Vinod rathod ji
Babul supriyo।
Arre Bhai mere ,
Ye Sanu, Rathod aur Siupriyo ke saath Abhijit Bhattacharya ko bhi add kar do, tab bhi ye chaaron dummy Kishore hain Sameer Meman ki tarah.
Humlogon ke yahan Durga Puja mein Kishore Kumar Night Ya Musical Stage Program hota hai usme duplicate/dummy Kishore Kumar singers bhi Kishore Da ke Yodeling songs gaa hi dete hain. But khud ke songs mein Inka Yodeling nahi hota
Bollywood ke bhi saare Kishore dummy singers ne ek bhi apna khud ka aaj tak Yodeling song nahi gaa sake.
Kyunki.
Sanu, Abhijeet, Vinod Rathod, Babul Supriyo etc bhi dummy Kishore singer hain. Ye chaaron pahle Kishore Kumar Night mein stage program mein bhi Kishore Da ke songs gaakar performance dete they. Inki apni koi merit nahi hai.
Inhi ki tarah Sabbir Kumar, Md. Aziz, Bipin Sachdeva etc bhi dummy Rafi singer hain.
Thanks.
Kishor kumar💛💛💛💛💛
दोनो बहुत अच्छी लोडिंग करते हैंkK से भी अच्छी♥♥♥♥♥♥♥♥
pranam gurudev
SIR
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏⚘💝
Yodeling सिर्फ किशोर कुमार ही करते थे बस।
Only Kishore da
No one Singer in the world Kishore da
ये बंदा भी किशोर का दूसरा रूप है
इनकी आवाज भी बहुत सुरीली थी
बहुत मेहनत करने वाले लगते हैं गायकी में ।
इनकी आवाज सुन के बहुत खुशी हुई भाई ।
मां सरस्वती देवी इन पर मेहर करे
खुशी दे तरक्की दे गला ओर सेहत ठीक रखे ।👍👍👌👌
आपका हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ सर जी
सही बात कहा है।
Pritam ne.
Bilkul,bilkul Sahi baat
@@samirmemon2267 yes sir you are awsome. You are great in yodeling
ये आप को किशोर कुमार का दूसरा रूप लग रहा हैं क्या अरे kishore kumar एक ही थे भाई ।
No age for music ❤️
I am big fan of Kishore da... "A Man with Golden Voice"...
Aaj me hamare music director agar sune to shayad kishor ji ki yaad ek baar fir se Taza ki ja sakti hai.....
Gurudev namaskar
After Kishore da only Kumar Sanu da can yodel superbly।
Apne liye gaaye apne khud ke gaaye kis song mein Yodeling kiya hai. Kaisi gappbaazi karta ho Bhai.
Bollywood ke hi nahi balki India ke saare film industry ka aaj tak ek hi Yodeling singer huwa hai.
One & only Kishore Kumar.
Thank you narad tv, thank you Sameer sir
Rafi saheb kishore kumar saheb aur mannade saheb teeno hi kazeem hastiyan thien aur rahenge.
Sir, Can yodeling be played on instruments? Instrument per yodeling bajana mumkin hai kya?
Amazing Sir Sameer Memon ji 👌👌🙏🙏👌👌
Excellent yudiling singing like Kishore da congratulations sir 🙏🙏
After kishore Kumar Kumar sanu ne ki yodelling
🙂
Great voice
Kishor ke baad kumar Sanu best hain
Indian idol me ek contestent thi wo karti thi youdeling samjhe jaa ke dekho
Fantastic mr. sameer memon.... ur study abut Kishor Kumar is amazing .... very well.....👌👌👌👌👌👌👌🙏🙏🙏🙏
Kishore Da ne kbhi ghazal ya qawwali ya classical ya thumri ya tappa nhi gaya. Ab aap kahoge "Wada Tera Wada" qawwali hai to main aapko batana chahta hun ki ye qawwali pattern pe bana hua ek simple sa song hai. Qawwali kehte hain "Ishq Ishq" ko, "chandi ka badan" ko etc. I mean jisme qawwali ki subtle baaten hoti hain, tayari hoti hai, murkiyan hoti hai. Sirf us pattern me bane hue gane ko qawwali nhi kehte. Sad songs me bhi kishore da ke wo feel nhi tha jo "Hui sham unka khayal aagya" , "Babul ki duaen leti jaa" me hai. All these comes with training jo ki kishore da ne nhi li isliye no perfection at all except simple comedy songs.
How many song sung rafi sahab for kishore da.
7 SONG'S BECAUSE HE WAS BUSY IN ACTING AT THAT TIME
Very very congulan
Sameer sab to hubhu kishoreda jaisa hi gate he. Mja aagaya
Manna dey sahab ki yodeling film piya Milan ki aas (1961) me thi song hai "picnik me tik tik karti "
Thousands will come and go but noone will ever able to match level of Kishore Kumar yodeling ❤️
The hat wearing man looks like o p naiyyar
Allah ke waste aap hi bataya kare saare kisse ,aapse sunne mein acha lagta hai aur interesting lagta hai 💖💖💖💖💖💖
Aur koi kisse batata hai to maza Nahi aata aur Sameer memon gake kisse batate hai to bilkul maza nahi aata , Allah ke waste asli gana sunaya kare please 💖
Mera ye bolne ka hargiz irada Nahi ki Sameer memon Sahab ache se nahi batate .. wo bhi bahut ache se batate aur entertain bhi karte hai lekin mujhe aapse sunne mein jyada acha lagta hai 💖 💖💖💖💖
Ek chez aur memon Sahab bahut ache singer hai ❤️ ❤️
Haal kaisa hai janab Ka 😍😍😍😍😍Maza aagaya😍😍😍
Mr. Red Hat you are also a very good yodeler
Hats off Man, Superb,
क्या कहूँ, बस मज़ा आ गया
Begunah ke music director bhi shankar Jaikishan the. Iss film me Jaikishan ji ek chota sa role kiya tha. Ye film Hollywood ki carbon copy pai gayi thi isliye ban hui thi. Maaf karna aap shankar Jaikishan ka naam tak lene se bachte dikh rahe he. Jindagi ek safar hai suhana film andaz ko bhi aap mention nahi kar rahe hai jo ki 1970 me filmfare award winner tha. It was considered by kishor himself one of the best yodling song.
शंकर जयकिशन का नाम लेने में बचने जैसा कुछ नहीं है । बेगुनाह फिल्म के गीत और याॅडलिंग की बात करते उनका नाम लेने में अवश्य ही चूक हो गई है । मैं हृदय से क्षमां प्रार्थी हूं । और आपकी सजगता को सलाम करता हूं ।
1000 Like.
Sir it is very heartening that you seems to be unaware the contribution and domoniace shankar Jaikishan established on Bollywood film music . Film fare awards starded in 1956 and till the untimely death of Jaikishan ji in 1971 the musical duo remain finalist in every year and begged 9 film fare award out of 16 it includes two hat tricks. None other could reach near sj in those time. When their competitor used to charge 20 thousand for a movie they charged 5 lacs per film. It was time when Rajendra kumar used to charge 60 thausand and dharmendra 30,000 per film. Lata, rafi shaileder used to charge 10000 rupees for each song and Mukesh sahir, shakeel , Rajendra krishan 6000 each song. I am trying to give you a fair idea about SJ how colossal figure they were. Kindly listen ameen sayani binaca geetmala for first 25 years you will start thinking my way. Can you believe sir in 1959 binaca geetmala programme had 18 song composed by shankar Jaikishan out of top 20 hit song of that year and remaing 2 were by Naushad mugal e azam. This was the jalwa of this musical duo, please don't do this. I may not have great knowledge like you but sir maaf karna I know enough about Shankar Jaikishan ji. I can write whole night for their work, they were indeed 50 years ahead of their tome.any programme you cover on golden era of Bollywood their presence ought to be their, they can't be ignored in any aspect I can bet you on that.i will fight to the finish for their legitimate credit Please believe you me sir ji .
नरेश जी,
नमस्कार। वन्देमातरम्।
ये एपिसोड शंकर जयकिशन पर नहीं है । योडलिंग का एक संक्षिप्त परिचय कराने की कोशिश की गई है । किशोर कुमार ने याॅडलिंग के लिये किन कन सिंगरों से प्रेरणा ली ?
शंकर जयकिशन ने " नई दिल्ली " करोड़पति " जैसी फिल्मों में किशोर कुमार की याॅडलिंग की इस प्रतिभा को यूज किया है ।
नखरे वाली- यह गीत शंकर जयकिशन के संगीत से सजा हुआ बेहद हिट हुआ था।
शंकर जयकिशन ने अपने पूरे केरियर में किशोर कुमार से कुल 12/14 गाने ही गवाए।
जिनमें
" नखरे वाली " ज़िन्दगी एक सफर है सुहाना"
प्रमुख तौर पर याॅडलिंग सांग्स में फेमस हुए ।
आपके काॅमेन्ट का शुक्रिया।
शंकर जयकिशन एक फिल्म का क्या पैसा लेते थे ? शैलेन्द्र/ हसरत जयपुरी की फीस क्या थी ? मुकेश जी का बजट क्या था ? - -- -
इन सब बातों का इस विशेष एपिसोड से कोई लेना देना नहीं है। ये एपिसोड विशेष रूप से " याॅडलिंग स्पेशल " है । याॅडलिंग का एक संक्षिप्त इतिहास बताया गया है। अगले एपिसोड में -
रफी साहब ने एक गीत की याॅडलिंग के लिये किशोर कुमार की मदद ली ! जबकि रफी साहब एक मंझे हुए क्लासिकल सिंगर थे । किशोर कुमार के लिये प्लेबैक भी किया है। पर चूंकि -
याॅडलिंग ( जाॅडलेन, यूडलिंग काऊबाय योडल) एक अलग ही जाॅब है । जिन गीतों में आप यूडलिंग सुन रहे हैं - वो किशोर कुमार की अपनी इनडिविज्वल क्रियेटिविटी है ।
याॅडलिंग ( यूडलिंग ) कहां करनी है ? कितनी लेन्थ होनी चाहिये ? किस रिदम पर है ? ऑफ्टर बीट / ऑन बीट उसकी टाईमिंग क्या है ? ये सब बातें मायने रखती हैं !
किशोर कुमार ने इस पर बड़ी मेहनत की है।
सन् 1948 में आई फिल्म " ज़िद्दी " में इनका पहला गाना - मरने की दुआंए क्यों मांगू - देव साहब के चेहरे पर फिल्माया गया था।
1948 के बाद सन 1955 में किशोर कुमार ने यूडलिंग की शुरूआत की। अब 7 सालों के बाद किशोर कुमार की यह प्रतिभा सामने आई - तो ये कोई छोटी मोटी बात नहीं है सर!
पूरे सात सालों तक किशोर कुमार ने याॅडलिंग का गहरा अध्ययन किया- तब जाकर 1955 में -
काली काली तारों वाली रात जवां है आ जा "
ये गाना हिट हुआ ! कोई " सो - उठकर " किशोर कुमार ने याॅडलिंग करनी शुरू कर दी हो - ये तो हो ही नहीं सकता!
इस एपिसोड पर आप सिर्फ यूडलिंग के गानों पर ही ध्यान केन्द्रित करें । और अगले एपिसोड में याॅडलिंग पर रफी साहब और किशोर कुमार का एक बढ़िया किस्सा सुनने देखने को तैयार रहें ।
आपके काॅमेन्ट का शुक्रिया।
Great !!!!!!!! Pach rupia baara aana is sang very well..... keep it up👌👌👌
Haal kaisa hai janab also nicly sang by Dolly memon😍😍
Ek aur baat memon Sahab bahut ache singer hai ❤️❤️❤️❤️
Haal kaisa hai janab Ka 😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍 maza aagaya💖💖💖
Bahut khub sir ji
achhi jankari de RAHE hai sir Wah Wah verry nice
old books puran , older language Sanskrit,all over world know this part, but Islam create story,adam fast human in world. ( only argument) Kishore Kumar yodeling fast singer in India.
Teesra part kahan h
Kal
Menon sahab bht sikhna hoga aapko ....ek par ek log hain gane wale ji
Your biased against shankar Jaikishan can't be ignored easily . You yourself had agreed the uses of alpine yodling in film New Delhi 1956 but you choose to ignore shankar Jaikishan contributions again where as you mentioned every other music composer name in your programme.
यूट्यूब चैनलों पर काॅपी राईट एक्ट तथा राॅयल्टी के नियमों के अंतर्गत गीतों को पूरा सुनाने में असमर्थ हैं । साथ ही ज्यादा गीत डालने से वीडियो लंबा हो जाता है।
" मैजिक ऑफ याॅडलिंग "
इस पर बहुत जल्द हम एक या दो एपिसोड बनाने वाले हैं । उसमें किशोर कुमार के याॅडलिंग गीतों पर विस्तार से बताया जाएगा ।
Sir asi koi baat nahi hai.. Abhi ye topic khatm nahi huaa hai.. Agla part jarur dekhiyega
Bhai kishore da k bad Bollywood mein Kumar sanu ne yodeling ki h
Sanu da ko bhool gaye
,, ,बहुत सुन्दर अभूतपूर्व रिकार्डिंग साउंड गुणवत्ता ठीक नही है।
Sir aapka ye video mere dil ko chhu gya.ye lal topi vale sir kaun hai.inke uper ek video banao.inka naam batao.ye ledeej kaun hai.inka bhi naam batao.
Ye sammer Sir aur unki dhrampatni hain aap hamare pichle videos dekhiye music series wale aap inse bhali bhanti parichit ho jayenge
@@NaaradTV ok
Sir Kishore Da Koi English Song Hain
Plz get your facts checked. Don't think that all the viewers are fools. Firoz Khan Ji aur Goldie Anand ki ke liye Rafi Sahab yoodeling kr chuke hain. 2nd thing it was Rafi Sahab who brought yoodeling to our industry. 3rd Rafi Sahab was not dependent on yoodeling 'coz he was the only singer in the entire industry till now who was perfect in all genres but kishore da wasn't. Jo cheez seekhne se aati hai wo bina seekhe nhi aati. Aap kishore da ko gifted bol skte ho lekin he was not versatile. That's why he picked up yoodeling as his main weapon but Rafi Sahab was having more than enough to sing.
Tu sabse Bada madarcho hai Sala bsdk u have no knowledge of music।Kishore da was legend
Sir ek video Lengendary musical duo Anand-Milind par bhi bnao
Bhai tum bas kishor kumar ke bare hi bta rhe ho tumhari nazro main kishor ji ke alaba aur koi singer accha nhi iska matlab... haq bat kro bhai jati bad mat kro ok
Mannada ne yoodling Nani kiya.
4-5 gaano mein manna dey ne yodeling ki hai।
Narad Ji Ramanand Sagar Ramayan ke kalakaro ki Salary kya thi?? Bata dijiye
Good Question.
Kya baat hai..... very good question.... music apka subject nai hai swami ji
Mai kishor da ka fann hu par ye yardleing wale jo songs h unke ye sub bakwas lagte h yaar sirf shoor h . Mujhe kishor da ke is types ke sonsg psnd h . Aa chal ke tujhe mai leke chalu ek ayse gagn ke tale .
Mera jiwan kora kagaz .
Manzile apni jaga hai raste apni jaga .
Zindagi ke safar me guzar jate h jo makaam .
Apne pyar ke sapne sach hui .
O sathe re tere bina bhi kya jina ..
Aur is types ke sabhi songs
Z king जी - नमस्कार।
आपके काॅमेन्ट का शुक्रिया। लेकिन किशोर कुमार के याॅडलिंग गीतों पर आपके विचार पढ़कर आश्चर्य हुआ ! आपका काॅमेन्ट पढ़कर मुझे मेरे मौसा जी की याद आ गई । उनको भी किशोर कुमार की याॅडलिंग बिल्कुल भी पसंद नहीं थी ।
कोई बात नहीं सर । आपको किशोर कुमार के कुछ गीत अच्छे तो लगते हैं । बस । और क्या चाहिये ।
You are wrong, yes Khisore da was best in yodeling but after khisore da, kumar sanu is best in this era in yodeling listen him
■ कुमार शानू व्यक्तिगत रूप से अच्छे सिंगर हैं । पर किशोर कुमार के कंपेरिजन में बेहद कमजोर हैं । किशोर कुमार का वोईस कल्चर, बेस, साऊन्ड का वेरियेशन, ब्रीदिंग आदि के मुकाबले कुमार शानू का कोई मेल नहीं है ।
@@samirmemon2267 Fully agree. Kishoreda was too good for any of the singers who tried to copy him.
@@pareshpai5672 - आपकी बेबाक राय को सलाम है परेश साहब ! बहुत शुक्रिया।
@@samirmemon2267 Kumar Sanu ek lajawab singer hain lekin Jab voh apne style mein gaate hain. Shabdon ko melodic karna aur ehsaas ke saath gaana Alankarit karna woh bahut accha jaante hain. Unke gaane ka andaaz befikrana hai joki lajawab hai. Unki awaz Thodi nasal hai joki unki khasiyat hai. Magar Kishore Da ki copy karte hue woh bakwas gaate hain. Ye to unhone Apna style banaya kuch Rafi sahab ki Thhahraaw wali gaayki seekhi shabdon ko kahne ka dhang seekha kuch Mukesh ji se Dard Bhara Andaz Seekha tab jaake unhone Apna style paaya aur woh kamyab hue. Usse pahle Kishore Da ke geeton ko copy karte hue woh besure nazar aaye. Jadugar movie mein Amitabh par bilkul nahin jame.
@@samirmemon2267 waise aap yodelling bahut acchi karte hain.90% correct. Jahan tak gaayki ka sawal hai to Kishore Da Se kaafi kam. Shayad Aapko achha na lage. Lekin mujhe aisa laga.
Sir aap bhul rahe hain kumar sanu bhi yodling karte hain Kishoreda ke jaisi
Rafi sahab ne ki thi pehle YOUDELLING....
अच्छा वो कबसे YODELLING करने लगे ??
Tumhare kishor da ne ek do gane gaye hone emotionally baki sare gane chachore gaye hain bat krni hai rafi sahab ki kro wo khud main ek ajooba the har gane ko haste haste ga dete the fir chahe wo romantic ho ya emotionally ho
रफ़ी रोते ज़्यादा थे।
योडलिंग कोई गायकी नही है जब कोई गायक आवाज को हाई नोट पर नही ले जा नही सकता तो वहां एक नई आवाज बन जाती है उसे ही फैशन में योडलिंग कहते है यदि कोई दूसरी बात है तो बताए ।
U r a boka Cho fool ।go first Google what is yodeling then comment u bsdk
तुम्हारे आका मुहम्मद रफ़ी YODELLING करते थे तो ऐसा लगता था जैसे कोई जबरदस्ती नहाने को कह रहा हो जय किशोर कुमार।
Yaodli yaodli Kya hai ye ek gaaane me bus acha laga Kishore da na bhi 4 se 5 film me gaya Baki koi acha nahi tha zabardasti yoedli...
Kishor kumar jab udli daate hain wahin se geet mujhe bura lagta hai .har kisi ko yeh pasand nahin.paagal ke fan bhi paagal hai.
तो मत सुनो ना।
Yodeling rafi saheb ne start kiye hai magar App log ke adat apni chez ke prachar karne ki
Shakir Hussain Agar Aisa hai toh please uss film ka Naam kya hai aur geet k bol kya hai?
let everyone know this.
Jara us song ka name bataiye.. Kuch sacchaiyan logo ko hajam nahi hoti.. Agar rafi saab ne yodelling shuru ki thi to us song ka name bataiye... Aur ye prachar nahi hain.. Sangeet premiyon ke liye ek khash tohfa hai..
नहीं सर ! याॅडलिंग रफी साहब ने नहीं शुरू की थी । आपकी जानकारी गलत है । रफी साहब ने 1962 में यॉडलिंग की थी - उससे पहले का पूरा इतिहास हमने बताया है । रफी साहब को याॅडलिंग के लिये किशोर कुमार की मदद लेनी पड़ी थी। ये हमारे अगले एपिसोड में आप देखेंगे । रफी साहब ने इक्का दुक्के गानों में ही यूडलिंग की है। योडलिंग कहां करनी है ? किस तरह से करनी है ? और उसकी ताल और लय के हिसाब से याॅडलिंग को सैट करना पड़ता है ।
ये सिर्फ किशोर कुमार ही कर सकते थे।
आप अगले एपिसोड में रफी साहब और किशोर कुमार का एक वाकया जरूर देखें ।
आपके काॅमेन्ट का शुक्रिया।
Rafi saab ke us song ka name jarur bataiyega
Shakir Hussain come-on we all are waiting for your reply.
I heard in one interview Pyarelal saying kishore Kumar brought yodeling in Indian film industry and no one could do better yodeling then kishore Kumar.